खालिस्तानियों की मदद करने वाला सिद्दू बब्बर खालसा का मेंबर:युवाओं को दिखाता था महंगे सपने, अपनी टीम तैयार कर रहा था

खालिस्तानियों की मदद करने वाला सिद्दू बब्बर खालसा का मेंबर:युवाओं को दिखाता था महंगे सपने, अपनी टीम तैयार कर रहा था

पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों की मदद करने वाला सिद्धू बब्बर खालसा का सदस्य निकला। पुलिस की जांच में पता चला कि सिद्धू ने लगभग 8 महीने पीलीभीत के गजरौला जपती गांव और पूरनपुर क्षेत्र में बिताए थे। इस दौरान वह स्थानीय युवाओं को विदेश जाने का सपना दिखाकर अपने नेटवर्क से जोड़ने की कोशिश करता था। सिद्धू महंगे शौक और युवाओं के साथ क्रिकेट खेलकर उन्हें आकर्षित करता था। 23 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों पर पंजाब में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमले का आरोप था। जांच में पता चला कि उनकी मदद जसपाल सनी नाम के व्यक्ति ने की थी। जसपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिससे सिद्धू के बारे में जानकारी मिली। आतंकी संगठन से जुड़े थे मारे गए खालिस्तानियों के तार गांव वालों के अनुसार, सिद्धू के संपर्क में आने के बाद जसपाल का रहन-सहन बदल गया। बेरोजगार होते हुए भी उसने महंगी बुलेट और डेढ़ लाख रुपये का मोबाइल खरीदा। घर की मरम्मत पर भी उसने काफी पैसा खर्च किया। जबकि परिवार के पास सीमित साधन थे। सिद्धू ने तीन आतंकियों के लिए बलिया के पते पर फर्जी आधार कार्ड भी बनवाए थे। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि सिद्धू ने हरियाणा में एक हिंदूवादी नेता की हत्या की साजिश रची थी। सिद्धू बब्बर खालसा संगठन के लिए पूरनपुर में युवाओं की टीम तैयार कर रहा था। मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के तार इस आतंकी संगठन से जुड़े होने की पुष्टि हुई है। पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों की मदद करने वाला सिद्धू बब्बर खालसा का सदस्य निकला। पुलिस की जांच में पता चला कि सिद्धू ने लगभग 8 महीने पीलीभीत के गजरौला जपती गांव और पूरनपुर क्षेत्र में बिताए थे। इस दौरान वह स्थानीय युवाओं को विदेश जाने का सपना दिखाकर अपने नेटवर्क से जोड़ने की कोशिश करता था। सिद्धू महंगे शौक और युवाओं के साथ क्रिकेट खेलकर उन्हें आकर्षित करता था। 23 दिसंबर को हुई मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकियों पर पंजाब में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमले का आरोप था। जांच में पता चला कि उनकी मदद जसपाल सनी नाम के व्यक्ति ने की थी। जसपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिससे सिद्धू के बारे में जानकारी मिली। आतंकी संगठन से जुड़े थे मारे गए खालिस्तानियों के तार गांव वालों के अनुसार, सिद्धू के संपर्क में आने के बाद जसपाल का रहन-सहन बदल गया। बेरोजगार होते हुए भी उसने महंगी बुलेट और डेढ़ लाख रुपये का मोबाइल खरीदा। घर की मरम्मत पर भी उसने काफी पैसा खर्च किया। जबकि परिवार के पास सीमित साधन थे। सिद्धू ने तीन आतंकियों के लिए बलिया के पते पर फर्जी आधार कार्ड भी बनवाए थे। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि सिद्धू ने हरियाणा में एक हिंदूवादी नेता की हत्या की साजिश रची थी। सिद्धू बब्बर खालसा संगठन के लिए पूरनपुर में युवाओं की टीम तैयार कर रहा था। मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के तार इस आतंकी संगठन से जुड़े होने की पुष्टि हुई है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर