बरेली के एक इंटर कॉलेज में अचानक से छात्रा को पीरियड आने पर उसकी मदद की जगह टीचर ने उसे बाहर निकाल दिया। जब छात्रा ने पैड मांगा तो उसे नहीं मिला। करीब एक घंटे तक ब्लीडिंग के बीच छात्रा क्लास के बाहर खड़ी रही। कोई मदद नहीं मिलने पर वह घर चली गई। मामले की जानकारी होने पर छात्रा के पिता ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा- बेटी को मानसिक रूप से परेशानी उठानी पड़ी। डीआईओएस देवकी नंदन ने कहा- मामले की शिकायत आई है। जांच करवाई जा रही है। अब पढ़िए पूरा मामला… पूरा मामला गुरु नानक रिखी सिंह इंटर कॉलेज का है। यहां 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा का शनिवार को क्लास में पढ़ते समय अचानक पीरियड शुरू हो गया। छात्रा का कहना है कि मुझे अनइजी लगने लगा। मैं उठकर मैम के पास गई और उन्हें अपनी बात बताई। मैंने कहा- मैम बहुत दिक्कत हो रही है। ब्लीडिंग हो रही है। मुझे पैड दिलवा दीजिए। इस पर मैम गुस्से में आ गई और कहा कि मैं क्या पैड लेकर घूमती हूं। क्लास से बाहर निकलो। इसके बाद मुझे क्लास से बाहर निकाल दिया और कहा- वहीं खड़ी रहो। छात्रा ने बताया- मैं करीब एक घंटे तक क्लास के बाहर खड़ी रोती रही। लेकिन मैम को मुझ पर तरस नहीं आया। मेरी ड्रेस खराब हो गई। आते-जाते समय दूसरे बच्चे देखकर हंस रहे थे। मुझे काफी शर्मिंदगी महसूस हो रही थी। छात्रा ने घर पहुंचकर मां को बताई पूरी बात
छात्रा ने बताया- इसके बाद मैं घर चली गई। वहां मां को पूरी घटना के बारे में बताया। तो मां ने कहा- तुम्हे स्कूल से फोन करना चाहिए था। तो छात्रा ने कहा- मैम मेरी बात सुन नहीं रही थीं। कह रही थीं कि तुम झूठ बोल रही हो। छात्रा के पिता ने की शिकायत
वहीं इस घटना के बाद छात्रा के पिता ने लिखित शिकायत करते हुए कालेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। छात्रा के पिता ने डीएम, डीआईओएस, राज्य महिला आयोग, महिला कल्याण विभाग में शिकायत की है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि जिस कालेज में मेरी बेटी पढ़ती है, वो लड़कियों का ही कालेज है। उसके बावजूद वहां मेरी बेटी को पैड उपलब्ध नहीं कराया गया बल्कि उसे घर भेज दिया गया। जिससे उसे काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी। एक महिला होकर एक बेटी का दर्द नहीं समझ पाई। वही शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी गई है। प्रिंसिपल ने कहा- पूरे मामले की जांच कराई जा रही है
कॉलेज की प्रिसिंपल रचना अरोरा ने बताया- यह छुट्टी के समय की बात है। जब तक मुझे जानकारी हुई तब तक छात्रा घर जा चुकी थी। महिला कॉलेज होने की वजह से यहां टीचर के पास भी पैड होते है। इसके लिए क्यों मना किया गया। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। …………………. ये खबर भी पढ़िए… कानपुर DM ने ऑटो ड्राइवर को बनाया चीफ गेस्ट;बगल में बैठाया, साथ में तिरंगा फहराया; कॉन्स्टेबल ने पीटा तो मांगी थी इच्छा मृत्यु कानपुर डीएम ने गणतंत्र दिवस पर अनोखी पहल की है। उन्होंने ऑटो ड्राइवर को चीफ गेस्ट बनाया। उसे अपने बगल बैठाया। फिर साथ में कलेक्ट्रेट पर तिरंगा फहराया। ऑटो ड्राइवर राकेश सोनी को चीफ गेस्ट बनाने के पीछे वजह है कि उनको कॉन्स्टेबल ने पीट दिया था। परेशान होकर राकेश ने DM से इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसके बाद डीएम ने ऑटो ड्राइवर को गणतंत्र दिवस पर बतौर चीफ गेस्ट इनवाइट किया। पढ़िए पूरी खबर बरेली के एक इंटर कॉलेज में अचानक से छात्रा को पीरियड आने पर उसकी मदद की जगह टीचर ने उसे बाहर निकाल दिया। जब छात्रा ने पैड मांगा तो उसे नहीं मिला। करीब एक घंटे तक ब्लीडिंग के बीच छात्रा क्लास के बाहर खड़ी रही। कोई मदद नहीं मिलने पर वह घर चली गई। मामले की जानकारी होने पर छात्रा के पिता ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा- बेटी को मानसिक रूप से परेशानी उठानी पड़ी। डीआईओएस देवकी नंदन ने कहा- मामले की शिकायत आई है। जांच करवाई जा रही है। अब पढ़िए पूरा मामला… पूरा मामला गुरु नानक रिखी सिंह इंटर कॉलेज का है। यहां 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा का शनिवार को क्लास में पढ़ते समय अचानक पीरियड शुरू हो गया। छात्रा का कहना है कि मुझे अनइजी लगने लगा। मैं उठकर मैम के पास गई और उन्हें अपनी बात बताई। मैंने कहा- मैम बहुत दिक्कत हो रही है। ब्लीडिंग हो रही है। मुझे पैड दिलवा दीजिए। इस पर मैम गुस्से में आ गई और कहा कि मैं क्या पैड लेकर घूमती हूं। क्लास से बाहर निकलो। इसके बाद मुझे क्लास से बाहर निकाल दिया और कहा- वहीं खड़ी रहो। छात्रा ने बताया- मैं करीब एक घंटे तक क्लास के बाहर खड़ी रोती रही। लेकिन मैम को मुझ पर तरस नहीं आया। मेरी ड्रेस खराब हो गई। आते-जाते समय दूसरे बच्चे देखकर हंस रहे थे। मुझे काफी शर्मिंदगी महसूस हो रही थी। छात्रा ने घर पहुंचकर मां को बताई पूरी बात
छात्रा ने बताया- इसके बाद मैं घर चली गई। वहां मां को पूरी घटना के बारे में बताया। तो मां ने कहा- तुम्हे स्कूल से फोन करना चाहिए था। तो छात्रा ने कहा- मैम मेरी बात सुन नहीं रही थीं। कह रही थीं कि तुम झूठ बोल रही हो। छात्रा के पिता ने की शिकायत
वहीं इस घटना के बाद छात्रा के पिता ने लिखित शिकायत करते हुए कालेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। छात्रा के पिता ने डीएम, डीआईओएस, राज्य महिला आयोग, महिला कल्याण विभाग में शिकायत की है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि जिस कालेज में मेरी बेटी पढ़ती है, वो लड़कियों का ही कालेज है। उसके बावजूद वहां मेरी बेटी को पैड उपलब्ध नहीं कराया गया बल्कि उसे घर भेज दिया गया। जिससे उसे काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी। एक महिला होकर एक बेटी का दर्द नहीं समझ पाई। वही शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी गई है। प्रिंसिपल ने कहा- पूरे मामले की जांच कराई जा रही है
कॉलेज की प्रिसिंपल रचना अरोरा ने बताया- यह छुट्टी के समय की बात है। जब तक मुझे जानकारी हुई तब तक छात्रा घर जा चुकी थी। महिला कॉलेज होने की वजह से यहां टीचर के पास भी पैड होते है। इसके लिए क्यों मना किया गया। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। …………………. ये खबर भी पढ़िए… कानपुर DM ने ऑटो ड्राइवर को बनाया चीफ गेस्ट;बगल में बैठाया, साथ में तिरंगा फहराया; कॉन्स्टेबल ने पीटा तो मांगी थी इच्छा मृत्यु कानपुर डीएम ने गणतंत्र दिवस पर अनोखी पहल की है। उन्होंने ऑटो ड्राइवर को चीफ गेस्ट बनाया। उसे अपने बगल बैठाया। फिर साथ में कलेक्ट्रेट पर तिरंगा फहराया। ऑटो ड्राइवर राकेश सोनी को चीफ गेस्ट बनाने के पीछे वजह है कि उनको कॉन्स्टेबल ने पीट दिया था। परेशान होकर राकेश ने DM से इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसके बाद डीएम ने ऑटो ड्राइवर को गणतंत्र दिवस पर बतौर चीफ गेस्ट इनवाइट किया। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर