भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली की ओर इस साल जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन तीन सितंबर से 11 अक्टूबर तक कर सकते हैं। आईआईटी दिल्ली की ओर से जैम का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। वहीं जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में नवंबर में सुधार कर सकेंगे। परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कम्पनसेटरी टाइम या स्क्राइब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। स्कोरकार्ड 25 मार्च 2025 तक जारी होंगे और एडमिशन पोर्टल दो अप्रैल 2025 से शुरू होंगे। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। जानकारी के मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए 21 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट jam2025.iitd.ac.in पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा। भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली की ओर इस साल जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन तीन सितंबर से 11 अक्टूबर तक कर सकते हैं। आईआईटी दिल्ली की ओर से जैम का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। वहीं जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में नवंबर में सुधार कर सकेंगे। परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कम्पनसेटरी टाइम या स्क्राइब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। स्कोरकार्ड 25 मार्च 2025 तक जारी होंगे और एडमिशन पोर्टल दो अप्रैल 2025 से शुरू होंगे। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। जानकारी के मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए 21 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट jam2025.iitd.ac.in पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में MLA खैहरा पर कार्रवाई से भड़की कांग्रेस:बोले-ED भाजपा का राजनीतिक हथियार, नेताओं को डराने की कोशिश; संपत्ति अटैच होने से नाराज
पंजाब में MLA खैहरा पर कार्रवाई से भड़की कांग्रेस:बोले-ED भाजपा का राजनीतिक हथियार, नेताओं को डराने की कोशिश; संपत्ति अटैच होने से नाराज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा की चंडीगढ़ स्थित 3.82 कीमत की संपत्ति की अटैच करने के मामले में अब पंजाब में राजनीति तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने सुखपाल सिंह खैहरा पर हुई इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुरदासपुर सीट से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा, पंजाब कांग्रेस प्रधान और लुधियाना सीट से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पटियाला लोकसभा सीट से सांसद धर्मवीर गांधी, पूर्व मंत्री व जालंधर कैंट सीट से कांग्रेस के एमएलए परगट सिंह, पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने उक्त कार्रवाई पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सांसद रंधावा बोले- घर 1990 में बना, 2015 के केस में केस जुड़ सकता है पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम और गुरदासपुर लोकसभा सीट से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ईडी कार्रवाई पर कहा- 1990 में बने मकान को 2015 के केस से कैसे जोड़ा जा सकता है। एजेंसियों ने पहले भूपेश बघेल के घर पर छापेमारी की और अब विधायक सुखपाल खैहरा की दादागिरी के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जिस तरह एजेंसियां बघेल के घर से खाली हाथ लौटीं, वैसे ही खैरा साहब के मामले में भी वे खाली हाथ लौट आएंगी। आपका “ऑपरेशन विपक्ष” पंजाब कांग्रेस को डरा नहीं सकता। बता दें कि सांसद धर्मवीर गांधी ने भी एजेंसी की कार्रवाई की निंदा की है। सांसद वड़िंग बोले- ईडी, बीजेपी का राजनीतिक हथियार पंजाब कांग्रेस के प्रधान और लुधियाना लोकसभा सीट से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा- ईडी को बीजेपी राजनीतिक हथियार बनकर इस्तेमाल कर रही है। हर चुनाव से पहले भाजपा अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए ईडी को हथियार बनाती है। पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल जैसे वरिष्ठ नेताओं से लेकर सुखपाल खैहरा तक, भाजपा की बदले की राजनीति साफ है। खैहरा के दशकों पुराने घर को कुर्क करना एक और हताशा भरा कदम है। हम अपने नेताओं के साथ मजबूती से खड़े हैं और ऐसे दबाव के आगे कभी नहीं झुकेंगे। इससे हमारी ताकत का पता चलता है – भाजपा को हमें चुनौती देने के लिए ईडी जैसी एजेंसियों की जरूरत है। विधायक परगट सिंह बोले- नेताओं को चुप करवाने की कोशिश हो रही भारतीय हॉकी टीम के पूर्व खिलाड़ी और जालंधर कैंट सीट से विधायक परगट सिंह ने कहा- पहले एजेंसियों ने पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा और अब विधायक सुखपाल खैहरा को चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि वे भाजपा की केंद्र सरकार और उसकी बी-टीम (CM भगवंत सिंह मान) की सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। भाजपा की हताशा और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से पंजाब में कांग्रेस नहीं डरेगी। हम उनकी प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। प्रताप बाजवा बोले- कांग्रेस के बढ़ते ग्राफ से डरी बीजेपी पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा- ऐसा लगता है कि भाजपा राज्य में कांग्रेस के बढ़ते ग्राफ से डरी हुई है। पहले पंजाब के प्रभारी भूपेश बघेल को ED ने निशाना बनाया। अब मेरे सहयोगी और MLA सुखपाल खैहरा के घर को ED ने तुच्छ आधार पर कुर्क कर लिया। यह एक और उदाहरण है कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से अपने विरोधियों को फंसाने की कोशिश कर रही है। ईडी ने सुखपाल खैहरा पर चल रहे ड्रग्स केस में की कार्रवाई बता दें कि ईडी ने खैहरा की अचल संपत्ति यानी उनका चंडीगढ़ स्थित घर को केस में अटैच किया था। उनका घर चंडीगढ़ के सेक्टर-5 में था, जिसकी मार्केट वैल्यू 3.82 करोड़ रुपए है। ईडी ने कहा था कि जांच में खुलासा हुआ कि सुखपाल सिंह खैरा ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट द्वारा गुरदेव सिंह और उसके विदेशी सहयोगियों से प्राप्त 3.82 करोड़ की अपराध से अर्जित संपत्ति का उपयोग किया। सुखपाल सिंह खैहरा ने इन पैसों के बदले नशीली दवाओं की तस्करी में संरक्षण/पासपोर्ट सेवा प्रदान की थी। इसके बदले में गुरदेव सिंह ने 3.82 करोड़ की रकम सुखपाल सिंह खैरा को दी और उनके चुनाव प्रचार में इस अवैध धन का उपयोग किया गया।

पंजाब की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी सेवानिवृत्त:विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी, पति NIA के डीजी रह चुके
पंजाब की पहली महिला चीफ सेक्रेटरी सेवानिवृत्त:विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी, पति NIA के डीजी रह चुके पंजाब की पहली महिला मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस विन्नी महाजन सेवानिवृत्त हो गई हैं। फिलहाल वह केंद्र में अपनी सेवाएं दे रही थीं। वह गुरुवार को सेवानिवृत्त हुईं। शुक्रवार सुबह उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके यह जानकारी दी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि कल मैं अपने राज्य पंजाब और भारत सरकार में 37 साल से अधिक के बेहद संतोषजनक कार्यकाल के बाद आईएएस से सेवानिवृत्त हुई हूं। मैं इतने सारे लोगों के अपार समर्थन और अवसरों के लिए आभारी हूं। विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी विनी महाजन 1987 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान उन्हें पंजाब का मुख्य सचिव बनाया गया था। करण अवतार सिंह को हटाकर उन्हें 2020 में यह जिम्मेदारी दी गई थी। उस समय उनके पति दिनकर गुप्ता भी पंजाब के डीजीपी बने थे। वह भी 1987 बैच के आईपीएस हैं। उन्हें उस समय देश का सबसे ताकतवर कपल कहा जाता था। इसके बाद विधानसभा चुनाव से ठीक तीन महीने पहले कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बना दिया। इसके बाद उन्हें हटाकर इस पद की जिम्मेदारी 1990 बैच के आईएएस अनिरुद्ध तिवारी को दे दी गई। इसके बाद वह केंद्र सरकार में चली गईं। पति NIA के डायरेक्टर रहे हैं चरणजीत सिंह चन्नी सरकार आने के समय इनके पति डीजीपी पद पर थे। लेकिन वह पहले छुट्टी पर गए थे। इसके बाद वह डेपुटेशन में केंद्र में चले गए थे। साथ ही केंद्र राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए के डायरेक्टर रहे थे। 31 मार्च 1924 को रिटायर हुए थे। उस समय तक उन्होंने कई गंभीर मामलों की जांच की है।

मलोट में पटवारी और सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार:जमीन की सीमांकन के लिए मांगे डेढ़ हजार, 1 हजार में सौदा तय
मलोट में पटवारी और सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार:जमीन की सीमांकन के लिए मांगे डेढ़ हजार, 1 हजार में सौदा तय पंजाब के मुक्तसर जिले के मलोट में विजिलेंस ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई की है। हलका वडिंग खेड़ा के पटवारी कुलविंदर सिंह और उनके सहायक अशोक कुमार को एक हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार यह कार्रवाई मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर मिली शिकायत के बाद की गई। एक हजार में तय हुई थी डील जानकारी के अनुसार वडिंग खेड़ा गांव के एक युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि पटवारी ने जमीन की सीमांकन के लिए पहले 1,500 रुपए मांगे थे। बाद में यह राशि 1,000 रुपए तय हुई। जांच में पता चला कि पटवारी ने 5 फरवरी, 2025 को भूमि सीमांकन रिपोर्ट तैयार की थी, लेकिन 2024-25 के आधिकारिक रजिस्टर या दैनिक डायरी में इसकी कोई प्रविष्टि नहीं की गई थी। शिकायतकर्ता ने बनाया वीडियो शिकायतकर्ता ने रिश्वत लेने का वीडियो भी बनाया था। इसमें अशोक कुमार को पैसे लेते हुए साफ देखा जा सकता है। विजिलेंस ब्यूरो रेंज पुलिस स्टेशन बठिंडा में दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 7-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।