<p style=”text-align: justify;”><strong>Deepa Manjhi NDA Candidate From Imamganj:</strong> केंद्रीय मंत्री और हम के संरक्षक जीतनराम मांझी की बहू की राजनीति में एंट्री होने जा रही है. बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए एनडीए खेमे में हम पार्टी ने इमामगंज सीट पर अपना उम्मीदवार तय कर दिया है. दीपा मांझी एनडीए की उम्मीदवार होंगी. दीपा मांझी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Deepa Manjhi NDA Candidate From Imamganj:</strong> केंद्रीय मंत्री और हम के संरक्षक जीतनराम मांझी की बहू की राजनीति में एंट्री होने जा रही है. बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए एनडीए खेमे में हम पार्टी ने इमामगंज सीट पर अपना उम्मीदवार तय कर दिया है. दीपा मांझी एनडीए की उम्मीदवार होंगी. दीपा मांझी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं. </p> बिहार मेरठ में त्योहारों पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क, सर्राफा बाजार पहुंचे SSP ने दिए ये निर्देश
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राजा वड़िंग ने श्री अकाल तख्त को भेजा माफीनामा:कहा- सिर झुकाकर से माफी मांगता हूं, निजी चैनल को दिया था इंटरव्यू
राजा वड़िंग ने श्री अकाल तख्त को भेजा माफीनामा:कहा- सिर झुकाकर से माफी मांगता हूं, निजी चैनल को दिया था इंटरव्यू कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू के बाद शुरू हुए विवाद मामले में माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब को भेज दिया है। इंटरव्यू में राजा वड़िंग ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर सुखबीर बादल के लिखे शब्द बोलने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से राजा वड़िंग को चेतावनी जारी कर माफी मांगने के लिए कहा गया था। हालांकि, राजा वड़िंग ने दो दिन पहले ही मीडिया व लोगों के सामने आकर इसके लिए माफी मांग ली थी, लेकिन अब उन्होंने लिखित माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब पर भेज दिया है। जिसमें राजा वड़िंग ने लिखा है कि, श्री अकाल तख्त साहिब और वहां के जत्थेदार साहब मेरे लिए बहुत आदरणीय हैं। एक विनम्र सिख के रूप में, मैंने हमेशा श्री अकाल तख्त साहिब के सभी नियमों का पालन किया है और जीवन भर उनका पालन करता रहूंगा। आप जिस स्थान पर हैं उसके बारे में मैं कभी कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बारे में सोच भी नहीं सकता। मैं सिख परंपरा में रहने वाला एक सिख हूं और पिछले दिनों मेरे द्वारा की गई टिप्पणियां एक अन्य राजनीतिक दल से संबंधित थीं। हालांकि, अगर मैंने अनजाने में इस महान संगठन की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है, तो मुझे खेद है। मैं श्री अकाल तख्त साहिब जी के सामने सिर झुकाकर जत्थेदार साहिब जी से माफी मांग रहा हूं। मैं समझता हूं कि मनुष्य भुल्लनहार होता है और गुरु बख्शनहार होते हैं। मेरी प्रार्थना है कि मेरा उपर्युक्त अपराध क्षमा किया जाए। आप जी का हुक्म हमेशा सर माथे पर। श्री अकाल तख्त साहिब ने दिया था माफी मांगने का आदेश इंटरव्यू के प्रकाशित होने के बाद श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से आदेश जारी किया था कि राजा वडिंग माफी मांगे। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा था कि ऐसे बयानों से श्री अकाल तख्त साहिब की संप्रभु पहचान और गरिमा को ठेस पहुंची है। श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा जारी एक लिखित बयान में सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब द्वारा बनाया गया सच्चा राज सिंहासन है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब गुरमत के सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करने वाला सिखों का सर्वोच्च स्थान है और सिख सिद्धांतों की अवहेलना करने वाले किसी भी व्यक्ति को चाहे वो कितना भी बड़ा उसे बक्शा नहीं जाता। जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने कहा कि उनके ध्यान में आया है कि राजा वडिंग ने अपने राजनीतिक रसूख वाले बयान में श्री अकाल तख्त साहिब की संप्रभुता और गरिमा को गंभीर चोट पहुंचाई है, जो पूरी तरह से असहनीय है। इंटरव्यू में श्री अकाल तख्त साहिब के बारे में की थी टिप्पणी कांग्रेस के पंजाब प्रधान राजा वडिंग ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए विवादास्पद टिप्पणी की थी। राजा वडिंग ने इस बयान को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह से माफी मांगी है। उन्होंने जत्थेदार से माफी मांगते हुए कहा था कि उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात कही, लेकिन अगर इससे किसी भी तरह से जत्थेदार साहब की छवि को ठेस पहुंची है तो वह सिर झुकाकर उनसे माफी मांगते हैं।
बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने फहराया तिरंगा झंडा, देखें किस तरह मनाया आजादी का जश्न
बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने फहराया तिरंगा झंडा, देखें किस तरह मनाया आजादी का जश्न <p style=”text-align: justify;”><strong>Lal Krishna Advani Hoisted Tricolor:</strong> देशभर में 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. तमाम राजनेताओं ने झंडा फहराकर आजादी का महोत्सव मनाया. इस बीच पूर्व उपप्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं हर साल की तरह इस बार भी आजादी का जश्न उसी अंदाज में मनाया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले पर झंडा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया देश के 78वें <a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> के अवसर पर गुरुवार को लाल किले पर प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> ने अब तक का सबसे लंबा भाषण दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर इस समारोह में आयोजित समारोह में आमंत्रित किए गए 6,000 विशेष मेहमानों में पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाला भारतीय दल, अटल नवाचार मिशन से लाभ उठाने वाले विद्यार्थी, सीमा सड़क संगठन के कर्मी और ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल थे.</p>
महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के मामलों की अपने कमरे में सुनवाई करते हैं अध्यक्ष, सपा MLA ने किया विरोध, की यह मांग
महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के मामलों की अपने कमरे में सुनवाई करते हैं अध्यक्ष, सपा MLA ने किया विरोध, की यह मांग <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Latest News</strong>: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एक विधायक ने महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड (MSBW) से आग्रह किया है कि वक्फ संस्थानों की सुनवाई अध्यक्ष के कमरे में करने के बजाय सार्वजनिक रूप से की जाए. भिवंडी (पूर्व) से सपा विधायक रईस शेख (Rais Shaikh) ने रविवार को बताया कि उन्होंने 184 वक्फ संस्थानों की सुनवाई के संबंध में एमएसबीडब्ल्यू को चिट्ठी लिखी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रईस शेख ने पत्र में बताया कि राज्य में वक्फ की 27,000 संपत्तियों में से 11,000 संपत्तियों को वैध घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि 2022 में सर्वोच्च न्यायलय ने अपने फैसला में कहा था कि एमएसडब्ल्यूबी को छह महीने के भीतर वक्फ से संबंधित संपत्तियों की सुनवाई करनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि 184 वक्फ संस्थानों की सुनवाई एमएसबीडब्ल्यू के अध्यक्ष समीर काजी के कक्ष में की जा रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सार्वजनिक रूप से हो सुनवाई- रईस शेख</strong><br />विधायक ने पत्र में अनुरोध किया कि, ‘‘वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समुदाय की हैं और उन्हें इसके बारे में जानने का अधिकार है. इसलिए सुनवाई अध्यक्ष के कक्ष के करने के बजाय सार्वजनिक रूप से की जानी चाहिए.’’ केंद्र सरकार ने 1995 में वक्फ अधिनियम पारित किया था जिससे राज्य वक्फ बोर्डों को वक्फ संपत्तियों की घोषणा करने का अधिकार दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संसद में पेश हुआ है वक्फ संशोधन अधिनियम</strong><br />बता दें कि केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन अधिनियम 2024 संसद में पेश किया है जिसे अब जेपीसी के पास भेज दिया गया है. इस विधेयक में कई तरह के प्रावधानों को शामिल किया जाएगा. इसके तहत अब जिला कलेक्टर को अधिकार दिया जाएगा जो इस बात की जांच कर सके कि कोई संपत्ति वक्फ की है या सरकारी जमीन है. किसी विवाद का स्थिति में वक्फ ट्रिब्यूनल में फैसला नहीं होगा बल्कि कलेक्टर फैसला लेंगे. पहले के अधिनियम में फैसला वक्फ ट्रिब्यूनल लेता था. इसके साथ ही वक्फ बोर्डों में कम से कम दो गैर-मुस्लिम सदस्यों को नियुक्ति का भी प्रस्ताव रखा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”महाराष्ट्र में बीजेपी के इस नेता के कंधों पर रहेगी सीट शेयरिंग की अहम जिम्मेदारी? पार्टी ने दिया बड़ा अपडेट” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-elections-2024-bjp-gave-seat-sharing-power-to-devendra-fadnavis-2759000″ target=”_self”>महाराष्ट्र में बीजेपी के इस नेता के कंधों पर रहेगी सीट शेयरिंग की अहम जिम्मेदारी? पार्टी ने दिया बड़ा अपडेट</a></strong></p>