लोकसभा में शनिवार को नगीना से सांसद चंद्रशेखर और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जमकर सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा- हाथरस में रेप पीड़ित का परिवार घर से निकल नहीं पा रहा। आरोपी खुलेआम घूम कर रोज उन्हें धमका रहे। यूपी में संविधान नहीं, मनुस्मृति लागू है। वहीं, संसद में चर्चा के दौरान आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर का अलग अंदाज देखने को मिला। उनकी सभापति से भी बहस हो गई। उन्होंने यह तक कह दिया कि क्या दलितों को यहां भी बोलने नहीं दिया जाएगा, ये भेदभाव नहीं चलेगा। क्या दलितों को सबसे बाद में बोलने का मौका मिलेगा? चंद्रशेखर बोले- अपनी पार्टी का मेंबर हूं, जीतकर आया हूं
चंद्रशेखर ने कहा- आर्थिक बराबरी के लिए सरकार क्या कर रही है? अमीर और अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। सुबह उठते ही कहीं बम की धमकी मिलती है, तो कहीं दंगे की। ये अमृतकाल है या धमकी काल है। इसी बीच जब सभापति ने उन्हें समय का हवाला दिया तो चंद्रशेखर नाराज हो गए। सभापति ने चंद्रशेखर से कहा, सभी दलीय स्वतंत्र सांसदों को 4 मिनट का समय दिया गया है। इस पर नगीना सांसद नाराज हो गए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा- मैं अपनी पार्टी का मेंबर हूं सर और जीतकर आया हूं। किसी की दया पर नहीं आया। अब पढ़िए राहुल गांधी ने संसद में जो कुछ कहा लड़की का परिवार घर में बंद, आरोपी बाहर घूम रहे
राहुल ने कहा- हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई लड़की का परिवार अपने घर में बंद है। बाहर नहीं जा सकता। अपराधी उनको रोज धमकाते हैं और बाहर घूमते हैं। परिवार ने मुझे बताया कि बेटी का अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। सीएम ने खुलकर मीडिया में झूठ बोला। राहुल ने सवाल किया कि संविधान में कहां लिखा है कि अपराध करने वाले बाहर रहें और जिसका रेप हुआ, उस परिवार को बंद कर दिया जाए। ये मनुस्मृति में लिखा है, आपकी किताब में लिखा है। यूपी में आप कहते हो कि आपका राज है। आपका राज है, तो वहां मनुस्मृति लागू हो रही है। यूपी सरकार ने उन्हें वादा किया था कि हम आपका रि-लोकेशन करेंगे, आपको कहीं और रहने के लिए जमीन देंगे। 4 साल हो गए, उनका रि-लोकेशन नहीं किया गया। उन्होंने फोटो दिखाई कि बाहर निकलने पर बलात्कार करने वाले धमकाते हैं। अगर आप नहीं करोगे तो उनका रि-लोकेशन हम करेंगे। इस दौरान राहुल गांधी ने संसद में संविधान और मनुस्मृति की कॉपी भी लहराई। राहुल ने सावरकर पर साधा निशाना
सावरकर पर बयान के मामले में लखनऊ की कोर्ट ने राहुल गांधी को 10 जनवरी को तलब किया है। इस आदेश के 24 घंटे के अंदर ही राहुल गांधी संसद में सावरकर पर जमकर बरसे। कहा- मैंने इंदिरा जी से पूछा था कि सावरकर पर उनके क्या विचार हैं? इंदिरा जी ने कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया था। उनसे माफी मांगी। इंदिरा जी ने कहा था कि नेहरूजी जेल गए, गांधीजी जेल गए और सावरकर ने माफी मांगी थी। यह उनकी सावरकर पर सोच थी। राहुल ने कहा- भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। यह आपके नेता ने कहा था, जिसकी आप पूजा करते हैं। ये सावरकर के शब्द हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप अपने नेताओं के शब्दों के साथ खड़े होते हैं। जब आप संविधान पर संसद में बात करते हैं, तो आप सावरकर को निराश करते हैं। संविधान हमारे देश की धारणा का एक दस्तावेज
राहुल ने कहा- मेरे पिछले कुछ भाषणों में मैंने अभय मुद्रा पर बात की। निर्भयता की बात की है। लोग संविधान को दुनिया में सबसे लंबा लिखित दस्तावेज कहते हैं। यह हमारे देश की धारणा का एक दस्तावेज है। जब हम संविधान को खोलते हैं, तब हम अंबेडकर, गांधी, नेहरू के विचारों को सुनते हैं। यह विचार आते कहां से हैं। ये हमारी पुरातन संस्कृति और सभ्यता से आते हैं। ये शिव, गुरुनानक, बुद्ध और कबीर से आते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन की इतनी जल्दी तो आज सरकार भंग कर दें
वहीं, सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा- आज प्रधानमंत्री संसद आ रहे हैं, सरकार को भंग कर दीजिए। पूरे देश में एक बार फिर से चुनाव करा दीजिए। अगर वन नेशन वन इलेक्शन की इतनी जल्दी है, तो पूरे देश की सरकारें आज ही भंग कर देनी चाहिए और चुनाव करा लेने चाहिए। उन्होंने यह कमेंट ऐसे समय किया, जब 16 दिसंबर को सरकार लोकसभा में वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ा बिल पेश करेगी। 12 दिसंबर को हाथरस गए थे राहुल गांधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी 12 दिसंबर को हाथरस में रेप पीड़िता के परिवार से मिले थे। इसी साल, 2 जुलाई को लड़की के पिता ने राहुल को चिट्ठी लिखकर कहा था- 4 साल से कैद में हूं। न कोई रोजगार है। न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा। सरकार ने वादे भी पूरे नहीं किए। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल ने X पर लिखा- मुलाकात के दौरान परिवार ने जो बातें बताईं, उसने मुझे झकझोर कर रख दिया। पूरा परिवार आज भी डर के साए में जी रहा है। उनके साथ क्रिमिनल्स के जैसा व्यवहार किया जा रहा। वे लोग स्वतंत्र रूप से कहीं आ-जा नहीं सकते। उन्हें हर समय बंदूक और कैमरों की निगरानी में रखा जाता है। हाथरस में 4 साल पहले 14 सितंबर, 2020 को दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। 29 सितंबर, 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने घरवालों की सहमति के बिना युवती का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया था। मामला देशभर में सुर्खियों में रहा था। यूपी पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच CBI को सौंपी गई थी। ————————- ये खबर भी पढ़ें… प्रियंका गांधी ने संसद में उठाया उन्नाव कांड का मुद्दा, पीड़ित परिवार के दर्द को किया उजागर, मृतका की बहन बोली- योगी सरकार ने नौकरी तक नहीं दी उन्नाव में 2019 में हुए चर्चित दुष्कर्म और हत्या कांड का मामला एक बार फिर चर्चा में आया, जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इसे संसद में उठाया। प्रियंका गांधी ने इस कांड को लेकर पीड़ित परिवार को न्याय न मिलने पर सवाल उठाए। प्रियंका ने कहा कि इस वीभत्स घटना को लेकर अब तक न्याय की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है, और इस मामले में सरकार की नाकामी को उजागर किया। पढ़ें पूरी खबर लोकसभा में शनिवार को नगीना से सांसद चंद्रशेखर और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जमकर सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा- हाथरस में रेप पीड़ित का परिवार घर से निकल नहीं पा रहा। आरोपी खुलेआम घूम कर रोज उन्हें धमका रहे। यूपी में संविधान नहीं, मनुस्मृति लागू है। वहीं, संसद में चर्चा के दौरान आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर का अलग अंदाज देखने को मिला। उनकी सभापति से भी बहस हो गई। उन्होंने यह तक कह दिया कि क्या दलितों को यहां भी बोलने नहीं दिया जाएगा, ये भेदभाव नहीं चलेगा। क्या दलितों को सबसे बाद में बोलने का मौका मिलेगा? चंद्रशेखर बोले- अपनी पार्टी का मेंबर हूं, जीतकर आया हूं
चंद्रशेखर ने कहा- आर्थिक बराबरी के लिए सरकार क्या कर रही है? अमीर और अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। सुबह उठते ही कहीं बम की धमकी मिलती है, तो कहीं दंगे की। ये अमृतकाल है या धमकी काल है। इसी बीच जब सभापति ने उन्हें समय का हवाला दिया तो चंद्रशेखर नाराज हो गए। सभापति ने चंद्रशेखर से कहा, सभी दलीय स्वतंत्र सांसदों को 4 मिनट का समय दिया गया है। इस पर नगीना सांसद नाराज हो गए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा- मैं अपनी पार्टी का मेंबर हूं सर और जीतकर आया हूं। किसी की दया पर नहीं आया। अब पढ़िए राहुल गांधी ने संसद में जो कुछ कहा लड़की का परिवार घर में बंद, आरोपी बाहर घूम रहे
राहुल ने कहा- हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई लड़की का परिवार अपने घर में बंद है। बाहर नहीं जा सकता। अपराधी उनको रोज धमकाते हैं और बाहर घूमते हैं। परिवार ने मुझे बताया कि बेटी का अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। सीएम ने खुलकर मीडिया में झूठ बोला। राहुल ने सवाल किया कि संविधान में कहां लिखा है कि अपराध करने वाले बाहर रहें और जिसका रेप हुआ, उस परिवार को बंद कर दिया जाए। ये मनुस्मृति में लिखा है, आपकी किताब में लिखा है। यूपी में आप कहते हो कि आपका राज है। आपका राज है, तो वहां मनुस्मृति लागू हो रही है। यूपी सरकार ने उन्हें वादा किया था कि हम आपका रि-लोकेशन करेंगे, आपको कहीं और रहने के लिए जमीन देंगे। 4 साल हो गए, उनका रि-लोकेशन नहीं किया गया। उन्होंने फोटो दिखाई कि बाहर निकलने पर बलात्कार करने वाले धमकाते हैं। अगर आप नहीं करोगे तो उनका रि-लोकेशन हम करेंगे। इस दौरान राहुल गांधी ने संसद में संविधान और मनुस्मृति की कॉपी भी लहराई। राहुल ने सावरकर पर साधा निशाना
सावरकर पर बयान के मामले में लखनऊ की कोर्ट ने राहुल गांधी को 10 जनवरी को तलब किया है। इस आदेश के 24 घंटे के अंदर ही राहुल गांधी संसद में सावरकर पर जमकर बरसे। कहा- मैंने इंदिरा जी से पूछा था कि सावरकर पर उनके क्या विचार हैं? इंदिरा जी ने कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया था। उनसे माफी मांगी। इंदिरा जी ने कहा था कि नेहरूजी जेल गए, गांधीजी जेल गए और सावरकर ने माफी मांगी थी। यह उनकी सावरकर पर सोच थी। राहुल ने कहा- भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। यह आपके नेता ने कहा था, जिसकी आप पूजा करते हैं। ये सावरकर के शब्द हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप अपने नेताओं के शब्दों के साथ खड़े होते हैं। जब आप संविधान पर संसद में बात करते हैं, तो आप सावरकर को निराश करते हैं। संविधान हमारे देश की धारणा का एक दस्तावेज
राहुल ने कहा- मेरे पिछले कुछ भाषणों में मैंने अभय मुद्रा पर बात की। निर्भयता की बात की है। लोग संविधान को दुनिया में सबसे लंबा लिखित दस्तावेज कहते हैं। यह हमारे देश की धारणा का एक दस्तावेज है। जब हम संविधान को खोलते हैं, तब हम अंबेडकर, गांधी, नेहरू के विचारों को सुनते हैं। यह विचार आते कहां से हैं। ये हमारी पुरातन संस्कृति और सभ्यता से आते हैं। ये शिव, गुरुनानक, बुद्ध और कबीर से आते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन की इतनी जल्दी तो आज सरकार भंग कर दें
वहीं, सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा- आज प्रधानमंत्री संसद आ रहे हैं, सरकार को भंग कर दीजिए। पूरे देश में एक बार फिर से चुनाव करा दीजिए। अगर वन नेशन वन इलेक्शन की इतनी जल्दी है, तो पूरे देश की सरकारें आज ही भंग कर देनी चाहिए और चुनाव करा लेने चाहिए। उन्होंने यह कमेंट ऐसे समय किया, जब 16 दिसंबर को सरकार लोकसभा में वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ा बिल पेश करेगी। 12 दिसंबर को हाथरस गए थे राहुल गांधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी 12 दिसंबर को हाथरस में रेप पीड़िता के परिवार से मिले थे। इसी साल, 2 जुलाई को लड़की के पिता ने राहुल को चिट्ठी लिखकर कहा था- 4 साल से कैद में हूं। न कोई रोजगार है। न ही रोजगार के लिए कोई बाहर जा पा रहा। सरकार ने वादे भी पूरे नहीं किए। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल ने X पर लिखा- मुलाकात के दौरान परिवार ने जो बातें बताईं, उसने मुझे झकझोर कर रख दिया। पूरा परिवार आज भी डर के साए में जी रहा है। उनके साथ क्रिमिनल्स के जैसा व्यवहार किया जा रहा। वे लोग स्वतंत्र रूप से कहीं आ-जा नहीं सकते। उन्हें हर समय बंदूक और कैमरों की निगरानी में रखा जाता है। हाथरस में 4 साल पहले 14 सितंबर, 2020 को दलित युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। 29 सितंबर, 2020 को युवती ने दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने घरवालों की सहमति के बिना युवती का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया था। मामला देशभर में सुर्खियों में रहा था। यूपी पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हुए तो इसकी जांच CBI को सौंपी गई थी। ————————- ये खबर भी पढ़ें… प्रियंका गांधी ने संसद में उठाया उन्नाव कांड का मुद्दा, पीड़ित परिवार के दर्द को किया उजागर, मृतका की बहन बोली- योगी सरकार ने नौकरी तक नहीं दी उन्नाव में 2019 में हुए चर्चित दुष्कर्म और हत्या कांड का मामला एक बार फिर चर्चा में आया, जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इसे संसद में उठाया। प्रियंका गांधी ने इस कांड को लेकर पीड़ित परिवार को न्याय न मिलने पर सवाल उठाए। प्रियंका ने कहा कि इस वीभत्स घटना को लेकर अब तक न्याय की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है, और इस मामले में सरकार की नाकामी को उजागर किया। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर