‘गोपाल जी टंडन घुमाए थे बनारस की एक एक गली’:लखनऊ में CM योगी ने सुनाए किस्से; बोले- गोरखपुर में हुई थी पहली मुलाकात, राजनाथ ने भी दी श्रद्धांजलि

‘गोपाल जी टंडन घुमाए थे बनारस की एक एक गली’:लखनऊ में CM योगी ने सुनाए किस्से; बोले- गोरखपुर में हुई थी पहली मुलाकात, राजनाथ ने भी दी श्रद्धांजलि

लखनऊ में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता स्वर्गीय आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हो रहे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनको श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में सीएम योगी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा राज्यसभा सभा सांसद सहित बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और टंडन परिवार के सदस्य मौजूद हैं। पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा- जब भी सीएम योगी को मजाक करने का मन होता तब हम और गोपाल जी योगी के साथ बैठते थे। गोरखपुर में हुई थी पहचान, फिर बढ़ी घनिष्ठता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- यूपी सरकार में मेरे सहयोगी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल जी की आज प्रथम पुण्यतिथि है। वास्तव में उनका जाना लखनऊ के सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। गोपाल जी से मेरी पहचान लाल जी टंडन द्वारा गोरखपुर में कराई गई थी। हमारी घनिष्ठता बढ़ती गई। 2014 में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया। अचानक किसी ने शरारतन परमिशन कैंसिल कराने की सूचना दी। मैंने टंडन जी से कहा सभा कैसे हो पाएगी। प्रशासन जाने नही दे रहा है मैंने टंडन जी से इशारा किया। ये दोनों लोग एयरपोर्ट से गए। प्रशासन को लगा मैं वापस दिल्ली जा रहा हूं। मैं दूसरे रास्ते से सभा के लिए निकल गया। मैं सांसद था। मुलाकात ज्यादा नहीं हो पाती थी। 2017 में मुझे मुख्यमंत्री का दायित्य मिला। तब गोपाल जी को चिकित्सा शिक्षा का दायित्व मिला। शालीनता के साथ करते थे काम
पीएम के सपनों को धरातल पर उतारने का काम गोपाल जी ने किया। लखनऊ के पूर्व मेयर एससी राय के नाम पर एक अस्पताल का नाम हो यह भी वह लगातार प्रयास कर रहे थे। वह पूरी शालीनता के साथ काम करते हुए वह आगे बढ़ते थे। इसके बाद नगर विकास मंत्री का पद मिला। स्मार्ट सिटी का काम आगे बढ़ाने का कार्य किया। 2019 का चुनाव चल रहा था। वाराणसी में मुझे बताया गया टंडन जी सुबह के समय उपस्थित नहीं रहते। मैंने गेस्ट हाउस में टंडन जी से मिला। उन्होंने कहा आप मेरे साथ चलिए मैं दिखाता हूं। क्या क्या सुबह के समय करता हूं। उन्होंने वाराणसी की एक एक गली के बारे में ले जाकर दिखाया। हम लोग मुम्बई गए थे। नगर विकास मंत्री के रूप में टंडन जी थे। हम लोग वहां गए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा टंडन जी कहा चले गए। मैंने कहा वह कोई खाने पीने की जगह ढूंढ रहे होंगे। वापस टंडन जी आए तो उन्होंने कहा कश्मीर से कन्या कुमारी तक आप खाने की जानकारी मांगिए। मैं बता दूंगा। उन्होंने कहा कन्या कुमारी में कोई खाने का होटल बताओ। टंडन जी ने कहा- उस जगह और वहां शुद्ध सात्विक भोजन मिलेगा? वह सही निकला। कैंसर की जानकारी हुई फिर भी चेहरे में नहीं था तनाव
जीवन मे तनांव मुक्त रहकर अपने चेहरे और ताव नहीं दिखने दिया। हर प्रकार के कष्टों को लेते हुए जब कैंसर की शिकायत आई। मैं देखने मेदांता में गया तो डॉ राकेश कपूर ने बताया। मैंने कहा कि गोपाल जी को कैंसर के बारे में बता दिया। मैं वहां गया उन्हें कोई तनाव नहीं था। मैंने अस्पताल में देखा। जीवन जी सच्चाई हम सबको स्वीकार करना पड़ता है। टंडन के सपने को करेंगे पूरा
जन्म मृत्यु की सच्चाई को हम समझ जाएंगे। गोपाल जी स्मृतियों को नमन करता हूं। हम लोग पीएम के विजन को 2047 ने विकसित भारत को पूरा करेंगे। टंडन जी को स्मृतियों को आगे बढ़ाने के किये विश्वविद्यालय कॉलेज सामाजिक स्तर पर बढ़ाया जाए। मैं अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। लखनऊ में पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता स्वर्गीय आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हो रहे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनको श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में सीएम योगी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा राज्यसभा सभा सांसद सहित बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और टंडन परिवार के सदस्य मौजूद हैं। पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा- जब भी सीएम योगी को मजाक करने का मन होता तब हम और गोपाल जी योगी के साथ बैठते थे। गोरखपुर में हुई थी पहचान, फिर बढ़ी घनिष्ठता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- यूपी सरकार में मेरे सहयोगी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल जी की आज प्रथम पुण्यतिथि है। वास्तव में उनका जाना लखनऊ के सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। गोपाल जी से मेरी पहचान लाल जी टंडन द्वारा गोरखपुर में कराई गई थी। हमारी घनिष्ठता बढ़ती गई। 2014 में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया। अचानक किसी ने शरारतन परमिशन कैंसिल कराने की सूचना दी। मैंने टंडन जी से कहा सभा कैसे हो पाएगी। प्रशासन जाने नही दे रहा है मैंने टंडन जी से इशारा किया। ये दोनों लोग एयरपोर्ट से गए। प्रशासन को लगा मैं वापस दिल्ली जा रहा हूं। मैं दूसरे रास्ते से सभा के लिए निकल गया। मैं सांसद था। मुलाकात ज्यादा नहीं हो पाती थी। 2017 में मुझे मुख्यमंत्री का दायित्य मिला। तब गोपाल जी को चिकित्सा शिक्षा का दायित्व मिला। शालीनता के साथ करते थे काम
पीएम के सपनों को धरातल पर उतारने का काम गोपाल जी ने किया। लखनऊ के पूर्व मेयर एससी राय के नाम पर एक अस्पताल का नाम हो यह भी वह लगातार प्रयास कर रहे थे। वह पूरी शालीनता के साथ काम करते हुए वह आगे बढ़ते थे। इसके बाद नगर विकास मंत्री का पद मिला। स्मार्ट सिटी का काम आगे बढ़ाने का कार्य किया। 2019 का चुनाव चल रहा था। वाराणसी में मुझे बताया गया टंडन जी सुबह के समय उपस्थित नहीं रहते। मैंने गेस्ट हाउस में टंडन जी से मिला। उन्होंने कहा आप मेरे साथ चलिए मैं दिखाता हूं। क्या क्या सुबह के समय करता हूं। उन्होंने वाराणसी की एक एक गली के बारे में ले जाकर दिखाया। हम लोग मुम्बई गए थे। नगर विकास मंत्री के रूप में टंडन जी थे। हम लोग वहां गए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा टंडन जी कहा चले गए। मैंने कहा वह कोई खाने पीने की जगह ढूंढ रहे होंगे। वापस टंडन जी आए तो उन्होंने कहा कश्मीर से कन्या कुमारी तक आप खाने की जानकारी मांगिए। मैं बता दूंगा। उन्होंने कहा कन्या कुमारी में कोई खाने का होटल बताओ। टंडन जी ने कहा- उस जगह और वहां शुद्ध सात्विक भोजन मिलेगा? वह सही निकला। कैंसर की जानकारी हुई फिर भी चेहरे में नहीं था तनाव
जीवन मे तनांव मुक्त रहकर अपने चेहरे और ताव नहीं दिखने दिया। हर प्रकार के कष्टों को लेते हुए जब कैंसर की शिकायत आई। मैं देखने मेदांता में गया तो डॉ राकेश कपूर ने बताया। मैंने कहा कि गोपाल जी को कैंसर के बारे में बता दिया। मैं वहां गया उन्हें कोई तनाव नहीं था। मैंने अस्पताल में देखा। जीवन जी सच्चाई हम सबको स्वीकार करना पड़ता है। टंडन के सपने को करेंगे पूरा
जन्म मृत्यु की सच्चाई को हम समझ जाएंगे। गोपाल जी स्मृतियों को नमन करता हूं। हम लोग पीएम के विजन को 2047 ने विकसित भारत को पूरा करेंगे। टंडन जी को स्मृतियों को आगे बढ़ाने के किये विश्वविद्यालय कॉलेज सामाजिक स्तर पर बढ़ाया जाए। मैं अपनी श्रद्धांजलि देता हूं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर