हिसार | जहाजपुल चौक पर एक दुकानदार द्वारा अतिक्रमण का मामला सामने आया है। शगुन, अमन, ईशान व गोपाल शर्मा का आरोप है कि उक्त दुकानदार गैस सिलेंडर व अन्य सामान रोज बाहर निकालकर रख देते हैं। चौक पर वाहनों के मुड़ने में परेशानी होती है। मामले को लेकर उन्होंने नगर निगम व जिला उपायुक्त को शिकायत देने की बात कही है। हिसार | जहाजपुल चौक पर एक दुकानदार द्वारा अतिक्रमण का मामला सामने आया है। शगुन, अमन, ईशान व गोपाल शर्मा का आरोप है कि उक्त दुकानदार गैस सिलेंडर व अन्य सामान रोज बाहर निकालकर रख देते हैं। चौक पर वाहनों के मुड़ने में परेशानी होती है। मामले को लेकर उन्होंने नगर निगम व जिला उपायुक्त को शिकायत देने की बात कही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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SC कमीशन ने हिसार एसपी को भेजा नोटिस:7 दिनों में मांगा जवाब; 4 पुलिसकर्मियों ने दलित युवक को दी थी थर्ड डिग्री
SC कमीशन ने हिसार एसपी को भेजा नोटिस:7 दिनों में मांगा जवाब; 4 पुलिसकर्मियों ने दलित युवक को दी थी थर्ड डिग्री हरियाणा के हिसार में दलित युवक को थर्ड डिग्री देने का मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (SC कमीशन) पहुंच गया है। इस मामले में अयोग ने हिसार एसपी को नोटिस देकर 7 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। भीम आर्मी जिला महासचिव अमित जाटव के साथ बस स्टैंड चौकी के 4 पुलिसकर्मियों ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया था। पीड़ित ने बताया कि उनके साथ 23 सितंबर 2024 की रात्रि बस स्टैंड चौकी हिसार के 4 पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यवहार कर थर्ड डिग्री दी थी। इस मामले में 42 दिन बाद सिटी थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन पीड़ित की शिकायत को नजरअंदाज कर जांच अधिकारी महेंद्र ने जानबूझकर आरोपी को फायदा पहुंचाने के लिए बयानों के अनुसार धारा ना लगाकर और 2 पुलिसकर्मियों का नाम एफआईआर में नहीं जोड़कर केस को कमजोर कर दिया था। डीएसपी, एसपी और आईजी को गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। तब पीड़ित अमित जाटव ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को इनकी शिकायत भेजी थी। जिस पर आयोग ने एसपी को तलब कर 7 दिनों में जवाब मांगा है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की ओर से भेजा गया नोटिस… अमित ने शिकायत में बताया उस रात का वाकया… 1. रात को पुलिस ने बेवजह रोका, डंडे मारे
मिल गेट शिवनगर निवासी अमित ने बताया था कि 23 सितंबर की रात को अपने सेक्टर 1-4 निवासी दोस्त संदीप की मम्मी से मिलने सेवक सभा अस्पताल गया था। साथ में दोस्त भी था। संदीप की मम्मी से मिले के बाद हम घूमने के लिए नीलम सिनेमा वाले रोड पर चले गए। रात करीब 10.30 बजे बाइक पर दो पुलिसकर्मी वाले आए और हमे रोक लिया, जिनका नाम बसाउराम और सुरेश था। पुलिस कर्मचारियों ने पूछा कि कहां के हो। हमने अपना पूरा पता बता दिया। पुलिस वाले बसाउराम ने मेरा आधार कार्ड मांगा तो मैंने कहा कि आधार कार्ड नहीं है। मैं फोन में अपना आधार देखने लगा तो बसाउ ने मुझे गालियां दी। मैंने कहा कि सर गाली मत दो। तभी दोनों बाइक से उतर कर हमें मारने लगे। इतना ही नहीं हाथ में डंडे लेकर मारने लगे। मुझे जबरन बाइक पर बैठाने लगे तो बाइक गिर गई। 2. मैं डर के भागने लगा तो जबरन ऑटो से चौकी ले गए
अमित ने बताया कि मैं डर के मारे भागने लगा, तभी पीछे से होमगार्ड बसाउराम एक ऑटो में आया और मुझे जबरदस्ती ऑटो में डाल दिया और मेरा फोन व 1300 रुपए छीन लिए, और मेरे को ऑटो में जबरदस्ती बैठाकर हिसार बस अड्डा चौकी के पास अलग कमरे में ले गए। तभी बसाउ ने फोन करके बाइक सवार दूसरे सिपाहियों को बुला लिया और मुझे एक कमरे में बंद करके बसाउराम, सुरेश और बाइक सवार 2 सिपाहियों ने मिलकर मुझे प्लास्टिक के डंडे से बुरी तरह मारा। तभी एक सिपाही ने पूछा क्या जाति है तेरी? तभी मैंने कहा कि मैं भीम आर्मी चलाता हूं। भीम आर्मी का जिला महासचिव हूं। इसके बाद पुलिसकर्मी और पीटने लगे और कहा कि तूने कहीं शिकायत की तो जान से मार देंगे। जाते वक्त मेरा फोन मुझे दे दिया, मैंने मेरे 1300 रुपए तो मांगे तो बोले भाग जा नहीं तो दोबारा पीटेंगे। इसके बाद मैं सरकारी अस्पताल दाखिल हो गया। 3. शिकायत के 42 दिन बाद केस दर्ज हुआ
