जिला गुरदासपुर में नेशनल हाईवे पर दीनानगर बाइपास पर गांव गवालिया के पास अभय इमर्जिंग सिटी के सामने चलती एक कार में अचानक आग भड़क उठी। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया और मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के आग पर काबू पाने तक कार पूरी तरह से जल गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू दीनानगर निवासी उदयवीर सिंह और गांधियां के प्रज्ञान कार में पठानकोट की तरफ से आ रहे थे। दीनानगर बाइपास से गुजरते समय अचानक कार से चिंगारियां निकलती देख उन्होंने कार को रोककर चेक करने के लिए बोनट खोलने की कोशिश की, तो वह नहीं खुला। चंद पलों में बोनट इतना गर्म हो गया कि उसे हाथ लगाना मुश्किल हो गया और आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। उन्होंने उसी समय गुरदासपुर फायर ब्रिगेड को इसके बारे सूचना दी। सड़क सुरक्षा की टीम भी मौके पर पहुंच गई और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर आग को बुझाया। लेकिन तब तक कार आग से पूरी तरह जल चुकी थी। जिला गुरदासपुर में नेशनल हाईवे पर दीनानगर बाइपास पर गांव गवालिया के पास अभय इमर्जिंग सिटी के सामने चलती एक कार में अचानक आग भड़क उठी। आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया और मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के आग पर काबू पाने तक कार पूरी तरह से जल गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू दीनानगर निवासी उदयवीर सिंह और गांधियां के प्रज्ञान कार में पठानकोट की तरफ से आ रहे थे। दीनानगर बाइपास से गुजरते समय अचानक कार से चिंगारियां निकलती देख उन्होंने कार को रोककर चेक करने के लिए बोनट खोलने की कोशिश की, तो वह नहीं खुला। चंद पलों में बोनट इतना गर्म हो गया कि उसे हाथ लगाना मुश्किल हो गया और आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। उन्होंने उसी समय गुरदासपुर फायर ब्रिगेड को इसके बारे सूचना दी। सड़क सुरक्षा की टीम भी मौके पर पहुंच गई और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर आग को बुझाया। लेकिन तब तक कार आग से पूरी तरह जल चुकी थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में आज डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट का प्रदर्शन:लंबित मांगों को लेकर CM आवास के बाहर विरोध मार्च, कई दिनों से संघर्ष जारी
जालंधर में आज डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट का प्रदर्शन:लंबित मांगों को लेकर CM आवास के बाहर विरोध मार्च, कई दिनों से संघर्ष जारी पंजाब के जालंधर में आज डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) अपनी मांगों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत सिंह मान के घर की ओर रोष मार्च निकालेगा। पुरानी पेंशन, पुराना वेतनमान व एसीपी स्कीम, ग्रामीण भत्ता व बॉर्डर एरिया भत्ता सहित काटे गए भत्तों की बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर यह रोष मार्च निकाला जाएगा। यह फैसला पंजाब डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह की शनिवार को हुई बैठक में लिया गया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में शिक्षकों के मुद्दों का समय पर समाधान नहीं होने दिया। इसको लेकर कर्मचारियों में रोष है। इसीलिए 30 जून यानी आज सुबह 11 बजे रोष मार्च शुरू किया जाएगा। जिले के नेताओं का एक बड़ा काफिला संगठन का झंडा लेकर मुख्यमंत्री के आवास पर जाएगा और उनके खिलाफ रोष प्रदर्शन करेगा। सीएम मान के घर के बाहर करेंगे विरोध मार्च आपको बता दें कि उक्त संगठन पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहा है और कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहा है। लेकिन कोई भी जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं है। कर्मचारियों को आश्वासन देकर ठगा जा रहा है। हकीकत पर नजर डालें तो जमीनी स्तर पर उनके हित में कोई काम नहीं हो रहा है। जिसके चलते आज वे सीएम मान के घर के बाहर विरोध मार्च निकालेंगे।
पंजाब में अमृतपाल के भाई हरप्रीत का रिमांड खत्म:आज दोबारा कोर्ट में पेश करेगी जालंधर पुलिस, ड्रग्स सहित फिल्लौर से हुई थी गिरफ्तारी
पंजाब में अमृतपाल के भाई हरप्रीत का रिमांड खत्म:आज दोबारा कोर्ट में पेश करेगी जालंधर पुलिस, ड्रग्स सहित फिल्लौर से हुई थी गिरफ्तारी खालिस्तान समर्थक और श्री खडूर साहिब सीट से नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी का दो दिनों का रिमांड कल खत्म हो गया था। पुलिस आज दोबारा हैप्पी और लवप्रीत को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी। क्योंकि पुलिस ने हैप्पी का दस दिन रिमांड मांगा था, मगर कोर्ट ने सिर्फ दो दिन ही ग्रांट किया था। वहीं, कल यानी शनिवार को कोर्ट ने जमानत याचिका को लेकर बहस के लिए आगे की तारीख दे दी थी। पुलिस ने कोर्ट से दस दिन के रिमांड की गुहार लगाई थी, लेकिन कोर्ट पुलिस की दलीलों से खुश नहीं था, जिसके चलते सिर्फ दो दिन का रिमांड मंजूर किया गया। साथ ही हैप्पी और लवप्रीत की जमानत याचिका बहस के लिए 23 जुलाई दिन मंगलवार का समय दिया गया है। मंगलवार को हैप्पी की जमानत पर कोर्ट में बहस होगी। जिसके बाद कोर्ट आगे फैसला लेगी। फिल्लौर हाईवे से हुई थी हैप्पी और लवप्रीत की गिरफ्तारी हैप्पी को फिल्लौर पुलिस ने उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से गिरफ्तार किया था। इनके पास से 4 ग्राम आइस ड्रग बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के चलते पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल की है। जिस पर आज सुनवाई होगी। वहीं, पुलिस उस व्यक्ति को पहले ही जेल भेज चुकी है, जिससे हैप्पी और लवप्रीत ने ड्रग्स खरीदी थी। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मारवाह का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपने क्रेटा गाड़ी में सवार होकर लुधियाना के हैबोवाल के रहने वाले संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ा लिया था। इस पर एसएसपी अंकुल गुप्ता ने कहा था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे वाली सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग्स लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी भी थी। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि झूठा पर्चा दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाखोरी की राजनीति की जा रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। इस झूठे केस में उच्च अधिकारी कैसे शामिल हैं, एसएसपी की प्रेसवार्ता से पता चलता है। आगे तो कभी गाड़ियों की चेकिंग हाईवे पर नहीं हुई, मगर आज ही होनी थी। ऐसे में पहले भी अमृतपाल सिंह के परिवार को टारगेट किया गया था। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहते था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं पंजाब के लुधियाना में 16 दिन पहले 30 जून को अगवा हुई 8 महीने की बच्ची का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला बच्ची को कंधे पर उठाकर रेलवे स्टेशन के मेन गेट के आसपास घूमती नजर आ रही है। वह ऑटो में जाने वाली थी, लेकिन फिर बच्ची को पैदल ही ले जाती नजर आई। सुराग मिलने के बावजूद लुधियाना जीआरपी और आरपीएफ बच्ची को खोजने में नाकाम साबित हो रही है। रेलवे पुलिस इंटेलिजेंस और सीआईए स्टाफ का सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। लापता बच्ची का नाम खुशी पटेल है। परिवार गांव कक्का का रहने वाला है। परिवार हर रोज जीआरपी थाने के चक्कर लगा रहा है। परिवार बोला- रोजाना मिलता पुलिस से नया बहाना पीड़ित परिवार ने बताया कि कभी थाने में एसएचओ अपनी सीट पर नहीं मिलते तो कभी मुंशी दफ्तर से गायब रहते हैं। परिवार का आरोप है कि प्रवासी परिवार होने के कारण जीआरपी पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। पुलिस अधिकारी हर दिन नया बहाना बनाते हैं। कई बार तो पुलिसकर्मी उन्हें थाने से यह कहकर भगा भी देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में हैं। 29 जून रात 2.10 पर ट्रेन से थे उतरे जानकारी देते हुए बच्ची के पिता चंदन कुमार ने कहा कि उनके तीन बच्चे है। बच्ची सबसे छोटी है। वह 29 जून को रात वैष्णों देवी से वापस लुधियाना आए थे। रात 2.10 बज गए थे। रात को लूटपाट से बचने के लिए वह सुबह की प्रतीक्षा करने लगे। वह पत्नी पूनम सहित प्लेटफार्म पर ही सो गए। सुबह 4.40 पर जब नींद खुली तो वह दंग रह गए। उनकी 7 महीने की बेटी खुशी पटेल गायब थी। सीसीटीवी न चलने से हुई परेशानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। कैमरे खराब होने की वजह से प्लेटफॉर्म पर चोरी और डकैती की घटनाएं हो रही हैं। चंदन ने बताया कि वह कई बार थाने के चक्कर लगा चुका है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी उसे लड़की के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस प्रशासन से परेशान है। उसने कल जीआरपी थाने के बाहर धरना भी दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे आश्वासन देकर वहां से हटा दिया था। बच्चा चोरी के बावजूद रेलवे पुलिस सुस्त दैनिक भास्कर ने जब बीती रात रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि एंट्री गेट पर लगेज चेकिंग के लिए एक्स-रे मशीन चालू थी, लेकिन आरपीएफ का कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अक्सर रात 12 बजे के बाद रेलवे पुलिस के कर्मचारी सीसीटीवी बंद होने का फायदा उठाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को भगवान भरोसे छोड़कर सोने चले जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। अवैध वैडर भी कर रहे वारदातें
सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि स्टेशन पर सामान बेचने की आड़ में अवैध वैंडर चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे है। अब यह भी शक जताया जा रहा है कि बच्चा चोरी के पीछे किसी अवैध वैंडर का हाथ हो सकता है। बता दें इस घटना से करीब अढ़ाई महीने पहले ढंडारी रेलवे स्टेशन पर 3 युवकों ने एक नाबालिग किशोरी को किडनैप करके उससे गैंग रेप किया था। थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। उन आरोपियों के रिकार्ड से पता चला है कि वह अवैध वैडिंग का काम भी लुधियाना और ढंडारी स्टेशन पर कर चुके हैं। लगातार अवैध वैंडरों द्वारा की जा रही वारदातों के बावजूद रेलवे पुलिस अवैध वैडिंग पर नकेल कसने में नाकामयाब हैं। SHO फोन उठाने से करते गुरेज
16 दिन से लापता बच्ची के मामले में अभी तक क्या जांच हुई है, इस संबंधी थाना जीआरपी के SHO जतिंदर सिंह कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे हैं। उनसे कई बार मामले संबंधी पक्ष लेना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।