पंजाब में जालंधर जिले में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक सवार 19 साल के युवक को कुचल दिया। जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मेहतपुर के गांव बाणों की के रहने वाले दीपक शर्मा पुत्र राज कुमार शर्मा के रूप में हुई है। मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। थाना मेहतपुर में आरोपी ट्रैक्टर ट्रॉली ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी की पहचान पुलिस ने कर ली है। परिवार बोला- गांव बीड उधोवाल के पास हुआ हादसा मेहतपुर के गांव बाणों की के रहने वाले मृतक दीपक शर्मा के दादा निंदर मोहन ने बताया कि वह रोजाना की तरह अपने घर पर थे। इस दौरान उन्हें कॉल आया कि उनके पोते का एक्सीडेंट हुआ है। वह तुरंत घटना स्थल गांव बीड उधोवाल के पास पहुंच गए। जहां पता चला कि दीपक की हादसे में मौत हो चुकी है। पुलिस ने पारिवारिक सदस्यों के बयान दर्ज किए और आगे की कार्रवाई शुरू की गई। थाना मेहतपुर के एसएचओ सुखदेव सिंह ने कहा- आरोपी की पहचान कर ली गई है। सीसीटीवी की मदद से उसकी पहचान हुई है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पिता पुत्र करते थे मजदूरी दादा निंदर मोहन ने बताया कि दीपक गांव के पास ही एक दुकान पर मजदूरी (वैल्डिंग का काम) करता था। साथ ही पिता मजदूरी कर किसी तरह दोनों घर का खर्च चलाता थे। दीपक तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह घर से काम पर जाने के लिए निकला था। इस दौरान ये हादसा हो गया। जब ये हादसा हुआ तो मौके पर काफी धुंध थी। जिसका फायदा उठाकर आरोपी मौके से फरार हो गया था। हादसे के कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी में पता चला है कि उक्त आरोपी की ट्रॉली में रेता भरा हुआ है और वह हादसे के तुरंत मौके से फरार हो गया था। परिवार ने मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। पंजाब में जालंधर जिले में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक सवार 19 साल के युवक को कुचल दिया। जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मेहतपुर के गांव बाणों की के रहने वाले दीपक शर्मा पुत्र राज कुमार शर्मा के रूप में हुई है। मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। थाना मेहतपुर में आरोपी ट्रैक्टर ट्रॉली ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी की पहचान पुलिस ने कर ली है। परिवार बोला- गांव बीड उधोवाल के पास हुआ हादसा मेहतपुर के गांव बाणों की के रहने वाले मृतक दीपक शर्मा के दादा निंदर मोहन ने बताया कि वह रोजाना की तरह अपने घर पर थे। इस दौरान उन्हें कॉल आया कि उनके पोते का एक्सीडेंट हुआ है। वह तुरंत घटना स्थल गांव बीड उधोवाल के पास पहुंच गए। जहां पता चला कि दीपक की हादसे में मौत हो चुकी है। पुलिस ने पारिवारिक सदस्यों के बयान दर्ज किए और आगे की कार्रवाई शुरू की गई। थाना मेहतपुर के एसएचओ सुखदेव सिंह ने कहा- आरोपी की पहचान कर ली गई है। सीसीटीवी की मदद से उसकी पहचान हुई है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पिता पुत्र करते थे मजदूरी दादा निंदर मोहन ने बताया कि दीपक गांव के पास ही एक दुकान पर मजदूरी (वैल्डिंग का काम) करता था। साथ ही पिता मजदूरी कर किसी तरह दोनों घर का खर्च चलाता थे। दीपक तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह घर से काम पर जाने के लिए निकला था। इस दौरान ये हादसा हो गया। जब ये हादसा हुआ तो मौके पर काफी धुंध थी। जिसका फायदा उठाकर आरोपी मौके से फरार हो गया था। हादसे के कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी में पता चला है कि उक्त आरोपी की ट्रॉली में रेता भरा हुआ है और वह हादसे के तुरंत मौके से फरार हो गया था। परिवार ने मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फिरोजपुर में डिप्थीरिया से पहली मौत:3 साल की बच्ची ने तोड़ा दम, WHO की टीम पहुंची, 8 टीमें सर्वे में लगी, 200 घरों में जांच डेंगू के सीजन के बीच फिरोजपुर में एक और जानलेवा बीमारी ने पांव पसार लिए हैं, इस बीमारी का नाम गलघोटू रोग बताया जा रहा है, इस बीमारी से फिरोजपुर में पहली मौत हो गई है, जिसे लेकर सेहत अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए हैं, यहां तक की बीमारी की जांच करने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की टीम भी फिरोजपुर पहुंच चुकी है। रोग से मौत होने की पुष्टि सिविल सर्जन फिरोजपुर राजविंदर कौर ने की है। जानकारी मुताबिक जिस तीन साल की बच्ची की मौत हुई है उसके पिता का नाम जगतार सिंह है और वह फिरोजपुर शहर की बस्ती आवा वाली के रहने वाले हैं, बच्ची की मौत 8 अक्टूबर को फरीदकोट में हुई थी, बीमारी ने एक ही दिन के प्रभाव में मौत के मुंह में पहुंचा दिया, बच्ची की मौत के बाद इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है। बीमारी की जांच में लगी है 8 टीमें हर परिवार इसी खौफ में जी रहा है, कि कहीं उनके बच्चे भी बीमारी का शिकार ना हो जाए, जिस एरिया में बच्ची की मौत हुई इस एरिया में एक और लड़की भी रोग से संदिग्ध पाई गई, लेकिन उसके सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, उसकी हालत स्थिर है, यह कहना है विभाग के डॉक्टर युवराज नारंग का। डॉक्टर युवराज का कहना है कि रोग से मारने वाली बच्ची 6 अक्टूबर को बीमार हुई थी, पहले उसे एक आरएमपी डॉक्टर के पास दिखाया गया, दवाई देने के बाद वह ठीक नहीं हुई, बाद में उसे 8 अक्टूबर को शहर के टोकरी बाजार स्थित आहूजा नाम के एक डॉक्टर को दिखाया गया, टेस्ट करवाने के बाद डॉक्टर ने रिपोर्ट्स देखने के तत्काल ही उसे रेफर कर दिया, फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डाक्टर नारंग ने बताया कि उनकी तरफ से बीमारी की जांच के लिए सर्वे करवाया जा रहा है, यह सर्वे बस्ती आवा और बस्ती बोरियां वाली में करवाया जा रहा है, इस काम में विभाग की आठ टीमें लगी हुई है जिसमें कुल 24 सदस्य कम कर रहे हैं, साथ ही वह खुद और डॉक्टर ईशा भी टीम के साथ जा रहे हैं। अब तक दोनों बस्तियों के 200 घरों में जांच पड़ताल की जा चुकी है, छुट्टी के दिन भी इलाके में टीम में काम कर रही है, जिस परिवार की बच्ची की मौत हुई है, उसे परिवार के दो और बच्चे हैं, एक बच्चा 7 साल तो दूसरा डेढ़ साल का है, वह स्कूल नहीं जाते। इस परिवार के इलाके में 6 बच्चे हैं जिनके सैंपल लिए जा चुके हैं।उन्होंने यह भी कहा कि इस बीमारी का इलाज केवल पीजीआई में ही है। जानलेवा और खतरनाक है गलघोटू बीमारी डॉक्टर युवराज नारंग का कहना है कि गलघोटू यानी डिप्थीरिया उम्र संक्रामक रोग है, जो 2 से लेकर 10 साल तक के बच्चों को अधिक होता है, हालांकि यह रोग 20 साल तक की आयु के लोगों को भी हो सकता है। यह रोग गले में होता है, इससे टासिल सक्रमित होते हैं, इससे स्वरयंत्र,नाक, आंख व जननेंद्रीय भी प्रभावित हो सकती है। इससे बुखार, अरुचि, सिर व शरीर में दर्द, गले में दर्द की दिक्कत होती है। इसका विशेष हानिकारक प्रभाव हृदय पर पड़ता है। कुछ रोगियों में इनके कारण हृदय विराम से मृत्यु भी हो जाती है। यह है बीमारी के कारण रोग का कारण कोराइन बैक्टेरियम डिप्थीरिया नामक जीवाणु होता है, यह संक्रमण बच्चों में एक दूसरे की पेंसिल, लेखनी आदि वस्तुओं को मुंह में रख लेने से शरीर में प्रवेश कर जाता है। इससे गले में झिल्ली बनने लगती है, यह बैक्टीरिया कफ के माध्यम से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह शरीर पर खतरनाक असर डालता है, इससे हृदय की पेशियों में सूजन आ सकती है, स्नायु तंत्र की खराबी भी हो सकती है।
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मोहाली से AGTF ने पकड़ा गैंगस्टर:दीपक टीनू के इशारे पर करता था काम, बंबीहा गैंग के सदस्यों को मारने की जिम्मेदारी पंजाब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने मोहाली के रहने वाले एक विजय नाम के गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। यह गैंगस्टर जेल में बंद दीपक टीनू के कहने पर काम करता था। यह लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग का सदस्य है। इसे बंबीहा गैंग के सदस्यों को मारने की जिम्मेदारी दी गई थी। यह मोहाली के मेमंदपुर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने उसके कब्जे से एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। बठिंडा जेल में बंद है दीपक टीनू दीपक टीनू इन दिनों पंजाब की बठिंडा जेल में बंद है। उसने इसी साल 12 फरवरी को जेल के सहायक अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं उसने साथियों के साथ मिलकर अधिकारी के साथ धक्का मुक्की भी की थी। बठिंडा पुलिस ने इस मामले में उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया था। दीपक टीनू, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी शामिल रहा है। जेल के अंदर उसने यह वारदात अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर की थी। पुलिस कस्टडी से भाग गया था टीनू दीपक टीनू, गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद पुलिस कस्टडी से भाग गया था। वह पंजाब से भागकर राजस्थान और मुंबई होते हुए मॉरीशस पहुंचा था। वह फर्जी पासपोर्ट के जरिए दक्षिण अफ्रीका तक पहुंच गया था। टीनू का लुधियाना में बड़ा नेटवर्क है। वह लुधियाना में अवैध वसूली और ड्रग का कारोबार करता था। टीनू को भगाने वाले आरोपी लुधियाना के ही तीन व्यक्ति थे। जिनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गर्लफ्रेंड को भी दिया धोखा बता दें कि टीनू अपनी गर्लफ्रेंड जतिंदर कौर से मिले बिना भाग गया था। बताया जा रहा था कि राजस्थान तक दोनों साथ थे। वहां से अलग होते समय टीनू ने गर्लफ्रेंड को कहा था कि वह उसे मुंबई में मिलेगा, लेकिन उसने जतिंदर कौर के साथ धोखा किया। टीनू उससे मिलने की बजाय सीधा मॉरीशस के रास्ते साउथ अफ्रीका भाग गया। जिसके बाद जतिंदर कौर को पुलिस ने पकड़ लिया था। सूत्रों के मुताबिक, इसी तरह गोल्डी बराड़ ने भी अपने शार्प शूटरों को धोखा दिया था। गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला कत्ल के बाद शार्प शूटरों को पैसे नहीं दिए थे।