अमित का कहना है कि शिकायत करने के 42 दिन बाद सिटी थाने पर आरोपी पुलिस कर्मी बसाउराम, एसपीओ सुरेश सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ धारा 115(2), 127(2), 351(2), 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया था। अब अमित का कहना है कि शिकायत के मुताबिक इसमें धाराएं नहीं जोड़ी गई। बल्कि हल्की धाराएं लगाकर पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास किया गया।
भिवानी में लिफ्ट टूटने से कर्मचारी की मौत:इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप पर हुआ हादसा, इलाज के दौरान हिसार में तोड़ा दम
भिवानी में लिफ्ट टूटने से कर्मचारी की मौत:इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप पर हुआ हादसा, इलाज के दौरान हिसार में तोड़ा दम हरियाणा भिवानी में नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप की अचानक लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हो गया। दुकान पर काम करने वाले 2 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें हिसार के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस छानबीन शुरू कर दी है। भारी सामान के साथ भेजा था मालिक ने भिवानी के गांव जाटू लोहारी निवासी मधे सिंह ने बताया कि चचेरे भाई का लड़का रतिपाल 3 साल से भिवानी के नया बाजार स्थित जिंदल इलेक्ट्रिक पर काम करता था। 22 जून 2024 को लगभग दोपहर 2 बजे हमारे पास संदेश आया कि आपके लड़के को चोट लगी है। उसे लेकर जिंदल अस्पताल हिसार जा रहे है। सूचना मिलते ही हम जिंदल अस्पताल हिसार पहुंचे। गंभीर रूप से घायल रतिपाल से मिले तो उसने बताया कि मुझे और ओम को जिंदल इलेक्ट्रिक के मालिक अंकित और नितिन ने लिफ्ट से सामान लाने के लिए कहा। कर्मचारियों ने लिफ्ट में जाने से किया था मना हमने दुकान के मालिक को कहा कि लिफ्ट के तार कमजोर है। भारी सामान लिफ्ट में नहीं लाया जा सकता है। उसने कहा कुछ नहीं होता सामान ले आओ। हम सामान लाने के लिए लिफ्ट में गए तो लिफ्ट कि अचानक तार टूट गई। जिस वजह से हम सामान सहित लिफ्ट से नीचे गिर गए। मुझे व दूसरे साथी ओम को काफी चोट आई। दोनों को घायल हालत में भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को रेफर कर दिया। दोनों को हिसार के जिंदल अस्पताल लेकर गए। वहां पर आज दोपहर को रतीपाल पुत्र कंवरसैन की मौत हो गई। शॉप मलिक पर लापरवाही का आरोप मृतक रतिपाल के चाचा मधे सिंह ने आरोप लगाया कि जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स नए बाज़ार भिवानी के मालिकों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। लिफ्ट ठीक न करवाने के कारण मेरे भतीजे रतिपाल की मौत हो गई है। दुकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज पुलिस ने हिसार जिंदल अस्पताल पहुंचकर मामले की कारवाई की। रतिपाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी नागरिक अस्पताल लाया गया। पुलिस ने मृतक के चाचा के बयान पर जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप मालिक के खिलाफ IPC की धारा 304A के तहत मामला दर्ज किया है।
हरियाणा के महंत को जान से मारने की धमकी:कहा- गवाही दी तो गोली मार दूंगा; UP मुख्यमंत्री योगी के करीबी हैं शुक्राई नाथ
हरियाणा के महंत को जान से मारने की धमकी:कहा- गवाही दी तो गोली मार दूंगा; UP मुख्यमंत्री योगी के करीबी हैं शुक्राई नाथ हरियाणा में हिसार के नारनौंद क्षेत्र के कोथ कलां स्थित दादा काला पीर मठ के महंत शुक्राई नाथ योगी को जान से मारने की धमकी मिली है। महंत के मठ में एक अन्य महंत आया और गोली मारने की बात कहकर गया। वह मठ को लेकर चल रहे केस में गवाही न देने की चेतावनी दे रहा था। इसके बाद महंत शुक्राई नाथ योगी ने पुलिस को शिकायत दी है। नारनौंद थाना पुलिस ने आरोपी बाबा सुंदराई नाथ के खिलाफ धमकाने का मुकदमा दर्ज किया है। मठ में आकर गाली-गलौज की
महंत शुक्राई नाथ योगी ने पुलिस बताया है कि बीत गुरुवार की शाम करीब 7 बजे कोथ कलां गांव का ही रहने वाला युवक जयप्रकाश मठ में उनसे मिलने आया। ये लोग मठ प्रांगण में बनी कमंडल मूर्ति के पास बैठे बातचीत कर रहे थे। अचानक बाबा सुंदराई नाथ मठ में घुस आया। शुक्राई नाथ ने बताया कि सुंदराई नाथ ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि वह सीधे हिसार कोर्ट से तारीख भुगत कर आया है। केस में अगली तारीख 19 सितंबर की मिली है। सुंदराई नाथ कह रहा था, “अगर तू उस दिन कोर्ट में हमारे खिलाफ गवाही देने पहुंचा तो तुझे गोली मार दी जाएगी।” महंत शुक्राई नाथ का कहना है कि इस धमकी के दौरान सुंदराई नाथ ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज भी की। फिर वहां से भाग गया। पुलिस ने आरोपी पर धारा 232, 296, 351(3) के तहत केस कर लिया है। डेरे को लेकर चल रहा विवाद
जानकारी के अनुसार, बाबा काला पीर डेरे की गद्दी को लेकर सालों से विवाद चल रहा है। इसकी शुरुआत 2018 में हुई। बताया जाता है कि वर्ष 2018 में गद्दीनशीन की मौत के बाद बाबा काला पीर डेरे की गद्दी के 2 दावेदार थे। एक बाबा शुक्राई नाथ जिन्हें धमकी मिली है। वहीं, दूसरे बाबा भजनाई नाथ, जिनके पक्ष के बाबा सुंदराई नाथ ने धमकी दी है। इस विवाद को सुलझाने के लिए साधु समाज के 8 पीर अस्थल बोहर डेरे में बैठक कर फैसला करने वाले थे। इस गद्दी को लेकर गांव कोथ कलां के लोग बंटे हुए थे। कुछ ग्रामीण बाबा शुक्राई नाथ का समर्थन कर रहे थे तो कुछ बाबा भजनाई नाथ के पाले में खड़े थे। 8 पीरों ने गद्दी पर शुक्राई नाथ को बैठाया
गद्दी को लेकर गांव में कई बार पंचायत भी हुई, लेकिन बात सिरे न चढ़ती देख गांव कोथ कलां व कोथ खुर्द के ग्रामीणों ने एक कमेटी का गठन कर फैसला कमेटी पर छोड़ दिया। लेकिन, कमेटी ने फैसला सुनाने के बजाय इसका फैसला साधु समाज के 8 पीरों पर छोड़ दिया। 8 पीरों ने फैसला शुक्राई नाथ के हक में सुनाया। इससे बाबा भजनाई नाथ के समर्थक भड़क गए। भजनाई नाथ के समर्थकों की भीड़ ने डेरे पर धावा बोल दिया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर पथराव किया गया। शरारती तत्वों ने एक घंटे तक जमकर पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी में हांसी के DSP नरेंद्र कादयान सहित 8 लोग घायल हुए। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 37 नामजद सहित डेढ़ सौ से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया। यह केस अब तक कोर्ट में चल रहा है। इसी मामले में महंत शुक्राई नाथ गवाही देने वाले हैं। उन्हें गवाही देने से रोकने के लिए दूसरे पक्ष के सदस्य बाबा सुंदराई नाथ ने धमकी दी है। महंत पर 2020 में हुआ हमला
बाबा काला पीर मठ के प्रमुख महंत शुक्राई नाथ पर 4 साल पहले मठ के अंदर भी हमला हुआ था। हमले में महंत गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के समय महंत को मिला गनमैन मठ में मौजूद था, लेकिन वह महंत के कमरे के बाहर तैनात था। हालांकि, हमलावर युवक को मौके पर ही पकड़ लिया गया था, और उसे पुलिस को सौंप दिया। 2022 में योगी के लिए महंत शुक्राई नाथ ने किया था प्रचार
कोथ कलां मठ से वर्ष 2022 में महंत शुक्राई नाथ उत्तर प्रदेश गए थे। वहां उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए यूपी के CM योगी आदित्यनाथ का प्रचार किया। उनके साथ डेरे के अन्य साधु भी गोरखपुर गए थे। महंत शुक्राई नाथ ने तब कहा था कि यूपी में योगी कहीं से भी चुनाव लड़ कर जीत सकते हैं। उन्होंने कहा था कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी को मिनी पाकिस्तान बनने से बचाया है, और उन्होंने इस भूमि को स्वर्ग बनाने का अथक प्रयास किया है। कोथ कलां मठ में योगी का दौरा हुआ था रद्द
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। गोरखपुर नाथ समुदाय का केंद्र भी रहा है। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से वह सांसद भी रह चुके हैं। साधु समाज में मान के 8 पीर माने गए हैं, जिनमें से हरियाणा के कोथ कलां स्थित दादा काला पीर मठ सबसे बड़ा माना जाता है। इस मठ में योगी आदित्यनाथ के नजदीकी योगी शुक्राई नाथ गद्दीनशीन हैं। 2021 में योगी आदित्यनाथ को इस मठ में आना भी था, लेकिन वह किन्हीं कारणों से नहीं आ पाए। उन्होंने अपना संदेश मठ के भेज कर यह वादा किया था कि वह भविष्य में कोथ कलां के इस मठ में जरूर आएंगे।