क्या टूटने वाला है मुंबई का 125 साल पुराना एलफिंस्टन ब्रिज? जानिए क्या है इससे जुड़ा विवाद

क्या टूटने वाला है मुंबई का 125 साल पुराना एलफिंस्टन ब्रिज? जानिए क्या है इससे जुड़ा विवाद

<p style=”text-align: justify;”><strong>Elphinstone Bridge To Be Demolished:</strong> मुंबई का दिल माना जाने वाला करीब 125 साल पहले निर्मित एलफिंस्टन ब्रिज जो प्रभादेवी और परेल रेलवे स्टेशनों के ऊपर से गुजरता है. इसे तोड़कर अब सरकार एक नई तकनीकी से बना कर डबल डेकर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव लाई है, जिसकी जिम्मेदारी MMRDA को दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस ब्रिज की पटरियों के ऊपर एक डबल-डेकर पुल बनाने के लिए, पुल को गिराकर ओपन वेब गर्डर डिजाइन का उपयोग करके पुनर्निर्माण करने का प्रस्ताव है. इसमें 2+2 लेन शामिल हैं. इसके बाद वर्ली-सिवरी कनेक्टर का ऊपरी डेक बनाया जाएगा जो इसके ऊपर से गुजरेगा. एल्फिन्स्टन पुल शहर के ब्रिटिशकालीन पुलों में से एकदम नया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई में कई ओवरब्रिज है ब्रिटिश कालीन</strong><br />शहर को मजबूत करने के लिए 300 से अधिक पुलों में से, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि शहर में कम से कम 22 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) की उत्पत्ति ब्रिटिश काल में हुई है. जबकि कई का मूल वर्ष अनिश्चित है. कुछ शुरुआती पुलों में 1879 में स्थापित हैंकॉक पुल, 1887 में स्थापित मज़गांव का ओलिवेंट पुल, 1893 का बेलासिस पुल आदि शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>’बॉम्बे: द सिटीज विदिन’ किताब के अनुसार, नई सड़कों और पुलों का निर्माण 1800 के उत्तरार्ध में शुरू हुआ था, जब 1866 में असामान्य रूप से भारी मानसून के कारण बॉम्बे की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और ब्रिटिश प्रशासन को नए पुलों का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा विवाद क्यों हो रहा है प्रदर्शन ?</strong><br />एलफिंस्टन ब्रिज को आखिरकार 25 अप्रैल से दो साल के लिए बंद किए जाने की तैयारी थी, लेकिन तीसरी बार यह योजना भी विफल रही. यह फैसला मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने लिया है, 125 साल पुराने इस पुल को तोड़कर यहां एक आधुनिक डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जाएगा, लेकिन पहले इसे 10 अप्रैल को बंद करने की योजना थी, फिर 15 अप्रैल तक टाला गया, लेकिन जनता की राय लेने के बाद अब 25 अप्रैल रात 9 बजे से ब्रिज पर पूरी तरह ट्रैफिक बंद रखने का ऐलान था, लेकिन फिर जबरदस्त आंदोलन के बाद अब mmrda ने दो और दिन का समय इस ब्रिज को लेकर किया है सोमवार (28 अप्रैल) को इस पर बैठक भी की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शुक्रवार (25 अप्रैल) शाम को स्थानीय लोगों ने एलफिंस्टन ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही रोक दी थी, जिससे कुछ समय के लिए मार्ग पर ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी. कुछ स्थानीय लोगों को डर है कि पुल के ध्वस्त हो जाने पर उनके घर नष्ट हो जाएंगे और इसलिए शुक्रवार (28 अप्रैल) शाम को वे पुल को बंद होने से रोकने के लिए पुल पर एकत्र हुए. स्थानीय लोगों ने स्पष्ट पुनर्वास योजना के बिना पुल को बंद करने के समय पर सवाल उठाया. इनका आरोप है कि अधिकारियों ने अभी तक निवासियों की पुनर्वास योजना के बारे में बताने के लिए उनकी कोई संयुक्त बैठक नहीं की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ब्रिज बंद होगा तो क्या है विकल्प?</strong><br />एल्फिंस्टन ब्रिज कई अस्पतालों और बिज़नेस इलाकों से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसके बंद होने से लोगों को भारी ट्रैफिक की परेशानी झेलनी पड़ सकती है. इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने नई डायवर्सन योजना लागू की है, सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक: परेल ईस्ट से प्रभादेवी/लोअर परेल की ओर &nbsp;टिळक ब्रिज (दादर), &nbsp;चिंचपोकली ब्रिज दोनों दिशाओं में खुले रहेंगे. करी रोड ब्रिज पर समय के अनुसार आवाजाही की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसा होगा मुंबई का डबल डेकर ब्रिज?</strong><br />एलफिंस्टन ब्रिज की जगह अब एक नया 4.5 किलोमीटर लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर बनेगा, जिसे सेवरी-वर्ली एलिवेटेड कलेक्टर नाम दिया गया है. यह फ्लाईओवर अटल सेतु (ईस्ट) से शुरू होकर बांद्रा-वर्ली सी लिंक (वेस्ट) तक जाएगा. &nbsp;परेल स्टेशन के नॉर्थ फुट ओवर ब्रिज को अब नॉन-टिकट ज़ोन बना दिया गया है, ताकि आम लोग आसानी से आ-जा सके. इसके अलावा, एक नया साउथ फुट ओवर ब्रिज भी लगभग तैयार है और जल्द ही चालू किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहला स्तर: डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर रोड को सेनापति बापट मार्ग से जोड़ेगा. इसमें दो-दो लेन होंगी, दोनों दिशाओं के लिए दूसरा स्तर: अटल सेतु को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ेगा, यह भी चार लेन का होगा. रेलवे लाइनों को पार करने के लिए स्टील स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे और इन्हें &ldquo;पुश-पुल&rdquo; तकनीक से इंस्टॉल किया जाएगा ताकि ट्रेन सेवाओं पर असर न पड़े.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘2034 तक CM रहेंगे फडणवीस’, बावनकुले की इस टिप्पणी पर एकनाथ शिंदे ने एक शब्द में दिया जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/bjp-leader-chandrashekhar-bawankule-said-cm-devendra-fadnavis-will-be-cm-for-2036-shivsena-said-may-be-2080-eknath-shinde-reacted-2932454″ target=”_self”>’2034 तक CM रहेंगे फडणवीस’, बावनकुले की इस टिप्पणी पर एकनाथ शिंदे ने एक शब्द में दिया जवाब</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Elphinstone Bridge To Be Demolished:</strong> मुंबई का दिल माना जाने वाला करीब 125 साल पहले निर्मित एलफिंस्टन ब्रिज जो प्रभादेवी और परेल रेलवे स्टेशनों के ऊपर से गुजरता है. इसे तोड़कर अब सरकार एक नई तकनीकी से बना कर डबल डेकर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव लाई है, जिसकी जिम्मेदारी MMRDA को दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस ब्रिज की पटरियों के ऊपर एक डबल-डेकर पुल बनाने के लिए, पुल को गिराकर ओपन वेब गर्डर डिजाइन का उपयोग करके पुनर्निर्माण करने का प्रस्ताव है. इसमें 2+2 लेन शामिल हैं. इसके बाद वर्ली-सिवरी कनेक्टर का ऊपरी डेक बनाया जाएगा जो इसके ऊपर से गुजरेगा. एल्फिन्स्टन पुल शहर के ब्रिटिशकालीन पुलों में से एकदम नया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुंबई में कई ओवरब्रिज है ब्रिटिश कालीन</strong><br />शहर को मजबूत करने के लिए 300 से अधिक पुलों में से, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि शहर में कम से कम 22 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) की उत्पत्ति ब्रिटिश काल में हुई है. जबकि कई का मूल वर्ष अनिश्चित है. कुछ शुरुआती पुलों में 1879 में स्थापित हैंकॉक पुल, 1887 में स्थापित मज़गांव का ओलिवेंट पुल, 1893 का बेलासिस पुल आदि शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>’बॉम्बे: द सिटीज विदिन’ किताब के अनुसार, नई सड़कों और पुलों का निर्माण 1800 के उत्तरार्ध में शुरू हुआ था, जब 1866 में असामान्य रूप से भारी मानसून के कारण बॉम्बे की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और ब्रिटिश प्रशासन को नए पुलों का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा विवाद क्यों हो रहा है प्रदर्शन ?