जगराओं में मुल्लापुर दाखा से पैदल ही अपने घर जा रहे बाप-बेटे को तेज रफतार कार ने टक्कर मार दी। जिसके चलते गंभीर रूप से घायल हुए पिता ने बेटे के सामने ही दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान मुखतियार सिंह निवासी गांव हिस्सोवाल के रूप में हुई है। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। जानकारी देते हुए थाना दाखा के एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित मनजीत सिंह निवासी गांव हिस्सोवाल ने पुलिस को दर्ज कार्रवाई शिकायत में बताया कि उसके पिता किसी काम से मंडी मुल्लापुर में आए थे। इसी दौरान वह भी किसी काम से मुल्लापुर आ गया। जिसके चलते वह और उसके पिता अपना अपना काम खत्म करने के बाद पैदल ही घर की तरफ जा रहे थे। अस्पताल में तोड़ा दम जैसे ही वह रायकोट रोड पर नई दाना मंडी के नजदीक बने शराब के ठेके के नजदीक पहुंचे, तो पीछे से तेज रफ्तार आई कार ने उसके पिता को टक्कर मार दी। जिससे उसके पिता सड़क पर जाकर गिरे और सिर सड़क पर टकराने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनको वह तुरंत लोगों की मदद से अस्पताल ले गया। जहां डाक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए उसके पिता को लुधियाना रेफर कर दिया। जहां उसके पिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। वहीं पुलिस ने हादसे के बाद अज्ञात कार चालक के खिलाफ थाना दाखा में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। जगराओं में मुल्लापुर दाखा से पैदल ही अपने घर जा रहे बाप-बेटे को तेज रफतार कार ने टक्कर मार दी। जिसके चलते गंभीर रूप से घायल हुए पिता ने बेटे के सामने ही दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान मुखतियार सिंह निवासी गांव हिस्सोवाल के रूप में हुई है। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। जानकारी देते हुए थाना दाखा के एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि पीड़ित मनजीत सिंह निवासी गांव हिस्सोवाल ने पुलिस को दर्ज कार्रवाई शिकायत में बताया कि उसके पिता किसी काम से मंडी मुल्लापुर में आए थे। इसी दौरान वह भी किसी काम से मुल्लापुर आ गया। जिसके चलते वह और उसके पिता अपना अपना काम खत्म करने के बाद पैदल ही घर की तरफ जा रहे थे। अस्पताल में तोड़ा दम जैसे ही वह रायकोट रोड पर नई दाना मंडी के नजदीक बने शराब के ठेके के नजदीक पहुंचे, तो पीछे से तेज रफ्तार आई कार ने उसके पिता को टक्कर मार दी। जिससे उसके पिता सड़क पर जाकर गिरे और सिर सड़क पर टकराने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनको वह तुरंत लोगों की मदद से अस्पताल ले गया। जहां डाक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए उसके पिता को लुधियाना रेफर कर दिया। जहां उसके पिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। वहीं पुलिस ने हादसे के बाद अज्ञात कार चालक के खिलाफ थाना दाखा में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में मानसून की गति धीमी:बंगाल की खाड़ी में दबाव का असर; 7 अगस्त से बारिश के आसार बंगाल की खाड़ी में बने दबाव का असर पूरे उत्तर भारत के मानसून पर पड़ रहा है। दबाव के कारण नमी वाली हवाएं पंजाब की ओर नहीं जा पा रही हैं। जिसके कारण मौसम विभाग की ओर से 6-7 अगस्त को जारी किया गया येलो अलर्ट भी खत्म कर दिया गया है। अब उम्मीद यही है कि 7 अगस्त को पंजाब में बारिश होगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। 1 अगस्त के बाद पंजाब में अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई है। जिसके कारण तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। रविवार को तापमान पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री अधिक पाया गया। मौसम विभाग केंद्र (IMD) के अनुसार यह तापमान सामान्य से 1.9 डिग्री अधिक है। पंजाब के शहर का तापमान एक बार फिर 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है। रविवार को फाजिल्का का तापमान 39.7 डिग्री दर्ज किया गया। अगर आने वाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने लगेगी। पंजाब में बारिश का पूर्वानुमान और अलर्ट- पंजाब में औसतन 40% तो फतेहगढ़ साहिब में 74% कम बारिश इस पूरे सीजन में पंजाब में अब तक 40 फीसदी कम बारिश हुई है। 1 जून से 4 अगस्त तक पंजाब में 146.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि इन दो महीनों में पंजाब में 242.9 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। पूरे सीजन में पंजाब में सबसे कम बारिश फतेहगढ़ साहिब में हुई है। यहां सिर्फ 70.6 मिमी बारिश हुई है, जबकि दो महीनों में यहां 271.3 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। इसी तरह एसएएस नगर में 71 फीसदी कम बारिश हुई है, रूपनगर में 60 फीसदी कम बारिश हुई है और एसबीएस नगर में 64 फीसदी कम बारिश हुई है। पंजाब में सिर्फ चार जिले पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन और मानसा ऐसे हैं, जहां सामान्य बारिश दर्ज की गई है।
खडूर साहिब में AAP को मिली मजबूती:आजाद चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह ने जॉइन की पार्टी, 25 सालों से राजनीति में
खडूर साहिब में AAP को मिली मजबूती:आजाद चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह ने जॉइन की पार्टी, 25 सालों से राजनीति में लोकसभा हलका खडूर साहिब में आम आदमी पार्टी (AAP) को मजबूती मिली है। बुधवार को आजाद उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले भूपिंदर सिंह संधू (बिट्टू) AAP में शामिल हो गए। भूपिंदर सिंह संधू पहले कांग्रेस पार्टी के मेंबर थे। वह 2016 में प्रदेश कांग्रेस के सचिव और 2011 में रेलवे बोर्ड (उत्तरी) के मेंबर थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खवासपुर के सरपंच के तौर पर की। वह खडूर साहिब के मेंबर ब्लॉक समिति, मार्केट समिति के चेयरमैन और कृषि सहकारी सभा भारोवाल के प्रधान भी रह चुके हैं। भूपिंदर सिंह संधू पिछले 25 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं, उनकी खडूर साहिब हलके में अच्छी पकड़ है। आम आदमी पार्टी में उनकी मौजूदगी पार्टी को ओर मज़बूत करेगी। NSUI के पूर्व उपाध्यक्ष भी AAP में शामिल NSUI पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष कंवर संधू भी AAP में शामिल हो गए। वह विद्यार्थी राजनीति से आए हैं और नौजवानों में वह अच्छी पकड़ रखते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रस्मी तौर पर उक्त दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल किया और उनका स्वागत किया। भगवंत मान ने कहा कि हमारी लोक पक्षीय नीतियों के कारण ज्यादा से ज्यादा लोग ‘आप’ में शामिल हो रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के लिए काम करने वाले ईमानदार लोगों के लिए आम आदमी पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए खुले हैं।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे सुप्रीम कोर्ट ने करीब 6 महीने से बंद पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोलने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की कि हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोलने का आदेश दिया। इसके लिए पंजाब और हरियाणा के DGP के अलावा पटियाला, मोहाली और अंबाला के SP को मीटिंग कर इस पर फैसला लेने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस की सुनवाई 22 अगस्त को होगी। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बन जाती है तो फिर सुनवाई की तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा था। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा की सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के लिए निष्पक्ष कमेटी के सदस्यों के नाम दे दिए हैं। इस कमेटी के सदस्य किसानों और केंद्र सरकार के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर हम आप दोनों को नाम देने के लिए राजी करने में सफल रहे हैं, अब जब स्थिति ऐसी है तो आप किसानों को क्यों नहीं राजी करते? क्योंकि हाईवे पार्किंग (जगह) नहीं है। अदालत ने कहा कि भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी जाए, लेकिन जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं… लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस वार्ता में समय लगेगा। वहीं किसानों ने ऐलान किया है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वह पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान नेताओं का कहना है कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर MSP गारंटी कानून बना आर्थिक आजादी के लिए यह मार्च निकाले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या हुआ… मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ने शुरू की। हरियाणा की तरफ से सालिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता और पंजाब की तरफ से एडवोकेट जनरल (AG) गुरमिंदर सिंह ने किसानों से बात करने के लिए समिति के सदस्यों के नाम दिए।
AG : हम समिति के गठन से सहमत हैं। मेरे पास एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का प्रस्ताव है।
SG : आपकी समिति के चयन के लिए हमारे पास कुछ और नाम हैं।
जस्टिस सूर्यकांत : आपके नाम 6 हैं।
SG : यह सही है।
जस्टिस सूर्यकांत : सुरजीत सिंह, क्या वह IAS में पदोन्नत अधिकारी थे? शायद वह एक बहुत प्रसिद्ध (टाउनप्लानर) थे! मैं सिर्फ पुष्टि करूंगा। जब मैं कुछ कार्यक्रमों में था, मैंने उन्हें (क्रम संख्या 5 पर नाम) सुना है। यहां तक कि क्रमांक 1…प्रशंसनीय…परास्नातक, PhD, बहुत ही विनम्र पृष्ठभूमि।
AG : एक व्यक्ति जितना जमीन से जुड़ा हो सकता है…
कोर्ट : हम प्रयासों की सराहना करते हैं। आपने उस व्यक्ति को चुना है जो राजनीतिक नहीं है।
जस्टिस सूर्यकांत : हम आप दोनों को नाम सुझाने के लिए मनाने में सफल रहे हैं। अब ऐसी स्थिति है तो आप किसानों को क्यों नहीं मनाते? क्योंकि राजमार्ग पार्किंग (स्थान) नहीं हैं।
AG : भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी गई हो, जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं। लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस बातचीत में समय लगेगा।
जस्टिस सूर्यकांत : सोचिए कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और स्थानीय लोगों के लिए, जो चिकित्सा सुविधाओं के लिए पंजाब आते हैं, केवल एक ही लेन कैसे होगी?
SG : सुझाव ले लिया है, सरकार के समक्ष रखूंगा। मैं (इस पर) वापस आऊंगा।
जस्टिस सूर्यकांत : हम उन्हें नहीं चाहते। हम किसानों (ट्रैक्टर) को हटाने, मनाने के लिए पंजाब राज्य पर दबाव डाल रहे हैं। हम किसी सौहार्दपूर्ण समाधान तक इस मुद्दे को लंबित रखेंगे। हम समान रूप से चिंतित हैं। कोई नहीं चाहेगा कि किसान…
AG : और ऐसी धारणा मत बनाइए जो सच नहीं है।
जस्टिस कांत : हम एक संक्षिप्त आदेश पारित करेंगे। आप दोनों राजमार्ग के आंशिक रूप से खोलने के संबंध में बातचीत करेंगे। आप जमीनी स्थिति जानते हैं और हम समाचार रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं। आप दोनों…
SG : दोनों राज्यों के DGP एक साथ बैठ सकते हैं।
SG : क्रमांक 3 का नाम…. नगर नियोजन विभाग में नहीं था।
जस्टिस कांत : उन्होंने बहुत अच्छा किया है…
SC का आदेश: इस बीच, हम पटियाला और अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और दोनों जिलों के DC को एक बैठक आयोजित करने और एम्बुलेंस, आवश्यक सेवाओं, छात्राओं व आसपास के क्षेत्र के दैनिक यात्रियों के लिए शुरू में राजमार्ग को आंशिक रूप से खोलने के लिए तौर-तरीके तय करने का निर्देश देते हैं। यदि दोनों पक्ष समाधान करने में सक्षम हैं, तो उसे इस कोर्ट के आदेश का इंतजार करने की जरुरत नहीं है, और समाधान को तुरंत प्रभावी होने देना चाहिए। मामले को 22 अगस्त, 2024 को सुनवाई के लिए पोस्ट करें। पंधेर बोले- मार्ग खुलेगा तो अच्छा होगा
एक वीडियो जारी कर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें कही हैं। अभी कोर्ट की प्रॉसीडिंग नहीं आई है। 15 अगस्त का कार्यक्रम अभी चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की प्रॉसीडिंग पढ़ने के बाद दोनों फोरम इस पर कुछ बोल सकेंगे। जहां तक मीडिया की बात हैं कि दोनों राज्यों के DGP बैठ कर बात करेंगे, कमेटी बनेगी। ये सभी बातें हैं। अगर रास्ता खुलेगा तो यह सभी के लिए सुखद होगा। ट्रांसपोर्टर, व्यापारी, मरीज और आम जनता को अच्छा लगेगा। इससे हमें भी देश की राजधानी में जाकर अपना आंदोलन करने का हक मिलेगा। इस बारे में दोनों फोरम बैठकर बात करके ही ऑफिशियल जानकारी देंगे। व्यक्तिगत तौर पर अगर रास्ता खुलेगा तो यह अच्छी बात होगी। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।