पंजाब में गुरदासपुर में धारीवाल से अपने रिक्शा में सब्जी भरकर रानियां गांव जा रहे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार बस ने टक्कर मार दी। निजी कंपनी की यह बस रिक्शा चालक को 300 मीटर तक घसीटते हुए ले गई। इस हादसे में रिक्शा चालक की मौत हो गई। मृतक व्यक्ति की पहचान धारीवाल निवासी तरसेम मसीह के रुप में हुई है। आज सुबह वह धारीवाल ने अपनी रिक्शा में सब्जियां भरकर गांव रानियां जा रहा था। जब वह कुछ दूरी पर पहुंचा तो पीछे से आई एक निजी कंपनी की बस ने रिक्शा को टक्कर मार दी। रिक्शा बस में फंस गई और बस चालक करीब 300 मीटर तक रिक्शा चालक को घसीटते हुए ले गया। हायर सेंटर किया रेफर इस हादसे में रिक्शा चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे इलाज के लिए धारीवाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे गुरदासपुर सिविल अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, मौके पर पहुंची धारीवाल थाने की पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर बस को कब्जे में लिया। पंजाब में गुरदासपुर में धारीवाल से अपने रिक्शा में सब्जी भरकर रानियां गांव जा रहे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार बस ने टक्कर मार दी। निजी कंपनी की यह बस रिक्शा चालक को 300 मीटर तक घसीटते हुए ले गई। इस हादसे में रिक्शा चालक की मौत हो गई। मृतक व्यक्ति की पहचान धारीवाल निवासी तरसेम मसीह के रुप में हुई है। आज सुबह वह धारीवाल ने अपनी रिक्शा में सब्जियां भरकर गांव रानियां जा रहा था। जब वह कुछ दूरी पर पहुंचा तो पीछे से आई एक निजी कंपनी की बस ने रिक्शा को टक्कर मार दी। रिक्शा बस में फंस गई और बस चालक करीब 300 मीटर तक रिक्शा चालक को घसीटते हुए ले गया। हायर सेंटर किया रेफर इस हादसे में रिक्शा चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे इलाज के लिए धारीवाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे गुरदासपुर सिविल अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, मौके पर पहुंची धारीवाल थाने की पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर बस को कब्जे में लिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब-चंडीगढ़ में मौसम हुआ शुष्क:नवंबर में बारिश के आसार नहीं, तापमान में हल्की बढ़ोतरी; राजधानी में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा
पंजाब-चंडीगढ़ में मौसम हुआ शुष्क:नवंबर में बारिश के आसार नहीं, तापमान में हल्की बढ़ोतरी; राजधानी में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा नवंबर महीना आखिरी सप्ताह में पहुंच चुका है। लेकिन इसके बावजूद ना पूरी तरह से ठंड असर दिखा रही है और ना ही बारिश हो रही है। पंजाब का न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.9 डिग्री और चंडीगढ़ का तकरीबन 1 डिग्री अधिक पाया जा रहा है। इस बीच पंजाब में प्रदूषण का स्तर लगातार घट रहा है, वहीं चंडीगढ़ में स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पंजाब में नवंबर अंत तक बारिश के आसार नहीं बन रहे हैं। यानी कि मौसम शुष्क बना रहेगा। वहीं, अगले दो दिन पंजाब और चंडीगढ़ में धुंध को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया। लेकिन 27 नवंबर से एक बार फिर पंजाब के कुछ इलाकों में धुंध रहने का अनुमान है। जिसका असर कुछ दिनों रहेगा। तापमान में बढ़ोतरी दर्ज पंजाब में दिन का तापमान सामान्य है, लेकिन रात का तापमान अभी भी सामान्य से अधिक बना हुआ है। पंजाब का रात का तापमान सामान्य से 2.9 डिग्री अधिक है और अधिकतर शहरों का ये तापमान 10 से 15 डिग्री के बीच बना हुआ है। जबकि चंडीगढ़ में तापमान 0.7 डिग्री अधिक है। मौसम विज्ञान केंद्र ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि नवंबर महीने में तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा और बारिश के आसार भी काफी कम हैं। प्रदूषण चिंताजनक स्थित तक पहुंचा पंजाब में प्रदूषण के स्तर में लगातार कमी देखने को मिली है। अमृतसर में ऐवरेज एक्यूआई 167 रहा, जबकि बठिंडा का एक्यूआई 87 डिग्री दर्ज किया गया। जालंधर में एक्यूआई 206, मंडी गोबिंदगढ़ 270, खन्ना में 156 और रूपनगर में 171 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं, चंडीगढ़ की स्थिति चिंताजनक स्थित में है। यहां प्रदूषण का स्तर 200 एक्यूआई से अधिक पाया जा रहा है। सेक्टर 22 में ऐवरेज 232, सेक्टर 25 में तापमान 210 और सेक्टर 53 में तापमान 232 डिग्री दर्ज किया गया। चंडीगढ़ सहित पंजाब के शहरों का तापमान चंडीगढ़- शहर का तापमान 11 से 25 डिग्री के बीच बने रहे का अनुमान है। आज आसमान साफ रहेगा। अमृतसर- शहर का तापमान 13 से 23 डिग्री के बीच बने रहे का अनुमान है। आज हल्की धुंध रहेगी। जालंधर- शहर का तापमान 12 से 25 डिग्री के बीच बने रहे का अनुमान है। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, दोपहर होते-होते धूप खिलेगी। लुधियाना- शहर का तापमान 11 से 24 डिग्री के बीच बने रहे का अनुमान है। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, दोपहर होते-होते धूप खिलेगी। पटियाला- शहर का तापमान 11 से 24 डिग्री के बीच बने रहे का अनुमान है। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, दोपहर होते-होते धूप खिलेगी।
बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध
बंदी सिखों की रिहाई पर रवनीत बिट्टू का यू-टर्न:बोले- राजोआना या बाकी सिखों की रिहाई का नहीं करूंगा विरोध पंजाब के लुधियाना से पूर्व सांसद और मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज तक जेल में बंद सिखों की रिहाई का विरोध करते रहे हैं। लेकिन अब बिट्टू ने जेल में बंद सिखों की रिहाई पर यू-टर्न ले लिया है। बिट्टू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब आगे बढ़ने का समय आ गया है। वह राजोआना समेत किसी भी जेल में बंद सिख की रिहाई का विरोध नहीं करेंगे। पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। बिट्टू ने कहा कि अगर आने वाले समय में केंद्र सरकार जेल में बंद सिखों के हक में कोई फैसला लेती है तो वह इसका विरोध नहीं करेंगे। उनका परिवार भी जेल में बंद सिखों का किसी भी तरह से विरोध नहीं करेगा। बिट्टू ने कहा कि मैने इस बारे अपने परिवार से भी बातचीत की है। बता दें कांग्रेस में रहते हुए बिट्टू ने हमेशा बलवंत सिंह राजोआना व अन्य बंदी सिखों की रिहाई का कड़ा विरोध किया था। बिट्टू 1 बार श्री आनंदपुर साहिब से सांसद रहे जबकि दो बार लुधियाना से सांसद रह चुके है। इस बार लुधियाना की जनता ने उन्हें नकार दिया। वह कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से करीब 21 हजार वोट से हारे है। बिट्टू क्यों करते रहे बंदी सिखों का विरोध 31 अगस्त 1995 को पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (बिट्टू के दादा) की हत्या कर दी गई। मानव बम ने बेअंत सिंह की कार के पास खुद को उड़ा लिया था। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी।
बरनाला के तेजिंदर कनाडा में विधायक बने:तर्कशील नेता राजिंदर भदौड़ के भाई हैं, 45 साल पहले पत्नी संग गए थे विदेश
बरनाला के तेजिंदर कनाडा में विधायक बने:तर्कशील नेता राजिंदर भदौड़ के भाई हैं, 45 साल पहले पत्नी संग गए थे विदेश बरनाला जिले के भदौड़ के मूल निवासी और तर्कशील नेता मास्टर राजिंदर भदौड़ के छोटे भाई वैज्ञानिक डॉ. तेजिंदर सिंह ग्रेवाल कनाड़ा में विधायक चुने गए हैं। बता दें कि, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना से पीएचडी प्राप्त करने के बाद तेजिंदर सिंह ग्रेवाल और उनकी पत्नी डॉ. रविंदर कौर ग्रेवाल ने कुछ समय तक विश्वविद्यालय में पढ़ाया और 1999 के आसपास कनाडा चले गए थे। ग्रेवाल अब कनाडा के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में कृषि विज्ञानी के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा भदौड़ के सरकारी स्कूल से की है। तेजिंदर ग्रेवाल को कनाडा में एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक और समर्पित सामाजिक नेता के रूप में पहचाना जाता है। सदरलैंड विश्वविद्यालय सीट से चुनाव जीता उन्होंने सास्काटून-सदरलैंड विश्वविद्यालय सीट के लिए एनडीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता। उन्होंने सस्केचेवान की वैज्ञानिक और सांस्कृतिक कलाओं पर बड़े पैमाने पर काम किया है। उन्होंने सस्केचेवान विश्वविद्यालय, सस्केचेवान अनुसंधान परिषद और पंजाबी सांस्कृतिक संघ सस्केचेवान में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। भतीजा कंवलदीप सरकारी अस्पताल में तैनात उनके भाई राजिंदर भदौड एक तर्कशील नेता के रूप में सक्रिय हैं, जबकि उनके भतीजे कंवलदीप सिंह ग्रेवाल बरनाला सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। इस संबंध में उनके भतीजे कंवलदीप सिंह ग्रेवाल ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए बहुत खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि हमारा परिवार समाज सेवा में योगदान देता रहा है और इसी का नतीजा है कि परिवार का एक सदस्य कनाडा में विधायक चुना गया है।