जालंधर| चीमा नगर में चार एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में लोगों को परेशानी होती है। इसके लिए लोगों ने निगम के कंट्रोल रूम में शिकायत भी दर्ज की है। इसके बावजूद भी लाइटों की मेंटेनेंस का काम नहीं हो सका है। इसकी वजह है कि निगम ने एलईडी लाइट कंपनी का लगभग 12 करोड़ रुपए का भुगतान पेडिंग किया, जिस वजह से कंपनी के मुलाजिमों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला और उसने काम बंद कर दिया। इस वजह से सिटी में लाइटों की मेंटेनेंस का काम बंद है, और पेंडेंसी बढ़ रही है। जालंधर| चीमा नगर में चार एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में लोगों को परेशानी होती है। इसके लिए लोगों ने निगम के कंट्रोल रूम में शिकायत भी दर्ज की है। इसके बावजूद भी लाइटों की मेंटेनेंस का काम नहीं हो सका है। इसकी वजह है कि निगम ने एलईडी लाइट कंपनी का लगभग 12 करोड़ रुपए का भुगतान पेडिंग किया, जिस वजह से कंपनी के मुलाजिमों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला और उसने काम बंद कर दिया। इस वजह से सिटी में लाइटों की मेंटेनेंस का काम बंद है, और पेंडेंसी बढ़ रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है
किसान आंदोलन, हरियाणा पुलिस के पास पैलेट गन:खनौरी बॉर्डर से तस्वीरें सामने आईं; सेना पत्थरबाजों पर इस्तेमाल करती है खनौरी बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को तैनात हरियाणा पुलिस जवानों के पास पैलेट गन भी है। बॉर्डर पर किसानों की तरफ सबसे पहले घेरे में तैनात पुलिसकर्मियों को यह बंदूकें दी गई हैं। इनके आसपास का आधा किमी एरिया पूरी तरह सील है। जहां पुलिस के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं। दैनिक भास्कर के पास ऐसी 2 तस्वीरें आईं हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों के हाथ में पैलेट गन दिखाई दे रही है। यह वही गन है, जिसका इस्तेमाल सेना जम्मू एंड कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए करती है। इसे वहां अंतिम हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इससे आदमी के टिश्यू डैमेज हो जाते हैं। इनका इस्तेमाल आंदोलनकारी किसानों पर होगा?, यह पूछे जाने पर जींद के DSP (लॉ एंड ऑर्डर) जितेंद्र सिंह का कहना है कि अभी आंदोलन शांतिप्रिय चल रहा है। बॉर्डर पर स्थिति सामान्य है। पैलेट गन के इस्तेमाल का सवाल ही नहीं उठता। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 21 कंपनियां तैनात हैं। मिर्ची बम से असरदार पैलेट गन
पहले पुलिस अंतिम हथियार के रूप में मिर्ची बम का इस्तेमाल करती थी, इसे प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर फेंकने पर त्वचा और आंखों में जलन होने लगती है, लेकिन यह कुछ ही लोगों पर असर करता है। पैलेट गन मिर्ची बम से ज्यादा असरदार है। भारत ही नहीं बल्कि कई दूसरे देश भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल करते हें। देखा जाए तो ये एक गैर घातक हथियार है, यानी इसे गैर-जानलेवा हथियार माना जाता है। किसानों का आरोप- पुलिस इस्तेमाल कर चुकी पैलेट गन
किसानों ने सबसे पहले 13 फरवरी को हरियाणा और पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली कूच की कोशिश की थी। तब हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को रोक लिया था। इस दौरान उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। शंभू बॉर्डर पर भी हालात काफी तनावपूर्ण हुए। यहां किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल किया। 16 फरवरी को जब पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. बलबीर सिंह अस्पताल में पहुंच घायल किसानों से मिले तो उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की कि 10 से ज्यादा किसानों पर पैलेट गन से हमला हुआ है। इसके बाद 21 फरवरी को दिल्ली कूच के दौरान खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण (22) की मौत हो गई थी। किसानों ने आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस ने उसके सिर में गोली मारी है। हालांकि, पुलिस ने इस बात को नकार दिया था। खनौरी बॉर्डर पर सरकार के इंतजाम पुख्ता
खनौरी बॉर्डर पर अभी तक प्रदर्शन शांतिपूर्वक तरीके से चल रहा है। यहां किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 41 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। अगर खनौरी बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच के लिए निकलते हैं या फिर किसान किन्हीं हालातों में एक साथ बॉर्डर को पार करने की प्लानिंग करते हैं तो पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है। ******************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में हडि्डयां बचीं, किडनी-लीवर, फेफड़ों में खराबी आई हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। डॉक्टर का दावा है कि उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है। पढ़ें पूरी खबर

लुधियाना पहुंचे DGP लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला:बोले- थ्रेट मिलते हैं, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध, प्लास्टिक डोर बेचने वालों पर होगा एक्शन
लुधियाना पहुंचे DGP लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला:बोले- थ्रेट मिलते हैं, सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध, प्लास्टिक डोर बेचने वालों पर होगा एक्शन पंजाब के DGP लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ता आज लुधियाना पहुंचे। बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ ने दरेसी इलाके को सर्च भी किया। पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में प्लास्टिक डोर बिक रही है। पुलिस टीम ने कई दुकानों में चेकिंग भी की। करीब 5 से 6 थानों की पुलिस ने पूरा इलाका खंगाला। वहीं, गणतंत्र दिवस को लेकर भी पुलिस टीमें अलर्ट मोड पर है। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल भी पहुंचे। DGP लॉ एंड आर्डर शुक्ला बोले… DGP लॉ एंड आर्डर ने कहा कि प्लास्टिक डोर को बेचने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है। पूरे पंजाब में सर्च आपरेशन चलाए जा रहे हैं। जहां तक बात करें गणतंत्र दिवस की तो हर साल की तरह थ्रेट तो आती रहती है, लेकिन पुलिस टीमें भी अलग-अलग इलाकों में छापामारी कर रही है। 22 दिनों में पुलिस ने किए 90 पर्चे दर्ज गणतंत्र दिवस को लेकर शहर के होटलों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर पुलिस लगातार चेकिंग भी कर रही है। शरारती लोगों को चेतावनी है कि प्लास्टिक डोर की सप्लाई न करें, यदि कोई भी व्यक्ति प्लास्टिक या प्लास्टिक डोर के साथ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। DGP शुक्ला ने कहा कि इस बार 22 दिनों में 90 पर्चे दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले पूरे साल में 109 पर्चे दर्ज किए गए थे। आज ड्रोन उड़ाकर भी कई इलाकों को चेक किया गया है।
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फतेहगढ़ साहिब में AAP नेता ने रिश्वत कराई वापस:आढ़तियों से लिए थे 3.50 लाख रुपए, वेयर हाउस मैनेजर को बिना कार्रवाई छोड़ा,
फतेहगढ़ साहिब में AAP नेता ने रिश्वत कराई वापस:आढ़तियों से लिए थे 3.50 लाख रुपए, वेयर हाउस मैनेजर को बिना कार्रवाई छोड़ा, फतेहगढ़ साहिब में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मार्केट कमेटी सरहिंद के चेयरमैन गुरविंदर सिंह ढिल्लों ने एक सरकारी अधिकारी से रिश्वत के साढ़े तीन लाख रुपए वापस कराए। आप नेता ने इस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कराई, बल्कि उसे ऐसे ही छोड़ दिया। और तो और रिश्वत की रकम वापस कराने पर चनार्थल अनाज मंडी के आढ़ती भी चेयरमैन को सम्मानित करने पहुंच गए। खुद को सम्मान मिलने के बाद चेयरमैन काफी खुश दिखाई दिए और दावा किया कि भगवंत मान की सरकार में करप्शन बिल्कुल नहीं चलेगी। चेयरमैन का आरोप – गेहूं के सीजन में ली रिश्वत चेयरमैन गुरविंदर सिंह ढिल्लों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि चनार्थल अनाज मंडी के आढ़ती उनके पास आए थे। जिन्होंने यह मुद्दा रखा था कि गेहूं के सीजन में वेयर हाउस मैनेजर कुलविंदर सिंह उनसे रिश्वत लेते हैं। प्रति कुंतल के हिसाब से पैसे लिए जाते हैं। पैसे न देने वाले आढ़तियों को बिना वजह परेशान किया जाता है। इस बार गेहूं के सीजन में साढ़े तीन लाख रुपए लिए गए थे। इसके बाद चेयरमैन ने मैनेजर को बुलाया और आढ़तियों के साथ मीटिंग रखी। चेयरमैन ने दावा किया कि मीटिंग में मैनेजर ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने रिश्वत ली थी। रिश्वत की रकम मैनेजर ने वापस कर दी। जिस पर आढ़ती संतुष्ट हुए। चनार्थल अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष अवतार सिंह ने कहा कि मैनेजर द्वारा रिश्वत लेने का मुद्दा उन्होंने चेयरमैन के ध्यान में लाया था। विजिलेंस या पुलिस के पास कोई शिकायत नहीं की गई। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि मैनेजर ने पहली बार उनसे रिश्वत ली। इससे पहले कभी उनसे पैसे नहीं लिए गए। एफआईआर दर्ज होनी चाहिए – विधायक वहीं, फतेहगढ़ साहिब से आप विधायक एडवोकेट लखवीर सिंह राय ने इस पूरे मामले को लेकर हैरानी प्रकट की। राय ने कहा कि वे जालंधर उप चुनाव में प्रचार कर रहे हैं। उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला नहीं है। अगर किसी ने रिश्वत ली है तो उसके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। वे अभी डिप्टी कमिश्नर से बात करके मामले की तफ्तीश और कार्रवाई के लिए बोलेंगे। मेरी छवि खराब की जा रही – मैनेजर उधर, वेयर हाउस के मैनेजर कुलविंदर सिंह ने कहा कि उनकी छवि खराब की जा रही है। उन्होंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया और न ही कोई पैसा वापस किया है। मार्केट कमेटी चेयरमैन या किसी आढ़ती से भी उनकी कोई मीटिंग नहीं हुई। चेयरमैन और आढ़ती झूठे आरोप लगा रहे हैं।