पंजाब के खन्ना के गांव इकोलाहा में आम आदमी पार्टी किसान विंग अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी को गोलियां मारकर हत्या करने का वीडियो सामने आया। सीसीटीवी से पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। आरोपी इसी गांव का बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं कि मर्डर की वजह क्या रही और कितने लोग इस हत्या कांड में शामिल हैं। पहले से रास्ते में खड़ा था हत्यारा सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि जब स्कूटी पर तरलोचन सिंह अपने खेत से घर की तरफ जा रहा था, तो सुआ पटरी के पास पहले से मोड़ पर हत्यारा खड़ा था। जिसने पास आते ही तरलोचन को गोली मार दी। जिससे तरलोचन जमीन पर गिर गया। उसके बाद आरोपी ने दो गोलियां और मारी। फायरिंग के बाद आरोपी फरार हो गया। डीआईजी जायजा लेने पहुंचे AAP नेता मर्डर केस में लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर सोमवार की रात जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने एसएसपी अश्विनी गोत्याल के साथ घटनास्थल पर मामले की जांच की। इसके बाद सिविल अस्पताल खन्ना ने आकर भी जायजा लिया। हत्या की सूचना के बाद विधायक तरूणप्रीत सिंह सौंध भी मौके पर पहुंचे थे। खेत से लौटते मारी गोलियां खन्ना में आम आदमी पार्टी किसान विंग के अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी (56) का गोलियां मारकर मर्डर कर दिया गया। सोमवार शाम को तरलोचन जब अपने खेत से घर लौट रहे थे तो किसी ने गोलियां मार दी। लहूलुहान हालत में तरलोचन जब गांव की सड़क किनारे पड़े थे तो उनका बेटा गांव के लोगों समेत उन्हें सिविल अस्पताल लेकर आया। वहां डाक्टरों ने तरलोचन सिंह को मृत घोषित कर दिया था। सरपंच चुनाव लड़ने की थी तैयारी जानकारी के अनुसार तरलोचन सिंह ने पिछली बार भी गांव में सरपंच का चुनाव लड़ा था। लेकिन हार गए थे। कुछ समय पहले वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। पार्टी की तरफ से उन्हें किसान विंग का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके साथ ही तरलोचन सिंह गांव में सरपंच का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उनका मर्डर कर दिया गया। तरलोचन के बेटे हरप्रीत सिंह हैप्पी ने बताया कि उनके पिता सड़क किनारे खून से लथपथ पड़े थे। उन्हें किसी ने गोली मार दी। रंजिश में यह मर्डर किया गया है। पंजाब के खन्ना के गांव इकोलाहा में आम आदमी पार्टी किसान विंग अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी को गोलियां मारकर हत्या करने का वीडियो सामने आया। सीसीटीवी से पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। आरोपी इसी गांव का बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं कि मर्डर की वजह क्या रही और कितने लोग इस हत्या कांड में शामिल हैं। पहले से रास्ते में खड़ा था हत्यारा सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि जब स्कूटी पर तरलोचन सिंह अपने खेत से घर की तरफ जा रहा था, तो सुआ पटरी के पास पहले से मोड़ पर हत्यारा खड़ा था। जिसने पास आते ही तरलोचन को गोली मार दी। जिससे तरलोचन जमीन पर गिर गया। उसके बाद आरोपी ने दो गोलियां और मारी। फायरिंग के बाद आरोपी फरार हो गया। डीआईजी जायजा लेने पहुंचे AAP नेता मर्डर केस में लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर सोमवार की रात जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने एसएसपी अश्विनी गोत्याल के साथ घटनास्थल पर मामले की जांच की। इसके बाद सिविल अस्पताल खन्ना ने आकर भी जायजा लिया। हत्या की सूचना के बाद विधायक तरूणप्रीत सिंह सौंध भी मौके पर पहुंचे थे। खेत से लौटते मारी गोलियां खन्ना में आम आदमी पार्टी किसान विंग के अध्यक्ष तरलोचन सिंह उर्फ डीसी (56) का गोलियां मारकर मर्डर कर दिया गया। सोमवार शाम को तरलोचन जब अपने खेत से घर लौट रहे थे तो किसी ने गोलियां मार दी। लहूलुहान हालत में तरलोचन जब गांव की सड़क किनारे पड़े थे तो उनका बेटा गांव के लोगों समेत उन्हें सिविल अस्पताल लेकर आया। वहां डाक्टरों ने तरलोचन सिंह को मृत घोषित कर दिया था। सरपंच चुनाव लड़ने की थी तैयारी जानकारी के अनुसार तरलोचन सिंह ने पिछली बार भी गांव में सरपंच का चुनाव लड़ा था। लेकिन हार गए थे। कुछ समय पहले वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। पार्टी की तरफ से उन्हें किसान विंग का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके साथ ही तरलोचन सिंह गांव में सरपंच का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उनका मर्डर कर दिया गया। तरलोचन के बेटे हरप्रीत सिंह हैप्पी ने बताया कि उनके पिता सड़क किनारे खून से लथपथ पड़े थे। उन्हें किसी ने गोली मार दी। रंजिश में यह मर्डर किया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर के बाजार में लगी आग:आधा दर्जन दुकानें जली, दुकानदारों ने बाजार किया बंद, सांसद ने दिया मदद का भरोसा
गुरदासपुर के बाजार में लगी आग:आधा दर्जन दुकानें जली, दुकानदारों ने बाजार किया बंद, सांसद ने दिया मदद का भरोसा गुरदासपुर के अमामवाड़ा बाजार में रविवार की रात करीब 9 बजे उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक-एक कर छह दुकानें आग की चपेट में आ गईं। दुकानदारों के मुताबिक शॉर्ट सर्किट से लगी इस आग से दुकानों में रखा करोड़ों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। फायर ब्रिगेड देर से पहुंची और जब पहुंची तो आग पर ठीक से काबू पाने में नाकाम रही। जिससे आग सभी दुकानों में फैल गई। दुकानदारों ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें रात करीब नौ बजे अमामवाडा बाजार की दुकानों में आग लगने की सूचना मिली। जिसके तुरंतर बाद उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। पहले तो दमकल की गाड़ियां देर से पहुंची, लेकिन फिर भी उनके पास आग बुझाने के पूरे इंतजाम नहीं थे जिसके कारण आग तेजी से फैली और छह दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने से हर दुकानदार का 15 से 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है और कुल नुकसान करोड़ों में है। शार्ट सर्किट से लगी आग दुकानदार इस बात से भी नाराज हैं कि लगातार शॉर्ट सर्किट के कारण दुकानों में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। जिससे आक्रोशित दुकानदारों ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले बाजार की सभी दुकानें बंद कर दी। बाजार के सभी प्रवेश द्वारों को रस्सियों से बंद कर दिया। बाजार में वाहनों का प्रवेश भी बंद कर दिया गया। दुकानदारों की मांग है कि पीड़ित दुकानदारों को मुआवजा दिया जाए। प्रशासिनक अधिकारियों ने नहीं ली सुध उधर, गुरदासपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रधान विकास महाजन ने कहा कि शॉर्ट सर्किट से लगी आग से शहर के व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। प्रशासन मुआवजे की फाइलें मंगवाता है, लेकिन अभी तक किसी को मुआवजा नहीं दिया गया है। आग की घटनाओं से हुए नुकसान से दुकानदार एक बार से अर्श से फर्श पर आ गए हैं, लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि विरोध स्वरूप आज बाजार बंद रखा गया है, और जब तक कोई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आकर दुकानदारों से बात नहीं करेगा तब तक बाजार नहीं खुलेगा। सांसद ने दिया मदद का भरोसा इस घटना के बाद सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा और पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉरपोरेशन के चेयरमैन रमन बहल दुकानदारों से मिलने पहुंचे। उन्होंने दुकानदारों से बात की और दुकानदारों की मदद करने का आश्वासन दिया। रंधावा ने कहा कि वे इस मुश्किल घड़ी में दुकानदारों के साथ हैं और जल्द ही जिला प्रशासन के साथ बैठक कर इस नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर पंजाब के मुख्यमंत्री को भेजेंगे। रंधावा ने कहा कि नगर कौसिल की ओर से आग बुझाने में दुकानदारों की काफी मदद की गई। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर जिला प्रशासन से भी बात की है और दुकानदारों की हर संभव मदद की जाएगी।
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सरकार खोले रास्ता, हमने नहीं रोका:शंभू बॉर्डर खोलने का मामला, किसानों और प्रशासन की दूसरी मीटिंग भी रही बे नतीजा पिछले 6 महीने से बंद पड़े शंभू बॉर्डर को खोलने के लिए आज (रविवार) किसानों और प्रशासन के बीच एक अहम पटियाला पुलिस लाइन में दूसरी मीटिंग हुई। इस मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला। मीटिंग में पंजाब व हरियाणा सरकार के पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। मीटिंग के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमने कोई रास्ता बंद नहीं किया। रास्ता हरियाणा व केंद्र सरकार की तरफ से बंद किया गया है। ऐसे में सरकार को शंभू बार्डर खोलना चाहिए। हमने प्रशासन के सामने अपनी बातें रखी है। उन्होंने कहा कि अदालत में केस हम लेकर नहीं गए हैं, यह तो सरकार गई है। हमने प्रशासन के सामने मांग रख दी है। वहीं, उन्होंने कहा कि हरियाणा चाहता है कि किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियां लेकर दिल्ली न जाए। लेकिन वह बिना ट्रैक्टर ट्रॉली दिल्ली नहीं जाएंगे। हम पहले दिन से अपनी बात उन्हें साफ कर चुके है। इसके अलावा मीटिंग को लेकर एजेंडा नहीं था। वहीं, इस मीटिंग जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल नहीं हुए। इससे पहले 21 तारीख को भी इस मामले को लेकर मीटिंग हुई थी। 31 अगस्त के संघर्ष की बनाई रणनीति किसान नेता सरबजीत सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल मीटिंग में शामिल होने से पहले पटियाला में स्थित गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में पहुंचे थे। जहां पर किसानों की अन्य जत्थेबंदियों से वह मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने 31 अगस्त को शंभू बार्डर समेत 3 जगह पर किए जाने वाले प्रदर्शन को लेकर रणनीति बनाई गई है। किसानों का साफ कहना है कि वह भी चाहते हैं कि रास्ता सबके लिए खोला चाहिए। रास्ता हरियाणा सरकार ने बंद किया है। इस वजह से हर वर्ग के लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कहा कि प्रशासन की नीयत में खोट है। प्रशासन को नहीं केंद्र को मीटिंग की पहल करनी चाहिए। वहीं, इस मामले की सुनवाई अब 2 सितंबर को शीर्ष अदालत में होनी है। इसी कड़ी में यह मीटिंग की जा रही है। SC ने मीटिंग जारी रखने के दिए थे आदेश शंभू बॉर्डर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों सरकारों को किसानों के साथ बैठकें जारी रखने के आदेश दिए थे। वहीं, पंजाब को 3 दिन में अन्य कमेटी सदस्यों के नाम देने को भी कहा है। वहीं, इस मीटिंग की रिपोर्ट अगली मीटिंग में सुप्रीम कोर्ट में रखी जाएगी।
निहंगों ने शिवसेना नेता को तलवारों से काटा,लुधियाना बंद रद्द:पुलिस बोली- 2 गिरफ्तार, बुड्ढा दल से जुड़े हुए; थापर की हालत गंभीर
निहंगों ने शिवसेना नेता को तलवारों से काटा,लुधियाना बंद रद्द:पुलिस बोली- 2 गिरफ्तार, बुड्ढा दल से जुड़े हुए; थापर की हालत गंभीर पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार को निहंगों ने शिवसेना नेता संदीप थापर उर्फ गोरा को सरेबाजार तलवारों से काट दिया। इस दौरान उनका गनमैन विरोध के बजाय एक किनारे खड़ा हो गया। इससे हिंदू संगठन भड़क उठे। वारदात का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई। हमलावर निहंगों ने भी हमले के बाद वीडियो जारी कर कहा कि अगर कोई उनके धर्म, मर्यादा और शहीदों के बारे में कुछ बोलेगा तो उसका यही हश्र किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने शुक्रवार शाम को बताया कि 2 हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे बाबा बुड्ढा दल से जुड़े हुए हैं। गनमैन के खिलाफ डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी की जाएगी। इसके विरोध में हिंदू नेताओं ने शनिवार को लुधियाना बंद का ऐलान किया था, लेकिन देर रात हिंदू नेताओं ने लुधियाना बंद का आह्वान स्थगित कर दिया है। इस बीच, सीपी कुलदीप चहल ने शिवसेना नेता थापर का हालचाल जाना है। हिंदू नेताओं का कहना है कि पहले अमृतसर में सुधीर सूरी और अब संदीप थापर के मामले में गनमैन ने कुछ नहीं किया। अगर उन्होंने कुछ करना ही नहीं तो फिर पुलिस उनकी जान खतरे में डाल रही है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था हिंदू नेताओं के विरोध को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। बाजारों में किसी तरह के टकराव को रोकने के लिए पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। वहीं शिवसेना नेता की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें सीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात से जुड़ी PHOTOS… स्कूटी से आ रहे थे शिवसेना नेता, रास्ते में घेर तलवारें मारी
शिवसेना नेता संदीप थापर किसी धार्मिक कार्यक्रम से स्कूटी पर लौट रहे थे। पीछे उनका गनमैन भी बैठा हुआ था। सिविल अस्पताल के बाहर निहंगों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद तलवारों से काटना शुरू कर दिया। इस दौरान एक निहंग गनमैन को धक्का देते हुए किनारे ले गया। तब गनमैन ने कोई विरोध नहीं किया और किनारे जाकर खड़ा हो गया। जब शिवसेना नेता लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े तो भी निहंग उन्हें तलवार से काटता रहा। इसके बाद वह शिवसेना नेता की स्कूटी लेकर वहां से फरार हो गए। निहंगों ने वीडियो जारी कर धमकाया
वारदात के बाद हमलावर निहंगों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की। जिसमें निहंगों ने कहा कि जो भी हमारे धर्म, मर्यादा और शहीदों के खिलाफ बोलेगा, हम उसके साथ वैसा ही करेंगे जैसा हमने आज लुधियाना में किया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सिख धर्म किसी का विरोध नहीं करता है और न ही यह जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। उन्होंने कहा कि जीभ में हड्डी नहीं होती लेकिन हड्डी तुड़वा देती है। हमारे धर्म और शहीदों के खिलाफ बोलने वालों को जुबां पर कंट्रोल करना चाहिए। हमें कहते हैं कि निहंग कुछ करते नहीं। मौका मिला तो इसी तरह खालसा अपना रूप दिखाता रहेगा। हिंदू नेताओं ने सड़क की थी जाम
वारदात के बाद हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना दिया था। मौके पर पहुंचे शिवसेना नेता भानु प्रताप और अमित कौंडल ने कहा कि संदीप थापर को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं और पुलिस सब कुछ जानते हुए भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यहां तक कि पुलिस कमिश्नर ने भी उनकी शिकायत को नजर अंदाज किया, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। लुधियाना में गुंडागर्दी फैल चुकी है और पुलिस इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है। हालांकि पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि उन पर या किसी पर भी इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह से गलत हैं। हमने पहले ही उन्हें गनमैन मुहैया करा दिया है।