केंद्र सरकार से अपनी मांगो को लेकर भूख हड़ताल पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आज 8वां दिन हैं, और उनकी भूख हड़ताल जारी है। इस बीच डल्लेवाल के परिवार को उनकी चिंता सता रही है। देर रात जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए उनकी बहन खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। जहां उन्होंने डल्लेवाल को गले लगाकर हालचाल जाना। साथ ही उन्हें आ रही दिक्कतों पर चर्चा की। इस बीच दोनों भावुक हो गए और दोनों की आंखे नम हो गई थी। बता दें कि डल्लेवाल को एक बार पंजाब पुलिस करीब 96 घंटे तक अपने हिरासत में रख चुकी है। ऐसे में किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों संभाल रहे हैं। डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मुझे रात में खनौरी बॉर्डर से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने और अन्य जांच करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरण व्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिस वालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानों का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं। जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया। हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। इस जत्थे में सिर्फ पंजाब-हरियाणा ही नहीं, देशभर से 6 राज्यों के किसान शामिल होंगे। केंद्र सरकार से अपनी मांगो को लेकर भूख हड़ताल पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आज 8वां दिन हैं, और उनकी भूख हड़ताल जारी है। इस बीच डल्लेवाल के परिवार को उनकी चिंता सता रही है। देर रात जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए उनकी बहन खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। जहां उन्होंने डल्लेवाल को गले लगाकर हालचाल जाना। साथ ही उन्हें आ रही दिक्कतों पर चर्चा की। इस बीच दोनों भावुक हो गए और दोनों की आंखे नम हो गई थी। बता दें कि डल्लेवाल को एक बार पंजाब पुलिस करीब 96 घंटे तक अपने हिरासत में रख चुकी है। ऐसे में किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों संभाल रहे हैं। डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मुझे रात में खनौरी बॉर्डर से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने और अन्य जांच करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरण व्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिस वालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानों का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं। जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया। हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। इस जत्थे में सिर्फ पंजाब-हरियाणा ही नहीं, देशभर से 6 राज्यों के किसान शामिल होंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:पत्नी बोली-फैक्ट्री मालिक ने लगाया था चोरी का आरोप,गुंडों ने मारपीट कर छत्त से फेंका पंजाब के लुधियाना में छत्त से गिरने के बाद एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में देर रात सीएमसी अस्पताल उपचार दौरान मौत हो गई। मृतक व्यक्ति की पत्नी ने फैक्ट्री मालिक पर गंभीर आरोप लगाए है। उसने कहा कि फैक्ट्री मालिक ने उसके पति पर चोरी के आरोप लगाए थे। मृतक का नाम राजू (32) है। उसके दो बेटियां है। राजू होजरी फैक्ट्री में सुपरवाइज़र था। फैक्ट्री मालिक ने खुलवाया था राजू के नाम पर खाता पत्नी सोनम ने कहा कि वह जस्सियां रोड के रहने वाले है। उसके पति राजू के नाम पर फैक्ट्री मालिक ने कोई खाता खुलवाया था। उस खाता में करीब 80-90 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन भी हुआ है। उसके पति ने ये सारी बात शिव सेना भारत वंशी के नेता विशाल को बताई थी। सोनम मुताबिक राजू ने जब फैक्ट्री मालिक को काम छोड़ने के बारे कहा तो उसने उसके साथ मारपीट की। मंगलवार घर पर थार, फॉर्च्यूनर कार और बाइक पर कुछ लोग आए। जिन्होंने राजू के साथ मारपीट की और उसे छत्त से गिरा दिया। बिना मामला दर्ज किए 4 दिन राजू को थाना में था रखा शिव सेना नेता विशाल ने कहा कि राजू ने उसे बताया था कि उसके नाम पर खाता खुलवाकर फैक्ट्री मालिक हेर-फेर कर रहा है। जब उसने काम छोड़ने की बात उससे की तो उसने उससे मारपीट की। उस पर चोरी के आरोप लगाकर उसे थाना जोधेवाल बस्ती में 4 दिन तक बंद रखा। राजू पर कोई मामला उस समय दर्ज नहीं हुआ था। 3 करोड़ की चोरी के मालिक ने लगाए थे आरोपी विशाल मुताबिक राजू ने उसे बताया था कि उसके मालिक ने उस पर 3 करोड़ रुपए की चोरी की है। फैक्ट्री मालिक राजू पर दबाव बना रहा था कि वह अपने दोनों घर उसके नाम पर कर दे नहीं तो वह उसे जान से मरवा देगा। विशाल ने कहा कि जिस वह राजू को बस्ती जोधेवाल से छुड़वा कर लाए थे उस समय की उसकी वीडियो भी उनके पास पड़ी है जिसमें राजू ने अपनी आप बीती कही है। राजू और उसके परिवार को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। आज राजू के घर पर थार, फॉर्च्यूनर और दो मोटरसाइकिल कुछ लोग आए थे। विशाल ने कहा कि परिवार के उन लोगों ने राजू को पीट कर छत्त से फेंका है। राजू को सिविल अस्पताल लेकर गए लेकिन हालत गंभीर देख सीएमसी दाखिल करवाया लेकिन राजू की मौत हो गई। घटना का पता चलते ही थाना सलेम टाबरी की पुलिस मौके पर पहुंची। एसएचओ बिट्टन कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
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पंजाब की SHO ने DSP पर लगाए हैरेसमेंट के आरोप:बोलीं- झूठे केस में फंसाकर सस्पेंड करवाया; कोरोना वॉरियर रह चुकी लेडी इंस्पेक्टर पंजाब पुलिस की कोरोना वॉरियर रहीं लेडी इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने DSO रमनदीप सिंह पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए हैं। एक दिन पहले अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल को 5 लाख रुपए लेकर नशा तस्करों को छोड़ने के आरोप में सस्पेंड किया गया था। अर्शप्रीत ने DSP रमनदीप और SP बाल कृष्ण सिंगला पर रंजिश रखने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत मोगा SSP और DGP से करेंगी। अर्शप्रीत ने कहा कि वह इस मामले को हाईकोर्ट, पंजाब महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग तक लेकर जाएंगी। साथ ही उन्होंने मांग की है कि पंजाब सरकार उनके बयानों को मानें। दूसरी तरफ इस मामले में मोगा पुलिस जिला प्रशासन ने चुप्पी साधी हुई है। कई सीनियर पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया गया, लेकिन किसी ने फोन तक नहीं उठाया। अब जानिए अर्शप्रीत की पोस्ट की अहम बातें 1- मामला झूठा और तुच्छ है हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। मेरे खिलाफ झूठा और तुच्छ मामला दर्ज किया गया है। मैं आश्चर्यचकित हूं कि कैसे डीएसपी को बचाने के लिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के प्रयास को झूठी एफआईआर में बदल दिया गया। इसकी योजना बनाई गई और साजिश रची गई। 2- काश समय रहते आवाज उठाई होती काश मैंने इसे समय रहते डीजीपी सर, एसएसपी सर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया होता। मैं शांत थी, अपने परिवार की प्रतिष्ठा का ख्याल रखते हुए और पिछले 10 वर्षों से पुलिस परिवार का हिस्सा होने के नाते, मैंने एसएसपी सर को यह बताने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पहले ही एसपी-डी सर बाल कृष्ण सिंगला और DSP सर रमनदीप द्वारा बहका दिया गया था। 3- अंदाजा नहीं था कि ना कहने पर ये होगा मुझे कभी इस बात का अंदाजा नहीं था कि गलत काम करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ डीडीआर प्रविष्टि डालना और डीएसपी रमनदीप सिंह को ना कहना मुझे इस स्थिति में डाल देगा। 4- पंजाब सरकार से लगाई गुहार