</strong><br />एलफिंस्टन ब्रिज को आखिरकार 25 अप्रैल से दो साल के लिए बंद किए जाने की तैयारी थी, लेकिन तीसरी बार यह योजना भी विफल रही. यह फैसला मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने लिया है, 125 साल पुराने इस पुल को तोड़कर यहां एक आधुनिक डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जाएगा, लेकिन पहले इसे 10 अप्रैल को बंद करने की योजना थी, फिर 15 अप्रैल तक टाला गया, लेकिन जनता की राय लेने के बाद अब 25 अप्रैल रात 9 बजे से ब्रिज पर पूरी तरह ट्रैफिक बंद रखने का ऐलान था, लेकिन फिर जबरदस्त आंदोलन के बाद अब mmrda ने दो और दिन का समय इस ब्रिज को लेकर किया है सोमवार (28 अप्रैल) को इस पर बैठक भी की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शुक्रवार (25 अप्रैल) शाम को स्थानीय लोगों ने एलफिंस्टन ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही रोक दी थी, जिससे कुछ समय के लिए मार्ग पर ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी. कुछ स्थानीय लोगों को डर है कि पुल के ध्वस्त हो जाने पर उनके घर नष्ट हो जाएंगे और इसलिए शुक्रवार (28 अप्रैल) शाम को वे पुल को बंद होने से रोकने के लिए पुल पर एकत्र हुए. स्थानीय लोगों ने स्पष्ट पुनर्वास योजना के बिना पुल को बंद करने के समय पर सवाल उठाया. इनका आरोप है कि अधिकारियों ने अभी तक निवासियों की पुनर्वास योजना के बारे में बताने के लिए उनकी कोई संयुक्त बैठक नहीं की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ब्रिज बंद होगा तो क्या है विकल्प?</strong><br />एल्फिंस्टन ब्रिज कई अस्पतालों और बिज़नेस इलाकों से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसके बंद होने से लोगों को भारी ट्रैफिक की परेशानी झेलनी पड़ सकती है. इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने नई डायवर्सन योजना लागू की है, सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक: परेल ईस्ट से प्रभादेवी/लोअर परेल की ओर &nbsp;टिळक ब्रिज (दादर), &nbsp;चिंचपोकली ब्रिज दोनों दिशाओं में खुले रहेंगे. करी रोड ब्रिज पर समय के अनुसार आवाजाही की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसा होगा मुंबई का डबल डेकर ब्रिज?</strong><br />एलफिंस्टन ब्रिज की जगह अब एक नया 4.5 किलोमीटर लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर बनेगा, जिसे सेवरी-वर्ली एलिवेटेड कलेक्टर नाम दिया गया है. यह फ्लाईओवर अटल सेतु (ईस्ट) से शुरू होकर बांद्रा-वर्ली सी लिंक (वेस्ट) तक जाएगा. &nbsp;परेल स्टेशन के नॉर्थ फुट ओवर ब्रिज को अब नॉन-टिकट ज़ोन बना दिया गया है, ताकि आम लोग आसानी से आ-जा सके. इसके अलावा, एक नया साउथ फुट ओवर ब्रिज भी लगभग तैयार है और जल्द ही चालू किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पहला स्तर: डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर रोड को सेनापति बापट मार्ग से जोड़ेगा. इसमें दो-दो लेन होंगी, दोनों दिशाओं के लिए दूसरा स्तर: अटल सेतु को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ेगा, यह भी चार लेन का होगा. रेलवे लाइनों को पार करने के लिए स्टील स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे और इन्हें &ldquo;पुश-पुल&rdquo; तकनीक से इंस्टॉल किया जाएगा ताकि ट्रेन सेवाओं पर असर न पड़े.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘2034 तक CM रहेंगे फडणवीस’, बावनकुले की इस टिप्पणी पर एकनाथ शिंदे ने एक शब्द में दिया जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/bjp-leader-chandrashekhar-bawankule-said-cm-devendra-fadnavis-will-be-cm-for-2036-shivsena-said-may-be-2080-eknath-shinde-reacted-2932454″ target=”_self”>’2034 तक CM रहेंगे फडणवीस’, बावनकुले की इस टिप्पणी पर एकनाथ शिंदे ने एक शब्द में दिया जवाब</a></strong></p>  महाराष्ट्र UP की बेटियों ने बढ़ाया राज्य का मान, UPSC और इंटरमीडिएट में प्रयागराज की इन लड़कियों ने मारी बाजी