जगराओं के गुरद्वारा गुरूसर में माथा टेक कर कालेज जा रहे बाइक सवार दो युवक को रास्ते में घेर कर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। शोर मचाने पर आरोपी धमकी देकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना सुधार के एएसआई गुरचरण सिंह सिंह के मुताबिक, हरजीत सिंह निवासी बुर्ज लिट्टा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने दोस्त के साथ बाइक पर गुरद्वारा गुरूसर में माथा टेकने के बाद कालेज जा रहा था। आगे बाइक अड़ाकर रोका जब उनकी बाइक कालेज के नजदीक पहुंची, तो आरोपियों ने अपनी बाइक उनके आगे लगा कर उन्हें रोक लिया। जब उन्होंने इस तरह रोकने का कारण पूछा तो आरोपियों ने उस पर हमला करना शुरू कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा। इस दौरान आरोपियों ने उसकी बाइक भी पूरी तरह से तोड़ दी है। पीड़ित ने बताया कि उसके शोर मचाने पर आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जगराओं के गुरद्वारा गुरूसर में माथा टेक कर कालेज जा रहे बाइक सवार दो युवक को रास्ते में घेर कर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। शोर मचाने पर आरोपी धमकी देकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना सुधार के एएसआई गुरचरण सिंह सिंह के मुताबिक, हरजीत सिंह निवासी बुर्ज लिट्टा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने दोस्त के साथ बाइक पर गुरद्वारा गुरूसर में माथा टेकने के बाद कालेज जा रहा था। आगे बाइक अड़ाकर रोका जब उनकी बाइक कालेज के नजदीक पहुंची, तो आरोपियों ने अपनी बाइक उनके आगे लगा कर उन्हें रोक लिया। जब उन्होंने इस तरह रोकने का कारण पूछा तो आरोपियों ने उस पर हमला करना शुरू कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा। इस दौरान आरोपियों ने उसकी बाइक भी पूरी तरह से तोड़ दी है। पीड़ित ने बताया कि उसके शोर मचाने पर आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में खुद को शिव सैनिक बताकर किया हंगामा:गली में गेट निकालने को लेकर विवाद, पक्ष लेने गए पत्रकारों को भी धमकाया पंजाब के लुधियाना में आज शिवसैनिकों ने गुंडागर्दी की। घटना जागीरपुर रोड पर हुई। गांव जागीरपुर सतसाहिब कॉलोनी गली नंबर 2 में एक फैक्ट्री मालिक जबरन गेट हटा रहा था। गली के लोगों ने इसका विरोध किया और पत्रकारों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया। गली के लोगों का पक्ष लेने के बाद जब फैक्ट्री मालिक से अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया तो उसके साथी रोहन जो खुद को शिवसेना नेता बताता है, ने पत्रकारों के साथ विवाद करना शुरू कर दिया। पत्रकारों से की गाली-गलौज उक्त व्यक्ति ने पत्रकारों से गाली-गलौज की। रोहन ने पत्रकारों का जबरन वीडियो बनाया और उसे फेसबुक पर शेयर करने की धमकी दी तथा उसे शेयर भी किया। पत्रकारों ने इस मामले में तुरंत टिब्बा थाने की पुलिस को भी सूचित किया। टिब्बा थाने से कांस्टेबल गुरजंट सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे रोहन व उसके साथियों से बात की तो उन्होंने पुलिस को बताया कि वे अपने साथियों के साथ शाम पांच बजे थाने में आएंगे। इस मामले संबंधी थाना टिब्बा के एसएचओ भगतवीर सिंह ने कहा कि पत्रकारों की वीडियो बनाने और हंगामा करने वाले युवकों पर बनता एक्शन लिया जाएगा। मामले उनके ध्यान में है। क्या था पूरा मामला
सहसाहिब कॉलोनी के निवासी वेदपाल ने कहा कि उनकी कॉलोनी पिछले 4 साल से बनी है। गली में एक घर में फैक्ट्री चलाई जा रही है। फैक्ट्री मालिक जबरी गली में से गेट निकाल रहा है। फैक्ट्र्री मालिक ने उनके घरों की तरफ सीसीटीवी कैमरा तक लगाया जिस कारण लोगों के घरों की प्राइवेसी भी लीक हो रही है। यह मामले थाना पुलिस के ध्यान में भी है। आज पत्रकारों को इलाके के लोगों ने अपनी समस्या बतानी थी जिस कारण उन्हें बुलाया था। इस दौरान फैक्ट्री मालिक और उसके साथ आए युवकों ने पत्रकारों के साथ भी बदतमीजी की और वीडियोग्राफी करके सोशल मीडिया पर चढ़ाने की धमकी दी। उधर, फैक्ट्री मालिक ने कहा कि उसकी फैक्ट्री का गेट 5 साल पहले का बना हुआ है। उसका गेट जबरी बंद करवाया जा रहा है।
