गुरदासपुर के दीनानगर के गांव चौंता में चोर एक बंद मकान से 13 तोला सोने-चांदी के जेवरात और नकदी चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई आरंभ कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में गांव चौंता निवासी कुलदीप सिंह पुत्र मघर सिंह ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ दवाई लेने के लिए पठानकोट गए हुए थे। करीब दो घंटे के बाद वह लौटकर आए तो देखा कि घर के मेन दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। कमरों में जाकर देखा कि सारा सामान बिखरा हुआ था। कमरे में रखी अलमारी का ताला और लॉकर भी टूटे हुए थे। जांच करने पर पता चला कि चोर अलमारी से करीब 13 तोले सोने-चांदी के गहने, डेढ़ किलो चांदी, तीन घड़ियां और 1 लाख 65 हजार की नकदी ले गए। उधर, मामले के जांच अधिकारी एएसआई रमेश कुमार ने बताया कि पीड़ित के बयानों के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरु कर दी गई है। अकेले घर को छोड़कर जाने से कतरा रहे लोग चोरी की बढ़ती जा रही घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इसके साथ ही चोर पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं। हालात यह हो चुके हैं कि अब लोग अपने घरों को अकेला छोड़ने से कतरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह भय रहता है कि यदि वह अपने घर को अकेला छोड़कर जाते हैं तो उनके घर से कोई न कोई सामान चोरी हो जाएगा। इसलिए लोग अपने घरों को अकेला नहीं छोड़ रहे हैं। गुरदासपुर के दीनानगर के गांव चौंता में चोर एक बंद मकान से 13 तोला सोने-चांदी के जेवरात और नकदी चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई आरंभ कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में गांव चौंता निवासी कुलदीप सिंह पुत्र मघर सिंह ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ दवाई लेने के लिए पठानकोट गए हुए थे। करीब दो घंटे के बाद वह लौटकर आए तो देखा कि घर के मेन दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। कमरों में जाकर देखा कि सारा सामान बिखरा हुआ था। कमरे में रखी अलमारी का ताला और लॉकर भी टूटे हुए थे। जांच करने पर पता चला कि चोर अलमारी से करीब 13 तोले सोने-चांदी के गहने, डेढ़ किलो चांदी, तीन घड़ियां और 1 लाख 65 हजार की नकदी ले गए। उधर, मामले के जांच अधिकारी एएसआई रमेश कुमार ने बताया कि पीड़ित के बयानों के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरु कर दी गई है। अकेले घर को छोड़कर जाने से कतरा रहे लोग चोरी की बढ़ती जा रही घटनाओं से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इसके साथ ही चोर पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं। हालात यह हो चुके हैं कि अब लोग अपने घरों को अकेला छोड़ने से कतरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह भय रहता है कि यदि वह अपने घर को अकेला छोड़कर जाते हैं तो उनके घर से कोई न कोई सामान चोरी हो जाएगा। इसलिए लोग अपने घरों को अकेला नहीं छोड़ रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के संघर्ष कर रहे किसानों की नई रणनीति:कल पूरे देश में सांसदों को सौंपेंगे मांगपत्र, MSP पर प्राइवेट बिल लाने की मांग फसलों पर MSP की लीगल गारंटी को लेकर फरवरी से संघर्ष कर रहे किसानों ने संसद के मानसून सत्र के लिए तैयारी कर ली है। कल किसानों द्वारा पूरे देश में नए चुने गए भाजपा के 240 सांसदों को छोड़कर सभी को मांग पत्र सौंपा जाएगा। इसमें NDA के अन्य घटक भी शामिल रहेंगे। सभी सांसदों से मांग की जाएगी कि लोकसभा के मानसून सत्र में फसलों की एमसएपी की लीगल गारंटी को लेकर वह प्राइवेट बिल लेकर आए। एमएसपी के लिए बजट का प्रावधान किया जाएग। नेताओं पर किसान नजर रहेगी। उसके बाद आगे की रणनीति बनाई। 11 से 2 बजे तक चलेगा प्रोग्राम किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा नवनिर्वाचित सांसदों को मांग पत्र देने की स्ट्रेटजी बना ली गई है। सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक मांग पत्र सौंपने की प्रक्रिया चलेगी। इस दौरान पंजाब में 13, हरियाणा में 5, राजस्थान में 11, यूपी में 20, मध्य प्रदेश में 2 और बिहार में 6 सांसदों को मांग पत्र सौंपे जाएंगे। इसी तरह महाराष्ट्र, केरल, आंध्र व तमिलनाडु समेत करीब कई राज्यों में मांग पत्र देंगे। सभी राजनीतिक दलों का है समर्थन किसानों की फसलों की एमएसपी की मांग को लेकर चल रहे संघर्ष को कांग्रेस का पूरा समर्थन मिला है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने भी किसानों को अपना समर्थन दे दिया है। तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने कुछ दिन पहले शंभू बॉर्डर पर पहुंच कर संघर्ष पर चल रहे किसानों से मुलाकात की थी। साथ ही पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से बात करवाई थी। उन्होंने किसानों को पूरा सहयोग देने का वादा किया था। इसके अलावा आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल भी किसानों के पक्ष में है। आपको बता दें कि, जब किसान आंदोलन शुरू हुआ था तो दिल्ली से जब भाजपा के मंत्री किसानों से मीटिंग के लिए आते थे, तो सीएम भगवंत मान खुद किसानों के वकील बनकर मीटिंग में मौजूद रहते थे। वहीं, संघर्ष के दौरान किसानों को कोई दिक्कत नहीं आई थी।
CAG रिपोर्ट में पंजाब में वित्तीय संकट:AAP सांसद साहनी ने रखी मांग- केंद्र बनाए SOS कमेटी; अंधेरे में जाने से रोकना जरूरी
CAG रिपोर्ट में पंजाब में वित्तीय संकट:AAP सांसद साहनी ने रखी मांग- केंद्र बनाए SOS कमेटी; अंधेरे में जाने से रोकना जरूरी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में पंजाब वित्तीय सकंट से गुजर रहा है। रिपोर्ट को विधानसभा में बीते दिनों पेश किया गया। राज्य का ग्रास स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट का पब्लिक डेप्ट 44 प्रतिशत हो गया है, जो 20 फीसदी होना चाहिए। CAG रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त करते हुए आम आदमी पार्टी के सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने केंद्र से SOS कमेटी गठित करने की मांग रखी है। विक्रमजीत सिंह साहनी ने बताया कि रेवेन्यू डेफिसिट ऑफ जीडीपी जो 2 फीसदी होना चाहिए था। वो भी डबल 4 फीसदी हो गया है। पंजाब पर पहले 2.82 हजार करोड़ का कर्जा था और दो सालों में 90 हजार करोड़ का और कर्जा राज्य पर आ गया है। 22 फीसदी रेवेन्यू पंजाब का स्टेट गवर्नमेंट को इंट्रस्ट के तौर पर देना पड़ रहा है। इतनी नाजुक स्थिति में पंजाब का रेवेन्यू 11 फीसदी बढ़ा है, लेकिन खर्चा भी 13 फीसदी बढ़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र और लोगों को समझना होगा कि ये जो फिस्कल डेफिसिट है। ये सिर्फ पंजाब का नहीं है, ये पूरे देश का है। पंजाब भारत का भिन्न अंग है, पंजाब भारत का दिल है और देश की फूड बास्केट है। केंद्र से फंड रिलीज करने की मांग सांसद साहनी ने कहा कि उन्होंने पार्लियामेंट में विनती की थी, पंजाब का 8500 करोड़ का फंड केंद्र के पास पेंडिंग है। उसे रिलीज किया जाए। जिसमें से 5600 करोड़ रूरल डेवलपमेंट फंड, 1000 करोड़ नेशनल हेल्थ मिशन, 1837 करोड़ रुपए स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट, जिससे सड़कों का निर्माण हो सकता है, जारी किया जाना चाहिए। पंजाब को हर साल कैश क्रेडिट लिमिट का 650 करोड़ भी देना पड़ रहा है। इसका समाधान तभी होगा, जब बैठकर बातचीत से इसका हल निकाला जा सके। कैबिनेट कमेटी गठित करने की मांग विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि केंद्र ने बीते सप्ताह राजपुरा पटियाला इंडस्ट्रियल जोन पंजाब को दिया है। इसके लिए 1102 एकड़ जमीन खाली पड़ी है और अगर उसके फंड भी रिलीज हो जाएं तो अच्छा होगा। वित्तीय संकट से पंजाब को उभारने के लिए केंद्र को कैबिनेट SOS कमेटी बनानी चाहिए, ताकि आने वाले समय में पंजाब को अंधेरे की तरफ जाने से बचाया जा सके।
एनएसएटी का 19वां संस्करण किया लॉन्च
एनएसएटी का 19वां संस्करण किया लॉन्च लुधियाना| पीएयू गेट नंबर-3 के पास स्थित नारायणा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने नारायण स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट-2024 (एनएसएटी-2024) के 19वें संस्करण के लॉन्च की घोषणा की। इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर विकास कुमार की मौजूदगी में एनएसएटी-2024 के 19वें संस्करण का उद्घाटन किया। विकास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि नारायणा स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट-2024 में छात्रों के लिए 1 करोड़ की पुरस्कार राशि रखी गई है।
नारायण स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट-2024 (एनएसएटी-2024) की परीक्षा नारायणा कोचिंग इंस्टीट्यूट लुधियाना शाखा और लुधियाना के विभिन्न स्कूलों में आयोजित की जाएगी। डायरेक्टर विकास कुमार ने कहा कि नारायणा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट टॉपर्स और मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति और नकद पुरस्कार देगा। इस वार्षिक परीक्षा का छात्रों को बेसब्री से इंतजार रहता है, जिसका उद्देश्य देश भर में शैक्षणिक प्रतिभा को प्रेरित करना, पुरस्कृत करना और पोषित करना है। (एनएसएटी-2024) कक्षा 5 से 11 (विज्ञान) के छात्रों को उनके ज्ञान, आलोचनात्मक सोच और समस्या समाधान कौशल का परीक्षण करने, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करता है।