बाबासाहेब के ‘जनता’ समाचार पत्र के 3 खंडों का प्रकाशन, सीएम फडणवीस ने किया विमोचन <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के जनता समाचार पत्र के अंग्रेजी खंड चार के मराठी अनुवाद के साथ ही तीन खंड 7, 8 और 9 तथा अंग्रेजी खंड दो के नए संस्करण का मंत्रालय में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विमोचन किया. जनता खंड 7, 8 और 9 का निर्माण डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चरित्र साधना प्रकाशन समिति द्वारा किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैबिनेट हॉल में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, समिति के सदस्य सचिव डॉ. प्रदीप अग्लेवे, सदस्य योगीराज बागुल, जे.वी. पवार, डॉ. संभाजी बिरंजे और अन्य कैबिनेट सदस्य उपस्थित थे.</p>
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<p dir=”ltr” lang=”mr”>डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांच्या ‘जनता’ वृत्तपत्राच्या 3 खंडांचे प्रकाशन<br /><br />मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी आज मंत्रालय, मुंबई येथे डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चरित्र साधने प्रकाशन समितीच्या जनता वृत्तपत्राच्या खंड 7, 8, 9 सह इंग्रजी खंड 4चे मराठी भाषांतर आणि इंग्रजी खंड 2च्या नव्या… <a href=”https://t.co/OXYbyjSXLG”>pic.twitter.com/OXYbyjSXLG</a></p>
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) <a href=”https://twitter.com/CMOMaharashtra/status/1917171199723143544?ref_src=twsrc%5Etfw”>April 29, 2025</a></blockquote>
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<p style=”text-align: justify;”>डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के मार्गदर्शन में 1930 से 1956 तक ‘जनता’ समाचार पत्र प्रकाशित हुआ. ‘जनता’ समाचार पत्र आंबेडकर आंदोलन का एक दस्तावेज है. महाराष्ट्र सरकार ने बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों के महत्व को देखते हुए उनके अप्रकाशित और प्रकाशित साहित्य को पुनः प्रकाशित करने और इसे आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. अब तक डॉ. अंबेडकर चरित्र साधना प्रकाशन समिति ने जनता के 6 खंड प्रकाशित किए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खंडों में क्या होगा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>’जनता’ खंड 7- इस खंड में 12 फरवरी 1938 से 28 जनवरी 1939 तक के कुल 48 अंक शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>’जनता’ खंड 8- इस खंड में 4 फरवरी 1939 से 27 जनवरी 1940 तक के कुल 48 अंक शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>’जनता’ खंड 9- इस खंड में 3 फरवरी 1940 से 1 फरवरी 1941 तक के कुल 48 अंक शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>समाज के वंचित वर्गों के मुद्दों को उठाने के लिए समाचार पत्रों का निर्माण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने पहली किसान हड़ताल का नेतृत्व किया. यह हड़ताल 1928-1934 की अवधि के दौरान चारी (रायगढ़ जिला) गांव में हुई थी. यह हड़ताल सात साल तक जारी रही. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने खोती प्रथा को खत्म करने के लिए भी संघर्ष किया. 17 सितंबर 1937 को बाबासाहेब ने खोती प्रथा को खत्म करने के लिए मुंबई विधानमंडल में एक विधेयक पेश किया. 10 जनवरी 1938 को बाबासाहेब आंबेडकर और कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में 25 हजार किसानों का एक मार्च विधानमंडल तक निकाला गया. बाबासाहेब आंबेडकर ने मूकनायक, बहिष्कृत भारत, जनता, समता आदि पाक्षिक पत्रिकाएँ और समाचार पत्र शुरू किए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इनके माध्यम से उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के मुद्दों को उठाया. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने अछूतों सहित निम्न मध्यम वर्ग को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए 8 जुलाई 1945 को पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की. अंबेडकर ने इस संगठन की ओर से सभी समुदायों के लिए 1946 में मुंबई में सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, 1950 में औरंगाबाद में मिलिंद कॉलेज, 1953 में मुंबई में सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स और 1956 में मुंबई में सिद्धार्थ लॉ कॉलेज की शुरुआत की.</p>
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