पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के तहत ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने गुरदासपुर के विभिन्न गांवों में स्थित मेडिकल स्टोरों पर अचानक छापेमारी की। इस दौरान की गई चेकिंग के दौरान करीब 100 नशीले कैप्सूल बरामद हुए हैं। जानकारी देते हुए ड्रग कंट्रोल अधिकारी बबलीन कौर ने बताया कि चेकिंग के दौरान तहसील बटाला में स्थित गुरु किरपा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। मेडिकल स्टोर से लगभग 100 नशीले कैप्सूल बरामद किए गए। चेकिंग के दौरान यह भी पाया गया कि स्टोर पर बैठा व्यक्ति गुरप्रीत सिंह योग्य व्यक्ति नहीं था, जबकि नियमानुसार दवा बेचने का काम कोई योग्य व्यक्ति ही कर सकता है। मेडिकल स्टोर पर सेल परचेज का रिकार्ड भी पूरा नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार जब निमर मेडिकल स्टोर गांव रियारीकलां की चेकिंग की गई तो इस मेडिकल स्टोर पर कोई भी अधिकृत व्यक्ति नहीं बैठा था तथा स्टोर का रिकार्ड मिलान नहीं कर रहा था तथा शेड्यूल एच-1 रजिस्टर भी पूर्ण नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने जिला गुरदासपुर के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति बिना डॉक्टर की पर्ची के प्रतिबंधित दवा न बेचे और यदि कोई मेडिकल स्टोर मालिक सरकार द्वारा प्रतिबंधित दवा बेचता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर स्वामियों को अपने मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के भी निर्देश दिए। पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के तहत ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने गुरदासपुर के विभिन्न गांवों में स्थित मेडिकल स्टोरों पर अचानक छापेमारी की। इस दौरान की गई चेकिंग के दौरान करीब 100 नशीले कैप्सूल बरामद हुए हैं। जानकारी देते हुए ड्रग कंट्रोल अधिकारी बबलीन कौर ने बताया कि चेकिंग के दौरान तहसील बटाला में स्थित गुरु किरपा मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। मेडिकल स्टोर से लगभग 100 नशीले कैप्सूल बरामद किए गए। चेकिंग के दौरान यह भी पाया गया कि स्टोर पर बैठा व्यक्ति गुरप्रीत सिंह योग्य व्यक्ति नहीं था, जबकि नियमानुसार दवा बेचने का काम कोई योग्य व्यक्ति ही कर सकता है। मेडिकल स्टोर पर सेल परचेज का रिकार्ड भी पूरा नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार जब निमर मेडिकल स्टोर गांव रियारीकलां की चेकिंग की गई तो इस मेडिकल स्टोर पर कोई भी अधिकृत व्यक्ति नहीं बैठा था तथा स्टोर का रिकार्ड मिलान नहीं कर रहा था तथा शेड्यूल एच-1 रजिस्टर भी पूर्ण नहीं था। ड्रग कंट्रोल अधिकारी ने जिला गुरदासपुर के सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश दिए कि कोई भी व्यक्ति बिना डॉक्टर की पर्ची के प्रतिबंधित दवा न बेचे और यदि कोई मेडिकल स्टोर मालिक सरकार द्वारा प्रतिबंधित दवा बेचता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर स्वामियों को अपने मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के भी निर्देश दिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा
पंजाब कांग्रेस सांसदों का संसद के बाहर प्रदर्शन:वित्तमंत्री चीमा- पंजाब से सौतेली मां जैसा व्यवाहर; हरसिमरत ने जताई निराशा केंद्रीय बजट 2024 में पंजाब के लिए कोई विशेष पैकेज घोषित नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने संसद से बाहर आकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं, हरसिमरत बादल ने इसे सरकार बचाओ बजट बताया है। इधर, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया। कांग्रेस सांसदों ने एनडीए सरकार को पंजाब के साथ विश्वासघात करने वाली सरकार बताया। लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर भाजपा को पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने वाली सरकार बताया है। वित्तमंत्री चीमा- पंजाब को निराश किया गया पंजाब के वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने इस बजट से निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। छोटे उद्योग के लिए कुछ नहीं दिया। फर्टिलाइजर पर जो 36% सब्सिडी मिलती थी, वे घटा दी है। इनपुट कॉस्ट बढ़ गई है। भाजपा सरकार किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर रही है। इससे पता चलता है भाजपा पंजाब विरोधी पार्टी है। इस बजट ने पंजाब को बुरी तरह निराश किया है। उन्होंने बताया कि बजट से पहले हर राज्य से इनपुट लिया जाता है। वे जब वित्तमंत्री सीतारमण से मिले थे तो पंजाब को दो फसलों को डायवर्सिफिकेशन के लिए आर्थिक पैकेज की जरूरत जताई थी। इससे पानी व किसान को बचाया जा सके। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे इग्नोर किया। 500 किमी इंटरनेशल बॉर्डर है। ऐसे में पंजाब के युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश की तरह इंडस्ट्री लाने के लिए कोई पैकेज नहीं दिया। इस बजट ने पंजाब को निराश किया है। हरसिमरत बोलीं- किसानों और युवाओं की अनदेखी की गई अकाली दल की एकमात्र सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सोशल मीडिया पर पंजाब की अनदेखी का विरोध किया है। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- केंद्रीय बजट 2024 को “सरकार बचाओ” बजट के रूप में जाना जाएगा, जो बिहार और आंध्र प्रदेश में एनडीए के दो सहयोगियों के लिए बनाया गया, जबकि देश भर में किसानों, गरीबों और युवाओं की अनदेखी की गई। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के एनडीए गठबंधन और सरकार से बाहर निकलने के बाद से लगातार छठे बजट में पंजाब के लिए कुछ भी नहीं है। “पंजाब के मुद्दों को सुलझाने” के नाम पर अपने हितों को साधने के लिए भाजपा में शामिल होने वालों को अब जवाब देना चाहिए कि राज्य को केंद्र के हाथों लगातार भेदभाव का सामना क्यों करना पड़ रहा है। सुखबीर बादल -बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बजट को भेदभावपूर्ण बताया है। उन्होंने 10 पॉइंट अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर डालकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा- ▪️केंद्रीय बजट 2024-25 पंजाब के प्रति भेदभावपूर्ण है। ▪️राज्य की कोई भी मांग नहीं मानी गई। ▪️राज्य के किसानों के लिए अति आवश्यक विविधीकरण या ऋण माफी के लिए कोई आवंटन नहीं किया गया है। ▪️पड़ोसी पहाड़ी राज्यों को दिए गए प्रोत्साहनों के कारण ठप पड़े औद्योगिक क्षेत्र के लिए किसी कर रियायत की घोषणा नहीं की गई है। ▪️केंद्र सरकार एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने और एमएसपी पर सभी फसलों की खरीद के लिए धन आवंटित करने में भी विफल रही है। ▪️गरीबों और युवाओं की भी कमी हो गई है। मनरेगा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. ▪️आय असमानता को दूर करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। यहां तक कि 5,000 रुपये प्रति माह की अप्रेंटिसशिप योजना भी दिखावा है, क्योंकि इस टोकन राशि का लाभ उठाने के लिए युवा विस्थापित होकर बड़ी कंपनियों में शामिल नहीं हो पाएंगे। ▪️गठबंधन की मजबूरियां राष्ट्रीय हित से अधिक महत्वपूर्ण लगती हैं। ▪️सरकार का समर्थन करने वाले प्रमुख सहयोगियों को जिस असंतुलित तरीके से धन आवंटित किया गया है, उसने कई प्रमुख राज्यों को धन से वंचित कर दिया है। इसकी समीक्षा किये जाने की जरूरत है। ▪️सीमावर्ती राज्य होने के नाते पंजाब को इस तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। AAP सांसदों ने केजरीवाल के समर्थन में उठाई मांग वहीं, आम आदमी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान संसद के बाहर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। आरोप लगाया है कि BJP की सरकार ने ED-CBI का गलत प्रयोग कर दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। राघव चड्ढा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तस्वीर को सांझा किया। जिसमें उनके साथ सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक, मलविंदर सिंह कंग, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ. राज कुमार चब्बेवाल दिख रहे हैं। पूरी तरह निराश करने वाला बजट है-AAP AAP वक्ता और पंजाब सरकार में पंजाब मध्यम उद्योग विकास बोर्ड के अध्यक्ष नील गर्ग ने कहा- आज के बजट को सत्ता बचाओ बजट कहना सही होगा। बजट में पंजाब की अनदेखी की गई है, ये पूरी तरह निराश करने वाला बजट है। इस बजट में ना महिलाओं के लिए कुछ है ना ही गरीबों के लिए। किसानों की MSP गारंटी पर भी एक शब्द नहीं बोला गया। पांच राज्यों मे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे लेकिन उसका क्या आधार होगा, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया कि वो राज्य कौन से होंगे और क्या लिमिट रहेगी।
अमृतसर में सहकारिता निरीक्षक गिरफ्तार:विजिलेंस ने 15 हजार लेते पकड़ा; सहकारी समिति को बहाल करने के एवज में मांगे थे डेढ़ लाख
अमृतसर में सहकारिता निरीक्षक गिरफ्तार:विजिलेंस ने 15 हजार लेते पकड़ा; सहकारी समिति को बहाल करने के एवज में मांगे थे डेढ़ लाख अमृतसर में विजिलेंस ब्यूरो ने इंस्पेक्टर गुरिंदर सिंह को रिश्वत लेते पकड़ लिया है। आरोपी ने सहकारी समिति को बहाल करने के लिए डेढ़ लाख रुपए मांगे थे। गुरिंदर सिंह भूरा कोहना गांव की बहुउद्देशीय सहकारी समिति में सचिव के पद पर तैनात था। राज्य सतर्कता ब्यूरो के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी को तरनतारन जिले के निवासी वरिंदर सिंह की शिकायत के पर गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया और अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि संबंधित आरोपी ने सहकारी समिति को बहाल करने के बदले में डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी, जो सरकारी धन के दुरुपयोग के कारण भंग हो गई थी। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि आरोपी ने इस संबंध में संयुक्त रजिस्ट्रार, सहकारी समिति जालंधर से मुलाकात करने के नाम पर उससे 15 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी इंस्पेक्टर को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उक्त आरोपी के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के अमृतसर रेंज थाने में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को कल माननीय अदालत में पेश किया जाएगा और इस संबंध में आगे की जांच जारी है।
