हरियाणा के झज्जर में एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई। खेत में जुताई करते समय वह ट्रैक्टर से बंधे रोटावेटर की चपेट में आ गया। हादसा सिर में बंधी चदर के मशीन में फंसने से हुआ। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची औा छानबीन के बाद शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जानकारी अनुसार मृतक किसान की पहचान 44 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र भूप सिंह निवासी गांव काहड़ी, जिला झज्जर के रूप में की गई है l किसान ज्ञानचंद शुक्रवार को अपने खेत में ट्रैक्टर लेकर बुवाई का काम करने के लिए गया था। जब वह खेत में बुवाई का काम कर रहा था, तब उसने सिर पर चद्दर बांधी हुई थी। वो चद्दर अचानक रोटावेटर मशीन में आ गई। इसके कारण किसान जमीन पर गिर गया और रोटावेटर मशीन ने उसे काट दिया। किसान ज्ञानचंद शादीशुदा था और खेती-बाड़ी का काम करके अपने परिवार को पालता था। उसके दो बेटे भी हैं l झज्जर के माछरौली थाने से आए एएसआई राजीव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव काहड़ी में खेत में काम करते समय रोटावेटर मशीन की चपेट में आने से ज्ञानचंद नामक एक किसान की मौत हुई है। उसके चचेरे भाई के बयान दर्ज कर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिजनों के हवाले किया गया है l हरियाणा के झज्जर में एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई। खेत में जुताई करते समय वह ट्रैक्टर से बंधे रोटावेटर की चपेट में आ गया। हादसा सिर में बंधी चदर के मशीन में फंसने से हुआ। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची औा छानबीन के बाद शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जानकारी अनुसार मृतक किसान की पहचान 44 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र भूप सिंह निवासी गांव काहड़ी, जिला झज्जर के रूप में की गई है l किसान ज्ञानचंद शुक्रवार को अपने खेत में ट्रैक्टर लेकर बुवाई का काम करने के लिए गया था। जब वह खेत में बुवाई का काम कर रहा था, तब उसने सिर पर चद्दर बांधी हुई थी। वो चद्दर अचानक रोटावेटर मशीन में आ गई। इसके कारण किसान जमीन पर गिर गया और रोटावेटर मशीन ने उसे काट दिया। किसान ज्ञानचंद शादीशुदा था और खेती-बाड़ी का काम करके अपने परिवार को पालता था। उसके दो बेटे भी हैं l झज्जर के माछरौली थाने से आए एएसआई राजीव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि झज्जर के गांव काहड़ी में खेत में काम करते समय रोटावेटर मशीन की चपेट में आने से ज्ञानचंद नामक एक किसान की मौत हुई है। उसके चचेरे भाई के बयान दर्ज कर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिजनों के हवाले किया गया है l हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल ने की खुदकुशी:झज्जर में मिली लाश, सोनीपत का रहने वाला, रोहतक में थी तैनाती; पत्नी समेत 3 पर FIR
हरियाणा पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल ने की खुदकुशी:झज्जर में मिली लाश, सोनीपत का रहने वाला, रोहतक में थी तैनाती; पत्नी समेत 3 पर FIR हरियाणा पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल ने घरेलू कलह के चलते खुदकुशी कर ली। हेड कॉन्स्टेबल संजय ने 4 जुलाई को रोहतक के पास से गुजरने वाली जेएलएन नहर में छलांग लगा दी थी। जिसके बाद उसकी तलाश में रोहतक पुलिस और एनडीआरएफ की टीम द्वारा नहर में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही थी। जवान का शव आज झज्जर के गांव बाकरा के पास से गुजरने वाली नहर में मिला। सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची। बाद में परिजनों को बुलाया गया। शव का पोस्टमॉर्टम झज्जर के नागरिक अस्पताल में किया गया। पुलिस ने संजय की पत्नी और उसके 2 दोस्तों के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। ड्यूटी के बाद स्कूटी लेकर गया, छलांग लगा दी
पुलिस के मुताबिक गुरूवार को संजय ड्यूटी के बाद स्कूटी पर गया। इसके बाद वह बोहर बाइपास पहुंचा। वहां उसने स्कूटी और उसमें सुसाइड नोट छोड़ दिया। इसके बाद जेएलएन नहर यानी जवाहर लाल नेहरू कनाल में छलांग लगा दी। वहां से गुजरते लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने वहां पहुंचकर उसी दिन तलाश की लेकिन हेड कॉन्स्टेबल का कोई पता नहीं चला। जिसके बाद से पुलिस नहर को छान रही थी। सोनीपत का रहने वाला, रोहतक में तैनात था
जानकारी अनुसार मृतक की पहचान 48 वर्षीय संजय पुत्र दलीप निवासी गांव बुटाना कुंडू जिला सोनीपत के रूप में हुई l संजय हरियाणा पुलिस में था और फिलहाल वह रोहतक पुलिस लाइन में हेड कॉन्स्टेबल तैनात था l संजय का एक 13 साल का बेटा और एक 5 साल की बेटी है l वह अपने परिवार के साथ रोहतक में सनसिटी सेक्टर 35 में रहता था। वह 20 साल पहले हरियाणा पुलिस में भर्ती हुआ था। हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी भी टीचर, पुलिस ने दर्ज की FIR
झज्जर के बेरी थाना से आए जांच अधिकारी एसआई जयकरण ने बताया कि बाकरा गांव के पास से गुजरने वाली नहर में शव मिला था। शव पुलिस हेड कॉन्स्टेबल संजय का है। इसकी पत्नी भी टीचर की नौकरी करती है। संजय ने घरेलू कारणों के चलते जेएलएन नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। रोहतक थाने में उसकी पत्नी व अन्य दो लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज है। सुसाइड नोट में लिखा था- पत्नी कभी समझ नहीं पाई
संजय के भाई रूपराम ने पुलिस को बताया कि उसकी 2005 में सुदेश से शादी हुई थी। उसकी पत्नी सुदेश अपने 2 शिक्षक मित्र साथियों प्रवेश और संदीप के साथ संजय को प्रताड़ित कर रही थी। वह उसे कई तरह के ताने मारती थी। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। जिसमें लिखा कि वह पत्नी सुदेश से बहुत प्यार करता था लेकिन वह कभी उसे समझ नहीं पाई। उसने अपने 2 मित्रों के बहकावे में घर बर्बाद कर दिया। संजय ने अपनी प्रॉपर्टी बेटा और बेटी के नाम पर करने के लिए कहा था।
करनाल में खड़े कंटेनर बाइक की टक्कर:किसान की दुर्घटना में मौत, पेट्रोल लेने जा रहा था, गलत तरीके से खड़ा था कंटेनर
करनाल में खड़े कंटेनर बाइक की टक्कर:किसान की दुर्घटना में मौत, पेट्रोल लेने जा रहा था, गलत तरीके से खड़ा था कंटेनर हरियाणा के करनाल के गुढ़ा गांव में गैस प्लांट के पास खड़े कंटेनर से बाइक टकरा गई। हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक सवार तेल लेने पेट्रोल पंप जा रहा था। आरोप है कि कंटेनर गलत तरीके से खड़ा था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पेट्रोल लेने जा रहा था व्यक्ति गुढ़ा गांव निवासी रमेश कुमार दोपहर को अपनी बाइक पर गुढ़ा गैस प्लांट के पास स्थित पेट्रोल पंप से पेट्रोल लेने के लिए निकला था। जब रमेश गैस प्लांट के पास पहुंचा तो सामने मुख्य सड़क पर एक कंटेनर के चालक ने अपनी गाड़ी गलत तरीके से खड़ी कर रखी थी। कंटेनर की लापरवाही के कारण रमेश की मोटरसाइकिल कंटेनर से टकरा गई, जिससे रमेश की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक किसान था मृतक के रिश्तेदार रिदम ने बताया है कि रमेश खेतीबाड़ी का काम करता था। उसकी बाइक में पेट्रोल खत्म होने वाला था, इसलिए वह बाइक में पेट्रोल भरवाने पेट्रोल पंप जा रहा था, इसके बाद उसे खेत पर जाना था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया। कंटेनर चालक ने यातायात नियमों का पालन किए बिना कंटेनर को मुख्य सड़क पर गलत तरीके से पार्क कर दिया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। घटना के बाद कंटेनर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस जुटी जांच में घरौंडा थाना के जांच अधिकारी विपिन ने बताया कि हादसे के बाद रमेश को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
चरखी दादरी में स्कूल मर्ज करने का विरोध:ग्रामीणों ने गेट पर धरना दिया; बोले- बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी किए
चरखी दादरी में स्कूल मर्ज करने का विरोध:ग्रामीणों ने गेट पर धरना दिया; बोले- बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी किए हरियाणा के चरखी दादरी में आर्यनगर गांव में हाई स्कूल को मर्ज किए जाने पर ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। ग्रामीणों ने सोमवार को स्कूल गेट के समक्ष बच्चों सहित धरना दिया और स्कूल बहाली की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरने को समर्थन देने पहुंचे अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक राजू मान ने कहा कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला है। आर्यनगर के हाई स्कूल को पोर्टल से हटाने से सरकार का चेहरा बेनकाब हो गया है। प्रशासन से मिलने के बाद भी ग्रामीणों को सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला है। ग्रामीणों ने दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए बच्चों के साथ भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है। रिकॉर्ड में 2022 में स्कूल बंद किया राजू मान ने कहा कि इस मसले पर सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकार ने रिकॉर्ड में 13 अगस्त 2022 को हाई स्कूल बंद कर दिया, उसके बावजूद 1 सितंबर 2022 को नया स्टाफ बदली करके भेजा गया और 2023 में कौशल रोजगार निगम के तहत 2 गेस्ट टीचर भेजे गए जो अभी भी वेतन ले रहे हैं। इस दौरान जुलाई 2023 में पोर्टल से हाई स्कूल का नाम हटा दिया गया जिसकी जानकारी मिलने पर 4 बार स्कूल की तरफ से डायरेक्टर को अनुरोध पत्र लिखा गया जिसका कोई समाधान नहीं हुआ। विडंबना की बात है कि 11 जुलाई 2024 से 18 जुलाई के बीच नौवीं और दसवीं के सभी बच्चों के नाम काटकर स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट जारी कर उन्हें रोड़ पर ला छोड़ा, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है। हैरानी की बात है कि आर्य नगर स्कूल का नाम 2023 में शहीद हरिसिंह के नाम से नामकरण हुआ था, लेकिन सरकार ने शहीद का भी आदर नहीं रखा। सरपंच बोले- बंद होने के बावजूद परीक्षा ली सरपंच संदीप कुमार ने कहा कि पोर्टल पर स्कूल बंद होने के बावजूद पिछले 2 साल से नौवीं और दसवीं के बच्चों की परीक्षा ली गई और अच्छे परिणाम आने पर स्टाफ को प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस धोखे से ग्रामीणों में बड़ा आक्रोश है। अगर सरकार ने हमारा स्कूल बहाल नहीं किया तो धरना देने को मजबूर होंगे।