देशभर से बड़ी संख्या में लोग क्रिसमस-ईव पर हिल स्टेशन पर पहुंच चुके हैं। आज भी टूरिस्ट क्रिसमस मनाने पहाड़ों का रुख करेंगे। खासकर शिमला में इस बार का क्रिसमस खास रहने वाला है। इसकी दो बड़ी वजह है। पहली वजह- बर्फबारी और दूसरी- रिज पर विंटर कार्निवल का आयोजन। इससे शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट के मनोरंजन में कोई कमी रहने वाली नहीं है और व्हाइट क्रिसमस की आस भी पहले ही पूरी हो चुकी है। कुदरत ने बर्फ के रूप में क्रिसमस गिफ्ट दिया टूरिस्ट हर बार व्हाइट क्रिसमस की आस में शिमला पहुंचता है। मगर क्रिसमस पर कई सालों से बर्फबारी नहीं हो रही थी। इस बार क़ुदरत ने कई सालों बाद बर्फ के रूप में लोगों को क्रिसमस-गिफ्ट दिया है। इससे टूरिस्ट का हिल स्टेशन का टूर पूरी तरह पैसा वसूल रहने वाला है। क्रिसमस के लिए शिमला के सभी चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। इनमें देशभर से पहुंचने वाले लोग आज प्रभु यीशु की पूजा व अराधना करेंगे। चर्च में पहली बार लगेगी पहाड़ी नाटी रिज पर क्राइस्ट चर्च में पहली बार पहाड़ी नाटी लगेगी। पहाड़ की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नाटी डालकर इस पर्व की शोभा बढ़ाएगी। हर साल क्रिसमस पर प्रार्थना सभा और कैरोल गायन होता है। क्राइस्ट चर्च इंचार्ज वीनिता रॉय ने बताया कि क्रिसमस पर लोग सुबह जल्दी उठकर अपने दोस्त व रिश्तेदारों के घर जाकर नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। इसके बाद चर्च आकर प्रभु यीशु की पूजा करते हैं। इस दौरान धन्यवाद और मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रार्थनाएं की जाती हैं। उन्होंने बताया कि चर्च में इस दिन राष्ट्र की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए भी प्रार्थनाएं की जाती हैं। इसके बाद दुखी, बीमार, वृद्ध या अकेले लोगों के पास जाकर खुशी जाहिर कर त्योहार को मनाते हैं। विंटर कार्निवल में ये रहेगा आकर्षण का केंद्र वहीं रिज पर विंटर कार्निवल बीते मंगलवार को शुरू हो गया है। 10 दिनों तक चलने वाले इस विंटर कार्निवल में पंजाबी, बॉलीवुड और लोक गायक शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट का भरपूर मनोरंजन करेंगे। शिमला में चुनी जाएगी मिस कार्निवल इसके अलावा मिस कार्निवल, वॉयस ऑफ शिमला, प्रिंस और प्रिंसेस जूनियर, स्ट्रांगेस्ट यूथ ऑफ शिमला, साइकिलिंग, क्राफ्ट मेला, लिट-फेस्ट जैसे कार्यक्रम भी विंटर कार्निवल का मुख्य आकर्षण रहने वाले हैं। देशभर से बड़ी संख्या में लोग क्रिसमस-ईव पर हिल स्टेशन पर पहुंच चुके हैं। आज भी टूरिस्ट क्रिसमस मनाने पहाड़ों का रुख करेंगे। खासकर शिमला में इस बार का क्रिसमस खास रहने वाला है। इसकी दो बड़ी वजह है। पहली वजह- बर्फबारी और दूसरी- रिज पर विंटर कार्निवल का आयोजन। इससे शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट के मनोरंजन में कोई कमी रहने वाली नहीं है और व्हाइट क्रिसमस की आस भी पहले ही पूरी हो चुकी है। कुदरत ने बर्फ के रूप में क्रिसमस गिफ्ट दिया टूरिस्ट हर बार व्हाइट क्रिसमस की आस में शिमला पहुंचता है। मगर क्रिसमस पर कई सालों से बर्फबारी नहीं हो रही थी। इस बार क़ुदरत ने कई सालों बाद बर्फ के रूप में लोगों को क्रिसमस-गिफ्ट दिया है। इससे टूरिस्ट का हिल स्टेशन का टूर पूरी तरह पैसा वसूल रहने वाला है। क्रिसमस के लिए शिमला के सभी चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। इनमें देशभर से पहुंचने वाले लोग आज प्रभु यीशु की पूजा व अराधना करेंगे। चर्च में पहली बार लगेगी पहाड़ी नाटी रिज पर क्राइस्ट चर्च में पहली बार पहाड़ी नाटी लगेगी। पहाड़ की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नाटी डालकर इस पर्व की शोभा बढ़ाएगी। हर साल क्रिसमस पर प्रार्थना सभा और कैरोल गायन होता है। क्राइस्ट चर्च इंचार्ज वीनिता रॉय ने बताया कि क्रिसमस पर लोग सुबह जल्दी उठकर अपने दोस्त व रिश्तेदारों के घर जाकर नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। इसके बाद चर्च आकर प्रभु यीशु की पूजा करते हैं। इस दौरान धन्यवाद और मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रार्थनाएं की जाती हैं। उन्होंने बताया कि चर्च में इस दिन राष्ट्र की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए भी प्रार्थनाएं की जाती हैं। इसके बाद दुखी, बीमार, वृद्ध या अकेले लोगों के पास जाकर खुशी जाहिर कर त्योहार को मनाते हैं। विंटर कार्निवल में ये रहेगा आकर्षण का केंद्र वहीं रिज पर विंटर कार्निवल बीते मंगलवार को शुरू हो गया है। 10 दिनों तक चलने वाले इस विंटर कार्निवल में पंजाबी, बॉलीवुड और लोक गायक शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट का भरपूर मनोरंजन करेंगे। शिमला में चुनी जाएगी मिस कार्निवल इसके अलावा मिस कार्निवल, वॉयस ऑफ शिमला, प्रिंस और प्रिंसेस जूनियर, स्ट्रांगेस्ट यूथ ऑफ शिमला, साइकिलिंग, क्राफ्ट मेला, लिट-फेस्ट जैसे कार्यक्रम भी विंटर कार्निवल का मुख्य आकर्षण रहने वाले हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट का CPS केस में एक और फैसला:मुख्य संसदीय सचिव की नियुक्ति के एक्ट को निरस्त किया; 2016 की याचिका पर आई जजमेंट हिमाचल हाईकोर्ट ने आज (बुधवार) 6 मुख्य संसदीय सचिव (CPS) मामले में तीसरी याचिका पर भी फैसला सुना दिया है। पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था की याचिका पर जजमेंट सुनाते हुए कोर्ट ने CPS की नियुक्ति के लिए बनाए गए एक्ट को असंवैधानिक बताया और CPS को पदों से हटाने के आदेश दिए। एडवोकेट रजनीश मनिकटाला ने बताया कि पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था ने साल 2016 में पूर्व वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में CPS को चुनौती दी थी। इस पर आज अदालत ने फैसला सुनाया है। बता दें कि कल्पना नाम की एक महिला के अलावा BJP के 11 विधायकों और पीपल फॉर रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस संस्था ने CPS की नियुक्ति को असंवैधानिक बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। कल्पना और बीजेपी के 11 विधायकों की याचिका पर कोर्ट बीते 13 नवंबर को आदेश सुना चुका है, जबकि पीपल फॉर रिस्पांन्सिबल गवर्नेंस संस्था की याचिका पर आज फैसला सुनाया है। 13 नवंबर को ही सीपीएस से सुविधाएं वापस ले चुकी सरकार रजनीश मनिकटाला ने कहा, कोर्ट ऑर्डर के अनुसार, CPS की नियुक्ति गलत है। इसलिए कोर्ट ने इन्हें पदों से हटाने के आदेश दिए है। हालांकि सभी CPS बीते 13 नवंबर के ऑर्डर के बाद ही हट गए हैं। सरकार ने इनसे गाड़ी, दफ्तर, स्टाफ जैसी सुविधाएं भी वापस ले ली है। इन्हें बनाया था CPS मुख्यमंत्री सुक्खू ने रोहड़ू के MLA एमएल ब्राक्टा, कुल्लू के सुंदर सिंह ठाकुर, अर्की के संजय अवस्थी, पालमपुर के आशीष बुटेल, दून के राम कुमार चौधरी और बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल को सीपीएस बनाया था।
हिमाचल में मंत्री पद को लॉबिंग:पद एक, तलबगार अनेक; अवस्थी, सुंदर और संजय रत्न के नाम चर्चा में, कांगड़ा में सियासी चर्चाएं ज्यादा तेज
हिमाचल में मंत्री पद को लॉबिंग:पद एक, तलबगार अनेक; अवस्थी, सुंदर और संजय रत्न के नाम चर्चा में, कांगड़ा में सियासी चर्चाएं ज्यादा तेज हिमाचल प्रदेश में छह मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति रद्द होते ही कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई है। CPS पद से हटाए गए 6 विधायक मंत्री पद को लॉबिंग में जुट गए हैं। पदों से हटने के बाद गुरुवार को संजय अवस्थी और एमएल ब्राक्टा दोनों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से शिमला में मुलाकात की। मंत्री पद को लेकर सबसे ज्यादा सियासी हलचल कांगड़ा जिला में है, क्योंकि कांगड़ा के 2 CPS बाहर हुए हैं। सुक्खू सरकार में अभी सबसे बड़े कांगड़ा जिला से दो ही मंत्री है। पूर्व की जयराम, वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल सरकार में कांगड़ा जिला से तीन-तीन मंत्री बनते रहे है। इसलिए कांगड़ा में तीसरे मंत्री पद को लेकर ज्यादा चर्चाएं है। पदों से हटाए गए CPS में अर्की से विधायक संजय अवस्थी और कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर का नाम मंत्री की रेस में आगे माना जा रहा है। संजय अवस्थी की दावेदारी से आड़े आएंगे क्षेत्रीय समीकरण संजय अवस्थी इस सरकार में CM सुक्खू के सबसे करीबी माने जाते हैं। मगर उनकी ताजपोशी में क्षेत्रीय समीकरण आड़े आ सकते हैं। सोलन जिला में कुल 5 विधानसभा सीटें है। इस जिले से पहले ही धनीराम शांडिल मंत्री है। इसी तरह अर्की विधानसभा हलका शिमला संसदीय क्षेत्र में आता है। इस संसदीय क्षेत्र से सुक्खू सरकार में 6 मंत्री है, जबकि सीएम को मिलाकर कुल 11 मंत्री है। बीते दिनों बगावत और हिमाचल सरकार पर संकट की भी यही सबसे बड़ी वजह रही, क्योंकि हिमाचल सरकार पर सियासी संकट से पहले तक कांगड़ा जिला से केवल एक ही मंत्री बनाया गया था और तब सुधीर शर्मा ने खुलकर बगावत की। इसके बाद सरकार पर सियासी संकट आया था। क्षेत्रीय संतुलन बिगड़ने के डर से दोबारा विरोध की चिंगारी न सुलगे, इस वजह से संजय अवस्थी की दावेदारी कमजोर पड़ सकती है। सुंदर ठाकुर की दावेदार मजबूत वहीं पूर्व CPS एवं कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मंडी संसदीय हलके से आते हैं। कुल्लू जिला से सुक्खू सरकार में एक भी मंत्री नहीं है। इसी तरह मंडी संसदीय क्षेत्र से जगत सिंह नेगी इकलौते मंत्री है। मगर वह ट्राइबल कोटे से मंत्री बने हैं। इस वजह से सुंदर सिंह ठाकुर की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है। यह अब सुक्खू पर निर्भर करेगा कि वह मंडी संसदीय हलके या फिर कांगड़ा को मंत्री पद देते हैं। ज्वालामुखी से संजय रत्न भी दावेदार प्रदेश की सत्ता की चाबी तय करने वाले कांगड़ा जिला की बात करें तो ज्वालामुखी से विधायक संजय रत्न को कैबिनेट मंत्री का अच्छा दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि कांगड़ा जिला दो मंत्री चंद्र कुमार और यादवेंद्र गोमा पहले ही मंत्री बनाए जा चुके है। भवानी सिंह पठानिया और केवल सिंह पठनिया को सीएम सुक्खू ने कैबिनेट रैंक दे रखा है। इसलिए संजय रत्न पर सहमति बन सकती है। संजय रत्न पर सहमति नहीं बनती है तो पूर्व सीपीएस आशीष बुटेल को भी मंत्री बनाया जा सकता है। बगावत से बचने के लिए CM को देना होगा राजनीतिक सूझबूझ का परिचय राजनीति के जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री सुक्खू को सोच समझकर क्षेत्रीय संतुलन बिठाना होगा, क्योंकि उन पर पहले भी मित्र मंडली को खुश करने के आरोप लगते रहे है। विपक्ष को बार बार मित्रों की सरकार बोलता रहा है। हिमाचल सरकार पर संकट के दौरान इस तरह की आवाजें कांग्रेस संगठन के भीतर से भी गूंजी थी। इसलिए सीएम सुक्खू को राजनीतिक दृष्टि से सूझबूझ वाला निर्णय लेना होगा। ऐसा नहीं किया तो बगावत की चिंगारी फिर से भड़क सकती है। कमलेश ठाकुर और अनुराधा भी चर्चा में सियासी गलियारों में महिला मंत्री को लेकर भी चर्चाएं है। इस सरकार में सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर और लाहौल स्पीति से अनुराधा राणा विधायक विधायक है। मगर दोनों पहली बार चुनाव जीती हैं। महिला को विधायक बनाए जाने की चर्चाएं जरूर है, लेकिन इनका अनुभव आड़े आ सकता है। यदि कमलेश ठाकुर मंत्री बनती है तो कांगड़ा जिला को तो मंत्री पद मिल जाएगा, लेकिन सीएम सुक्खू पर इससे सवाल खड़े हो सकते हैं।
हिमाचल की बनैर खड्ड में फंसे छह पर्यटक:गर्मी से बचने के लिए नहाने उतरे, अचानक जल स्तर बढ़ा, सुरक्षित रेस्क्यू
हिमाचल की बनैर खड्ड में फंसे छह पर्यटक:गर्मी से बचने के लिए नहाने उतरे, अचानक जल स्तर बढ़ा, सुरक्षित रेस्क्यू हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की बनैर खड्ड में आज सुबह छह पर्यटक नहाने के लिए उतर गए। इस दौरान अचानक खड्ड का जल स्तर बढ़ गया और सभी पर्यटक खड्ड के बीचोबीच फंस गए। कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों का रेस्क्यू किया। सूचना के अनुसार, महाराष्ट्र के लोनावाला से हिमाचल घूमने पहुंचे पर्यटक सुबह करीब 9 बजे बनैर खड्ड पहुंचे और गर्मी से बचने के लिए नहाने लग गए। अचानक जल स्तर बढ़ता देख सभी घबरा गए और भाग नहीं सके। इसके बाद स्थानीय लोगों ने सभी को सुरक्षित रेस्क्यू किया। हिमाचल सरकार बार बार पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को भी नदी नालों और लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की अपील कर रही है। मगर कुछ पर्यटकों पर इसका असर नहीं पड़ रहा। सरकार की एडवाइजरी नजरअंदाज कर रहे पर्यटक सरकार की एडवाइजरी को नजरअंदाज करके टूरिस्ट नदियों में उतर रहे हैं। ऊंचे पहाड़ों पर बारिश होने की वजह से नदी-नालों का अचानक जल स्तर अचानक बढ़ जाता है। इससे पर्यटक फंस जाते है। कांगड़ा की बनैर खड्ड में भी ठीक वैसी हुआ, क्योंकि कांगड़ा में बीती रात से ही बारिश हो रही है। कांगड़ा में 75.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। धर्मशाला, पालमपुर, मैक्लोड़गंज इत्यादि क्षेत्रों में भी बारिश हुई है। आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने आज भी पांच जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। अगले छह दिन तक बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। कुछ पर्यटक भी जान जोखिम में डाल रहे है।