जालंधर| डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि जिले में चाइना डोर का उपयोग सख्त वर्जित है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 5 या उसके तहत बने नियमों का उल्लंघन करने वालों को पांच साल तक की कैद या उक्त अधिनियम की धारा 15 के तहत 1 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पतंग उड़ाने की अनुमति केवल सूती दागे से होगी, जो किसी भी प्रकार की तेज धातु/कांच या धागे को मजबूत करने के लिए चिपकाई गई सामग्री से मुक्त हो। डीसी ने बताया कि यह आदेश 14 मार्च तक लागू रहेंगे। जालंधर| डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि जिले में चाइना डोर का उपयोग सख्त वर्जित है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 5 या उसके तहत बने नियमों का उल्लंघन करने वालों को पांच साल तक की कैद या उक्त अधिनियम की धारा 15 के तहत 1 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पतंग उड़ाने की अनुमति केवल सूती दागे से होगी, जो किसी भी प्रकार की तेज धातु/कांच या धागे को मजबूत करने के लिए चिपकाई गई सामग्री से मुक्त हो। डीसी ने बताया कि यह आदेश 14 मार्च तक लागू रहेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब की झांकी 26 जनवरी की परेड में होगी शामिल:बीते साल हुआ था विवाद; 15 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां होगी शामिल
पंजाब की झांकी 26 जनवरी की परेड में होगी शामिल:बीते साल हुआ था विवाद; 15 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां होगी शामिल गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड के लिए पंजाब की झांकी को चयनित किया गया है। यह झांकी पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, परंपराओं और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाएगी। हालांकि शहीदों पर आधारित झांकी के बीते साल चयनित ना होने पर काफी विवाद हुआ था और सीएम भगवंत मान ने केंद्र पर भेदभाव के आरोप लगा दिए थे। इस बार परेड में कुल 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल होंगी। इनमें बिहार, चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, गोवा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और हरियाणा शामिल हैं। पंजाब की झांकी हर बार अपनी जीवंत और रंगीन प्रस्तुति के लिए जानी जाती है। इस वर्ष झांकी में राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को उकेरा जाएगा, जिसमें सिख विरासत, भांगड़ा, गिद्दा, कृषि परंपराएं और स्वर्ण मंदिर जैसे अद्भुत प्रतीक शामिल होने की संभावना है। बीते साल रिजेक्ट की थी झांकियां बीते साल 26 जनवरी के लिए केंद्र सरकार की तरफ से झांकियों को रद्द किया गया था, साथ ही रक्षा मंत्रालय की तरफ से दिल्ली में होने वाले भारत पर्व में पंजाब की झांकी को भेजने की बात कहीं थी, उस समय राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कह दिया था कि वह रिजेक्ट कैटेगरी में पंजाब की झांकी नहीं भेजेंगे। वहीं, पंजाब और दिल्ली में पर खुद पंजाब की झांकियां निकालेंगे। ताकि लोगों को पंजाब के अमीर विरासत से रुबरू करवाया जा सके। सीएम मान ने कहा था कि हम अपने शहीद भगत सिंह, सुखदेव सिंह, लाला लाजपतराय, उधम सिंह माई भागो, करतार सिंह सराभा, गदरी बाबे और महाराजा रणजीत सिंह की कुर्बानियों का सम्मान करना जानते हैं। गांव-गांव घुमाई गई थी झांकियां बीते साल झांकियों के रिजेक्ट होने के बाद सीएम भगवंत मान ने आदेश दिया था कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड से बाहर हुई पंजाब की झांकियां आगामी लोकसभा चुनाव तक राज्य के हर गली मोहल्ले में जाएगी। पंजाब सरकार की योजना बनाई थी कि झांकियों को उसी स्टाइल में पंजाब में घुमाया जाएगा, जिस तरह गणतंत्र दिवस की परेड में उन्हें दिखाया जाता है। इन्हें बाकायदा ट्रॉलियों पर सजाया गया और प्रत्येक विधानसभा हलके के प्रत्येक गांव में इन्हें ले जाया गया।

पंजाब में गुर्दे की बीमारी के मरीजों का फ्री डायलिसिस:23 जिलों में सर्विस शुरू हुई; डेंगू के मामलों में भी कमी आई
पंजाब में गुर्दे की बीमारी के मरीजों का फ्री डायलिसिस:23 जिलों में सर्विस शुरू हुई; डेंगू के मामलों में भी कमी आई पंजाब सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में गुर्दे की बीमारी से पीड़ित मरीजों को मुफ्त डायलिसिस सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए पंजाब सरकार ने हंस फाउंडेशन, माता गुजरी ट्रस्ट जगरा और अन्य एनजीओ के सहयोग से सेवा शुरू की है। वर्तमान में 23 जिला अस्पतालों, 14 उप-मंडलीय अस्पतालों, और तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थित 40 डायलिसिस केंद्रों पर 168 डायलिसिस मशीनें उपलब्ध हैं। सरकारी रेट पर एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा सरकार द्वारा सभी माध्यमिक स्वास्थ्य सुविधाओं में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए कुल 202 एक्स-रे केंद्र और 389 अल्ट्रासाउंड केंद्र सूचीबद्ध किए गए हैं। जो सरकार द्वारा निर्धारित सस्ती दरों पर सेवाएं दे रहे हैं। जनवरी 2024 के बाद से कलर डॉपलर/अल्ट्रासाउंड मशीनों की संख्या 65 से बढ़ाकर 98 और एक्स-रे मशीनों की संख्या 368 से बढ़ाकर 384 कर दी गई है। अब सभी जिला अस्पताल (डीएच), उप-मंडलीय अस्पताल (एसडीएच) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सुविधाएं उपलब्ध हैं। 70 फीसदी केस में आई कमी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि राज्य में शुरू की गई डेंगू विरोधी मुहिम ‘हर शुक्रवार, डेंगू पर वार’ को व्यापक सफलता मिली है। 2024 में डेंगू के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 55 प्रतिशत की कमी और डेंगू से होने वाली मौतों में 70 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

पटियाला बहन को बचाने के लिए भाई नहर में कूदा:बहन का शव मिला; दोनों तेज बहाव में डूबे
पटियाला बहन को बचाने के लिए भाई नहर में कूदा:बहन का शव मिला; दोनों तेज बहाव में डूबे पटियाला के अबलोवाल गांव में भाखड़ा नहर में एक 29 साल की तलाकशुदा लड़की कूद गई। बड़ी बहन को डूबते देख फूफा के बेटे ने उसे बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी। लेकिन दोनों ही तेज बहाव में डूब गए। लड़की की डेड बॉडी पसियाणा नहर से निकाल ली गई। गुरुवार सुबह हुई घटना में डूबने वाली लड़की की पहचान लवप्रीत कौर गांव रवास बाहमना और युवक की पहचान मनमोहन सिंह 21 साल के तौर पर हुई है। लड़की की डेड बॉडी राजिंदरा अस्पताल में रखवाई है, जिसकी पहचान उसके फूफा तेजा सिंह ने की है। जानकारी के अनुसार लड़की की शादी के बाद घरेलू तकरार बाजी के कारण तलाक हुआ था। तलाक के दो साल बाद सब कुछ ठीक चल रहा था, लड़की ने घर के नजदीक एक स्कूल में नौकरी कर ली थी। तेजा सिंह ने बताया कि लवप्रीत कौर उसके साले की बेटी है, जिसका पालन पोषण और शादी की जिम्मेदारी उन्होंने निभाई थी। गुरुवार को लवप्रीत कौर बस से अबलोवाल नहर के किनारे पहुंची थी, जिसके पीछे फोन पर संपर्क करते हुए मनमोहन सिंह भी चला गया था। यहां पर किस वजह से लवप्रीत कौर नहर में कूद गई।