भाजपा के 10 वादे जो गेमचेंजर बने:500 रुपए में सिलेंडर और ₹2100 से महिलाएं साधीं, सरकारी नौकरी-अग्निवीर से युवाओं के वोट मिले भाजपा हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। इस बार चुनाव में राज्य के 55 लाख 48 हजार 800 से ज्यादा लोगों ने BJP को अपना वोट दिया। दूसरी ओर कांग्रेस के पक्ष में 54 लाख 30 हजार 600 से ज्यादा लोगों ने मतदान किया। भाजपा को कुल मतदाताओं में से 39.94% और कांग्रेस को 39.09% ने वोट दिए। दोनों पार्टियों को मिले कुल वोटों में 1 लाख 18 हजार मतों का अंतर है लेकिन सीटों के लिहाज से देखें तो BJP को 12 सीटें ज्यादा मिलीं। कांग्रेस की ओर से लगातार पीटे जा रहे एंटी इनकम्बेंसी के ढोल और जाट बिरादरी के गुस्से के बीच BJP के रणनीतिकार चुपचाप राज्य के 2 करोड़ से ज्यादा वोटरों को साधने के लिए रणनीति बनाते रहे। इसकी बानगी पार्टी के संकल्प-पत्र में मिल गई थी। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में अलग-अलग वर्गों के लिए 20 वादे किए। पार्टी ने 18 से 60 साल की 78 लाख महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों को आवास, हर घर गृहिणी योजना के तहत उज्जवला स्कीम में 500 रुपए में सिलेंडर, 2 लाख पक्की सरकारी नौकरियों के साथ बुढ़ापा-दिव्यांग व विधवा पेंशन में वृद्धि की बात कही। भाजपा ने प्रदेश के 18 से 19 साल तक के तकरीबन 6 लाख 53 हजार वोटरों को भी ध्यान में रखा। 20 सूत्रीय संकल्प पत्र में केंद्र की 2 योजनाओं को भी शामिल किया गया। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (KMP) के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण, नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ कई रैपिड रेल सेवाओं और फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत का वादा भी पार्टी ने किया। हालांकि बीजेपी ने संकल्प पत्र में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) का कोई जिक्र नहीं किया। जानिए BJP ने कैसे किस वर्ग को साधा… 1. लाडो लक्ष्मी योजना: 78 लाख महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के जरिए हरियाणा की 78 लाख महिला वोटरों को साधा। उसने 18 से 60 साल तक की महिलाओं को 2100 रुपए प्रति महीना देने का वादा किया। कांग्रेस ने इन महिलाओं को 2000 रुपए प्रति महीना देने का वादा किया था लेकिन भाजपा ने इसे 100 रुपए बढ़ा दिया। 2. 500 रुपए में एलपीजी सिलेंडर : 49 लाख महिलाओं को लाभ
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में हर घर गृहिणी योजना के तहत 500 रुपए में एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया। इसका फायदा राज्य में उज्जवला स्कीम से जुड़ी तकरीबन 49 लाख महिलाओं को होना है। इस योजना के तहत महिलाओं को सिलेंडर की पूरी रकम का भुगतान करना होगा। उसके बाद सब्सिडी की रकम उनके बैंक अकाउंट में डाली जाएगी। कांग्रेस ने भी अपने घोषणा-पत्र में महिलाओं को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया था। 3. गरीबों को आवास: 5 लाख परिवारों को फायदा
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 5 लाख गरीबों को आवास देने की बात कही। सालाना 1 लाख 80 हजार रुपए तक की आय वाले परिवारों को इसका फायदा मिलेगा। कांग्रेस ने भी अपनी 7 गारंटियों में 3.08 गरीबों को 100 वर्ग का प्लॉट और दो कमरों का घर देने का वादा किया था। 4. 2 लाख पक्की नौकरियां : साढ़े 6 लाख यूथ को लुभाया
हरियाणा में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहा है। ऐसे में युवाओं को अपनी तरफ करने के लिए भाजपा ने भी प्रदेश के युवाओं को 2 लाख पक्की नौकरी देने का वादा किया। इसके अलावा 5 लाख युवाओं के लिए रोजगाार के अन्य अवसर पैदा करने की बात भी कही गई। नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना के माध्यम से मासिक स्टाइपेंड की सहायताा उपलब्ध कराने का वादा भी किया गया। इसके जरिए पार्टी ने 18 से 19 साल के तकरीबन 6 लाख 53 हजार वोटरों को टारगेट किया। 5. मुफ्त इलाज : 1.09 करोड़ वोटरों को साधा
