चंबा के डल्हौजी में भालू ने दंपती पर हमला कर दिया। जिससे पति गंभीर घायल हो गया और पत्नी भी लहूलुहान हो गई। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना पुखरी पंचायत के उघराल गांव की है। घायल की पहचान वार्ड पंच पवन कुमार के नाम से हुई। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए की आर्थिक राहत राशि जारी की है। पीड़ित ने बताया कि सोमवार की शाम को वह अपनी पत्नी के साथ गौशाला की तरफ जा रहे थे। रास्ते में भालू ने उन दोनों पर हमला कर दिया। पत्नी के चिल्लाने पर मौके पर पहुंचे लोग भालू के हमले में पवन बुरी तरह से लहूलुहान हो गया। भालू ने पवन के मुंह व आंख को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया। भालू के चंगुल से खुद को बचाने के लिए पवन व उसकी पत्नी जोर-जोर से चिल्लाई। उनके चिल्लाने की आवाजें सुनकर आसपास के लोग तुरंत घटनास्थल की तरफ दौड आए। भालू ने खुद के लिए खतरा पाते हुए पवन को अपने चंगुल से छोड़ कर वहां से भाग गया। हमले के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। चंबा के डल्हौजी में भालू ने दंपती पर हमला कर दिया। जिससे पति गंभीर घायल हो गया और पत्नी भी लहूलुहान हो गई। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना पुखरी पंचायत के उघराल गांव की है। घायल की पहचान वार्ड पंच पवन कुमार के नाम से हुई। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए की आर्थिक राहत राशि जारी की है। पीड़ित ने बताया कि सोमवार की शाम को वह अपनी पत्नी के साथ गौशाला की तरफ जा रहे थे। रास्ते में भालू ने उन दोनों पर हमला कर दिया। पत्नी के चिल्लाने पर मौके पर पहुंचे लोग भालू के हमले में पवन बुरी तरह से लहूलुहान हो गया। भालू ने पवन के मुंह व आंख को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया। भालू के चंगुल से खुद को बचाने के लिए पवन व उसकी पत्नी जोर-जोर से चिल्लाई। उनके चिल्लाने की आवाजें सुनकर आसपास के लोग तुरंत घटनास्थल की तरफ दौड आए। भालू ने खुद के लिए खतरा पाते हुए पवन को अपने चंगुल से छोड़ कर वहां से भाग गया। हमले के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
CM सुक्खू मुंबई में कर रहे चुनाव प्रचार:बोले-हिमाचल में 22 महीने में 5 गारंटी पूरी की, भाजपा पर साधा निशाना
CM सुक्खू मुंबई में कर रहे चुनाव प्रचार:बोले-हिमाचल में 22 महीने में 5 गारंटी पूरी की, भाजपा पर साधा निशाना हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं। मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM सुक्खू ने भारतीय जनता पार्टी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा, भाजपा ने पैसों के दम पर हिमाचल सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन लोटस चलाया। मगर मुंह की खानी पड़ी। उन्होंने कहा, हिमाचल सरकार ने अच्छा काम नहीं किया होता तो प्रदेश में कांग्रेस की फिर से 40 सीटें न होती। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार ने 22 महीने के अंतराल में 5 गारंटी पूरी कर दी है। शेष गारंटियों को भी जल्द पूरा किया जाएगा। पहली कैबिनेट में ही ओपीएस बहाल की सीएम ने कहा, राज्य सरकार ने पहली ही कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल किया। पात्र महिलाओं को 1500 का मासिक भत्ता सुनिश्चित किया गया। स्वरोजगार के लिए 680 करोड़ रुपए का स्टार्टअप फंड लॉन्च किया गया। उन्होंने कहा, दूध के लिए MSP लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना और गाय के दूध का 45 रुपए और और भैंस के दूध का 55 प्रति लीटर मूल्य तय किया। पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ का कर्ज छोड़कर गई मुख्यमंत्री ने कहा, पूर्व सरकार 95 हजार करोड़ की देनदारी प्रदेश पर छोड़कर गई। मगर उनकी सरकार राज्य को आत्म निर्भर बना रही है, और साल 2027 तक प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना दिया जाएगा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से कांग्रेस सरकार बनाने की अपील की। लौटते वक्त हाईकमान से करेंगे चर्चा सीएम सुक्खू मुंबई से दिल्ली लौटेंगे। इस दौरान वह पार्टी हाईकमान से भी मुलाकात कर सकते हैं, क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन होना है। पुरानी सभी कार्यकारिणी भंग कर दी गई है। लिहाजा सीएम सुक्खू हाईकमान से मिलकर नई कार्यकारिणी को लेकर चर्चा कर सकते हैं।
हिमाचल सरकार ने गुरमीत कौर को बनाया विशेष सचिव:मुख्य सचिव ने जारी की अधिसूचना, प्रदेश में कई पदों पर दे चुकी हैं सेवाएं
हिमाचल सरकार ने गुरमीत कौर को बनाया विशेष सचिव:मुख्य सचिव ने जारी की अधिसूचना, प्रदेश में कई पदों पर दे चुकी हैं सेवाएं हिमाचल प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालय (बलात्कार एवं पोक्सो) गुरमीत कौर को विशेष सचिव (विधि) के पद पर नियुक्ति किया है।