बठिंडा में ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश:रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल रखा; स्पीड कम थी, ड्राइवर ने देखा तो हादसा टला
बठिंडा में ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश:रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल रखा; स्पीड कम थी, ड्राइवर ने देखा तो हादसा टला पंजाब में कुछ असामाजिक तत्वों ने आज चलती रेल को पटरी से उतारने की कोशिश की है। उन्होंने पटरी पर लोहे के कई सरिये रख दिए, जिससे ट्रेन का बैलेंस बिगड़ जाए और रेलगाड़ी बेपटरी हो जाए। हालांकि, ट्रेन के ड्राइवर की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। ड्राइवर ने समय रहते ट्रेन को रोक लिया और RPF को सूचना दी। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी, रेलवे पुलिस और जिला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। ट्रेन की स्पीड कम होने से टला हादसा
गेट मेन कृष्ण मीना के अनुसार, आज सुबह करीब 3 बजे बठिंडा के बंगी नगर के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी आ रही थी। उसकी स्पीड कम थी, इसलिए गाड़ी के पायलट की नजर अचानक से रेलवे ट्रैक पर रखी किसी वस्तु पर पड़ी। इसके बाद ड्राइवर ने समय रहते रेलगाड़ी में ब्रेक लगा दिए। जब उसने गाड़ी से उतरकर पैदल जाकर आगे देखा तो वहां ट्रैक पर कुछ सरिये पड़े थे। ड्राइवर ने उन सरियों को एक तरफ किया और RPF को साजिश के बारे में अवगत कराया। अधिकारियों के साथ GRP ने मौके पर पहुंचकर देखा कि रेलवे ट्रैक के बीच में किसी ने मोटे सरिया रखे थे। इसके बाद रेल गाड़ी को डिरेल करने की साजिश का खुलासा हुआ। इस रुकावट के कारण वह रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा लेट हुई। जब सब कुछ ठीक लगा तो अधिकारियों ने गाड़ी को रवाना कर दिया। लूट के मकसद से ट्रैक पर सरिया रखने का शक
वहीं, बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल के वार्ड इंचार्ज गौतम मसीह ने कहा कि सुबह उन्हें पता चला कि बठिंडा-दिल्ली रेलवे मार्ग पर किसी चोर ने सरिया रख दिए गए हैं। इसके कारण रेलगाड़ी का बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन समय पर सरिया का पता चलने पर पायलट ने गाड़ी रोककर इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी। वह मामले की जांच कर रहे हैं। गौतम ने कहा, ‘इस रेलवे ट्रैक पर जब गाड़ी धीरे होती है तो आए दिन यहां लूटपाट की घटनाएं होती हैं। आवारा लड़के अक्सर इस रेलवे ट्रैक पर घूमते हुए नजर आते हैं। रेलवे जंक्शन नजदीक होने के कारण और सिग्नल न मिलने के कारण जब रेल यहां पर धीरे होती है तो युवक यहां लूटपाट करते हैं। हो सकता है कि लूट के मकसद से ही ट्रैक पर सरिया रखे गए हों। मेरी प्रशासन से मांग है कि यहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाएं।’ इन स्थानों पर भी रेलगाड़ी डिरेल करने की कोशिश… देश में लगातार हो रहीं ट्रेन से संबंधित घटनाएं
कुछ ही समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार रेलगाड़ियों से जुड़ीं दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। आज ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रयागराज से भूसावल जा रही मालगाड़ी गोविंदपुरी के पास डिरेल हो गई। इसी बीच लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ के साथ इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को तुरंत ही वहीं पर रोक दिया। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इस मामले में रेलवे की एक टीम तकनीकी जांच कर रही हैं। आखिर पटरी से डिब्बे कैसे उतरे? कानपुर में ट्रैक पर सिलेंडर मिले
वहीं, कानपुर में ही प्रेमपुर स्टेशन के पास JTTN गुड्स ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। रविवार सुबह करीब 6 बजे लूप लाइन पर लोको पायलट ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले ही रोक लिया। देश में ट्रेन को बेपटरी करने की यह 57 दिन में 23वीं कोशिश थी। इससे पहले 20 सितंबर को सूरत में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले की जांच NIA को सौंपी गई। वहीं, 18 सितंबर को मध्य प्रदेश के नेपानगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए थे। इससे आर्मी अफसरों की ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश की गई। हालांकि, रेलवे अधिकारी अलर्ट हो गए थे। उन्होंने ट्रेन रुकवा दी थी।