झज्जर जिले के गांव डावला का युवक नौसेना में तैनात था, जो लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान में शहीद हो गया। जवान का हेलिकॉप्टर समुद्र में गिरने से वो हादसे का शिकार हो गया। गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ पीड़ित लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान का वह भी हिस्सा था। जो हेलिकॉप्टर में सवार था, लेकिन कुछ तकनीकी खराबी होने के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश होकर समुद्र में गिर गया। कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था जवान नौसैनिक कर्ण सिंह पुत्र कर्मवीर सिंह गांव डावला का निवासी था, जिसकी गुजरात में तैनाती हुई थी। गुजरात में भारी बारिश के चलते काफी लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए नौसेना और वायुसेना के द्वारा एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस अभियान में नौसेना का जवान कर्ण भी शामिल था, जो पोरबंदर तट से दूर अरब सागर में भारतीय तटरक्षक बल के एक कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था। हेलिकॉप्टर के समुद्र में गिरने से जवान की शहादत हो गई। गांव में होगा शहीद का अंतिम संस्कार शहीद कर्ण सिंह शादीशुदा था जिसका एक बेटा और एक बेटी है l कर्ण सिंह करीब 10 साल पहले भारतीय नौसेना में देश की सेवा करने के लिए भर्ती हुआ था l शहीद कर्ण सिंह के पिता की पहले ही बीमारी के चलते मौत चुकी है और उनका एक भाई और दो बहने हैं l शहीद करण सिंह के परिवार के लोग शहीद का पार्थिव शरीर लेने के लिए गुजरात पहुंच चुके हैं l सैनिक सम्मान के साथ गांव में शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा l झज्जर जिले के गांव डावला का युवक नौसेना में तैनात था, जो लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान में शहीद हो गया। जवान का हेलिकॉप्टर समुद्र में गिरने से वो हादसे का शिकार हो गया। गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ पीड़ित लोगों को बचाने के लिए चलाए जा रहे सर्च अभियान का वह भी हिस्सा था। जो हेलिकॉप्टर में सवार था, लेकिन कुछ तकनीकी खराबी होने के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश होकर समुद्र में गिर गया। कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था जवान नौसैनिक कर्ण सिंह पुत्र कर्मवीर सिंह गांव डावला का निवासी था, जिसकी गुजरात में तैनाती हुई थी। गुजरात में भारी बारिश के चलते काफी लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए नौसेना और वायुसेना के द्वारा एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस अभियान में नौसेना का जवान कर्ण भी शामिल था, जो पोरबंदर तट से दूर अरब सागर में भारतीय तटरक्षक बल के एक कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर में सवार था। हेलिकॉप्टर के समुद्र में गिरने से जवान की शहादत हो गई। गांव में होगा शहीद का अंतिम संस्कार शहीद कर्ण सिंह शादीशुदा था जिसका एक बेटा और एक बेटी है l कर्ण सिंह करीब 10 साल पहले भारतीय नौसेना में देश की सेवा करने के लिए भर्ती हुआ था l शहीद कर्ण सिंह के पिता की पहले ही बीमारी के चलते मौत चुकी है और उनका एक भाई और दो बहने हैं l शहीद करण सिंह के परिवार के लोग शहीद का पार्थिव शरीर लेने के लिए गुजरात पहुंच चुके हैं l सैनिक सम्मान के साथ गांव में शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा l हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा साध्वी यौन शोषण मामले की सुनवाई आज:राम रहीम ने 7 साल पहले सजा को दी थी चुनौती, CBI कर रही विरोध
हरियाणा साध्वी यौन शोषण मामले की सुनवाई आज:राम रहीम ने 7 साल पहले सजा को दी थी चुनौती, CBI कर रही विरोध हरियाणा के हाई प्रोफाइल साध्वी यौन शोषण मामले में आज पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। राम रहीम ने सात साल पहले इस मामले में सजा को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इसको लेकर उसकी ओर से याचिका भी दायर की गई थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोर्ट में इसका विरोध किया है। वहीं, साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में सच्चा सौदा डेरा प्रमुख की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इस केस की डायरी और गवाहों के बयानों की कॉपी सौंपने के पंचकूला सीबीआई कोर्ट के आदेश के खिलाफ दायर सीबीआई की याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सीबीआई की इस याचिका पर हाईकोर्ट ने 2019 में इस केस की सुनवाई पर रोक लगा दी थी, तब से इस केस की सुनवाई बंद है। अब इस केस का फैसला आने के बाद जल्द ही सुनवाई शुरू हो सकती है। 7 साल बाद हो रही सुनवाई राम रहीम की सजा को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में 7 साल बाद सुनवाई शुरू हुई है। जबकि दोषी राम रहीम ने हाईकोर्ट में हरियाणा के पंचकूला की जिला अदालत द्वारा उसे सुनाई गई 20 साल की सजा के आदेश को 7 साल पहले चुनौती दी थी। उसने अपील में कहा था कि सीबीआई अदालत ने साक्ष्यों और गवाहों को सही प्रकार से जांचे बिना उसे दोषी ठहराकर सजा सुनाई है। साथ ही कहा कि मामले में गुमनाम शिकायत पर तीन वर्ष की देरी से एफआईआर दायर की गई। वहीं सीबीआई ने पीड़िता के बयान भी 6 वर्ष के बाद रिकॉर्ड किए थे। मामले में साध्वियों ने सजा को बढ़ाकर उम्रकैद की मांग की थी। अपील में ये दी है दलील मामले में सीबीआई ने सीबीआई अदालत में दलील दी थी कि वर्ष 1999 में यौन शोषण हुआ था, लेकिन बयान वर्ष 2005 में दर्ज किए गए थे। क्योंकि एफआईआर के समय शिकायतकर्ता नहीं थी। डेरा मुखी राम रहीम ने अपनी अपील में कहा कि सीबीआई की पीड़िताओं पर कोई दबाव नहीं होने की बात गलत है। क्योंकि दोनों पीड़िता सीबीआई के संरक्षण में थी। ऐसे में उन पर सीबीआई का दबाव था। याची के पक्ष के साक्ष्य और गवाहों पर सीबीआई अदालत द्वारा गौर नहीं किए जाने की बात भी राम रहीम ने अपनी याचिका में कही है।आरोप खारिज कर सजा रद्द करने की मांग राम रहीम की अपील में कहा गया है कि सीबीआई ने डेरा मुखी के मेडिकल एग्जामिनेशन की जरुरत नहीं समझी। इन सभी को आधार बनाते हुए डेरा मुखी ने उस पर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए, उसे सुनाई गई सजा को रद्द करने की मांग की है। हाईकोर्ट ने सात साल पहले इस अपील को सुनवाई के लिए एडमिट किया था, लेकिन सुनवाई अब शुरू हो रही है। इस केस में 10-10 साल की हुई सजा गुरमीत राम रहीम को 2017 में 2 साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा हुई है। वहीं पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और सिरसा डेरे के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में उम्रकैद की सजा हुई है। राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को रोहतक की सुनारिया जेल भेजा गया था। उसे सजा सुनाने के बाद पंचकूला में भयंकर हिंसा फैल गई थी।
सिरसा के 13 पटवारी सरकार की नजर में भ्रष्ट:सात ने रखे निजी सहायक, इंतकाल व तकसीम के नाम पर ले रहे रिश्वत
सिरसा के 13 पटवारी सरकार की नजर में भ्रष्ट:सात ने रखे निजी सहायक, इंतकाल व तकसीम के नाम पर ले रहे रिश्वत प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट में 13 पटवारी हरियाणा के सिरसा जिले के भी शामिल हैं। इन 13 में से सात पटवारियों ने सहायक भी रखे हुए हैं। कोई रजिस्ट्री तो कोई इंतकाल की एवज में रिश्वत मांग रहा है। कोई बिना पैसा लिए तकसीम नहीं कर रहा है। खास बात यह है कि सिरसा के भ्रष्ट पटवारी औसतन दो हजार से पांच हजार रुपए की रिश्वत ले रहे हैं।
दरअसल, वित्तायुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में 370 पटवारियों को भ्रष्ट बताते हुए सूची जारी की गई है। इनमें से 170 पटवारियों पर सहायक रखने के आरोप हैं। इन सभी पर जमीन के खाते तकसीम करवाने, पैमाइश, इंतकाल, रिकॉर्ड दुरुस्त करने व नक्शा आदि बनवाने के नाम पर भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं। सहायक के तौर पर रखे गए प्राइवेट व्यक्ति इनके दलालों के तौर पर कार्य करते हैं। डीसी को इन कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 15 दिन में क्रियान्वयन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इन पटवारियों पर लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप दिग्विजय सिंह, बंसी बिश्नोई, राकेश कुमार मेहता, जसमेर सिंह, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, कुलदीप सिंह, कौर सिंह, हनुमान, बसंत सिंह प्रजापत, जोगिंद्र सिंह, सुखदेव सिंह, सुनील कुमार। ये है भ्रष्टाचार करने का तरीका……
– दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि रजिस्ट्री व इंतकाल करवाने की एवज में दो हजार से पांच हजार रुपए तक लेता है। इसका स्वयं का प्रॉपर्टी डीलिंग का काम है। गांव नेजिया निवासी सतपाल को इसने सहायक रखा हुआ है। यूनियन प्रधान बोले, किसने की जांच, इसका पता लगा रहे
पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के सिरसा जिला प्रधान लाभ सिंह ने बताया कि हमारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के साथ इस मसले पर चर्चा हुई है। हम पता लगा रहे हैं कि कौन जांच करके गया है। प्रदेश स्तर पर ही यूनियन की तरफ से आगामी फैसला लिया जाएगा।
अंबाला सेंट्रल जेल में मनाया गया रक्षा बंधन:बहनों ने भाइयों को बांधी राखी, जेल प्रशासन ने किए पूरे प्रबंध
अंबाला सेंट्रल जेल में मनाया गया रक्षा बंधन:बहनों ने भाइयों को बांधी राखी, जेल प्रशासन ने किए पूरे प्रबंध भाई-बहन का पवित्र त्योहार, रक्षा बंधन बड़ी धूम धाम से पूरे देश में मनाया जा रहा है। अंबाला की सेंट्रल जेल में दूर-दूर से बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही हैं। इस दौरान को कोई भावुक नजर आ रहा था, तो किसी के चेहरे पर दिख मुस्कान नजर आ रही थी। जेल प्रशासन ने ही सभी बहनों के लिए पूरे प्रबंध कर रखे है। जेल में राखी बांधने पहुंची बहनें आज राखी का त्योहार है और इस त्योहार की धूम पूरे देश भर में देखने को मिल रही है। अंबाला की सेंट्रल जेल में भी भाइयों को राखी बांधने के लिए उनके बहनें पहुंच रही है। ऐसे में उनके लिए भी जेल प्रशासन ने इंतजाम किए हैं और जेल के अंदर एक एक करके बहने जा रही हैं। अपने भाइयों को राखी बांधकर बहाने काफी खुश दिखाई दे रही है और सुरक्षा को लेकर भी सभी इंतजाम पूरे किए गए हैं। एसपी जेल अंबाला ने बताया कि आज सुबह से ही बहने अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंच रही है। दोपहर तक 500 से ज्यादा बहनें आ चुकी हैं, और जब तक बहने अपने भाइयों को राखी नहीं बांध देता तब तक यह मुलाकात चलती रहेगी। इस दौरान बहनों को राखी और मिठाई जेल से ही दी जा रही है।