चंडीगढ़ पुलिस के मृतक एएसआई बिजेंद्र का पोस्टमार्टम आज सेक्टर 16 के अस्पताल में होगा। उसने कल यानी मंगलवार सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली थी। सतीश के परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए सूचित कर दिया गया है। वे आज अस्पताल पहुंचेंगे। उनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि ASI ने सेक्टर-26 थाने से सीबीआई के चंगुल से भाग निकला था। सीबीआई ने उसके एक साथी सतीश को 20 हजार रुपये की रिश्वत के साथ पकड़ा था। बिजेंद्र ने यह 20 हजार रुपये सतीश को दिए थे। कल दोपहर सीबीआई ने बिछाया था जाल कल दोपहर सीबीआई ने बिजेंद्र को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। लेकिन उसे पहले ही इसकी भनक लग गई थी। इसलिए वह तुरंत मौके से भाग निकला। बाद में सीबीआई ने एएसआई सतीश से पूछताछ की। इसके बाद बिजेंद्र के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी भी की गई। लेकिन वह वहां नहीं मिला। शाम को सूचना मिली कि सेक्टर 40 में एक पुलिसकर्मी ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि वह बिजेंद्र ही था जो सीबीआई के चंगुल से भाग निकला था। इस घटना के बाद सीबीआई की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस और फोरेंसिक विभाग की टीम ने मौके की जांच की। उसकी कार की तलाशी ली गई। लेकिन कार में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। आरोपी को बचाने के लिए मांगी थी रिश्वत सीबीआई में शिकायत करने वाली युवती ने सीबीआई को बताया कि बिजेंदर ने कहा था कि वह भूरा (शिकायतकर्ता का भाई) की मदद करना चाहता है। वह चालान से भूरा का नाम निकलवा देगा। इसके लिए मेडिकल रिपोर्ट बनानी पड़ेगी। इसमें झगड़े में घायल युवक को कम चोट दिखा देंगे। इसके लिए 40,000 रुपए लगेंगे। जिसमें से कुछ डॉक्टर को भी देने होंगे। भूरा की बहन ने कहा कि इतने रुपए तो उसके पास नहीं है, फिर वह आखिर में 20,000 लेने पर राजी हो गया। जबकि सच्चाई यह थी कि पुलिस युवती के भाई के खिलाफ कुछ दिन पहले ही जिला अदालत में चालान पेश कर चुकी है। चंडीगढ़ पुलिस के मृतक एएसआई बिजेंद्र का पोस्टमार्टम आज सेक्टर 16 के अस्पताल में होगा। उसने कल यानी मंगलवार सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली थी। सतीश के परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए सूचित कर दिया गया है। वे आज अस्पताल पहुंचेंगे। उनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि ASI ने सेक्टर-26 थाने से सीबीआई के चंगुल से भाग निकला था। सीबीआई ने उसके एक साथी सतीश को 20 हजार रुपये की रिश्वत के साथ पकड़ा था। बिजेंद्र ने यह 20 हजार रुपये सतीश को दिए थे। कल दोपहर सीबीआई ने बिछाया था जाल कल दोपहर सीबीआई ने बिजेंद्र को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। लेकिन उसे पहले ही इसकी भनक लग गई थी। इसलिए वह तुरंत मौके से भाग निकला। बाद में सीबीआई ने एएसआई सतीश से पूछताछ की। इसके बाद बिजेंद्र के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी भी की गई। लेकिन वह वहां नहीं मिला। शाम को सूचना मिली कि सेक्टर 40 में एक पुलिसकर्मी ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि वह बिजेंद्र ही था जो सीबीआई के चंगुल से भाग निकला था। इस घटना के बाद सीबीआई की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस और फोरेंसिक विभाग की टीम ने मौके की जांच की। उसकी कार की तलाशी ली गई। लेकिन कार में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। आरोपी को बचाने के लिए मांगी थी रिश्वत सीबीआई में शिकायत करने वाली युवती ने सीबीआई को बताया कि बिजेंदर ने कहा था कि वह भूरा (शिकायतकर्ता का भाई) की मदद करना चाहता है। वह चालान से भूरा का नाम निकलवा देगा। इसके लिए मेडिकल रिपोर्ट बनानी पड़ेगी। इसमें झगड़े में घायल युवक को कम चोट दिखा देंगे। इसके लिए 40,000 रुपए लगेंगे। जिसमें से कुछ डॉक्टर को भी देने होंगे। भूरा की बहन ने कहा कि इतने रुपए तो उसके पास नहीं है, फिर वह आखिर में 20,000 लेने पर राजी हो गया। जबकि सच्चाई यह थी कि पुलिस युवती के भाई के खिलाफ कुछ दिन पहले ही जिला अदालत में चालान पेश कर चुकी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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