श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एक बार फिर 7 सदस्य कमेटी के बारे में शिरोमणि अकाली दल को आदेश दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने स्पष्ट किया कि 28 जनवरी की बैठक सिर्फ व्यस्तता के चलते रद्द की गई है। जल्द ही इस बैठक को दोबारा से बुलाया जाएगा। तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि 7 सदस्य कमेटी के बारे में पहले भी उनकी स्थिति स्पष्ट थी। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब की फसील से बनाई गई 7 सदस्य कमेटी अभी तक एक्टिव है। उन्होंने वर्किंग कमेटी को फिर से आदेश दिया है कि 7 सदस्य कमेटी को कार्यशील किया जाए। अकाली दल की तरफ से की गई भर्ती की निगरानी के लिए 7 सदस्य कमेटी बनाई गई है। पूरे भारत में मेंबरशिप मुहिम चलाई जानी है। अगर वर्किंग कमेटी को जरूरत महसूस हुई तो इस कमेटी के सदस्यों की गिनती को बढ़ाया जा सकता है। पदवी का सम्मान रखना जरूरी ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि 3 सदस्य कमेटी जो ज्ञानी हरप्रीत सिंह की जांच कर रही है, के लिए पहले भी कह चुका हूं कि हर पदवी का मान सम्मान रखना हर सिख का कर्तव्य बनता है। श्री अकाल तख्त साहिब का अपना कार्यक्षेत्र है, एसजीपीसी का अपना कार्यक्षेत्र निर्धारित है। बैठक की वीडियो लीग होना गलत 28 की बैठक व्यस्तता के चलते बैठक रद्द की गई है और जल्द इस बैठक को दोबारा बुलाया जाएगा। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपनी वीडियो में मैसेंजर्स ऑफ गॉड का जिक्र किया है, उनका इशारा किस की और है, इसके बारे में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ही बता सकते हैं। श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक की वीडियो लीक हुई है, ये गलत है। ज्ञानी हरप्रीत ने उठाए थे सवाल श्री अकाल तख्त साहिब पर 28 जनवरी को बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक को स्थगित कर दिया गया। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के व्यस्त कार्यक्रम को बताया गया। लेकिन इसे लेकर श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वीडियो जारी कर एसजीपीसी पर सवाल खड़े कर दिए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि इस बैठक में गुरमत की रोशनी में कुछ बड़े फैसले लिए जाने थे, लेकिन बैठक को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। तख्त श्री दमदमा साहिब में कर्मचारियों पर दबाव बनाया गया कि वे उनके खिलाफ लिखकर बयान दें। पद से हटाने की चल रही कोशिश ज्ञानी हरप्रीत सिंह आरोप लगा चुके हैं कि उनके खिलाफ एक नैरेटिव तैयार किया जा रहा है ताकि उन्हें उनके पद से हटाया जा सके। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी निर्णय को पंथ (सिख समुदाय) से सलाह के बाद ही करेंगे। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इन बयानों ने सिख समुदाय में चर्चाओं को जन्म दे दिया है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एक बार फिर 7 सदस्य कमेटी के बारे में शिरोमणि अकाली दल को आदेश दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने स्पष्ट किया कि 28 जनवरी की बैठक सिर्फ व्यस्तता के चलते रद्द की गई है। जल्द ही इस बैठक को दोबारा से बुलाया जाएगा। तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि 7 सदस्य कमेटी के बारे में पहले भी उनकी स्थिति स्पष्ट थी। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब की फसील से बनाई गई 7 सदस्य कमेटी अभी तक एक्टिव है। उन्होंने वर्किंग कमेटी को फिर से आदेश दिया है कि 7 सदस्य कमेटी को कार्यशील किया जाए। अकाली दल की तरफ से की गई भर्ती की निगरानी के लिए 7 सदस्य कमेटी बनाई गई है। पूरे भारत में मेंबरशिप मुहिम चलाई जानी है। अगर वर्किंग कमेटी को जरूरत महसूस हुई तो इस कमेटी के सदस्यों की गिनती को बढ़ाया जा सकता है। पदवी का सम्मान रखना जरूरी ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि 3 सदस्य कमेटी जो ज्ञानी हरप्रीत सिंह की जांच कर रही है, के लिए पहले भी कह चुका हूं कि हर पदवी का मान सम्मान रखना हर सिख का कर्तव्य बनता है। श्री अकाल तख्त साहिब का अपना कार्यक्षेत्र है, एसजीपीसी का अपना कार्यक्षेत्र निर्धारित है। बैठक की वीडियो लीग होना गलत 28 की बैठक व्यस्तता के चलते बैठक रद्द की गई है और जल्द इस बैठक को दोबारा बुलाया जाएगा। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपनी वीडियो में मैसेंजर्स ऑफ गॉड का जिक्र किया है, उनका इशारा किस की और है, इसके बारे में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ही बता सकते हैं। श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक की वीडियो लीक हुई है, ये गलत है। ज्ञानी हरप्रीत ने उठाए थे सवाल श्री अकाल तख्त साहिब पर 28 जनवरी को बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक को स्थगित कर दिया गया। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के व्यस्त कार्यक्रम को बताया गया। लेकिन इसे लेकर श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वीडियो जारी कर एसजीपीसी पर सवाल खड़े कर दिए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि इस बैठक में गुरमत की रोशनी में कुछ बड़े फैसले लिए जाने थे, लेकिन बैठक को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। तख्त श्री दमदमा साहिब में कर्मचारियों पर दबाव बनाया गया कि वे उनके खिलाफ लिखकर बयान दें। पद से हटाने की चल रही कोशिश ज्ञानी हरप्रीत सिंह आरोप लगा चुके हैं कि उनके खिलाफ एक नैरेटिव तैयार किया जा रहा है ताकि उन्हें उनके पद से हटाया जा सके। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी निर्णय को पंथ (सिख समुदाय) से सलाह के बाद ही करेंगे। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के इन बयानों ने सिख समुदाय में चर्चाओं को जन्म दे दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
