जींद में नौकरी के नाम पर हड़पे 7.50 लाख रुपए:सर्व खेल योगा विकास परिषद का फार्म भरवाया, ट्रेनिंग करवाई लेकिन ज्वाइनिंग नहीं करवाई

जींद में नौकरी के नाम पर हड़पे 7.50 लाख रुपए:सर्व खेल योगा विकास परिषद का फार्म भरवाया, ट्रेनिंग करवाई लेकिन ज्वाइनिंग नहीं करवाई

हरियाणा के यमुनानगर जिले के एक युवक को अर्द्ध सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 7.50 लाख रुपए हड़पने के मामले में नरवाना के दो युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी, जान से मारने की धमकी, दस्तावेज जब्त करने का मामला दर्ज किया है। सदर थाना नरवाना पुलिस को दी शिकायत में यमुनानगर जिले के बिलासपुर निवासी शशिपाल ने बताया कि वह बसाती अस्पताल बिलासपुर में पीआरओ लगा हुआ है और इसकी एडवरटाइजमेंट का काम करता है। आसपास के क्षेत्र के आरएमओ डाक्टरों से मिलता है। इस दौरान 2024 में उसकी मुलाकात सरकारी अस्पताल मुगलवाली में तैनात डा. प्रवीन कैत से हुई। डा. प्रवीन नरवाना के कलौदा गांव का रहने वाला है। आरोपी सुखविंद्र ने पत्नी के नाम से दिया खाली चेक डा. प्रवीन ने उसे अर्द्ध सरकारी नौकरी के बारे में बताया और कहा कि वह उसे सर्व खेल और योगा विकास परिषद (SSYDA) में नौकरी लगवा सकते हैं। उसने कहा कि वह अपने छोटे भाई हर्षित को इस नौकरी पर लगवाना चाहता है, जिसके बाद इस मामले में उसने नरवाना के बद्दोवाल निवासी सुखविंद्र से उसकी मुलाकात करवाई। आरोपियों ने साढ़े सात लाख रुपए मांगे। सुखविंद्र ने अपनी पत्नी मोनिका के नाम से एक खाली चेक दिया और कहा कि अगर नौकरी पर नहीं लगे तो चेक भरकर अपने रुपए वापस ले लेना। वह विश्वास में आया गया। उसने डा. प्रवीन के माध्यम से डेढ़ लाख रुपए सोनू नाम के बैंक खाते में डलवाए सुखविंद्र ने डेढ़ लाख रुपए उसके अपने खाते में डलवाए। इसके बाद सर्व खेल योगा विकास परिषद के नाम का फार्म भरवाया। कुछ दिन बाद इसका रोल नंबर आया गया। हिसार रोड पर मिताशो कॉलेज में उसके भाई का पेपर आया। इसके कुछ दिन बाद उसकी ई-मेल आईडी पर मैसेज आया और बताया कि 10 फरवरी 2024 से उसकी ट्रेनिंग शुरू होगी। ऑफर लैटर में ट्रेनिंग के दौरान 10,500 सैलरी के लिए भी लिखा उन्हें ऑफर लैटर दे दिया, इसमें ट्रेनिंग के दौरान आधी सैलरी 10 हजार 500 रुपए देने के लिए भी लिखा हुआ था। इस पर आरोपियों ने उस से 4.50 लाख रुपए और ले लिए। साथ ही हर्षित के दसवीं, 12वीं मार्कशीट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र समेत सारे दस्तावेज ले लिए और बोले की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद कागज वापस दे देंगे। दो महीने ट्रेनिंग करवाकर उन्हें वापस भेज दिया। आज तक भी न तो आरोपियों ने दस्तावेज वापस दिए हैं और न ही ट्रेनिंग की सैलरी वापस दी है। आरोपियों ने उससे जो साढ़े 7 लाख रुपए लिए हैं, वह भी नहीं लौटा रहे हैं। उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। पुलिस ने सुखविंद्र, डा. प्रवीन कैत के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के यमुनानगर जिले के एक युवक को अर्द्ध सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 7.50 लाख रुपए हड़पने के मामले में नरवाना के दो युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी, जान से मारने की धमकी, दस्तावेज जब्त करने का मामला दर्ज किया है। सदर थाना नरवाना पुलिस को दी शिकायत में यमुनानगर जिले के बिलासपुर निवासी शशिपाल ने बताया कि वह बसाती अस्पताल बिलासपुर में पीआरओ लगा हुआ है और इसकी एडवरटाइजमेंट का काम करता है। आसपास के क्षेत्र के आरएमओ डाक्टरों से मिलता है। इस दौरान 2024 में उसकी मुलाकात सरकारी अस्पताल मुगलवाली में तैनात डा. प्रवीन कैत से हुई। डा. प्रवीन नरवाना के कलौदा गांव का रहने वाला है। आरोपी सुखविंद्र ने पत्नी के नाम से दिया खाली चेक डा. प्रवीन ने उसे अर्द्ध सरकारी नौकरी के बारे में बताया और कहा कि वह उसे सर्व खेल और योगा विकास परिषद (SSYDA) में नौकरी लगवा सकते हैं। उसने कहा कि वह अपने छोटे भाई हर्षित को इस नौकरी पर लगवाना चाहता है, जिसके बाद इस मामले में उसने नरवाना के बद्दोवाल निवासी सुखविंद्र से उसकी मुलाकात करवाई। आरोपियों ने साढ़े सात लाख रुपए मांगे। सुखविंद्र ने अपनी पत्नी मोनिका के नाम से एक खाली चेक दिया और कहा कि अगर नौकरी पर नहीं लगे तो चेक भरकर अपने रुपए वापस ले लेना। वह विश्वास में आया गया। उसने डा. प्रवीन के माध्यम से डेढ़ लाख रुपए सोनू नाम के बैंक खाते में डलवाए सुखविंद्र ने डेढ़ लाख रुपए उसके अपने खाते में डलवाए। इसके बाद सर्व खेल योगा विकास परिषद के नाम का फार्म भरवाया। कुछ दिन बाद इसका रोल नंबर आया गया। हिसार रोड पर मिताशो कॉलेज में उसके भाई का पेपर आया। इसके कुछ दिन बाद उसकी ई-मेल आईडी पर मैसेज आया और बताया कि 10 फरवरी 2024 से उसकी ट्रेनिंग शुरू होगी। ऑफर लैटर में ट्रेनिंग के दौरान 10,500 सैलरी के लिए भी लिखा उन्हें ऑफर लैटर दे दिया, इसमें ट्रेनिंग के दौरान आधी सैलरी 10 हजार 500 रुपए देने के लिए भी लिखा हुआ था। इस पर आरोपियों ने उस से 4.50 लाख रुपए और ले लिए। साथ ही हर्षित के दसवीं, 12वीं मार्कशीट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र समेत सारे दस्तावेज ले लिए और बोले की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद कागज वापस दे देंगे। दो महीने ट्रेनिंग करवाकर उन्हें वापस भेज दिया। आज तक भी न तो आरोपियों ने दस्तावेज वापस दिए हैं और न ही ट्रेनिंग की सैलरी वापस दी है। आरोपियों ने उससे जो साढ़े 7 लाख रुपए लिए हैं, वह भी नहीं लौटा रहे हैं। उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। पुलिस ने सुखविंद्र, डा. प्रवीन कैत के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर