बरेली में GPS की गलत लोकेशन के कारण कार नदी में गिर गई। दो सगे भाइयों समेत 3 युवकों की मौत हो गई। गूगल मैप लगा कर युवक कार से फर्रुखाबाद जा रहे थे। लोकेशन के अनुसार चल रहे युवक निर्माणाधीन पुल पर पहुंच गए, कोहरे के कारण पुल समझ में नहीं आया और कार रामगंगा नदी में गिर गई। हादसा फरीदपुर थाना क्षेत्र के ख़ल्लपुर दातागंज क्षेत्र में हुआ। ग्रामीणों ने नदी में कार देखकर पुलिस को फोन किया। पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को नदी से बाहर निकाला। तो कार में शव फंसे थे। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि कार में फर्रुखाबाद की लोकेशन लगी थी। शायद मैप गलत डायरेक्शन में ले गया। उनके परिजनों को जानकारी दे दी गई है। तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण
कार जब राम गंगा में गिरी तो तेज आवाज हुई। ऐसे में वहां खेतों में मौजूद लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और उन्होंने गंगा में कार को डूबते देखा। पुलिस को फोन किया। मौके पर पुलिस क्रेन के साथ पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने सभी को बाहर निकाला। जब तक पुलिस ने कार सवारों को बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। आईडी कार्ड से हुई शिनाख्त सीओ आशुतोष शिवम ने बताया मरने वालों में दो सगे भाई हैं। जो जिला फर्रुखाबाद के गांव इमादपुर के रहने वाले हैं। यह लोग वैगनआर कार में थे। तीनों युवक शादी में शामिल होने जा रहे थे। सेतु निगम की लापरवाही बनी वजह लोगों का कहना है कि सेतु निगम की लापरवाही से तीनों युवकों की मौत हुई है। जब पुल निर्माणाधीन था तो वहां पर बैरिकेटिंग क्यों नहीं की गई? अगर वहां पर बैरिकेडिंग की जाती तो इस दर्दनाक हादसे को होने से रोका जा सकता था। ऐसे में सेतु निगम और जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही ने आज तीन युवकों की जान ले ली है। कार सवारों के पास से मिले आइडी कार्ड से भाइयों की शिनाख्त हुई। आईडी कार्ड से पता चला कि यह लोग किसी सिक्योरिटी एजेंसी के लिए काम करते थे। भाई बोले-गूगल मैप लगाकर आ रहे थे शादी में
राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कार सवार मेरी बेटी की शादी में आ रहे थे। इन लोगों ने गूगल मैप लगाया। गूगल ने रास्ता सही नहीं बताया। वहां कुछ लगा नहीं था। प्रशासन की गलती है। कार 50 फीट नीचे गिर गई। कार में मेरे दो चचेरे भाई थे और उनका दोस्त था। उनके नाम अजीत, नितिन और अमित हैं। अमित गुरुग्राम में सिक्योरिटी कंपनी चलाते थे। इसी कंपनी में अजीत फील्ड ऑफीसर थे। वहीं नितिन ओला में गाड़ी चलाते थे। गाड़ी उनकी खुद की थी। ये लोग गुरुग्राम से बरेली के फरीदपुर आ रहे थे। जीपीएस के मुताबिक चल रहे थे कार सवार सीओ फरीदपुर ने बताया कि तीनों युवक कार में जीपीएस लगा रखा था। जिसमें फर्रुखाबाद की लोकेशन लगी हुई थी। वह कोहरे में जीपीएस को फॉलो करते हुए जा रहे थे। इसी दौरान उनकी कार खल्लपुर में निर्माणाधीन पुल पर चढ़ गई। बाढ़ में बह गया था आधा पुल बताया जा रहा है ये हादसा जीपीएस नेविगेशन के चलते हुआ है। बाढ़ के चलते पुल का अगला हिस्सा नदी में बह गया था। उसी का निर्माण कार्य चल रहा है। पुल अधूरा था, यहां वाहन ने गुजरें इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। बताया जाता है कि वहां कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा हुआ था। न ही वहां बैरिकेड किया गया था। ……………………………. ये खबर भी पढ़ें संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी:पुलिस की गाड़ियां फूंकीं, एसपी घायल; अखिलेश बोले- एक युवक की जान गई संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात कई घंटे से बेकाबू है। गलियों में जगह-जगह पथराव हो रहा है। उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। पथराव में एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। डिप्टी कलेक्टर भी चोटिल हुए हैं। एक पुलिसवाले को भी गोली लगी है। (पढ़ें पूरी खबर) बरेली में GPS की गलत लोकेशन के कारण कार नदी में गिर गई। दो सगे भाइयों समेत 3 युवकों की मौत हो गई। गूगल मैप लगा कर युवक कार से फर्रुखाबाद जा रहे थे। लोकेशन के अनुसार चल रहे युवक निर्माणाधीन पुल पर पहुंच गए, कोहरे के कारण पुल समझ में नहीं आया और कार रामगंगा नदी में गिर गई। हादसा फरीदपुर थाना क्षेत्र के ख़ल्लपुर दातागंज क्षेत्र में हुआ। ग्रामीणों ने नदी में कार देखकर पुलिस को फोन किया। पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को नदी से बाहर निकाला। तो कार में शव फंसे थे। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि कार में फर्रुखाबाद की लोकेशन लगी थी। शायद मैप गलत डायरेक्शन में ले गया। उनके परिजनों को जानकारी दे दी गई है। तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण
कार जब राम गंगा में गिरी तो तेज आवाज हुई। ऐसे में वहां खेतों में मौजूद लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और उन्होंने गंगा में कार को डूबते देखा। पुलिस को फोन किया। मौके पर पुलिस क्रेन के साथ पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने सभी को बाहर निकाला। जब तक पुलिस ने कार सवारों को बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। आईडी कार्ड से हुई शिनाख्त सीओ आशुतोष शिवम ने बताया मरने वालों में दो सगे भाई हैं। जो जिला फर्रुखाबाद के गांव इमादपुर के रहने वाले हैं। यह लोग वैगनआर कार में थे। तीनों युवक शादी में शामिल होने जा रहे थे। सेतु निगम की लापरवाही बनी वजह लोगों का कहना है कि सेतु निगम की लापरवाही से तीनों युवकों की मौत हुई है। जब पुल निर्माणाधीन था तो वहां पर बैरिकेटिंग क्यों नहीं की गई? अगर वहां पर बैरिकेडिंग की जाती तो इस दर्दनाक हादसे को होने से रोका जा सकता था। ऐसे में सेतु निगम और जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही ने आज तीन युवकों की जान ले ली है। कार सवारों के पास से मिले आइडी कार्ड से भाइयों की शिनाख्त हुई। आईडी कार्ड से पता चला कि यह लोग किसी सिक्योरिटी एजेंसी के लिए काम करते थे। भाई बोले-गूगल मैप लगाकर आ रहे थे शादी में
राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कार सवार मेरी बेटी की शादी में आ रहे थे। इन लोगों ने गूगल मैप लगाया। गूगल ने रास्ता सही नहीं बताया। वहां कुछ लगा नहीं था। प्रशासन की गलती है। कार 50 फीट नीचे गिर गई। कार में मेरे दो चचेरे भाई थे और उनका दोस्त था। उनके नाम अजीत, नितिन और अमित हैं। अमित गुरुग्राम में सिक्योरिटी कंपनी चलाते थे। इसी कंपनी में अजीत फील्ड ऑफीसर थे। वहीं नितिन ओला में गाड़ी चलाते थे। गाड़ी उनकी खुद की थी। ये लोग गुरुग्राम से बरेली के फरीदपुर आ रहे थे। जीपीएस के मुताबिक चल रहे थे कार सवार सीओ फरीदपुर ने बताया कि तीनों युवक कार में जीपीएस लगा रखा था। जिसमें फर्रुखाबाद की लोकेशन लगी हुई थी। वह कोहरे में जीपीएस को फॉलो करते हुए जा रहे थे। इसी दौरान उनकी कार खल्लपुर में निर्माणाधीन पुल पर चढ़ गई। बाढ़ में बह गया था आधा पुल बताया जा रहा है ये हादसा जीपीएस नेविगेशन के चलते हुआ है। बाढ़ के चलते पुल का अगला हिस्सा नदी में बह गया था। उसी का निर्माण कार्य चल रहा है। पुल अधूरा था, यहां वाहन ने गुजरें इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। बताया जाता है कि वहां कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा हुआ था। न ही वहां बैरिकेड किया गया था। ……………………………. ये खबर भी पढ़ें संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी:पुलिस की गाड़ियां फूंकीं, एसपी घायल; अखिलेश बोले- एक युवक की जान गई संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात कई घंटे से बेकाबू है। गलियों में जगह-जगह पथराव हो रहा है। उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। पथराव में एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। डिप्टी कलेक्टर भी चोटिल हुए हैं। एक पुलिसवाले को भी गोली लगी है। (पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर