<p style=”text-align: justify;”><strong>Jamia Millia Islamia Clash:</strong> दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार को दीवाली प्रोग्राम के दौरान जमकर हंगामा हुआ. हालांकि विवाद की असल वजह क्या रही इसको लेकर यूनिवर्सिटी के दोनों पक्षों के छात्रों का रुख अलग-अलग हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीवीपी से जुड़े छात्रों का कहना है कि दीवाली सेलिब्रेशन के दौरान कुछ लोग आए उन्होंने अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए गए. इसके बाद दिवाली मना रहे छात्रों ने भी जय श्रीराम के नारे लगाए. देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई. इसमें दो स्टूडेंट को चोट भी आई है. दीवाली मना रहे छात्रों से उनका आईडी कार्ड मांगा गया. एक चश्मदीद ने कहा कि बाहर से आए लोगों ने महिला छात्रों की ड्रेस को लेकर भी कमेंट किए थे. चश्मदीद स्टूडेंट ने दावा किया कि बाहर से आए कुछ लोगों ने महिला छात्रों पर अभद्र टिप्पणियां कीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”> वहीं दूसरी ओर एनएसयूआई के जामिया प्रेसिडेंट अदनान ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कल बहुत अधिक संख्या में कॉलेज के बाहर के लोग कॉलेज के अंदर आए थे. पटाखे फोड़ने से विवाद शुरू हुआ धीरे-धीरे बहस हुई और फिर झड़प हुई. नारेबाजी भी हुई. दोनों ग्रुप की तरफ से सभी तरह के नारे लगाए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जबकि कल दीवाली सेलिब्रेशन के लिए रंगोली बनाने वालों में शामिल खुशी खातून ने बताया कि एबीवीपी दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े स्टूडेंट इस इवेंट में आए थे जो जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर के थे. फिर भी कैंपस में घुस आए. वे पटाखे फोड़ रहे थे, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ. अचानक से नारेबाजी होने लगी. धार्मिक नारे भी लगे. जय श्रीराम के नारे लगे, जय माता दी के नारे लगे. उसके बाद फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एक और चश्मदीद और जामिया छात्र संत कुमार ने कहा कि एबीवीपी के स्टूडेंट पटाखे फोड़ रहे थे वहां से पूरा मामला शुरू हुआ. पटाखे बच्चों के ऊपर गिरे. जिसके बाद नारेबाजी हुई. एबीवीपी से जुड़े दूसरी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट कल जामिया में आए थे. पहले जय श्रीराम के नारे लगे फिर काउंटर में फिलीस्तीन ज़िंदाबाद के नारे लगे.लेकिन जामिया यूनिवर्सिटी में जब स्टूडेंट की एंट्री के समय चेकिंग होती है तो बाहर के लोग कैसे आ गए यह कॉलेज प्रशासन पर बड़े सवाल उठता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जामिया के ही एक और स्टूडेंट अंजर अफाक ने कहा कि एबीवीपी से जुड़े नेता जो जामिया के स्टूडेंट भी नहीं थे वह बड़ी संख्या में कल जामिया में इस इवेंट में घुस आए और विवाद की शुरुआत ऐसी हुई कि इन्होंने आकर लड़कियों के साथ बदतमीजी की. उसके बाद विवाद बढ़ गया और नारेबाजी दोनों तरफ से हुई. एक तरफ से जय श्रीराम तो दूसरी तरफ से अल्लाह हू अकबर के नारे भी लगे. यह सरासर एडमिनिस्ट्रेशन की गलती है.<br /> <br />हालांकि पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, झड़प की शुरुआत ऐसे हुई कि जामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 7 के अंदर मंगलवार शाम तकरीबन 7:30 बजे दीवाली को लेकर एबीवीपी के कुछ छात्र दीप जलाकर कार्यक्रम कर रहे थे. बताया जा रहा है कि तभी दूसरे समुदाय के किसी शख्स का पैर दिए पर लग गया, जिसके बाद कहासुनी हो गई और दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए और धक्का मुक्की भी हो गई. दोनों तरफ से जय श्रीराम भारत माता की जय और अल्लाह हू अकबर के नारे लगे. अभी तक पुलिस को कोई भी शिकायत नहीं दी गई है और एहतियातन यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस बल की तैनाती भी की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पूरे मामले में यूनिवर्सिटी का पक्ष जानने के लिए जामिया यूनिवर्सिटी के जन संपर्क अधिकारी को एबीपी न्यूज़ ने कई फोन कॉल और मैसेज किए लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jamia Millia Islamia Clash:</strong> दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार को दीवाली प्रोग्राम के दौरान जमकर हंगामा हुआ. हालांकि विवाद की असल वजह क्या रही इसको लेकर यूनिवर्सिटी के दोनों पक्षों के छात्रों का रुख अलग-अलग हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीवीपी से जुड़े छात्रों का कहना है कि दीवाली सेलिब्रेशन के दौरान कुछ लोग आए उन्होंने अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए गए. इसके बाद दिवाली मना रहे छात्रों ने भी जय श्रीराम के नारे लगाए. देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई. इसमें दो स्टूडेंट को चोट भी आई है. दीवाली मना रहे छात्रों से उनका आईडी कार्ड मांगा गया. एक चश्मदीद ने कहा कि बाहर से आए लोगों ने महिला छात्रों की ड्रेस को लेकर भी कमेंट किए थे. चश्मदीद स्टूडेंट ने दावा किया कि बाहर से आए कुछ लोगों ने महिला छात्रों पर अभद्र टिप्पणियां कीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”> वहीं दूसरी ओर एनएसयूआई के जामिया प्रेसिडेंट अदनान ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कल बहुत अधिक संख्या में कॉलेज के बाहर के लोग कॉलेज के अंदर आए थे. पटाखे फोड़ने से विवाद शुरू हुआ धीरे-धीरे बहस हुई और फिर झड़प हुई. नारेबाजी भी हुई. दोनों ग्रुप की तरफ से सभी तरह के नारे लगाए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जबकि कल दीवाली सेलिब्रेशन के लिए रंगोली बनाने वालों में शामिल खुशी खातून ने बताया कि एबीवीपी दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े स्टूडेंट इस इवेंट में आए थे जो जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर के थे. फिर भी कैंपस में घुस आए. वे पटाखे फोड़ रहे थे, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ. अचानक से नारेबाजी होने लगी. धार्मिक नारे भी लगे. जय श्रीराम के नारे लगे, जय माता दी के नारे लगे. उसके बाद फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एक और चश्मदीद और जामिया छात्र संत कुमार ने कहा कि एबीवीपी के स्टूडेंट पटाखे फोड़ रहे थे वहां से पूरा मामला शुरू हुआ. पटाखे बच्चों के ऊपर गिरे. जिसके बाद नारेबाजी हुई. एबीवीपी से जुड़े दूसरी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट कल जामिया में आए थे. पहले जय श्रीराम के नारे लगे फिर काउंटर में फिलीस्तीन ज़िंदाबाद के नारे लगे.लेकिन जामिया यूनिवर्सिटी में जब स्टूडेंट की एंट्री के समय चेकिंग होती है तो बाहर के लोग कैसे आ गए यह कॉलेज प्रशासन पर बड़े सवाल उठता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जामिया के ही एक और स्टूडेंट अंजर अफाक ने कहा कि एबीवीपी से जुड़े नेता जो जामिया के स्टूडेंट भी नहीं थे वह बड़ी संख्या में कल जामिया में इस इवेंट में घुस आए और विवाद की शुरुआत ऐसी हुई कि इन्होंने आकर लड़कियों के साथ बदतमीजी की. उसके बाद विवाद बढ़ गया और नारेबाजी दोनों तरफ से हुई. एक तरफ से जय श्रीराम तो दूसरी तरफ से अल्लाह हू अकबर के नारे भी लगे. यह सरासर एडमिनिस्ट्रेशन की गलती है.<br /> <br />हालांकि पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, झड़प की शुरुआत ऐसे हुई कि जामिया यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 7 के अंदर मंगलवार शाम तकरीबन 7:30 बजे दीवाली को लेकर एबीवीपी के कुछ छात्र दीप जलाकर कार्यक्रम कर रहे थे. बताया जा रहा है कि तभी दूसरे समुदाय के किसी शख्स का पैर दिए पर लग गया, जिसके बाद कहासुनी हो गई और दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए और धक्का मुक्की भी हो गई. दोनों तरफ से जय श्रीराम भारत माता की जय और अल्लाह हू अकबर के नारे लगे. अभी तक पुलिस को कोई भी शिकायत नहीं दी गई है और एहतियातन यूनिवर्सिटी के बाहर पुलिस बल की तैनाती भी की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पूरे मामले में यूनिवर्सिटी का पक्ष जानने के लिए जामिया यूनिवर्सिटी के जन संपर्क अधिकारी को एबीपी न्यूज़ ने कई फोन कॉल और मैसेज किए लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. </p> दिल्ली NCR Uttarakhand News: सीएम धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक, इन प्रस्तावों पर हुई चर्चा