चंडीगढ़ की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले के आरोपियों का सुराग पुलिस को लग गया है। दोनों आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों में एक नाम रोहन मसीह है। जो कि गांव पाशियां अमृतसर का रहने वाला है। जिस आतंकी हैप्पी पाशियां ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वह भी इसी गांव का रहने वाला है। 20 साल के रोहन का कुछ समय गांव के कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था। उसके बाद वह फतेहगढ़ साहिब के गांव पिंडी गांव में रिश्तेदारों के पास रहने लगा था। सूत्रों के मुताबिक आरोपी हमले के बाद ऑटाे से सेक्टर-18 में पहुंचे थे, तो वहां पर रेड लाइट हो गई। फिर उन्होंने ऑटो चालक को कहा कि रेड लाइट जंप करे और तेजी से चले । ऑटो चालक ने रेड लाइट जंप करने से साफ मना कर दिया। ऐसे में आरोपी उसकी तरफ 500 रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 के रिहायशी इलाके की तरफ फरार हो गए थे। पुलिस ने उस इलाके का सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी कब्जे में ले ली है। वहीं, पुलिस ने इस संबंधी केस दर्ज कर लिया है। दो आरोपियों के खिलाफ आर्म्स, UAPA समेत केस धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस, एनआईए समेत कई एजेंसियों की टीमों जांच में जुटी हुई है। वाॅल्वो बस से चंडीगढ़ आए थे आरोपी आराेपी नौ सितंबर को चंडीगढ़ पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने रेकी भी की थी। वहीं, जिस बस वाल्वों बस से वह चंडीगढ़ आए थे। उस बस के कंडक्टर तरसेम ने भी पुलिस को बताया है कि आरोपी बुधवार को जालंधर से बस में बैठे थे। उसने बताया कि उन्होंने बस में टी शर्ट बदली थी। इसके बाद उन्होंने ऑटो में भी टीशर्ट बदली थी। होटल मुहैया करवाने वाले युवक से भी मिले थे पुलिस द्वारा हिरासत में लिए लिए ऑटो चालक कुलदीप ने पुलिस को बताया है आरोपियों ने उसे सेक्टर -10 जाने के लिए हायर किया था। उसे कहा था कि सेक्टर-10 का चक्कर लगाकर वापस आना जाना है। सूत्रों के मुताबिक दोनों संदिग्धों ने 9 सितंबर को रेकी के दौरान ISBT 43 में संजय नाम के युवक से बातचीत की थी। बातचीत एक मिनट 43 सेकेंड के करीब हुई थी। यह बस अड्डे के बाहर आने वाले लोगों को होटल मुहैया करवाता है। पुलिस ने उससे भी बातचीत की है। हमले वाले दिन अमृतसर से ही आए थे 11 सितंबर हमले वाले दिन दोनों संदिग्ध दोपहर 12.45 बजे अमृतसर से चंडीगढ़ के लिए चली वॉल्वों बस में सवार हुए थे। बस शाम 5.20 बजे ISBT -43 पहुंची। बस से उतरते ही उन्हें बाय चांस आटो ड्राइवर कुलदीप मिल गया। दोनों ने पूछा- पहचाना नहीं हमें, दो दिन पहले सेक्टर-10 तुम्हारे ऑटो में गए थे। कुलदीप ने भी हामी भरी और पूछा कहा जाना है। उसी सेक्टर-10 कोठी पर जाना है और वापस आना है। सेक्टर-18 के रेसिडेंशियल एरिया में उतरे थे आरोपियों ने जैसे ही हमला किया। उसके बाद ऑटो चालक को तेज चलने को कहा। आरोपी डीएवी कॉलेज से होते हुए सेक्टर-9 मटका चौक से सीधे 17/18/ 8/ 9 लाइंट पाइंट प्रेस लाइट पाइंट की तरफ भागे। वहां रेड लाइट थी, तो आरोपियों ने रेड लाइट जंप करने को कहा। ड्राइवर कुलदीप ने ऐसा करने से मना कर दिया। उसे पांच सौ रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 में रेंसिडेंशिल एरिया की तरफ भागे थे। उसके बाद कुलदीप सेक्टर-43 पहुंचा था। जहां पर वह हर रोज सवारी का इंतजार करता था। चंडीगढ़ की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले के आरोपियों का सुराग पुलिस को लग गया है। दोनों आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों में एक नाम रोहन मसीह है। जो कि गांव पाशियां अमृतसर का रहने वाला है। जिस आतंकी हैप्पी पाशियां ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वह भी इसी गांव का रहने वाला है। 20 साल के रोहन का कुछ समय गांव के कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था। उसके बाद वह फतेहगढ़ साहिब के गांव पिंडी गांव में रिश्तेदारों के पास रहने लगा था। सूत्रों के मुताबिक आरोपी हमले के बाद ऑटाे से सेक्टर-18 में पहुंचे थे, तो वहां पर रेड लाइट हो गई। फिर उन्होंने ऑटो चालक को कहा कि रेड लाइट जंप करे और तेजी से चले । ऑटो चालक ने रेड लाइट जंप करने से साफ मना कर दिया। ऐसे में आरोपी उसकी तरफ 500 रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 के रिहायशी इलाके की तरफ फरार हो गए थे। पुलिस ने उस इलाके का सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी कब्जे में ले ली है। वहीं, पुलिस ने इस संबंधी केस दर्ज कर लिया है। दो आरोपियों के खिलाफ आर्म्स, UAPA समेत केस धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस, एनआईए समेत कई एजेंसियों की टीमों जांच में जुटी हुई है। वाॅल्वो बस से चंडीगढ़ आए थे आरोपी आराेपी नौ सितंबर को चंडीगढ़ पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने रेकी भी की थी। वहीं, जिस बस वाल्वों बस से वह चंडीगढ़ आए थे। उस बस के कंडक्टर तरसेम ने भी पुलिस को बताया है कि आरोपी बुधवार को जालंधर से बस में बैठे थे। उसने बताया कि उन्होंने बस में टी शर्ट बदली थी। इसके बाद उन्होंने ऑटो में भी टीशर्ट बदली थी। होटल मुहैया करवाने वाले युवक से भी मिले थे पुलिस द्वारा हिरासत में लिए लिए ऑटो चालक कुलदीप ने पुलिस को बताया है आरोपियों ने उसे सेक्टर -10 जाने के लिए हायर किया था। उसे कहा था कि सेक्टर-10 का चक्कर लगाकर वापस आना जाना है। सूत्रों के मुताबिक दोनों संदिग्धों ने 9 सितंबर को रेकी के दौरान ISBT 43 में संजय नाम के युवक से बातचीत की थी। बातचीत एक मिनट 43 सेकेंड के करीब हुई थी। यह बस अड्डे के बाहर आने वाले लोगों को होटल मुहैया करवाता है। पुलिस ने उससे भी बातचीत की है। हमले वाले दिन अमृतसर से ही आए थे 11 सितंबर हमले वाले दिन दोनों संदिग्ध दोपहर 12.45 बजे अमृतसर से चंडीगढ़ के लिए चली वॉल्वों बस में सवार हुए थे। बस शाम 5.20 बजे ISBT -43 पहुंची। बस से उतरते ही उन्हें बाय चांस आटो ड्राइवर कुलदीप मिल गया। दोनों ने पूछा- पहचाना नहीं हमें, दो दिन पहले सेक्टर-10 तुम्हारे ऑटो में गए थे। कुलदीप ने भी हामी भरी और पूछा कहा जाना है। उसी सेक्टर-10 कोठी पर जाना है और वापस आना है। सेक्टर-18 के रेसिडेंशियल एरिया में उतरे थे आरोपियों ने जैसे ही हमला किया। उसके बाद ऑटो चालक को तेज चलने को कहा। आरोपी डीएवी कॉलेज से होते हुए सेक्टर-9 मटका चौक से सीधे 17/18/ 8/ 9 लाइंट पाइंट प्रेस लाइट पाइंट की तरफ भागे। वहां रेड लाइट थी, तो आरोपियों ने रेड लाइट जंप करने को कहा। ड्राइवर कुलदीप ने ऐसा करने से मना कर दिया। उसे पांच सौ रुपए का नोट फैंककर सेक्टर-18 में रेंसिडेंशिल एरिया की तरफ भागे थे। उसके बाद कुलदीप सेक्टर-43 पहुंचा था। जहां पर वह हर रोज सवारी का इंतजार करता था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
आतंकी पन्नू बोला- भारत से जान का खतरा:अमेरिका में मेरी हत्या की कोशिश हुई; 3 दिन पहले फ्लाइट्स में ब्लास्ट की धमकी दी थी
आतंकी पन्नू बोला- भारत से जान का खतरा:अमेरिका में मेरी हत्या की कोशिश हुई; 3 दिन पहले फ्लाइट्स में ब्लास्ट की धमकी दी थी सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारत से जान का खतरा बताया है। कनाडाई न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उसने कहा कि अमेरिका में भारत सरकार के इशारे पर उसकी हत्या की कोशिश की गई। पंजाबियों के लिए अलग देश मांगने पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई, इसके बावजूद वह खालिस्तान के लिए रेफरेंडम बंद नहीं करेगा। हाल ही में अमेरिकी सरकार ने दावा किया था कि पन्नू की हत्या की साजिश में हरियाणा के रेवाड़ी का युवक विकास यादव भी शामिल है। अमेरिका की अदालत ने विकास यादव पर हत्या की साजिश रचने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप तय किए हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI का कहना है कि विकास भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) से जुड़े थे। भारत से खतरा बताने वाले खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने 3 दिन पहले ही एअर इंडिया फ्लाइट्स में ब्लास्ट की धमकी दी थी। उसने कहा था कि लोग 1 से 19 नवंबर के बीच एअर इंडिया में ट्रैवल न करें। पन्नू के इंटरव्यू की 5 प्रमुख बातें… 1. मोदी और भारतीय हाई कमिश्नर के अलग-अलग बयान
पन्नू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में कहा था कि जो भी भारत के खिलाफ जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उसे मार दिया जाएगा, लेकिन कनाडा में भारतीय हाई कमिश्नर रहे संजय कुमार वर्मा कहते हैं कि हम किसी अन्य देश की धरती पर ऐसी कार्रवाई नहीं करते, जिससे किसी देश के कानून को क्षति पहुंचे। 2. हत्या की कोशिश में RAW एजेंट निखिल गुप्ता का नाम
खालिस्तान समर्थक आतंकी पन्नू ने कहा- अमेरिका में मेरी हत्या की कोशिश की गई। जांच में RAW एजेंट निखिल गुप्ता का नाम आया। सबूत के तौर पर उनकी बातचीत के मैसेज और वीडियो भी दिए गए। 3. पंजाबियों के लिए अलग देश मांगने पर निज्जर की हत्या
कनाडा में मारे गए खालिस्तान समर्थक निज्जर की हत्या पर पन्नू ने कहा- गुरु की कृपा से मैं बच गया, लेकिन शूटर हायर करके निज्जर को मार दिया गया। उसकी हत्या पंजाबियों के लिए अलग देश मांगने की वजह से की गई। 4. मेरी मौत का वक्त तय, मैं खालिस्तान रेफरेंडम जारी रखूंगा
पन्नू ने कहा- मेरी मौत का समय और दिन मेरे माथे पर लिखा है। मुझे जितना मर्जी डराया धमकाया जाए, मैं खालिस्तान रेफरेंडम चलाना बंद नहीं करूंगा। भारत मेरी हत्या की साजिश रच रहा है। मुझे भारत से खतरा है, लेकिन ऐसा करने से मैं रेफरेंडम रोकूंगा नहीं। 5. भारत ने कनाडा-अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था को चैलेंज किया
अमेरिका में रहने वाले पन्नू ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस विंग से भी भारत सरकार लगातार टच में है। वह मेरी हत्या मेरी ही कौम के लोगों से करवाना चाहती है। भारतीय PM नरेंद्र मोदी ने कनाडा और अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था को चैलेंज किया है। FBI ने विकास यादव का पोस्टर जारी किया, वे हरियाणा के रहने वाले
अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने बीते दिनों एक पोस्टर जारी कर दावा किया था कि न्यूयॉर्क में रह रहे सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के एक्टिविस्ट गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले विकास यादव का हाथ था। विकास यादव (39) का गांव प्राणपुरा रेवाड़ी जिले में आता है। FBI ने कहा था कि वे RAW में काम करते थे। FBI के जारी किए पोस्टर में विकास के 3 फोटो थे। एक में वे भारतीय सेना की वर्दी में थे। विकास को हत्या के लिए किलर हायर करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बनाया गया था। अमेरिका ने ट्रूडो का दावा नकारा- निज्जर की हत्या में विकास शामिल नहीं
पन्नू की हत्या की साजिश में भारत का नाम आने के बाद कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि विकास कनाडा में निज्जर की हत्या में भी शामिल थे। हालांकि अमेरिका ने इसे खारिज कर दिया। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि निज्जर हत्याकांड से विकास का कोई संबंध नहीं है। FBI का दावा ऐसे समय में सामने आया, जब कनाडा और भारत के रिश्ते तनाव से गुजर रहे हैं। कनाडा ने भारतीय डिप्लोमैट्स पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने हाई कमिश्नर समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत ने कनाडा के डिप्लोमैट्स को 21 अक्टूबर से पहले भारत छोड़ने के लिए भी कहा था। अब जानिए पन्नू की हत्या की साजिश का पूरा मामला
पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक पन्नू को मारने की साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था। पन्नू केस की चार्जशीट के मुताबिक पूरी टाइमलाइन… कौन है गुरपतवंत पन्नू, जिसकी हत्या की कोशिश से जुड़ा है मामला… 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू
भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफ़रेन्डम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया। पन्नू पर करीब 12 केस, सोशल मीडिया पर करता है भड़काऊ बयानबाजी
SFJ और पन्नू के खिलाफ भारत में 12 मामले दर्ज हैं। इनमें पंजाब में देशद्रोह के 3 मामले भी शामिल हैं। पंजाब पुलिस द्वारा तैयार किए गए डोजियर में SFJ द्वारा कई वर्षों से सोशल मीडिया पर विभिन्न अलगाववादी पोस्टों के बारे में जानकारी दी गई थी। इनमें वह आतंकियों का समर्थन करता था। पन्नू सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। वह पंजाबी भाषा में ऑडियो और वीडियो संदेश जारी करता है। इसमें वह पंजाबी युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता है। यही नहीं, पैसे का लालच देकर वह पंजाब-हरियाणा में सरकारी इमारतों में खालिस्तानी झंडा भी लगवा चुका है। इसके अलावा हाल ही में G20 मीटिंग के दौरान वह दिल्ली में मेट्रो स्टेशन पर लिखे खालिस्तानी नारे भी पन्नू के कहने पर ही लिखे गए थे। पन्नू सोशल मीडिया के जरिए ही युवाओं को अपने झांसे में लेता है और फिर उन्हें भारत के ही खिलाफ भड़का देता है। …………… आतंकी पन्नू से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… आतंकी पन्नू की एअर इंडिया फ्लाइट में विस्फोट की धमकी:कहा- 1 से 19 नवंबर तक सफर ना करें, 1984 के सिख दंगों का बदला लेंगे अमेरिका में रह रहे सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एअर इंडिया में बम विस्फोट की धमकी दी है। आतंकी पन्नू ने वीडियो जारी कर 1984 के सिख दंगों का बदला लेने की बात कही। उसने लोगों को एअर इंडिया में सफर न करने की सलाह दी। पूरी खबर पढ़ें…
पंजाब के सारे मेडिकल संस्थानों का होगा सिक्योरिटी ऑडिट:एक हफ्ते में खामियां होगी दूर, सेहत विभाग के संपर्क में रहेगी पुलिस
पंजाब के सारे मेडिकल संस्थानों का होगा सिक्योरिटी ऑडिट:एक हफ्ते में खामियां होगी दूर, सेहत विभाग के संपर्क में रहेगी पुलिस कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद आज बुधवार को सेहत मंत्री पंजाब बलबीर सिंह ने सारी सेहत संस्थाओं से चंडीगढ़ में मीटिंग की। इस दौरान तय किया गया कि राज्य के सारे जिलों गठित हेल्थ सिक्योरिटी बोर्ड की तरफ से मेडिकल संस्थानों का सिक्योरिटी ऑडिट किया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी मेडिकल संस्थान दोनों शामिल रहेंगे। इस दौरान देखा जाएगा कि कहां पर कैमरों, सिक्योरिटी और अन्य सुरक्षा इंतजामों की जरूरत है। क्या सुरक्षा कर्मी पूरी तरह से ट्रेंड है या नहीं है? इस चीज को पहल के आधार पर पूरा किया जाएगा। यह सारी प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी की जाएगी। वहीं, यह भी पुख्ता किया जाएगा कि जाएगा किसी महिला डॉक्टर ने किसी मरीज को देखने जाना है तो वहां पर कोई डार्क स्पोर्ट नहीं होना चाहिए। जिसका