गुरुग्राम में जीएमडीए अधिकारी की बदतमीजी:दुकानदार से बहसबाजी- नोकझोंक, खोली लेन-देन की पोल, डीटीपी बोले- मैं तेरा बाप लग रहा हूं क्या?

गुरुग्राम में जीएमडीए अधिकारी की बदतमीजी:दुकानदार से बहसबाजी- नोकझोंक, खोली लेन-देन की पोल, डीटीपी बोले- मैं तेरा बाप लग रहा हूं क्या?

गुरुग्राम के हरीनगर में अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई करने पहुंचे गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी(GMDA) की इन्फोर्समेंट विंग अधिकारी आरएस बाठ द्वारा दुकानदारों के साथ बदतमीजी किए जाने का मामला सामने आया है। अवैध दुकानों को सील करने के दौरान एक दुकानदार के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हो गई। उनके साथ नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे। दरअसल, दुकानदार ने कहा कि वह पहले होमगार्ड में नौकरी करता था, लेकिन बेरोजगारी के कारण मीट की दुकान शुरू की। उसने अधिकारियों पर लाइसेंस के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगाया और कहा कि पैसे देकर लाइसेंस बनवा लूंगा। भड़क गए जीएमडीए अधिकारी इस बात पर आरएस बाठ भड़क गए और दुकानदार से लिखित में शिकायत देने को कहा। दुकानदार ने उल्टा अधिकारी से लिखित में कागज मांगा और कहा कि वह साइन कर देगा। इस पर डीटीपी ने आपा खो दिया और अभद्र टिप्पणी की, बोले कि मैं तेरा बाप लग रहा हूं क्या? यह सुनकर मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए। दुकानदार ने बाद में एक कागज पर अपनी बात लिखकर सौंपी, लेकिन इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया। इसके अलावा भी कई दूसरे दुकानदारों से भी इसी तरह की अमर्यादित भाषा के आरोप लगे हैं। इस घटना ने जीएमडीए की कार्यशैली और अधिकारियों के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दो दुकानों पर लगाई सील दरअसल, डीटीपी को जानकारी मिली थी कि हरीनगर में कई मीट और अन्य दुकानें बिना लाइसेंस के संचालित हो रही हैं। इसके बाद सोमवार शाम को वे अपनी टीम के साथ पहुंचे। यहां दो दुकानों पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। अधिकारी की सफाई- धौंस नहीं चलेगी
हालांकि आरएस बाठ ने अपनी सफाई में कहा कि उन्हें क्षेत्र में अवैध दुकानों और दुकानदारों द्वारा लोगों से बदसलूकी की शिकायतें मिली थीं। उन्होंने दावा किया कि बिना लाइसेंस की सभी दुकानों और रेहड़ियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे कोई कितनी भी धौंस दिखाए। हालांकि लोगों द्वारा उनकी अभद्र भाषा और व्यवहार को लेकर उनकी मंशा पर सवाल उठाए हैं। दुकानदारों का आरोप- व्यवहार गलत है दुकानदारों का कहना है कि तोड़फोड़ और सीलिंग कार्रवाई तो ठीक है, लेकिन अधिकारियों का व्यवहार गलत है। एक दुकानदार ने कहा कि अवैध रूप से खुली दुकानों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन क्या यह तरीका सही है? अधिकारी को अपनी मर्यादा में रहना चाहिए। छोटे दुकानदारों को प्रताड़ित करने का आरोप कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम और जीएमडीए के अधिकारी अक्सर छोटे दुकानदारों को निशाना बनाते हैं, जबकि बड़े उल्लंघनकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं होती। छोटे दुकानदारों और रेहड़ी वालों को कार्रवाई के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। लाइसेंस के नाम पर कथित रूप से उगाही के भी आरोप लगाए हैं। गुरुग्राम के हरीनगर में अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई करने पहुंचे गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी(GMDA) की इन्फोर्समेंट विंग अधिकारी आरएस बाठ द्वारा दुकानदारों के साथ बदतमीजी किए जाने का मामला सामने आया है। अवैध दुकानों को सील करने के दौरान एक दुकानदार के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हो गई। उनके साथ नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे। दरअसल, दुकानदार ने कहा कि वह पहले होमगार्ड में नौकरी करता था, लेकिन बेरोजगारी के कारण मीट की दुकान शुरू की। उसने अधिकारियों पर लाइसेंस के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगाया और कहा कि पैसे देकर लाइसेंस बनवा लूंगा। भड़क गए जीएमडीए अधिकारी इस बात पर आरएस बाठ भड़क गए और दुकानदार से लिखित में शिकायत देने को कहा। दुकानदार ने उल्टा अधिकारी से लिखित में कागज मांगा और कहा कि वह साइन कर देगा। इस पर डीटीपी ने आपा खो दिया और अभद्र टिप्पणी की, बोले कि मैं तेरा बाप लग रहा हूं क्या? यह सुनकर मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए। दुकानदार ने बाद में एक कागज पर अपनी बात लिखकर सौंपी, लेकिन इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया। इसके अलावा भी कई दूसरे दुकानदारों से भी इसी तरह की अमर्यादित भाषा के आरोप लगे हैं। इस घटना ने जीएमडीए की कार्यशैली और अधिकारियों के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दो दुकानों पर लगाई सील दरअसल, डीटीपी को जानकारी मिली थी कि हरीनगर में कई मीट और अन्य दुकानें बिना लाइसेंस के संचालित हो रही हैं। इसके बाद सोमवार शाम को वे अपनी टीम के साथ पहुंचे। यहां दो दुकानों पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। अधिकारी की सफाई- धौंस नहीं चलेगी
हालांकि आरएस बाठ ने अपनी सफाई में कहा कि उन्हें क्षेत्र में अवैध दुकानों और दुकानदारों द्वारा लोगों से बदसलूकी की शिकायतें मिली थीं। उन्होंने दावा किया कि बिना लाइसेंस की सभी दुकानों और रेहड़ियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे कोई कितनी भी धौंस दिखाए। हालांकि लोगों द्वारा उनकी अभद्र भाषा और व्यवहार को लेकर उनकी मंशा पर सवाल उठाए हैं। दुकानदारों का आरोप- व्यवहार गलत है दुकानदारों का कहना है कि तोड़फोड़ और सीलिंग कार्रवाई तो ठीक है, लेकिन अधिकारियों का व्यवहार गलत है। एक दुकानदार ने कहा कि अवैध रूप से खुली दुकानों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन क्या यह तरीका सही है? अधिकारी को अपनी मर्यादा में रहना चाहिए। छोटे दुकानदारों को प्रताड़ित करने का आरोप कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम और जीएमडीए के अधिकारी अक्सर छोटे दुकानदारों को निशाना बनाते हैं, जबकि बड़े उल्लंघनकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं होती। छोटे दुकानदारों और रेहड़ी वालों को कार्रवाई के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। लाइसेंस के नाम पर कथित रूप से उगाही के भी आरोप लगाए हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर