जींद में रात को तेज आंधी चली। जिसके कारण 150 के करीब पेड़ गिर गए और 90 पोल टूट गए। बिजली बोर्ड के कंट्रोल रूम के साथ-साथ जिले भर में रात को ब्लैकआउट रहा। शहरी एरिया में रात 12 से 1 बजे तक और ग्रामीण एरिया में सुबह तक बिजली बहाल हो पाई। आंधी के कारण सिविल अस्पताल के जनरल वार्ड में प्रथम तल पर बने कमरे के शीशे टूट गए और इसका कांच यहां उपचाराधीन घिमाना गांव के मरीज चांद राम पर जा गिरा। इससे चांद राम को हाथ, पैर, माथे पर चोटें आई। चांदराम को एमरजेंसी में इलाज के लिए दाखिल किया गया है। वहीं पेड़ गिरने से लिंक रास्ते बाधित रहे। सुबह पेड़ हटाकर क्लियर किए रास्ते सुबह ग्रामीणों ने मिलकर पेड़ों को रास्ते से हटाया। इसके बाद रास्ते खुल पाए। बुधवार देर शाम को आई तेज आंधी के साथ घरों के अंदर तक रेत घुस गई। आंधी के कारण पेड़ गिरने लगे तो बिजली निगम ने बिजली सप्लाई बंद कर दी, ताकि नुकसान नहीं हो। हांसी रोड़ ट्रीटमेंट प्लांट के पास बिजली लाइन पर सफेदे का पेड़ टूट कर गिर गया। इससे तार टूट गई। जुलाना में शामलो कलां रोड पर पेड़ गिरने से रास्ता बंद हो गया। रात भर फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी रास्तों को क्लियर करने में लगे रहे। 33 केवी गतौली के अधीन देशखेड़ा में बिजली की लाइन पर पेड़ गिरने से तार टूट गई। सेक्टर-9 सत्संग भवन और एकलव्य स्टेडियम के पास भी बिजली की तार टूट गई। कई स्थानों पर मकानों के ऊपर रखे लोहे के टीन उड़ गए। कई गांवों में सुबह तक भी नहीं बहाल हो पाई बिजली सप्लाई शहरी एरिया में रात 12 बजे तक और ग्रामीण एरिया में सुबह जाकर ही बिजली सप्लाई बहाल हो पाई। हालांकि कई गांवों में सुबह तक भी बिजली नहीं आई। वहीं गर्मी के कारण बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। पांच दिन पहले तक बिजली की खपत 66 लाख यूनिट थी। लेकिन मंगलवार तक बिजली खपत बढ़कर 80 लाख यूनिट पर पहुंच गई। आगामी दिनों में बिजली खपत और बढ़ेगी। लू और उमस भरी गर्मी में पंखे व कूलर भी जवाब दे रहे हैं। जिससे एसी की मांग बढ़ गई है। बिजली निगम जींद डिवीजन एक्सईएन विकास मलिक ने बताया कि जहां पर भी बिजली के पोल गिरे हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है। जहां पर बिजली की तारें टूटी थी, उन्हें रात को ही ठीक कर दिया गया था। जींद में रात को तेज आंधी चली। जिसके कारण 150 के करीब पेड़ गिर गए और 90 पोल टूट गए। बिजली बोर्ड के कंट्रोल रूम के साथ-साथ जिले भर में रात को ब्लैकआउट रहा। शहरी एरिया में रात 12 से 1 बजे तक और ग्रामीण एरिया में सुबह तक बिजली बहाल हो पाई। आंधी के कारण सिविल अस्पताल के जनरल वार्ड में प्रथम तल पर बने कमरे के शीशे टूट गए और इसका कांच यहां उपचाराधीन घिमाना गांव के मरीज चांद राम पर जा गिरा। इससे चांद राम को हाथ, पैर, माथे पर चोटें आई। चांदराम को एमरजेंसी में इलाज के लिए दाखिल किया गया है। वहीं पेड़ गिरने से लिंक रास्ते बाधित रहे। सुबह पेड़ हटाकर क्लियर किए रास्ते सुबह ग्रामीणों ने मिलकर पेड़ों को रास्ते से हटाया। इसके बाद रास्ते खुल पाए। बुधवार देर शाम को आई तेज आंधी के साथ घरों के अंदर तक रेत घुस गई। आंधी के कारण पेड़ गिरने लगे तो बिजली निगम ने बिजली सप्लाई बंद कर दी, ताकि नुकसान नहीं हो। हांसी रोड़ ट्रीटमेंट प्लांट के पास बिजली लाइन पर सफेदे का पेड़ टूट कर गिर गया। इससे तार टूट गई। जुलाना में शामलो कलां रोड पर पेड़ गिरने से रास्ता बंद हो गया। रात भर फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी रास्तों को क्लियर करने में लगे रहे। 33 केवी गतौली के अधीन देशखेड़ा में बिजली की लाइन पर पेड़ गिरने से तार टूट गई। सेक्टर-9 सत्संग भवन और एकलव्य स्टेडियम के पास भी बिजली की तार टूट गई। कई स्थानों पर मकानों के ऊपर रखे लोहे के टीन उड़ गए। कई गांवों में सुबह तक भी नहीं बहाल हो पाई बिजली सप्लाई शहरी एरिया में रात 12 बजे तक और ग्रामीण एरिया में सुबह जाकर ही बिजली सप्लाई बहाल हो पाई। हालांकि कई गांवों में सुबह तक भी बिजली नहीं आई। वहीं गर्मी के कारण बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। पांच दिन पहले तक बिजली की खपत 66 लाख यूनिट थी। लेकिन मंगलवार तक बिजली खपत बढ़कर 80 लाख यूनिट पर पहुंच गई। आगामी दिनों में बिजली खपत और बढ़ेगी। लू और उमस भरी गर्मी में पंखे व कूलर भी जवाब दे रहे हैं। जिससे एसी की मांग बढ़ गई है। बिजली निगम जींद डिवीजन एक्सईएन विकास मलिक ने बताया कि जहां पर भी बिजली के पोल गिरे हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है। जहां पर बिजली की तारें टूटी थी, उन्हें रात को ही ठीक कर दिया गया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
