जाओ पहले फीस लेकर आओ-तभी मिलेगी स्कूल में एंट्री:नोएडा में चौथी क्लास के स्टूडेंट को निकाला गया, पैरेंट्स बोले- पैसा जमा किया था

जाओ पहले फीस लेकर आओ-तभी मिलेगी स्कूल में एंट्री:नोएडा में चौथी क्लास के स्टूडेंट को निकाला गया, पैरेंट्स बोले- पैसा जमा किया था

‘जाओ पहले स्कूल की फीस लेकर आओ, स्कूल में तभी एंट्री होगी जब तुम्हारी फीस जमा होगी’ ये कहते हुए स्कूल प्रबंधन ने चौथी क्लास के एक स्टूडेंट को घर जाने को बोल दिया गया। परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी गई। स्टूडेंट को उसके घर के गेट पर छोड़ दिया गया। घर के गेट पर वो रोता रहा। कुछ देर बाद उसके चाचा वहां से निकले तो पूरे मामले की जानकारी हुई। परिजनों ने इसकी शिकायत डीएम से की है। 9 साल का है बच्चा
दरअसल, ये पूरा मामला नोएडा के सेक्टर-122 के हिलवुड एकेडमी का है। स्कूल में महेश यादव का 9 साल का बेटा चौथी क्लास में पढ़ता है। मंगलवार सुबह 8 बजकर 7 मिनट पर उनके पास स्कूल से फीस जमा करने का मैसेज आया। इस पर देरी न करते हुए महज एक मिनट यानी 8 बजकर 8 मिनट पर बेटे की फीस जमा कर दी गई। उन्होंने बताया उनका बेटा क्लास वन से इसी स्कूल में पढ़ रहा है। कभी इस तरह की शिकायत नहीं मिली। समय पर फीस जमा की गई। पहले जानते है क्या आया था मैसेज
मैसेज में लिखा था-स्टूडेंट की सेकेंड क्वार्टर (जुलाई, अगस्त और सितंबर ) की फीस जमा कर दीजिए। तभी उसे स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। पोस्टल मेल के जरिए भी आपको अवगत कराया गया। ये मैसेज सुबह भेजा गया। इसके तुरंत बाद एक मिनट बाद पिता ने 18 हजार रुपए फीस के जमा कर दिए। लेकिन, बिना स्टेटस चेक किए ही बेटे को स्कूल से बाहर निकाल दिया गया। हमे जानकारी दिए बिना ही उसे घर के गेट पर छोड़ गए। सुबह साढ़े आठ बजे निकाला
महेश के बेटे ने बताया कि सुबह आठ बजकर आठ मिनट पर फीस जमा हो चुकी थी। साढ़े आठ बजे स्कूल टीचर आए और बोले जाओ यहां ये जाओ तुम्हारी फीस जमा नहीं है। जबरदस्ती करके मुझे स्कूल से बाहर निकला और घर के गेट पर छोड़ गए। डीएम से की शिकायत
इस मामले में महेश ने जिलाधिकारी से शिकायत की। उन्होंने कहा कि फीस जमा होने के बाद भी उनके बच्चे को बिना बताए घर भेज दिया गया। उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। ये गलत है स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए। अन्यथा ये लोग अन्य बच्चों के साथ भी ऐसा करेंगे। ‘जाओ पहले स्कूल की फीस लेकर आओ, स्कूल में तभी एंट्री होगी जब तुम्हारी फीस जमा होगी’ ये कहते हुए स्कूल प्रबंधन ने चौथी क्लास के एक स्टूडेंट को घर जाने को बोल दिया गया। परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी गई। स्टूडेंट को उसके घर के गेट पर छोड़ दिया गया। घर के गेट पर वो रोता रहा। कुछ देर बाद उसके चाचा वहां से निकले तो पूरे मामले की जानकारी हुई। परिजनों ने इसकी शिकायत डीएम से की है। 9 साल का है बच्चा
दरअसल, ये पूरा मामला नोएडा के सेक्टर-122 के हिलवुड एकेडमी का है। स्कूल में महेश यादव का 9 साल का बेटा चौथी क्लास में पढ़ता है। मंगलवार सुबह 8 बजकर 7 मिनट पर उनके पास स्कूल से फीस जमा करने का मैसेज आया। इस पर देरी न करते हुए महज एक मिनट यानी 8 बजकर 8 मिनट पर बेटे की फीस जमा कर दी गई। उन्होंने बताया उनका बेटा क्लास वन से इसी स्कूल में पढ़ रहा है। कभी इस तरह की शिकायत नहीं मिली। समय पर फीस जमा की गई। पहले जानते है क्या आया था मैसेज
मैसेज में लिखा था-स्टूडेंट की सेकेंड क्वार्टर (जुलाई, अगस्त और सितंबर ) की फीस जमा कर दीजिए। तभी उसे स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। पोस्टल मेल के जरिए भी आपको अवगत कराया गया। ये मैसेज सुबह भेजा गया। इसके तुरंत बाद एक मिनट बाद पिता ने 18 हजार रुपए फीस के जमा कर दिए। लेकिन, बिना स्टेटस चेक किए ही बेटे को स्कूल से बाहर निकाल दिया गया। हमे जानकारी दिए बिना ही उसे घर के गेट पर छोड़ गए। सुबह साढ़े आठ बजे निकाला
महेश के बेटे ने बताया कि सुबह आठ बजकर आठ मिनट पर फीस जमा हो चुकी थी। साढ़े आठ बजे स्कूल टीचर आए और बोले जाओ यहां ये जाओ तुम्हारी फीस जमा नहीं है। जबरदस्ती करके मुझे स्कूल से बाहर निकला और घर के गेट पर छोड़ गए। डीएम से की शिकायत
इस मामले में महेश ने जिलाधिकारी से शिकायत की। उन्होंने कहा कि फीस जमा होने के बाद भी उनके बच्चे को बिना बताए घर भेज दिया गया। उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। ये गलत है स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए। अन्यथा ये लोग अन्य बच्चों के साथ भी ऐसा करेंगे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर