हरियाणा के अंबाला जिले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता हरबिलास की हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है। हत्या के तीन दिन बाद, 2 लाख के इनामी बदमाश और कुख्यात गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। वेंकट गर्ग ने धमकी भरे शब्दों में लिखा, सब्र रखो, सबका हिसाब होगा। ये तो सिर्फ शुरुआत है। अब उसकी यह पोस्ट अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। साइबर सेल की मदद से पुलिस की अब आरोपियों तक पहुंचने की कोशिशें तेज हो गई हैं। ये लिखा है पोस्ट में वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर जो पोस्ट डाली है उसमें लिखा नारायणगढ़ कॉम्प्लेक्स में जो हत्याकांड हुआ, वह मैंने किया है। हमारे खिलाफ साजिश रचने वालों का यही हाल होगा। जो भी हमारे खिलाफ वालों का साथ देगा या उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई संबंध रखेगा उसका भी यही हाल होगा। जो भी किया है हमने खुद किया है। प्रशासन किसी को नाजायज तंग ना करे। मेरा किसी गैंग से कोई लिंक नहीं है और ना ही कोई दुश्मनी। हां हम अपनी लड़ाई लड रहे है। कोई भी कहीं इंटरफेयर ना करे। नुकसान करते समय ये नहीं देखा जाएगा वो कौन है और किस लेवल का है। सब्र करो सबका हिसाब होगा। ये तो शुरुआत है वेट एंड वॉच वेंकट गर्ग। हरबिलास की हत्या की जांच में तेजी 24 जनवरी की देर शाम को बसपा नेता हरबिलास को पांच गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। पुलिस ने वेंकट गर्ग, अजय, अरुण, साहिल, मनीष मित्तल, तुषार, नेहाल और अंजू गर्ग सहित कुल आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी अरुण गर्ग, अजय गर्ग, अंजू गर्ग, साहिल शर्मा व मनीष मित्तल को कल कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से अदालत ने अंजू गर्ग को न्यायिक हिरासत में जिला जेल तो अन्य को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। वकीलों ने भी किया वर्क सस्पेंड बता दें कि हरबिलास नारायणगढ़ बार एसोसिएशन का सदस्य था, और इस हत्या के विरोध में व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज अंबाला कोर्ट में वकीलों ने वर्क सस्पेंड कर दिया है। वकीलों ने आरोपियों की पैरवी न करने का ऐलान किया और सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वेंकट गर्ग का आपराधिक इतिहास वेंकट गर्ग पहले मोनू राणा गैंग से जुड़ा हुआ था, लेकिन बाद में उसने अपना गैंग बना लिया। उसकी अपराधों की लिस्ट लंबी है, जिसमें अंबाला, यमुनानगर और आसपास के इलाकों में कई गंभीर मामले शामिल हैं। वेंकट गर्ग पर हमले भी हुए हैं और वह कई बार जेल की सजा भी काट चुका है। हरियाणा के अंबाला जिले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता हरबिलास की हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है। हत्या के तीन दिन बाद, 2 लाख के इनामी बदमाश और कुख्यात गैंगस्टर वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। वेंकट गर्ग ने धमकी भरे शब्दों में लिखा, सब्र रखो, सबका हिसाब होगा। ये तो सिर्फ शुरुआत है। अब उसकी यह पोस्ट अब पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। साइबर सेल की मदद से पुलिस की अब आरोपियों तक पहुंचने की कोशिशें तेज हो गई हैं। ये लिखा है पोस्ट में वेंकट गर्ग ने सोशल मीडिया पर जो पोस्ट डाली है उसमें लिखा नारायणगढ़ कॉम्प्लेक्स में जो हत्याकांड हुआ, वह मैंने किया है। हमारे खिलाफ साजिश रचने वालों का यही हाल होगा। जो भी हमारे खिलाफ वालों का साथ देगा या उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई संबंध रखेगा उसका भी यही हाल होगा। जो भी किया है हमने खुद किया है। प्रशासन किसी को नाजायज तंग ना करे। मेरा किसी गैंग से कोई लिंक नहीं है और ना ही कोई दुश्मनी। हां हम अपनी लड़ाई लड रहे है। कोई भी कहीं इंटरफेयर ना करे। नुकसान करते समय ये नहीं देखा जाएगा वो कौन है और किस लेवल का है। सब्र करो सबका हिसाब होगा। ये तो शुरुआत है वेट एंड वॉच वेंकट गर्ग। हरबिलास की हत्या की जांच में तेजी 24 जनवरी की देर शाम को बसपा नेता हरबिलास को पांच गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। पुलिस ने वेंकट गर्ग, अजय, अरुण, साहिल, मनीष मित्तल, तुषार, नेहाल और अंजू गर्ग सहित कुल आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब तक पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी अरुण गर्ग, अजय गर्ग, अंजू गर्ग, साहिल शर्मा व मनीष मित्तल को कल कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से अदालत ने अंजू गर्ग को न्यायिक हिरासत में जिला जेल तो अन्य को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। वकीलों ने भी किया वर्क सस्पेंड बता दें कि हरबिलास नारायणगढ़ बार एसोसिएशन का सदस्य था, और इस हत्या के विरोध में व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज अंबाला कोर्ट में वकीलों ने वर्क सस्पेंड कर दिया है। वकीलों ने आरोपियों की पैरवी न करने का ऐलान किया और सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वेंकट गर्ग का आपराधिक इतिहास वेंकट गर्ग पहले मोनू राणा गैंग से जुड़ा हुआ था, लेकिन बाद में उसने अपना गैंग बना लिया। उसकी अपराधों की लिस्ट लंबी है, जिसमें अंबाला, यमुनानगर और आसपास के इलाकों में कई गंभीर मामले शामिल हैं। वेंकट गर्ग पर हमले भी हुए हैं और वह कई बार जेल की सजा भी काट चुका है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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गोपाल कांडा बोले- जीतने के बाद BJP से समझौता करेंगे:खुद इनेलो-BSP-हलोपा गठबंधन के उम्मीदवार; दुष्यंत चौटाला बोले- आका का हुक्म है
गोपाल कांडा बोले- जीतने के बाद BJP से समझौता करेंगे:खुद इनेलो-BSP-हलोपा गठबंधन के उम्मीदवार; दुष्यंत चौटाला बोले- आका का हुक्म है हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच नेताओं के बोल ने उनके ही दलों और गठबंधन दलों मुश्किल में डाल दिया है। सिरसा में हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) के उम्मीदवार और हाल ही में इनेलो और बसपा के साथ गठबंधन में शामिल हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा ने बयान दिया है कि वह जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। गोपाल कांडा ने कहा कि हलोपा आज भी NDA का हिस्सा है और इनेलो-बसपा और हलोपा सब मिलकर सरकार बनाएंगे। गोपाल कांडा के इस बयान पर हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने उन पर निशाना साधा है। दुष्यंत ने सोशल मीडिया पर लिखा- ऊपर से समझौते, ऊपर से ही पैसे, सब कर दिये इकट्ठे ये एक जैसे, इनको दे रखा है आका ने एक हुक्म, सरकार बनवाओ बीजेपी की जैसे-तैसे। गोपाल कांडा ने पार्टी के समझौता न करने पर कहा कि भाजपा ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और कुछ ऐसे चेहरे भी उतारे हैं जो उनकी भी पसंद है। भाजपा के साथ किसी भी तरह के मतभेद से उन्होंने इनकार किया है। गोपाल कांडा ने कहा कि भाजपा के साथ उनके परिवार के रिश्ते पुराने हैं। पिता मुरलीधर कांडा आरएसएस में थे और 1952 में दीपक के निशान पर जनसंघ के टिकट पर लड़े थे उस समय सिरसा डबवाली में होता था। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गोपाल कांडा का कहना है कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलानाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उप चुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं हलोपा ऐलानाबाद और रानिया में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। क्योंकि हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ है। गोपाल कांडा ने कहा कि मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। गोपाल कांडा ने कहा कि इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। गोपाल कांडा ने कहा मेरी मां भाजपा को वोट देती है गोपाल कांडा ने कहा कि जब मैं 2009 में निर्दलीय चुनाव मैदान में था तो मैंने मां को कहा कि इंजन के चुनाव चिह्न वाला बटन दबाना है। तब मेरी मां ने कहा कि मैं कमल के फूल के अलावा कहीं वोट नहीं डालूंगी। कांडा ने कहा कि मेरा परिवार आरएसएस का परिवार है। अगर भाजपा सिरसा सीट छोड़ने के लिए भी कहती तो मैं उस भी विचार कर लेता, मगर कभी मुझे पार्टी ने ऐसा कहा नहीं। भाजपा को पता है कि यह इस सीट पर जीतने वाले कैंडिडेट हैं। इनेलो-बसपा और हलोपा का एक सीट पर उम्मीदवार
बता दें कि इनेलो-बसपा और हलोपा का पूरे हरियाणा में एक ही सीट पर उम्मीदवार है। हलोपा सिरसा सीट पर ही चुनाव लड़ रही है और इनेलो-बसपा उसे समर्थन कर रही है। बसपा और इनेलो के बीच जुलाई में गठबंधन हुआ था। इसमें तय हुआ था कि बसपा 90 में से 37 सीटों और इनेलो 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। मुख्यमंत्री का चेहरा अभय चौटाला को बनाया गया है। इनेलो और बसपा का पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन इनेलो ने 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 90 में से 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था। लेकिन वह केवल एक सीट ही जीत पाई थी। उस चुनाव में इनेलो को 2.44 फीसदी वोट मिले थे। दूसरी तरफ बसपा ने 87 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन वो प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीत पाई। बसपा ने इस चुनाव में 4.21 फीसदी वोट हासिल किए थे। गुरुग्राम से शुरू हुआ कांडा के करोड़पति बनने का सफर गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर साइबर सिटी गुरुग्राम से वर्ष 2000 के आसपास शुरू हुआ। उस समय राज्य में ओम प्रकाश चौटाला की अगुआई में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की सरकार थी। उस दौरान कांडा INLD सुप्रीमो चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। उसी समय सिरसा में तैनात रहा वह आईएएस अफसर भी गुरुग्राम में हुडा (अब HSVP) का प्रशासक लग गया। उससे दोस्ती का फायदा उठाते हुए कांडा ने गुरुग्राम में प्लाट की खरीद-फ़रोख़्त शुरू कर दी। चौटाला सरकार में कांडा के राज नेताओं से अच्छे संबंध बन गए। यह वो दौर था जब गुरुग्राम तेजी से डवलप हो रहा था और बड़ी-बड़ी कंपनियां वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर खोल रही थी। गोपाल कांडा को इस डेवलपमेंट का जमकर फायदा मिला।
झज्जर का नौसैनिक गुजरात में शहीद:बाढ़ पीड़ितों को बचाने में हुआ हादसे का शिकार, हेलिकॉप्टर समुद्र में गिरा
झज्जर का नौसैनिक गुजरात में शहीद:बाढ़ पीड़ितों को बचाने में हुआ हादसे का शिकार, हेलिकॉप्टर समुद्र में गिरा झज्जर जिले के गांव डावला का युवक नौसेना में तैनात था, जो लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान में शहीद हो गया। जवान का हेलिकॉप्टर समुद्र में गिरने से वो हादसे का शिकार हो गया। गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ पीड़ित लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान का वह भी हिस्सा था। जो हेलिकॉप्टर में सवार था, लेकिन कुछ तकनीकी खराबी होने के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश होकर समुद्र में गिर गया। कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था जवान नौसैनिक कर्ण सिंह पुत्र कर्मवीर सिंह गांव डावला का निवासी था, जिसकी गुजरात में तैनाती हुई थी। गुजरात में भारी बारिश के चलते काफी लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए नौसेना और वायुसेना के द्वारा एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस अभियान में नौसेना का जवान कर्ण भी शामिल था, जो पोरबंदर तट से दूर अरब सागर में भारतीय तटरक्षक बल के एक कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था। हेलिकॉप्टर के समुद्र में गिरने से जवान की शहादत हो गई। गांव में होगा शहीद का अंतिम संस्कार शहीद कर्ण सिंह शादीशुदा था जिसका एक बेटा और एक बेटी है l कर्ण सिंह करीब 10 साल पहले भारतीय नौसेना में देश की सेवा करने के लिए भर्ती हुआ था l शहीद कर्ण सिंह के पिता की पहले ही बीमारी के चलते मौत चुकी है और उनका एक भाई और दो बहने हैं l शहीद करण सिंह के परिवार के लोग शहीद का पार्थिव शरीर लेने के लिए गुजरात पहुंच चुके हैं l सैनिक सम्मान के साथ गांव में शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा l
सोनीपत में मर्डर-लूट में बदला सुसाइड केस:साढ़े 3 साल पहले फंदे पर लटका मिला था युवक; नई बाइक-मोबाइल गायब थे
सोनीपत में मर्डर-लूट में बदला सुसाइड केस:साढ़े 3 साल पहले फंदे पर लटका मिला था युवक; नई बाइक-मोबाइल गायब थे बेटे ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या हुई है, सोनीपत पुलिस को ये समझाने में व्यक्ति को साढ़े 3 साल लग गए। युवक के बाइक-मोबाइल-रुपए गायब थे, इस पर भी पुलिस ने गौर नहीं किया और युवक की मौत को निपटा दिया। पिता ने बेटे की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े किए, लेकिन पुलिस ने इन पर गौर नहीं किया। हालांकि अब उन हालातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने युवक की हत्या का मामला दर्ज करना पड़ा है। जाने क्या था पूरा मामला सोनीपत की बाबा कॉलोनी में रहने वाले रामनिवास के बेटे प्रवीण का शव 28 जुलाई 2021 को गांव बंदेपुर के पास पेड़ से लगे फंदे पर लटका मिला। दो सप्ताह पहले ही पिता ने बेटे को नई बाइक दिलाई थी। लड़का खुश था और बाइक लेकर हरिद्वार गया था, लेकिन घर उसकी लाश लौटी। दुलीचंद ने 12 अगस्त 2021 को पुलिस को शिकायत दी की उसके बेटे की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस ने आरोप को झूठा बताते हुए इत्फाकिया मौत बताकर कार्रवाई की। पिता ने पुलिस को ये बताया रामनिवास ने बेटे की मौत को लेकर बताया कि उसका बेटा प्रवीण 25 जुलाई 2021 को बाइक लेकर हरिद्वार गया था। उसने 13 जुलाई को ही बेटे को नई बाइक दिलाई थी। वह घर से 8 हजार रुपए लेकर गया था ओर उसके साथ मोबाइल फोन भी था। 26 जुलाई 2021 को सुबह 8 बजे उसकी पत्नी विद्या की बात प्रवीण से हुई थी। उसने बताया कि वह हरिद्वार ही है। उसके साथ कॉलोनी के ही दो और लड़के भी हैं। रामनिवास ने बताया कि दो दिन बाद 28 जुलाई काे लीलू बैरागी उसके घर पर आया ओर उसकी पत्नी को बताया कि उनके बेटे प्रवीण की लाश बंदेपुर में पीर बाबा पर लटकी हुई है। यह सुनकर उसकी पत्नी विद्या बेहोश हो गई। वह भी दिल्ली में ड्यूटी पर था। इसके बाद वह सोनीपत पहुंचा तो बेटे की लाश नागरिक अस्पताल सोनीपत में रखी मिली। पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई रामनिवास का कहना है कि उसने बेटे की मौत के हालात पर गौर किया, पुलिस को कुछ बातें बताई, शिकायत भी दी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उसने बताया कि उसके बेटे की मौत बड़े ही संदिग्ध हालात में हुई है। लाश के पैर धरती पर थे। बेटे की मोटरसाइकिल, फोन व पैसे गायब थे। पुलिस ने मोटरसाइकिल, फोन आदि कुछ भी बरामद नही किया। उसके बेटे के मोबाइल नंबर पर घंटी जा रही थी, लेकिन कोई भी फोन नहीं उठा रहा था। पोस्टमार्टम में मौत का कारण फांसी पुलिस के अनुसार युवक प्रवीण के शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया था। डॉक्टर ने अपनी रिपोर्ट में मौत का कारण ‘एंटे मॉर्टम हैंगिंग’ बताया था। यानि मौत से पहले युवक ने फांसी लगाई थी। पुलिस ने इस मामले में परिवार वालों के आरोप को नजर अंदाज करते हुए धारा 174 सीआरपीसी में कार्रवाई की थी। अब हत्या, लूट का केस दर्ज प्रवीण की मौत के इस मामले में पुलिस ने अब 26 दिसंबर की रात को थाना सदर सोनीपत में हत्या व लूट का केस दर्ज किया है। परिवार को साढ़े 3 साल बाद बेटे की मौत पर न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। थाना सदर के SHO उमेश कुमार के अनुसार पिता दुलीचंद ने बेटे की हत्या का शक जताया है। पुलिस से दोबारा जांच की मांग की थी। पुलिस ने धारा 302, 379-A IPC मे केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।