गोरखपुर में डॉक्टर अनुज सरकारी और सस्पेंड सिपाही के बीच हुए मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। सिपाही पंकज ने डॉक्टर अनुज सरकारी का सिर हथौड़े से मारकर यूहीं नहीं फोड़ा था, बल्कि पहले डॉक्टर अनुज सरकारी के 10-15 स्टाफ ने मिलकर सिपाही और उसके पत्नी की बुरी तरह पिटाई की थी। पत्नी और बेटी के सामने हुई पिटाई से क्षुब्ध सिपाही ने फिर दूसरे दिन डॉक्टर पर हमला किया। इसका CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है। अनुज सरकारी जहां अभी अस्पताल में भर्ती हैं तो वहीं उनपर हमला करने वाले सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साहब मुझे का न्याय मिलेगा?
इस बीच सिपाही पंकज कुमार की पत्नी अदिति ने SSP डॉ. गौरव ग्रोवर से मिली। अदिति का कहना है कि पहले डॉक्टर और उनके स्टाफ ने मेरे पति को बुरी तरह पीटा था। पति ने पुलिस से भी शिकायत की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई की जगह जबरदस्ती सुलह-समझौता करा दिया है। मेरे और मेरी बेटी के सामने पिटाई से मेरे पति क्षुब्ध हो गए दूसरे दिन उन्होंने गुस्से में डॉक्टर का सिर हथौड़े से फोड़ दिया। अदिति ने कहा मेरे पति को तो जेल भेज दिया गया लेकिन डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने SSP को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है। केस नहीं दर्ज हुआ तो कोर्ट जाएगी पत्नी
निलंबित सिपाही पंकज कुमार की पत्नी अदिति ने डॉक्टर अनुज सरकारी और उनके स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए। अदिति ने दावा किया कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को लेकर हुई कहासुनी के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने उनके पति के साथ बर्बरता से मारपीट की। अदिति ने बताया कि वह बार-बार हाथ जोड़कर अपने पति को छोड़ने की गुहार लगाती रहीं, लेकिन कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं हुआ। अब अदिति मेडिकल रिपोर्ट के सहारे न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही हैं, ताकि रिपोर्ट ही उनके लिए सबसे बड़ा सबूत बन सके। पिता की पिटाई देख रोने लगा था बेटा
अदिति ने बताया कि जब उनके पति पीट रहे थे, तब उनका चार साल का बेटा शिवम डर के मारे रोने लगा। लेकिन, डॉक्टर और स्टाफ ने बच्चे की हालत को नजरअंदाज करते हुए पंकज की पिटाई जारी रखी। इस घटना ने अदिति और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड की महंगी फीस को लेकर शुरू हुआ विवाद
अदिति के मुताबिक, उन्हें पेट की बीमारी है, जिसके कारण उनके पति पंकज कुमार काफी समय से नौकरी में गैरहाजिर थे। मंगलवार को पहली बार वे गोरखपुर के छात्रसंघ चौराहे के पास स्थित गैस्ट्रोलीवर हॉस्पिटल पहुंचे थे, जहां डॉक्टर अनुज सरकारी ने अदिति की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड और कुछ दवाइयाँ लिखीं। गुरुवार को रिपोर्ट दिखाने के दौरान पंकज ने डॉक्टर से कहा कि “आपकी अल्ट्रासाउंड की फीस बहुत ज्यादा है, जबकि खलीलाबाद में इससे कम में हो जाती है।” इसी बात पर डॉक्टर नाराज हो गए और गाली-गलौज करने लगे। पंकज ने जब विरोध किया तो हॉस्पिटल का स्टाफ उनके साथ मारपीट करने लगा। इस घटना में पंकज के सिर में गंभीर चोटें आईं। पत्नी ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप, FIR की मांग
अदिति का दावा है कि जब उन्होंने अपने पति को बचाने की कोशिश की, तो हॉस्पिटल के स्टाफ ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। अदिति ने पुलिस में तहरीर देकर डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलकर शिकायत करेंगी ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। सिपाही का दर्द: “मैं परिवार के सामने चेहरा नहीं दिखा पा रहा था”
बलिया से निलंबित सिपाही पंकज कुमार ने अपने दर्द को बयां करते हुए कहा, “हॉस्पिटल में मेरे साथ जो हुआ, उसके बाद मैंने पुलिस में तहरीर दी और मेडिकल जांच भी करवाई। परंतु डॉक्टर अपनी पहुंच और प्रभाव का इस्तेमाल कर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे। मैं निराश होकर अपनी पत्नी और बेटे के साथ घर लौटा, लेकिन परिवार के सामने चेहरा नहीं दिखा पा रहा था। मुझे रातभर नींद नहीं आई, यह सोचकर कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। अगले दिन फिर से हॉस्पिटल पहुंचकर डॉक्टर के स्टाफ ने मुझे मारा। मैं चाहता हूं कि डॉक्टर और उनके स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।” डॉक्टर पर हमला: सिपाही पंकज ने हथौड़े से किया हमला, पुलिस ने भेजा जेल
इस पूरे मामले से गुस्साए सिपाही पंकज कुमार ने शुक्रवार को दोबारा हॉस्पिटल जाकर डॉक्टर अनुज सरकारी पर हमला कर दिया। आरोप है कि पंकज ने डॉक्टर के चैंबर में घुसकर उन पर हथौड़े से वार किया, जिससे डॉक्टर को गंभीर चोटें आईं। इस घटना के बाद पुलिस ने सिपाही पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया और शनिवार को जेल भेज दिया। पंकज के अधिवक्ता ने सेशन कोर्ट में जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था, लेकिन वह खारिज हो गया। अब मामले की अगली सुनवाई तीन दिन बाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में होगी। सोशल मीडिया पर गहराई घटना की गूंज
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी। कई लोगों ने सिपाही के समर्थन में प्रतिक्रिया दी और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कुछ ने डॉक्टर के बर्ताव को लेकर नाराजगी जाहिर की और कहा कि उनका असभ्य व्यवहार इस विवाद की जड़ है। वहीं, कुछ लोगों ने इस घटना को लेकर गोरखपुर के अन्य डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिन्हें वे ‘मनबढ़’ करार दे रहे हैं। क्या है पूरा मामला?
संतकबीरनगर के खलीलाबाद निवासी पंकज कुमार यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं, लेकिन गैरहाजिर रहने के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था। गुरुवार को वे अपनी पत्नी अदिति की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दिखाने गोरखपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे थे। महंगी जांच फीस को लेकर हुए विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि हॉस्पिटल के स्टाफ ने पंकज की पिटाई कर दी। इस घटना के बाद गुस्साए पंकज ने शुक्रवार को डॉक्टर पर हथौड़े से हमला कर दिया। पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, और अब इस मामले की जांच की जा रही है। गोरखपुर में डॉक्टर अनुज सरकारी और सस्पेंड सिपाही के बीच हुए मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। सिपाही पंकज ने डॉक्टर अनुज सरकारी का सिर हथौड़े से मारकर यूहीं नहीं फोड़ा था, बल्कि पहले डॉक्टर अनुज सरकारी के 10-15 स्टाफ ने मिलकर सिपाही और उसके पत्नी की बुरी तरह पिटाई की थी। पत्नी और बेटी के सामने हुई पिटाई से क्षुब्ध सिपाही ने फिर दूसरे दिन डॉक्टर पर हमला किया। इसका CCTV फुटेज भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है। अनुज सरकारी जहां अभी अस्पताल में भर्ती हैं तो वहीं उनपर हमला करने वाले सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साहब मुझे का न्याय मिलेगा?
इस बीच सिपाही पंकज कुमार की पत्नी अदिति ने SSP डॉ. गौरव ग्रोवर से मिली। अदिति का कहना है कि पहले डॉक्टर और उनके स्टाफ ने मेरे पति को बुरी तरह पीटा था। पति ने पुलिस से भी शिकायत की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई की जगह जबरदस्ती सुलह-समझौता करा दिया है। मेरे और मेरी बेटी के सामने पिटाई से मेरे पति क्षुब्ध हो गए दूसरे दिन उन्होंने गुस्से में डॉक्टर का सिर हथौड़े से फोड़ दिया। अदिति ने कहा मेरे पति को तो जेल भेज दिया गया लेकिन डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने SSP को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की है। केस नहीं दर्ज हुआ तो कोर्ट जाएगी पत्नी
निलंबित सिपाही पंकज कुमार की पत्नी अदिति ने डॉक्टर अनुज सरकारी और उनके स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए। अदिति ने दावा किया कि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को लेकर हुई कहासुनी के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने उनके पति के साथ बर्बरता से मारपीट की। अदिति ने बताया कि वह बार-बार हाथ जोड़कर अपने पति को छोड़ने की गुहार लगाती रहीं, लेकिन कोई उनकी सुनने को तैयार नहीं हुआ। अब अदिति मेडिकल रिपोर्ट के सहारे न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही हैं, ताकि रिपोर्ट ही उनके लिए सबसे बड़ा सबूत बन सके। पिता की पिटाई देख रोने लगा था बेटा
अदिति ने बताया कि जब उनके पति पीट रहे थे, तब उनका चार साल का बेटा शिवम डर के मारे रोने लगा। लेकिन, डॉक्टर और स्टाफ ने बच्चे की हालत को नजरअंदाज करते हुए पंकज की पिटाई जारी रखी। इस घटना ने अदिति और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड की महंगी फीस को लेकर शुरू हुआ विवाद
अदिति के मुताबिक, उन्हें पेट की बीमारी है, जिसके कारण उनके पति पंकज कुमार काफी समय से नौकरी में गैरहाजिर थे। मंगलवार को पहली बार वे गोरखपुर के छात्रसंघ चौराहे के पास स्थित गैस्ट्रोलीवर हॉस्पिटल पहुंचे थे, जहां डॉक्टर अनुज सरकारी ने अदिति की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड और कुछ दवाइयाँ लिखीं। गुरुवार को रिपोर्ट दिखाने के दौरान पंकज ने डॉक्टर से कहा कि “आपकी अल्ट्रासाउंड की फीस बहुत ज्यादा है, जबकि खलीलाबाद में इससे कम में हो जाती है।” इसी बात पर डॉक्टर नाराज हो गए और गाली-गलौज करने लगे। पंकज ने जब विरोध किया तो हॉस्पिटल का स्टाफ उनके साथ मारपीट करने लगा। इस घटना में पंकज के सिर में गंभीर चोटें आईं। पत्नी ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप, FIR की मांग
अदिति का दावा है कि जब उन्होंने अपने पति को बचाने की कोशिश की, तो हॉस्पिटल के स्टाफ ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। अदिति ने पुलिस में तहरीर देकर डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलकर शिकायत करेंगी ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। सिपाही का दर्द: “मैं परिवार के सामने चेहरा नहीं दिखा पा रहा था”
बलिया से निलंबित सिपाही पंकज कुमार ने अपने दर्द को बयां करते हुए कहा, “हॉस्पिटल में मेरे साथ जो हुआ, उसके बाद मैंने पुलिस में तहरीर दी और मेडिकल जांच भी करवाई। परंतु डॉक्टर अपनी पहुंच और प्रभाव का इस्तेमाल कर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे। मैं निराश होकर अपनी पत्नी और बेटे के साथ घर लौटा, लेकिन परिवार के सामने चेहरा नहीं दिखा पा रहा था। मुझे रातभर नींद नहीं आई, यह सोचकर कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। अगले दिन फिर से हॉस्पिटल पहुंचकर डॉक्टर के स्टाफ ने मुझे मारा। मैं चाहता हूं कि डॉक्टर और उनके स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।” डॉक्टर पर हमला: सिपाही पंकज ने हथौड़े से किया हमला, पुलिस ने भेजा जेल
इस पूरे मामले से गुस्साए सिपाही पंकज कुमार ने शुक्रवार को दोबारा हॉस्पिटल जाकर डॉक्टर अनुज सरकारी पर हमला कर दिया। आरोप है कि पंकज ने डॉक्टर के चैंबर में घुसकर उन पर हथौड़े से वार किया, जिससे डॉक्टर को गंभीर चोटें आईं। इस घटना के बाद पुलिस ने सिपाही पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया और शनिवार को जेल भेज दिया। पंकज के अधिवक्ता ने सेशन कोर्ट में जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था, लेकिन वह खारिज हो गया। अब मामले की अगली सुनवाई तीन दिन बाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में होगी। सोशल मीडिया पर गहराई घटना की गूंज
इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी। कई लोगों ने सिपाही के समर्थन में प्रतिक्रिया दी और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कुछ ने डॉक्टर के बर्ताव को लेकर नाराजगी जाहिर की और कहा कि उनका असभ्य व्यवहार इस विवाद की जड़ है। वहीं, कुछ लोगों ने इस घटना को लेकर गोरखपुर के अन्य डॉक्टरों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, जिन्हें वे ‘मनबढ़’ करार दे रहे हैं। क्या है पूरा मामला?
संतकबीरनगर के खलीलाबाद निवासी पंकज कुमार यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं, लेकिन गैरहाजिर रहने के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था। गुरुवार को वे अपनी पत्नी अदिति की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दिखाने गोरखपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे थे। महंगी जांच फीस को लेकर हुए विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि हॉस्पिटल के स्टाफ ने पंकज की पिटाई कर दी। इस घटना के बाद गुस्साए पंकज ने शुक्रवार को डॉक्टर पर हथौड़े से हमला कर दिया। पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, और अब इस मामले की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर