पंजाब के गुरदासपुर में घरेलू विवाद के चलते गर्भवती महिला ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली थी। गंभीर रुप से झुलसी महिला को उपचार के लिए अमृतसर के श्री गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला गुरदासपुर के कस्बा कादिया के मोहल्ला कृष्णा नगर का है। मृ़तका की पहचान सरबजीत कौर के तौर पर हुई है। मृतका के पिता जसवंत सिंह निवासी सिंघोकी अमृतसर के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके पति, जेठ और जेठानी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा दबिश दी जा रही है। मृतका के पिता जसवंत सिंह ने बताया कि उसने अपनी बेटी सरबजीत कौर की दूसरी शादी कादिया में अमनदीप सिंह के साथ करवाई थी। पहली शादी से उसका एक बेटा था, जिसे वह अपने साथ लेकर ससुराल गई थी। मृतका सरबजीत सिंह का पति अमनदीप सिंह लड़की होने के बाद उस पर दबाव बना रहा था कि वह पहली शादी से पैदा हुए बच्चे को अपने माता-पिता के घर छोड़ आए। अमनदीप का भाई गगनदीप और उसकी पत्नी मनदीप कौर भी इसी बात को लेकर उसे परेशान करते थे। अंतिम संस्कार न करने की चेतावनी कहते थे कि वह लड़के को अपने घर में नहीं रखना चाहते, जिस कारण दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी ने मिलकर 4 अगस्त को उसको बांधकर उस पर मिट्टी का तेल डालकर उसे आग लगा दी और बाद में फोन किया कि उनकी बेटी ने खुद अपने आप को आग लगाई है। झुलसी अवस्था में उसे अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जहां गत दिवस उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका के मायके वालों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह मृतका का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी मृतका सरबजीत कौर के गर्भ में तीन माह का बच्चा था। इस मामले को लेकर एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि मृतका के पति और उसके भाई और भाभी पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को पकड़ने ले छापेमारी की जा रही है। पंजाब के गुरदासपुर में घरेलू विवाद के चलते गर्भवती महिला ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली थी। गंभीर रुप से झुलसी महिला को उपचार के लिए अमृतसर के श्री गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला गुरदासपुर के कस्बा कादिया के मोहल्ला कृष्णा नगर का है। मृ़तका की पहचान सरबजीत कौर के तौर पर हुई है। मृतका के पिता जसवंत सिंह निवासी सिंघोकी अमृतसर के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके पति, जेठ और जेठानी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा दबिश दी जा रही है। मृतका के पिता जसवंत सिंह ने बताया कि उसने अपनी बेटी सरबजीत कौर की दूसरी शादी कादिया में अमनदीप सिंह के साथ करवाई थी। पहली शादी से उसका एक बेटा था, जिसे वह अपने साथ लेकर ससुराल गई थी। मृतका सरबजीत सिंह का पति अमनदीप सिंह लड़की होने के बाद उस पर दबाव बना रहा था कि वह पहली शादी से पैदा हुए बच्चे को अपने माता-पिता के घर छोड़ आए। अमनदीप का भाई गगनदीप और उसकी पत्नी मनदीप कौर भी इसी बात को लेकर उसे परेशान करते थे। अंतिम संस्कार न करने की चेतावनी कहते थे कि वह लड़के को अपने घर में नहीं रखना चाहते, जिस कारण दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी ने मिलकर 4 अगस्त को उसको बांधकर उस पर मिट्टी का तेल डालकर उसे आग लगा दी और बाद में फोन किया कि उनकी बेटी ने खुद अपने आप को आग लगाई है। झुलसी अवस्था में उसे अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जहां गत दिवस उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका के मायके वालों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह मृतका का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी मृतका सरबजीत कौर के गर्भ में तीन माह का बच्चा था। इस मामले को लेकर एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि मृतका के पति और उसके भाई और भाभी पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को पकड़ने ले छापेमारी की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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