गोरखपुर पुलिस ने पकड़े एक लाख से अधिक के नकली नोट, 5 आरोपी गिरफ्तार, कार समेत ये सामान बरामद

गोरखपुर पुलिस ने पकड़े एक लाख से अधिक के नकली नोट, 5 आरोपी गिरफ्तार, कार समेत ये सामान बरामद

<p style=”text-align: justify;”><strong>Fake Note Seized in Gorakhpur:</strong> गोरखपुर पुलिस ने नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने की फिराक में निकले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी बीते एक माह से इस गोरखधंधे में लिप्त रहे हैं. इनके पास से पुलिस ने एक लाख रुपये से अधिक के नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर और कार बरामद किया है. इनमें से गैंग के सरगना समेत चार आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं. पुलिस पूछताछ में ये पता लगा रही है कि इनके गैंग ने अब तक कितने जाली नोटों को बाजार में खपाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर के बेलीपार थानाक्षेत्र के वाराणसी-गोरखपुर मार्ग पर गोरखपुर की ओर आ रही सफेद रंग की अर्टिगा कार को पुलिस ने रोका, तो उसमें बैठे पांच संदिग्ध भागने लगे. कार का पीछा कर पुलिस ने पांचों आरोपियों को हिरासत में लेकर कार की जांच की तो उसमें 100 रुपये के 1027 नकली नोट जिनकी कीमत एक लाख 2 हजार 700 है, वो बरामद हुए हैं. इसके अलावा 500 रुपये का एक नकली नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, तो उन्&zwj;होंने बताया कि वे इस नोट को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर खपाने की फिराक में थे. वे बीते एक माह से इस धंधे में लिप्त हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, प्रिंटर और अर्टिगा कार भी बरामद की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गैंग के सरगना सहित पांच आरोपी गिरफ्तार</strong><br />आरोपियों की पहचान गोरखपुर के बेलीपार के भौवापार के रहने वाले प्रशांत पांडे पुत्र महेंद्र पांडे, गोलू कनौजिया पुत्र शंभू, अमन विश्वकर्मा पुत्र दिनेश, आदित्य सिंह पुत्र प्रेम सिंह और कोतवाली थाना क्षेत्र के दुर्गाबाड़ी के मुस्तफा पुत्र अकबर अली के रूप में हुई है. जाली नोट छापने वाले गैंग का सरगना प्रशांत पांडे है. उसने लैपटॉप और प्रिंटर खरीदा था और असली से मिलते जुलते नोट छापे जा रहे थे. उसके घर से ही जाली नोटों की छपाई और उसे बाजार में खपाने का गोरखधंधा किया जा रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी साउथ जितेन्&zwj;द्र कुमार ने बताया कि बेलीपार थानाक्षेत्र के अंतर्गत सफेद रंग की अर्टिगा कार से एक लाख 3 हजार रुपये की जाली करेंसी बरामद हुई है. जो 100-100 रुपये के नोट के रूप में है. इनसे पूछताछ में पता चला है कि इनके गैंग के द्वारा एक माह से जाली करेंसी बनाकर गोरखपुर और आसपास के बाजारों में चलाया जा रहा था. इनकी निशानदेही पर भौवापार के अस्थायी मकान से जाली करेंसी बनाने के उपकरण लैपटॉप, प्रिंटर, कागज और अन्य निर्माण सामग्री बरामद हुई है. इन बरामदगी के आधार पर इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bypolls-2024-aimim-leader-shaukat-ali-reacted-on-alliance-with-chandra-shekhar-azad-ann-2815067″><strong>UP ByPolls 2024: AIMIM का चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से क्यों नहीं हुआ गठबंधन? ओवैसी ने दिया जवाब</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Fake Note Seized in Gorakhpur:</strong> गोरखपुर पुलिस ने नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने की फिराक में निकले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी बीते एक माह से इस गोरखधंधे में लिप्त रहे हैं. इनके पास से पुलिस ने एक लाख रुपये से अधिक के नकली नोट, लैपटॉप, प्रिंटर और कार बरामद किया है. इनमें से गैंग के सरगना समेत चार आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं. पुलिस पूछताछ में ये पता लगा रही है कि इनके गैंग ने अब तक कितने जाली नोटों को बाजार में खपाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर के बेलीपार थानाक्षेत्र के वाराणसी-गोरखपुर मार्ग पर गोरखपुर की ओर आ रही सफेद रंग की अर्टिगा कार को पुलिस ने रोका, तो उसमें बैठे पांच संदिग्ध भागने लगे. कार का पीछा कर पुलिस ने पांचों आरोपियों को हिरासत में लेकर कार की जांच की तो उसमें 100 रुपये के 1027 नकली नोट जिनकी कीमत एक लाख 2 हजार 700 है, वो बरामद हुए हैं. इसके अलावा 500 रुपये का एक नकली नोट भी बरामद हुआ है. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, तो उन्&zwj;होंने बताया कि वे इस नोट को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर खपाने की फिराक में थे. वे बीते एक माह से इस धंधे में लिप्त हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, प्रिंटर और अर्टिगा कार भी बरामद की है.</p>
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<p style=”text-align: justify;”>एसपी साउथ जितेन्&zwj;द्र कुमार ने बताया कि बेलीपार थानाक्षेत्र के अंतर्गत सफेद रंग की अर्टिगा कार से एक लाख 3 हजार रुपये की जाली करेंसी बरामद हुई है. जो 100-100 रुपये के नोट के रूप में है. इनसे पूछताछ में पता चला है कि इनके गैंग के द्वारा एक माह से जाली करेंसी बनाकर गोरखपुर और आसपास के बाजारों में चलाया जा रहा था. इनकी निशानदेही पर भौवापार के अस्थायी मकान से जाली करेंसी बनाने के उपकरण लैपटॉप, प्रिंटर, कागज और अन्य निर्माण सामग्री बरामद हुई है. इन बरामदगी के आधार पर इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.</p>
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