हरियाणा में 1.09 करोड़ लोगों के आयुष्मान-चिरायु कार्ड हैं। 6 साल में 15.54 लाख लोगों ने 5 लाख रुपए तक के फ्री इलाज का लाभ लिया है। इस योजना पर सरकार ने 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे खर्च किए। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में फ्री इलाज की सीमा 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने की बात कही। संकल्प पत्र में चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग को अलग से 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा का वादा किया गया। 6. मेट्रो सेवा, नई ट्रेंने और रेल कॉरिडोर
बीजेपी ने अपने संकल्प-पत्र में कुछ ऐसी योजनाओं को भी शामिल किया, जिसमें केंद्र सरकार की मदद की जरूरत पड़ेगी। इसमें भारत सरकार के सहयोग से केएमपी पर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण, नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ-साथ भारत सरकार के सहयोग से रैपिड रेल सेवाओं और फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा शुरू करने का वादा शामिल है। इन योजनाओं के जरिए बीजेपी ने पलवल, झज्जर, बहादुरगढ़ और सोनीपत जिले को साधा। 7. स्कॉलरशिप के बहाने दलित वोट बैंक को लुभाया
लोकसभा चुनाव में पार्टी से दूर हुए दलित वोट बैंक को साधने पर BJP ने खास जोर दिया। 21% वोट बैंक के लिए भारत के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल-इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जातियों के छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति देने का वादा किया गया। ओबीसी वर्ग के सभी उद्यमियों की मुद्रा योजना के अतिरिक्त 25 लाख रुपए तक के ऋण की गारंटी हरियाणा सरकार की ओर से उठाने का वादा भी पार्टी ने किया। 8. किसानों के लिए 24 फसलों पर MSP
हरियाणा में 80% लोग खेती-किसानी से जुड़े हैं। इस आबादी को साधने के लिए बीजेपी ने 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद का वादा किया। इसके अलावा पट्टेदारों को भूमि पर मालिकाना हक दिलाने की बात भी संकल्प पत्र में कही। 9. छोटी पिछड़ी जातियों को बोर्ड बनाने का वादा
हरियाणा में छोटी पिछड़े समाज की जातियों (36 बिरादरियों) पर भी पार्टी ने फोकस किया। बीजेपी ने संकल्प पत्र में पर्याप्त बजट के साथ इनके लिए अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाने का वादा किया। दक्षिण हरियाणा में अंतरराष्ट्रीय स्तर का अरावली जंगल सफारी पार्क बनाने का जिक्र भी किया गया। यह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। 10. पेंशन बढ़ोतरी पर सस्पेंस
बीजेपी ने वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन पर सस्पेंस बनाए रखा। संकल्प-पत्र में DA और पेंशन को जोड़ने वाले साइंटिफिक फॉर्मूले के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में वृद्धि करने का वादा किया गया। हरियाणा में करीब 35 लाख लोगों को इन पेंशन का लाभ मिलता है। इन्हें अभी 3000 रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलती है। इस पर 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होते हैं। वादे पूरे करने के लिए 24 हजार करोड़ की जरूरत
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए तकरीबन 24 हजार करोड़ रुपए सालाना की जरूरत पड़ेगी। हालांकि इनमें से कई वादे क्रमबद्ध तरीके से लागू किए जाएंगे इसलिए फंड का इंतजाम भी चरणबद्ध तरीके से किया जा सकता है। फिर भी सरकार को अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए मशक्कत तो करनी ही पड़ेगी।