दो मामले हैं जिन्हें मैं जनता और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा करना चाहती हूं, मुझे उम्मीद है कि एसएसपी सर मोगा और पंजाब सरकार इसे गंभीरता से लेगी और मैं माननीय उच्च न्यायालय, पंजाब महिला आयोग और भारतीय महिला आयोग से अपील करती हूं कि कृपया इस मामले में स्वत: संज्ञान लें और इसे मेरा बयान मानें। अर्शप्रीत ने इन दो मामलों का किया जिक्र 1- बाली मर्डर केस में बात नहीं मानने पर किया परेशान पोस्ट में अर्शदीप ने लिखा- गांव डाला में एक कांग्रेसी व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और यह बाली मर्डर केस के रूप में मशहूर था, जिसमें पहले 4 आरोपी थे और बाद में 8 से 9 आरोपी थे, जिन पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मुझे तत्कालीन एसएसपी मोगा, एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला और अन्य अधिकारियों ने कार्यालय में बुलाया और 4 आरोपियों का डिस्चार्ज एप्लिकेशन देने के लिए कहा गया, हालांकि जब मैंने पूरे मामला का जिक्र करते हुए डीडीआर प्रविष्टि डाली तो कुछ दिनों बाद मुझे परेशान किया जाने लगा। एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला ने बयान दर्ज करने के लिए मुझे कई बार अपने कार्यालय में बुलाया। और मुझे कहा- “तू याद रखेगी वी डीडीआर एंट्री किवे पाई दी है”। मुझे कभी नहीं पता था कि अपना व्यक्तिगत बदला लेने के लिए वह इस हद तक जाएंगे और एसएसपी सर को मेरे खिलाफ भड़काएंगे और मेरे खिलाफ यह झूठी FIR दर्ज करवाई जाएगी। 2- यौन उत्पीड़न का प्रयास किया दूसरा मामला पिछले रविवार का है जब हम एक धर्मकोट के पास कैफ़े में पहुंचे वहां पर संयोग से डीएसपी धर्मकोट रमनदीप सिंह और एसएचओ मिली। इस दौरान डीएसपी रमनदीप सिंह ने मुझसे ऑफिस आकर मिलने को कहा। जैसे ही मैं वहां पहुंची, कार्यालय बंद हो गया और ताला लगा दिया गया। थोड़ी देर बाद डीएसपी रमनदीप वहां पर पहुंचे और उन्होंने अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा- हमारे बीच बहुत कुछ समान है, आपके लुक और काम के तरीके ने मुझे आकर्षित किया है। इस दौरान उन्होंने मुझे छूने की कोशिश की और जब मैंने इसका विरोध किया तो वो मुझे सॉरी कहने लगे। मैंने उसी पल डीएसपी रमनदीप से कहा कि मैं एसएसपी साहब और जरूरत पड़ी तो डीजीपी सर से शिकायत करूंगी। मिलने गई तो एसएसपी ने नहीं सुनी बात
अगले दिन मैं एसएसपी से मिलने के लिए गई लेकिन पहले से ही एसपी ने उन्हें मेरे खिलाफ भड़काया हुआ था। यही कारण रहा कि जैसे ही मैं शिकायत करने के लिए उनके पास पहुंची तो उन्होंने कहा- आपके खिलाफ शिकायतें आ रही हैं और मैं चेक करूंगा। फिर मुझे जाने के लिए कहा। लेकिन फिर भी मुझे कभी नहीं पता था कि डीएसपी को यौन उत्पीड़न के अपराधों से बचाने के लिए और एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला के खिलाफ डीडीआर प्रविष्टि डालने के सजा देने के लिए वो इस हद तक जाएंगे। जानिए क्या है पूरा मामला SHO ने नाके पर नशा तस्कर पकड़े थे मोगा के DSP रमनदीप सिंह की ओर से कोट इसे खां थाने में दर्ज कराई FIR के मुताबिक, कोट इसे खां थाने में तैनात SHO अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने 1 अक्टूबर को नाके पर एक नशा तस्कर को पकड़ा। उसका नाम अमरजीत सिंह था। वह कोट इसे खां में दातेवाला रोड का रहने वाला था। तलाशी के दौरान आरोपी से 2 किलो अफीम बरामद हुई। इस कार्रवाई में SHO अर्शप्रीत कौर के साथ कोट इसे खां थाने के मुंशी गुरप्रीत सिंह और बालखंडी चौकी के मुंशी राजपाल सिंह भी शामिल थे। इन्होंने जब आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि उसके साथ नशे की तस्करी में उसका बेटा गुरप्रीत सिंह और भाई मनप्रीत सिंह भी शामिल थे। 3 किलो अफीम और बरामद हुई, लेकिन रिकॉर्ड नहीं बनाया इसके बाद पुलिस ने अन्य दोनों आरोपियों की भी तलाश शुरू की और उन्हें पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर हिरासत में ले लिया। उनसे जब पूछताछ की तो 3 किलो और अफीम का खुलासा हुआ। पुलिसकर्मियों ने वह अफीम भी जब्त की, लेकिन इसकी कोई FIR दर्ज नहीं हुई। पुलिस ने केवल 2 किलो अफीम बरामद होने का ही मुकदमा दर्ज किया। इसी बीच किसी व्यक्ति के जरिए आरोपी तस्करों ने SHO अर्शदीप कौर से संपर्क किया और आरोपियों को छोड़ने की एवज में पैसे ऑफर किए। SHO ने ऑफर पर तोलमोल करते हुए 8 लाख रुपए की डिमांड की। 8 लाख में सौदा हुआ, 5 लाख ले लिए
आरोपियों ने 5 लाख रुपए इंस्पेक्टर को दे दिए, जिन्हें मुंशियों और SHO ने आपस में बांट लिया। इसके बाद 2 आरोपियों गुरप्रीत और मनप्रीत को छोड़ दिया। DSP रमनदीप के अनुसार, किसी मुखबिर ने इस मामले की जानकारी उन्हें दी। इसके बाद DSP ने मामले की जांच की और तीनों पुलिस वालों पर FIR दर्ज कराई। DSP ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। साथ ही जो 2 आरोपी गुरप्रीत और मनप्रीत फरार हैं, उन्हें पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। साथ ही आरोपी पुलिसवालों के पिछले रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। डीजीपी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने कहा- हमारी पॉलिसी के हिसाब से मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा- मैं अभी 24 जिलों का एसएसपी नहीं हूं। मगर केस में किसी प्रकार से किसी भी अधिकारी के साथ गलत नहीं होगा, ये मेरी जिम्मेदारी है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा- जांच में जो भी अधिकारी आरोपी पाया जाएगा, उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। कोई भी आरोपी व्यक्ति कार्रवाई से वंचित नहीं रहेगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री बिट्टू बोले- किसान नेता तालिबान, खाद लूटी:इनकी प्रॉपर्टी की जांच कराएंगे; पंधेर का चैलेंज- मोदी-शाह थक चुके, ये करवाकर दिखाएं
केंद्रीय राज्य मंत्री बिट्टू बोले- किसान नेता तालिबान, खाद लूटी:इनकी प्रॉपर्टी की जांच कराएंगे; पंधेर का चैलेंज- मोदी-शाह थक चुके, ये करवाकर दिखाएं केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने किसान नेताओं को तालिबान कह दिया। बिट्टू ने कहा कि ये खाद लूट रहे हैं, ये तालिबान बन गए। सरकार किसान नेताओं की प्रॉपर्टी की जांच कराएगी। इनके पास नेता बनने से पहले और बाद में कितनी प्रॉपर्टी हुई। इस पर किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन पंधेर ने पलटवार करते हुए कहा कि मणिपुर में भाजपाइयों ने जो किया, असली तालिबान तो ये लोग खुद हैं। पंधेर ने चैलेंज भी किया कि वह किसान नेताओं की जांच करके दिखाएं। उन्होंने बिट्टू को बयान पर माफी मांगने के लिए कहा। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू की 3 अहम बातें 1. भाजपा का विरोध किसान नहीं नेता कर रहे
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा- किसान कोई विरोध नहीं कर रहा। किसान भाजपा के साथ है। सिर्फ लीडर विरोध कर रहे हैं। किसान के पास कहां टाइम है। किसान मंडियों में है। उसके बाद गेहूं की बिजाई में व्यस्त हो जाएगा। यह लीडर हैं, जो भेजे जाते हैं। कोई बात नहीं, हमारा भी इलेक्शन में विरोध किया। 2. किसान लीडरों की जांच कराएंगे, ये आढ़ती, इनके शैलर चल रहे
किसान यूनियन के कई बड़े लीडर बने हैं, इनकी जांच कराएंगे। उनकी जमीनों की जांच होगी। उनकी किसान लीडर बनने से पहले और बाद में कितनी जमीन-जायदाद बनी है। कौन सा ऐसा किसान नेता है, जो आढ़तिया नहीं या फिर उनके शैलर नहीं हैं। 3. खाद की ट्रेन लूटी, ये तालिबानी
कहीं ट्रेन लूट ली। खाद भी तो किसी जमींदार को मिलनी है। ये कहते हैं यहां नहीं वहां जाएगी। ये तो तालिबान बन गए। कहीं तो यह काम रोकना पड़ेगा। आने वाले दिनों में किसान भाजपा को ठोक कर वोट डालेगा। किसान को पता है कि किसानों का सुधार केंद्र सरकार से ही हो सकता है। उनके पास पैसे के गफ्फे हैं। किसान नेता सरवन पंधेर ने पलटवार में कही 5 अहम बातें 1. मोदी-शाह जोर लगाकर थक गए, बिट्टू को जांच से किसने रोका?
किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि किसान नेताओं की जांच होनी चाहिए। वह किसान नेताओं को तालिबान बता रहे हैं। मैं कहूंगा कि बिट्टू की पार्टी 11 साल से सत्ता में है। मोदी और अमित शाह तो जोर लगाकर थक गए। कोई किसान नेता गलत लगता है तो जांच करने से किसने रोका है?। मैं चैलेंज करता हूं कि इसकी जांच करा लो। इसके लिए उपचुनाव खत्म होने का इंतजार क्यों कर रहे हो। 2. पूरे देश में DAP की कमी, ये घिर गए
पंधेर ने कहा कि पूरे देश में DAP खाद का क्राइसिस है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और हरियाणा में खाद नहीं मिल रही। इस मामले पर ये बुरी तरह से घिरे हुए हैं। लोगों को पता चल गया कि इस बार 83, 238 हजार करोड़ की सब्सिडी इन्होंने घटा दी। गोदामों का 15 लाख MT का कोटा खत्म हो गया है। बाहर से खाद मंगाई नहीं है। 3. पंजाब से चावलों की लिफ्टिंग नहीं, किसानों से साजिश
इस साल केंद्र ने पंजाब के शैलरों से चावलों की लिफ्टिंग नहीं की। इस बार जो चावल बाहर गए हैं, शेलर एसोसिएशन का कहना है कि बाहर भेजने से पहले 4 बार सैंपलिंग होती है और फिर विदेश में जाकर फेल हो जाते हैं। यह पंजाब के किसानों के साथ साजिश है। 4. पराली के लिए सिर्फ किसान दोषी क्यों, इंडस्ट्री-गाड़ियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
केंद्र सरकार पराली पर सिर्फ किसानों को दोषी क्यों मानती है। किसानों पर जुर्माने डबल क्यों करवा दिए। पंजाब के अफसरशाही पर दबाव डाल रहे कि किसानों को घेरो। केंद्र सरकार 51% इंडस्ट्री पर कार्रवाई क्यों नहीं करती। 25% ट्रैफिक के संसाधनों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?। प्रदूषण के लिए और भी जिम्मेदार हैं। 5. कांग्रेस में रहते बिट्टू हमारा बचाव करते थे
बिट्टू साहब बुरी तरह से घिरे हुए हैं। बिट्टू वह हैं जो आज से 6 महीने पहले कांग्रेस में रहते वक्त हमारा बचाव करते थे। कैप्टन अमरिंदर भी हमारे साथ खड़े होते थे। आज BJP में जाकर अपनी बोली बदल ली। नागपुर की ट्रेनिंग जबरदस्त है। बिट्टू को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। अगर पंजाब के किसानों को खाद नहीं मिल रही। साधारण किसान विरोध कर रहे हैं। अगर किसी चुनाव वाले क्षेत्र में खाद जा रही है और किसानों ने विरोध किया कि खाद वहां नहीं जानी चाहिए तो उसे तालिबान बता रहे हो। मणिपुर में क्या किया, तालिबान तो भाजपा वाले हैं।