हरियाणा के जींद के सफीदों क्षेत्र की एक महिला ने अपनी सास और देवर पर उसके पति को अफीम और वियाग्रा की ओवरडोज देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। महिला थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसके सास-ससुर और देवर-देवरानी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पानीपत की मनीषा की शादी 30 जनवरी 2013 को शिव कालोनी सफीदों निवासी अनिल कुमार के साथ हुई थी। शादी के कुछ साल बाद से ही सास और देवर ने उसे तंग करना शुरू कर दिया। जब वह ये बात अपने पति को बताती तब ये उसके साथ भी मारपीट करते थे। उसका देवर महिला के पति को जान से मारने की धमकी देता था। इसमें सास भी उसका साथ देती थी। मनीषा ने बताया कि बातों से परेशान होकर उसके पति अनिल कुमार ने कनाडा जाने का फैसला लिया। जब उनका वीजा लग के आया तो उसी दिन से देवर और सास ने झगड़ा करना शुरू कर दिया। देवरानी ने भी उसके पति को टॉर्चर करना शुरू कर दिया। महिला ने बताया कि 31 दिसंबर 2023 को वह और उसका पति शाम को कनाडा जाने की खरीद दारी करने के लिए पानीपत आ गए। अगले दिन शाम को वह अपने मायके पानीपत में रुक गई। जबकि पति सफीदों में घर चला गया। 5 जनवरी को उसके पति को आना था, लेकिन वह नहीं आया तो ससुर से फोन किया। उसके ससुर ने बताया कि उसके पति अनिल की तबीयत खराब हो गई है। जब वह सफीदों आई तो उसका पति अस्पताल में दाखिल था और बेहोशी की हालत में था। वहां पर अनिल की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो वहां से एंबुलेंस के जरिये पानीपत ले गए। यहां उसे होश आया तो उसके पति अनिल ने बताया कि उसे जबरदस्ती खाने में कुछ मिलाकर दिया गया है। इसके बाद चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज के दौरान उसके पति की 11 फरवरी को मौत हो गई। उसके घर में रखा सारा सामन, गहने व नकदी गायब थे। महिला ने बताया कि कुछ समय बाद ससुराल के लोगों ने उसके पित का नकली मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और उसकी मृत्यु की तारीख व जगह गलत दिखाकर बैंक में पति के अकाउंट में आई लोन की राशि 15 लाख रुपये निकलवाने की कोशिश की। जो लोन हमने वीजा एजेंट को पैसे देने के लिए कराया था। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति का हिस्सा हड़पने और महिला और उसके बच्चों को घर से निकालने के लिए सास देवर-देवरानी ने यह साजिश रची है। मनीषा ने आरोप लगाया कि उसके पति को अफीम और वियाग्रा की ओवरडोज देकर मारा गया है। महिला थाना पुलिस ने घरेलू हिंसा, विश्वासघात करने, जान से मारने की धमकी देने, मारपीट करने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के जींद के सफीदों क्षेत्र की एक महिला ने अपनी सास और देवर पर उसके पति को अफीम और वियाग्रा की ओवरडोज देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। महिला थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर उसके सास-ससुर और देवर-देवरानी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पानीपत की मनीषा की शादी 30 जनवरी 2013 को शिव कालोनी सफीदों निवासी अनिल कुमार के साथ हुई थी। शादी के कुछ साल बाद से ही सास और देवर ने उसे तंग करना शुरू कर दिया। जब वह ये बात अपने पति को बताती तब ये उसके साथ भी मारपीट करते थे। उसका देवर महिला के पति को जान से मारने की धमकी देता था। इसमें सास भी उसका साथ देती थी। मनीषा ने बताया कि बातों से परेशान होकर उसके पति अनिल कुमार ने कनाडा जाने का फैसला लिया। जब उनका वीजा लग के आया तो उसी दिन से देवर और सास ने झगड़ा करना शुरू कर दिया। देवरानी ने भी उसके पति को टॉर्चर करना शुरू कर दिया। महिला ने बताया कि 31 दिसंबर 2023 को वह और उसका पति शाम को कनाडा जाने की खरीद दारी करने के लिए पानीपत आ गए। अगले दिन शाम को वह अपने मायके पानीपत में रुक गई। जबकि पति सफीदों में घर चला गया। 5 जनवरी को उसके पति को आना था, लेकिन वह नहीं आया तो ससुर से फोन किया। उसके ससुर ने बताया कि उसके पति अनिल की तबीयत खराब हो गई है। जब वह सफीदों आई तो उसका पति अस्पताल में दाखिल था और बेहोशी की हालत में था। वहां पर अनिल की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो वहां से एंबुलेंस के जरिये पानीपत ले गए। यहां उसे होश आया तो उसके पति अनिल ने बताया कि उसे जबरदस्ती खाने में कुछ मिलाकर दिया गया है। इसके बाद चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज के दौरान उसके पति की 11 फरवरी को मौत हो गई। उसके घर में रखा सारा सामन, गहने व नकदी गायब थे। महिला ने बताया कि कुछ समय बाद ससुराल के लोगों ने उसके पित का नकली मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और उसकी मृत्यु की तारीख व जगह गलत दिखाकर बैंक में पति के अकाउंट में आई लोन की राशि 15 लाख रुपये निकलवाने की कोशिश की। जो लोन हमने वीजा एजेंट को पैसे देने के लिए कराया था। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति का हिस्सा हड़पने और महिला और उसके बच्चों को घर से निकालने के लिए सास देवर-देवरानी ने यह साजिश रची है। मनीषा ने आरोप लगाया कि उसके पति को अफीम और वियाग्रा की ओवरडोज देकर मारा गया है। महिला थाना पुलिस ने घरेलू हिंसा, विश्वासघात करने, जान से मारने की धमकी देने, मारपीट करने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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इतना ही नहीं जब लोकल वाहन चालक अपनी बात रखते है तो उनके साथ टोल की सिक्योरिटी गंदा व्यवहार करती है। यहां पर हर साल यही होता है क्योंकि हर साल नई कंपनी को टेंडर मिलता है और कंपनी अपनी मनमानी करती है। हमें बार-बार आंदोलन करके वाहन चालकों को टोल फ्री करवाना पड़ता है। अब नई कंपनी ने टोल का चार्ज संभाला है। लोकल वाहन चालकों को भी मंथली पास बनवाने का फरमान सुना दिया गया है, जबकि पहले वाहन चालक अपनी आरसी दिखाकर टोल क्रॉस कर जाते थे। टोल प्रबंधन एनएचएआई के नियमों का हवाला दे रहा है, लेकिन पहले भी यहां पर कंपनियां आकर गई है, क्या उनके लिए नियम नहीं थे, उन्होंने भी तो लोकल वाहन चालकों का सहयोग किया। हमने टोल मैनेजर से बात की है, वे भी यहीं बात कह रहे है कि मंथली पास बनवाना पड़ेगा। हमने टोल मैनेजर को खुली चेतावनी दी है। यदि एक हफ्ते के अंदर लोकल वाहनों के लिए टोल फ्री नहीं हुआ तो यहां पर उग्र प्रदर्शन होगा। 9 अगस्त को भी किया गया था प्रदर्शन
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खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की
खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को ईडी ने किया गिरफ्तार:नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे तंवर, ईडी ने उसी दौरान कार्रवाई की हिसार के रहने वाले भिवानी के बड़े खनन व्यापारी वेदपाल तंवर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया है। वेदपाल तंवर का भिवानी के डाडम में खनन का बड़ा कारोबार है। बताया जा रहा है कि वेदवाल तंवर ईडी के नोटिस का जवाब देने दिल्ली गए थे मगर ईडी ने उसी दौरान ही वेदपाल तंवर को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि करीब 9 पहले पहले 3 अगस्त 2023 को हिसार के सेक्टर 15 स्थित उसके आवास पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप था।
इसके बाद ईडी ने नोटिस जारी कर कई बिंदुओं पर वेदपाल तंवर से जवाब मांगा था। मगर जवाब देने में वेदपाल तंवर न केवल देरी बल्कि ईडी की कार्रवाई में सहयोग भी नहीं किया था। यहां तक की वेदपाल तंवर की पत्नी ने भी ईडी टीम के सदस्यों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया और कई सवालों के जवाब देते बचते रहे थे। करीब 9 महीने पहले ईडी ने खंगाले थे दस्तावेज
हिसार में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने करीब 9 महीने पहले व्यापारी वेदपाल तंवर और हांसी में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मलिक के साथ अर्बन एस्टेट में रहने वाले एडवोकेट वजीर कोहाड़ के घर पर रेड की थी। ईडी ने दबे पांव इनके घर पुलिस सुरक्षा में पहुंची थी। वेदपाल तंवर उस समय घर पर नहीं थे। तंवर की पत्नी और बेटी घर पर ही थी। रेड के दौरान किसी को बाहर नहीं जाने दिया गया। तीनों के घरों पर ईडी ने कई घंटों तक दस्तावेज खंगाले थे और पूछताछ की थी। ये सभी भिवानी के खानक डाडम खनन कारोबार से जुड़े हैं। तीनों का इक्ट्ठा ही बिजनेस है। मिर्चपुर कांड के बाद सुर्खियों में आए थे तंवर
वेदपाल तंवर मूलत तोशाम के रहने वाले हैं और मिर्चपुर कांड में दलित नेताओं को अपने फार्म हाउस पर ठहराया था। तब वे काफी चर्चा में आए थे। वेदपाल तंवर, वजीर कोहाड़ और स्वर्गीय सुरेंद्र मलिक का परिवार किरण चौधरी के नजदीकी हैं। वेदपाल तंवर की हिसार सेक्टर 15 में आलीशान कोठी है। इसके अलावा उनका एक बड़ा फार्महाउस है जो उन्होंने मिर्चपुर विस्थापितों के रहने के लिए दे दिया था। वेदपाल तंवर की रेंज रोवर गाड़ी ले गई थी ईडी
ईडी की टीम वेदपाल के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों के अलावा आंगन में खड़ी लग्जरी रेंज रोवर गाड़ी अपनी कस्टडी में लेकर दिल्ली चली गई थी। हालांकि तक परिवार वालों ने टीम को बताया था कि यह गाड़ी तंवर के दोस्त की है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं हुए। टीम ने तंवर के घर की दीवारों को मशीनों से चेक किया। इतना ही नहीं घर की पानी वाली टंकी और पड़ोसियों की छतों को भी चेक किया था। तंवर की बेटी मनीषा और पत्नी सुशीला ने बताया था कि अधिकारी अपने फोन से ही तंवर से बात करते थे। वे सारे बैंक खातों, पैन कार्ड, आधार कार्ड के नंबर ले गए। घर के मोबाइल, लैपटॉप चेक किए और गहनों के बिल भी मांगे। तंवर की भिवानी में छपार गांव में 200 किले पुश्तैनी जमीन और स्कूल भी है।