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हरसिमरत कौर बादल बोली- इमरजेंसी फिल्म का बायकॉट करना चाहिए:फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दिखाया गया; BJP एक्शन ले बठिंडा में सांसद कंगना रनोट की आने वाली इमरजेंसी फिल्म को लेकर मंगलवार को शिअद सांसद हरसिमरत कौर बादल ने विरोध जताते हुए कहा कि कंगना रानोत ने हमेशा सिखों को टारगेट किया है। इसी के तहत इमरजेंसी फिल्म में भी कंगना ने सिखों को गलत तरीके से दिखाया है। बादल ने कहा कि भाजपा को चाहिए कि वो अपनी सांसद को ऐसा करने से रोकें। सांसद बादल ने मांग उठाई कि इमरजेंसी फिल्म को पूरे देश में बायकॉट कर देना चाहिए और सिनेमा मालिकों को भी ऐसी फिल्म अपने सिनेमा घरों में नहीं लगानी चाहिए, जो एक समुदाय के लोगों को टारगेट करके बनाई हो, ऐसी फिल्म से देश में हालत खराब हो सकते है। सांसद बादल ने कहा कि पंजाब में पहले से ही कानून व्यवस्था का बूरा हाल है, लोग आए दिन सरेआम गोलियां मारकर मारे जा रहे है। अगर ऐसे में एक समुदाय को गलत तरीके से पेश कर बनाई फिल्म को दिखाया जाता ,है तो समुदाय की भावनाएं आहत होने से माहौल खराब हो सकता है। इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए
सांसद बादल ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म को सबसे पहले एसजीपीसी को दिखाना चाहिए। अगर उसमें सिखों के लिए कोई एतराज योग्य हिस्सा है तो उसे हटा देना चाहिए। सांसद बादल ने कहा कि कंगना ने पहले किसान आंदोलन के समय बुजुर्ग महिलाओं के लिए गलत भाषा का उपयोग किया था, फिर एयरपोर्ट पर महिला सिपाही के साथ गलत व्यवहार किया और हरियाना में भी गलत भाषण दिया। लेकिन अब इमरजेंसी फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दिखाकर वो सिखों को टारगेट करने का सबूत दे रही है। जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सांसद बादल ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास करने की बातें करती है तो वो अपनी सांसद कंगना को एक समुदाय टारगेट करने से क्यों नहीं रोक रही।
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पंजाब के सरकारी कॉलेज अस्पतालों में OPD शुरू:सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद लौटे डॉक्टर, काली पट्टी बांधकर जारी रखेंगे विरोध कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त की रात को महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के विरोध में पंजाब में 11 दिनों से चल रही हड़ताल आज खत्म हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म की गई है। डॉक्टर्स विचार-विमर्श कर आज अपने काम पर लौट आए हैं। लेकिन वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। आज यानी शुक्रवार को पीजीआई चंडीगढ़, पटियाला और अमृतसर सरकारी मेडिकल कॉलेज में ओपीडी और अन्य सुविधाएं आम दिनों की तरह बहाल कर दी गई हैं। लेकिन इस दौरान सभी डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर अपनी सेवाएं देंगे और अपना रोष प्रकट करेंगे। दो सप्ताह में राज्यों को उठाने हैं उचित कदम चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने गुरुवार कहा कि डॉक्टर काम पर लौट आएं। अस्पतालों की स्थिति वे जानते हैं। वे खुद एक सरकारी अस्पताल के फर्श पर सोए हैं, जब उनके परिवार का एक सदस्य बीमार था। CJI ने राज्य सरकारों को डॉक्टरों के लिए उचित सुरक्षा इंतजाम करने को कहा है। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश दिया गया कि वे राज्य के मुख्य सचिवों और DGP के साथ मिलकर डॉक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करें। यह एक्सरसाइज 1 हफ्ते में पूरी करने के लिए कहा गया है। राज्य 2 हफ्ते के अंदर इसे लागू करेंगी। आश्वासन पर विश्वास कर डॉक्टर्स लौटने को तैयार रेजिडेंस डॉक्टर्स एसोसिएशन अमृतसर मेडिकल कॉलेज के एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी डॉ. समर्थ गुप्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद डॉक्टर्स हड़ताल खत्म कर अपने काम पर लौट आए हैं। आज शुक्रवार से ओपीडी व अन्य सभी सुविधाएं आम दिनों की तरह चलेंगी। इससे पहले सिर्फ इमरजेंसी में ही मरीजों को देखा जा रहा था। ओपीडी व अन्य सुविधाओं को ठप कर दिया गया था। केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू करने की उठाई मांग कोलकाता की घटना के बाद डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए। ताकि कोलकाता जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं घटना का शिकार बने डॉक्टर के आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग भी डॉक्टर्स उठा रहे हैं। फिलहाल कोलकाता घटना की जांच सीबीआई कर रही है।