जीवनदायिनी बनी योगी सरकार की एंबुलेंस सेवा, 8 साल में 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिली मदद

जीवनदायिनी बनी योगी सरकार की एंबुलेंस सेवा, 8 साल में 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिली मदद

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार मजबूत हो रही है. सरकार की 108, 102 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस सेवाएं अब प्रदेशवासियों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है. बीते आठ वर्षों में इन सेवाओं के जरिए 13 करोड़ 26 लाख से अधिक मरीजों, गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल सकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एंबुलेंस सेवा के तेज रिस्पांस टाइम ने कई लोगों की जिंदगियां बचाई है. वर्ष 2014 में जहां 108 सेवा का औसत रिस्पांस टाइम 28.12 मिनट था, वहीं अब यह घटकर महज 7.25 मिनट रह गया है. 102 सेवा, जो खासकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए है, उसका रिस्पांस टाइम 2014 के 19.10 मिनट से घटकर 6.58 मिनट हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वर्तमान में 4 हजार से ज्यादा एंबुलेंस सेवाएं सक्रिय<br /></strong>नेशनल हेल्थ मिशन की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश में 4,845 एंबुलेंस सेवाएं सक्रिय हैं. इनमें 102 की 2,270, 108 की 2,200 और एएलएस की 375 एंबुलेंस शामिल हैं. आठ सालों में 108 सेवा से 3.57 करोड़ मरीजों को और 102 सेवा से 9.62 करोड़ लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की एंबुलेंस सेवाओं की वजह से प्रदेश में मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी सुधार देखने को मिला है. सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस) के अनुसार वर्ष 2015-17 में मातृ मृत्यु दर 216 प्रति लाख थी, जो 2018-20 में घटकर 167 प्रति लाख हो गई. शिशु मृत्यु दर भी 2016 के 23 प्रति हजार से घटकर 2022 में 21 प्रति हजार हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएलएस सेवा से गंभीर मरीजों को राहत</strong><br />राज्य में गंभीर मरीजों के लिए चलाई जा रही एएलएस सेवा से अब तक 7,14,552 गंभीर मरीजों को समय पर उपचार मिला है. वर्ष 2014 में एएलएस एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 30 मिनट था, जिसे 2025 में घटाकर 6.31 मिनट कर दिया गया है. हाल ही में सीएम योगी ने इस सेवा में 125 नई एंबुलेंस भी शामिल की हैं.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/NDDCx3y7mNc?si=TwFva00bV4uP16hC” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार अब एंबुलेंस की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग भी कर रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में देरी न हो. यह सब दिखाता है कि योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों की पहुंच में लाने और मौत के जोखिम को कम करने में पूरी तरह गंभीर है. पिछले वर्षों में राज्य में हुई स्वास्थ्य सुधारों की यह एक मिसाल है कि कैसे तकनीक, योजनाबद्ध प्रबंधन और सरकार की इच्छा शक्ति मिलकर लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/seema-haider-first-reaction-on-pahalgam-terrorist-attack-2931540″>पहलगाम आतंकी हमले पर सामने आया सीमा हैदर का रिएक्शन, जानें क्या बोलीं?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार मजबूत हो रही है. सरकार की 108, 102 और एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस सेवाएं अब प्रदेशवासियों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है. बीते आठ वर्षों में इन सेवाओं के जरिए 13 करोड़ 26 लाख से अधिक मरीजों, गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल सकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एंबुलेंस सेवा के तेज रिस्पांस टाइम ने कई लोगों की जिंदगियां बचाई है. वर्ष 2014 में जहां 108 सेवा का औसत रिस्पांस टाइम 28.12 मिनट था, वहीं अब यह घटकर महज 7.25 मिनट रह गया है. 102 सेवा, जो खासकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए है, उसका रिस्पांस टाइम 2014 के 19.10 मिनट से घटकर 6.58 मिनट हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वर्तमान में 4 हजार से ज्यादा एंबुलेंस सेवाएं सक्रिय<br /></strong>नेशनल हेल्थ मिशन की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश में 4,845 एंबुलेंस सेवाएं सक्रिय हैं. इनमें 102 की 2,270, 108 की 2,200 और एएलएस की 375 एंबुलेंस शामिल हैं. आठ सालों में 108 सेवा से 3.57 करोड़ मरीजों को और 102 सेवा से 9.62 करोड़ लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की एंबुलेंस सेवाओं की वजह से प्रदेश में मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी सुधार देखने को मिला है. सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (एसआरएस) के अनुसार वर्ष 2015-17 में मातृ मृत्यु दर 216 प्रति लाख थी, जो 2018-20 में घटकर 167 प्रति लाख हो गई. शिशु मृत्यु दर भी 2016 के 23 प्रति हजार से घटकर 2022 में 21 प्रति हजार हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएलएस सेवा से गंभीर मरीजों को राहत</strong><br />राज्य में गंभीर मरीजों के लिए चलाई जा रही एएलएस सेवा से अब तक 7,14,552 गंभीर मरीजों को समय पर उपचार मिला है. वर्ष 2014 में एएलएस एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 30 मिनट था, जिसे 2025 में घटाकर 6.31 मिनट कर दिया गया है. हाल ही में सीएम योगी ने इस सेवा में 125 नई एंबुलेंस भी शामिल की हैं.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/NDDCx3y7mNc?si=TwFva00bV4uP16hC” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार अब एंबुलेंस की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग भी कर रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में देरी न हो. यह सब दिखाता है कि योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों की पहुंच में लाने और मौत के जोखिम को कम करने में पूरी तरह गंभीर है. पिछले वर्षों में राज्य में हुई स्वास्थ्य सुधारों की यह एक मिसाल है कि कैसे तकनीक, योजनाबद्ध प्रबंधन और सरकार की इच्छा शक्ति मिलकर लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा रही है.</p>
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