बुधवार को मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के कार्यालय से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार नव नियुक्त विशेष सचिव (विधि) हिमाचल प्रदेश सचिवालय शिमला में कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा के अधिकारियों को स्वीकार्य सभी भत्ते / सुविधाएं और लाभ या राज्य सरकार के अधीन कार्यरत अधिकारियों को स्वीकार्य लाभ चुन सकती हैं। न्यायिक सेवाओं में है लम्बा अनुभव
सूचना के अनुसार नव नियुक्त विशेष सचिव विधि गुरमीत कौर ने 2005 में न्यायिक सेवाओं में सफर की शुरुआत मंडी में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) मंडी से हुई। उसके बाद इन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में विभिन्न पदों पर सेवाएं दी। मई 2024 से वह AD SJ FTSC के पद पर सेवाएं दे रही थी। प्रदेश सरकार ने उन्हें अब विशेष सचिव विधि विभाग लगा दिया है। बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है।
कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर आया:भिंडरांवाला-सिखों के गोलियां चलाने वाले सीन हटाए; रिलीज की नई डेट तय
कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर आया:भिंडरांवाला-सिखों के गोलियां चलाने वाले सीन हटाए; रिलीज की नई डेट तय बॉलीवुड एक्टर एवं हिमाचल के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की पूर्व PM इंदिरा गांधी पर बनाई फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर जारी हो गया है। कंगना ने सोशल मीडिया (X) पर ट्रेलर को शेयर किया। इसमें से जरनैल सिंह भिंडरांवाला और सिखों को खालिस्तानी और दूसरे गलत तरीके से पेश करने वाले सारे सीन हटा लिए गए हैं। 14 अगस्त को जारी ट्रेलर में सिखों को गोलियां चलाते हुए दिखाया गया था। सिखों का आरोप था कि इसमें उन्हें आतंकी दिखाने की कोशिश की गई है। इन्हीं सीन पर फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह के अलावा सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने एतराज जताया था। सेंसर बोर्ड की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद 17 जनवरी को फिल्म रिलीज होगी। इससे पहले ये फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला था। पंजाब के सांसद ने कहा था- सिखों के खिलाफ गहरी साजिश
5 महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके सुरक्षाकर्मी बेअंत सिंह के बेटे एवं फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए सीनों पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। सरबजीत ने कहा था कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए। सिख समुदाय के लोगों का आरोप- फिल्म में उनकी छवि गलत दिखाई गई
वहीं SGPC ने भी आरोप लगाया था कि फिल्म में सिखों की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है। MP की जबलपुर सिख संगत ने जबलपुर में कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली थी। यहां कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की गई थी। 10 बदलाव करने के लिए कहा गया था
इमरजेंसी के विवादित सीनों पर सेंसर बोर्ड ने फैक्ट्स दिखाने को कहा था। CBFC ने कहा था कि मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को खरगोशों की तरह प्रजनन करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने होंगे। सेंसर बोर्ड ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी थी। इनमें अधिकतर सीन वे थे, जिन पर सिख संगठनों की तरफ से आपत्ति जताई गई थी। फिल्म के एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें उन्हें बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है। CBFC ने इस सीन पर भी अपनी आपत्ति जताई थी। बोर्ड ने मेकर्स को फिल्म से इस सीन को बदलने या फिर पूरी तरह डिलीट करने के लिए कहा था। फिल्म से 3 सीन करवाए गए थे डिलीट
करीब 4 महीने पहले सिख संगठनों के आपत्ति के बाद CBFC ने फिल्म का सर्टिफिकेट को रोक दिया था। CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ सख्त हिदायत भी दी थी कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाएं। कंगना ने इस पर रोष भी व्यक्त किया था। कंगना ने कहा था- सेंसर बोर्ड वालों को धमकियां मिल रहीं
फिल्म को रिलीज करने से रोकने पर कंगना ने कहा था कि CBFC ने फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन बाद में सर्टिफिकेशन पर रोक लगा दी गई। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जान से मारने की बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकियां मिल रही हैं। हम पर यह प्रेशर है कि इंदिरा गांधी की हत्या न दिखाएं, भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे न दिखाएं। मुझे नहीं पता कि फिर क्या दिखाएं। पता नहीं क्या हुआ कि अचानक से फिल्म को ब्लैक आउट कर दिया गया। इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। देश में जो हालात हैं, उसे देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है।