खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को पंजाब लाए जाने की खबरों के बीच सोमवार को उनका परिवार जालंधर पहुंचा। जालंधर के नववीं पातशाही गुरुद्वारा साहिब पहुंचे अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा- दिल्ली वाली पार्टियों ने हमेशा पंजाब के साथ धक्का किया है। हमारी पार्टी को पूरे पंजाब में अच्छे रुझान मिल रहे हैं। आज जालंधर में हमने पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान हमने चरणजीत सिंह भिंडर को जालंधर में पार्टी का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। साथ ही जालंधर ग्रामीण और शहर की जिम्मेदारी पांच-पांच लोगों को दी गई है। जो पार्टी सदस्य के तौर पर काम करेंगे और जिले के रुझानों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। अब हम गांवों, पंचायतों और हलकों में भी इसी तरह के सदस्य बनाएंगे। हर हलके में पांच सदस्य रखे जाएंगे। तरसेम सिंह ने कहा- पार्टी में धर्म के आधार पर कोई विंग नहीं बनाई जाएगी आगे उन्होंने कहा- अकाली दल वारिस पंजाब दे पार्टी हर उस व्यक्ति की पार्टी है जो पंजाब का भला चाहता है। युवाओं के लिए आईटी सेल समेत अन्य विंग भी बनाए जाएंगे। हमारी पार्टी में सिर्फ एक धर्म के लिए कोई अलग विंग नहीं बनाई जाएगी। हर धर्म के लोग हमारी पार्टी से जुड़ सकेंगे और पार्टी का हिस्सा बने रहेंगे। लोगों को इस बात का हमेशा भरोसा होना चाहिए। अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आगे कहा- अकाली दल वारिस पंजाब दे पार्टी पंजाब के हक की बात करती है, न कि अपने निजी मुद्दों की। ऐसे में पंजाब में पंजाब की पार्टी का होना जरूरी है। हम अपने लोगों से अपील करते हैं कि वे धर्म और जाति से ऊपर उठकर पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी को वोट दें और हमें जिताएं। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि लोगों ने हमें भारी समर्थन दिया है। जत्थेदार की नियुक्ति पर उठाए सवाल अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आगे कहा- पंजाब का पैसा लूटकर दूसरे राज्यों में लगाया जा रहा है। वहीं जत्थेदारों की नियुक्ति के मामले में देश-विदेश के सभी जत्थेदारों को एक साथ आकर इस पर फैसला लेना चाहिए। ताकि तख्त की गरिमा बनी रहे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है। इसका एक ही समाधान है कि हमें एक साथ आना होगा। अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा- अमृतपाल पर एनएसए लगाना गलत था। उसे दो साल के लिए एनएसए के तहत जेल भेजा गया था। तीसरे साल इसे बढ़ाया नहीं जा सकता, इसलिए एनएसए नहीं बढ़ाया गया। लेकिन सरकार कोई मौका नहीं छोड़ती। खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को पंजाब लाए जाने की खबरों के बीच सोमवार को उनका परिवार जालंधर पहुंचा। जालंधर के नववीं पातशाही गुरुद्वारा साहिब पहुंचे अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा- दिल्ली वाली पार्टियों ने हमेशा पंजाब के साथ धक्का किया है। हमारी पार्टी को पूरे पंजाब में अच्छे रुझान मिल रहे हैं। आज जालंधर में हमने पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान हमने चरणजीत सिंह भिंडर को जालंधर में पार्टी का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। साथ ही जालंधर ग्रामीण और शहर की जिम्मेदारी पांच-पांच लोगों को दी गई है। जो पार्टी सदस्य के तौर पर काम करेंगे और जिले के रुझानों की रिपोर्ट तैयार करेंगे। अब हम गांवों, पंचायतों और हलकों में भी इसी तरह के सदस्य बनाएंगे। हर हलके में पांच सदस्य रखे जाएंगे। तरसेम सिंह ने कहा- पार्टी में धर्म के आधार पर कोई विंग नहीं बनाई जाएगी आगे उन्होंने कहा- अकाली दल वारिस पंजाब दे पार्टी हर उस व्यक्ति की पार्टी है जो पंजाब का भला चाहता है। युवाओं के लिए आईटी सेल समेत अन्य विंग भी बनाए जाएंगे। हमारी पार्टी में सिर्फ एक धर्म के लिए कोई अलग विंग नहीं बनाई जाएगी। हर धर्म के लोग हमारी पार्टी से जुड़ सकेंगे और पार्टी का हिस्सा बने रहेंगे। लोगों को इस बात का हमेशा भरोसा होना चाहिए। अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आगे कहा- अकाली दल वारिस पंजाब दे पार्टी पंजाब के हक की बात करती है, न कि अपने निजी मुद्दों की। ऐसे में पंजाब में पंजाब की पार्टी का होना जरूरी है। हम अपने लोगों से अपील करते हैं कि वे धर्म और जाति से ऊपर उठकर पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी को वोट दें और हमें जिताएं। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि लोगों ने हमें भारी समर्थन दिया है। जत्थेदार की नियुक्ति पर उठाए सवाल अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आगे कहा- पंजाब का पैसा लूटकर दूसरे राज्यों में लगाया जा रहा है। वहीं जत्थेदारों की नियुक्ति के मामले में देश-विदेश के सभी जत्थेदारों को एक साथ आकर इस पर फैसला लेना चाहिए। ताकि तख्त की गरिमा बनी रहे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है। इसका एक ही समाधान है कि हमें एक साथ आना होगा। अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा- अमृतपाल पर एनएसए लगाना गलत था। उसे दो साल के लिए एनएसए के तहत जेल भेजा गया था। तीसरे साल इसे बढ़ाया नहीं जा सकता, इसलिए एनएसए नहीं बढ़ाया गया। लेकिन सरकार कोई मौका नहीं छोड़ती। पंजाब | दैनिक भास्कर