आरोपी फायदा उठा पाए। मीटिंग में तय किया गया कि हर जिले में एक डेजिगनेट पुलिस अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उसका एक नंबर रहेगा। जब भी सेहत विभाग को किसी तरह जरूरत होगी तो उस नंबर पर संपर्क करेंगे। उसके बाद मदद के लिए पुलिस पहुंच जाएगी। किसी भी क्रिमिनल को मौके से भागने नहीं दिया जाएगा। ओपीडी बहाल करने को कहा मीटिंग में शामिल यूनियनों को कहा गया कि वह केंद्रीय यूनियनों से संपर्क करे, साथ ही अस्पतालों में ओपीडी और सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू करने की दिशा में काम करें। ताकि किसी को भी कोई परेशानी न उठानी पडे़। सेहत मंत्री ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के मामले में हमारी सरकारी का जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। वहीं, सारे मेडिकल संस्थानों में पहल के आधार पर पूरा कर देंगे। पहले मंत्रियों और सांसदों ने किया अस्पतालों का दौरा इससे पहले पंजाब सरकार के मंत्री और सांसदों ने राज्यों के कई अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों की दिक्कतों को जानने की कोशिश की है। सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने पटियाला स्थित राजिंदरा अस्पताल का दौरा किया है । वह डॉक्टरों के साथ धरने पर भी बैठे । उन्होंने अपने उंगली से खून निकालकर कोर्ट पर भी लगाया। इसी तरह सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने होशियाारपुर स्थित अस्पताल व मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान वहां पर कैंडल मार्च निकाला था। जबकि पूर्व मंत्री व व विधायक डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर ने अमृतसर मेडिकल कॉलेज और गुरु नानक देव अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों से मुलाकात की थी। वहीं, मंत्री डॉ. बलजीत कौर सिविल अस्पताल फरीदकोट पहुंची थी। अस्पतालों में कैमरे व पैनिक बटन लगाने की तैयारी सेहत मंत्री का कहना है कि वह डॉक्टरों के संघर्ष को जायजा मानते है। उनका कहना है कि डॉक्टरों को अपनी हड़ताल जारी रखनी चाहिए। हम उन्हें कह रहे हैं कि 5-5 का ग्रुप बनाकर हड़ताल कर ले। जबकि वह अस्पतालों की ओपीडी शुरू कर देंगे। जहां तक डॉक्टरों की सिक्योरिटी से जुड़े सारे मापदंड़ पूरे किए जाएंगे। हालांकि सेहत मंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए। इसके लिए वह पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। साथ ही केंद्रीय सेहत मंत्री से मुलाकात करेंगे। वहीं, डॉक्टरों के मुताबिक अस्पतालों में कैमरे और पैनिक बटन लगाने की तैयारी की गई है।
लुधियाना में बदमाशों ने परिवार पर तलवारों से हमला किया:तीन लोग घायल; ईंट-पत्थर बरसाए, 20 से 25 थे हमलावर
लुधियाना में बदमाशों ने परिवार पर तलवारों से हमला किया:तीन लोग घायल; ईंट-पत्थर बरसाए, 20 से 25 थे हमलावर लुधियाना के ग्यासपुरा के शांति नगर में 20 से 25 बदमाशों ने मोहल्ले में घुसकर लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने मोहल्ले में तलवारों से जमकर उत्पात मचाया। मोहल्ले में लगे बिजली के मीटर और वाहनों को भी तोड़ डाला। घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, 20 से 25 बदमाशों ने मोहल्ले में घुसते ही एक परिवार पर जानलेवा हमला बोल दिया। तलवारों से तीन लोगों पर हमला बोल दिया। मोहल्ले के रहने वाले सोनू ने बताया कि उन्होंने किसी तरह करके भागकर जान बचाई तो बदमाशों ने ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। मोहल्ले के लोगों ने इकट्ठा होकर उत्पात मचाने वाले बदमाशों में से दो को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, जिसमें एक का नाम रितिक और दूसरे का नाम मनि है।