हरियाणा के झज्जर में आज दो परीक्षा केंद्रों पर NEET का एग्जाम हुआ। यहां कुल 494 बच्चों में से 287 ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे। जबकि 207 बच्चे अनुपस्थित रहे। पहले हुई NEET परीक्षा में बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे। इनको मिले ग्रेस मार्क्स पर भी उंगली उठी थी। इसके बाद आज दोबारा से कड़ी सुरक्षा के बीच दो सेंटरों पर पुन: परीक्षा ली गई। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस लाइन के डीएवी स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों ही केंद्रों पर प्रशासन ने धारा 144 लागू की है। इस बीच डीसी कैप्टन शक्ति सिंह परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंचे और वहां मौजूद स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय में 182 बच्चों को NEET की परीक्षा देनी थी, लेकिन परीक्षा देने 109 बच्चे पहुंचे, जबकि 73 बच्चे गैर हाजिर रहे। झज्जर के दूसरे परीक्षा केंद्र डीएवी पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन में 312 बच्चों को नीट की परीक्षा देनी थी। यहां पर 178 बच्चे नीट की परीक्षा देने पहुंचे और 134 बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 बच्चों में से यहां 287 ने परीक्षा दी और 207 अब्सेंट रहे। बता दें कि बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को NEET परीक्षा में 720 में से 720 अंक आए थे। जबकि कुछ विद्यार्थियों के अंक 718 व 719 भी आए थे। बाद में सामने आया था कि इन विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, जिसके चलते इनके नंबर पूरे आए हैं। आज इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) फिर से झज्जर में नीट परीक्षा का करा रहा है। झज्जर में इसके लिए दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 494 बच्चे नीट की परीक्षा देंगे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच NEET की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई थी। इसका समय 5:20 बजे तक का था। झज्जर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्र के नजदीक धारा 144 लागू की गई थी। झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने नीट परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। झज्जर के नीट परीक्षा केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। हरियाणा के झज्जर में आज दो परीक्षा केंद्रों पर NEET का एग्जाम हुआ। यहां कुल 494 बच्चों में से 287 ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे। जबकि 207 बच्चे अनुपस्थित रहे। पहले हुई NEET परीक्षा में बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे। इनको मिले ग्रेस मार्क्स पर भी उंगली उठी थी। इसके बाद आज दोबारा से कड़ी सुरक्षा के बीच दो सेंटरों पर पुन: परीक्षा ली गई। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस लाइन के डीएवी स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। दोनों ही केंद्रों पर प्रशासन ने धारा 144 लागू की है। इस बीच डीसी कैप्टन शक्ति सिंह परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करने पहुंचे और वहां मौजूद स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। झज्जर में केंद्रीय विद्यालय में 182 बच्चों को NEET की परीक्षा देनी थी, लेकिन परीक्षा देने 109 बच्चे पहुंचे, जबकि 73 बच्चे गैर हाजिर रहे। झज्जर के दूसरे परीक्षा केंद्र डीएवी पब्लिक स्कूल पुलिस लाइन में 312 बच्चों को नीट की परीक्षा देनी थी। यहां पर 178 बच्चे नीट की परीक्षा देने पहुंचे और 134 बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 बच्चों में से यहां 287 ने परीक्षा दी और 207 अब्सेंट रहे। बता दें कि बहादुरगढ़ के एक सेंटर के कुछ विद्यार्थियों को NEET परीक्षा में 720 में से 720 अंक आए थे। जबकि कुछ विद्यार्थियों के अंक 718 व 719 भी आए थे। बाद में सामने आया था कि इन विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, जिसके चलते इनके नंबर पूरे आए हैं। आज इसको लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) फिर से झज्जर में नीट परीक्षा का करा रहा है। झज्जर में इसके लिए दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 494 बच्चे नीट की परीक्षा देंगे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच NEET की परीक्षा दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई थी। इसका समय 5:20 बजे तक का था। झज्जर जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा केंद्र के नजदीक धारा 144 लागू की गई थी। झज्जर के डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने नीट परीक्षा केन्द्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। झज्जर के नीट परीक्षा केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने BJP छोड़ी:इस्तीफे में लिखा- पार्टी में अब गद्दारों को तवज्जो, कल पार्टी में आने वालों को टिकटें बांटी हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज ने बीजेपी छोड़ते हुए पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंद्री विधानसभा से 2014 में विधायक और हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले एवं वन विभाग के पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने इंद्री से टिकट न मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में वह भाजपा ओबीसी मोर्चा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने अपने पद के साथ-साथ भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा में गद्दारों को तवज्जो मिलने का आरोप
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रही। उन्होंने कहा कि अब पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। कांबोज ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने वर्षों तक भाजपा की सेवा की, लेकिन पार्टी ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया। संगठन में किए गए काम को नजरअंदाज किया गया
कांबोज ने इस्तीफे में उल्लेख किया कि पिछले पांच सालों में उन्होंने ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। कांबोज ने आरोप लगाया कि पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। कृष्ण देव कांबोज के इस्तीफे की कॉपी… कांग्रेस और भाजपा में अब कोई फर्क नहीं
कांबोज ने भाजपा के फैसलों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी अब कांग्रेस की तरह हो गई है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी में पुराने और वफादार कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर नए चेहरों को प्राथमिकता दी जा रही है, तो कांग्रेस और भाजपा में क्या फर्क रह गया है?” उनका यह बयान सीधे तौर पर भाजपा की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है और पार्टी के अंदर गहरे असंतोष को दर्शाता है। आगे का राजनीतिक सफर चुनाव लड़ने के संकेत
कर्ण देव कांबोज ने अपने इस्तीफे में यह भी कहा कि उनका आगामी फैसला उनके समर्थकों के निर्णय पर निर्भर करेगा। उन्होंने संकेत दिया कि वह अपने समर्थकों के निर्णय का सम्मान करते हुए अगला कदम उठाएंगे। कांबोज ने यह भी इशारा किया कि उनके समर्थक तय करेंगे कि वह आगामी चुनाव लड़ेंगे या नहीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं और बीजेपी के खिलाफ एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ सकते हैं या किसी अन्य पार्टी से हाथ मिला सकते हैं। राजनीतिक परिदृश्य में असर
कर्ण देव कांबोज का इस्तीफा खासकर इंद्री विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। कांबोज ने 2014 में इंद्री से जीत हासिल की थी और खाद्य विभाग के मंत्री बने थे। हालांकि, 2019 में पार्टी ने उन्हें इंद्री की बजाय रादौर से चुनाव लड़ने भेजा, जहां वह हार गए। अब 2024 के चुनाव में कांबोज का अलग मैदान में उतरना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
रोहतक से नाबालिग लड़का लापता:घर से बुलाकर ले गया था पड़ोसी, नहीं लौटा वापस, चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा
रोहतक से नाबालिग लड़का लापता:घर से बुलाकर ले गया था पड़ोसी, नहीं लौटा वापस, चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा रोहतक की फतेहपुर कॉलोनी निवासी एक नाबालिग लड़के के लापता होने का मामला सामने आया है। उसे उसकी कॉलोनी में रहने वाला एक पड़ोसी बुलाकर ले गया था। लेकिन नाबालिग अभी तक वापस नहीं लौटा है। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुरानी सब्जी मंडी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर नाबालिग लड़के की तलाश शुरू कर दी है। रोहतक की फतेहपुर कॉलोनी निवासी सुरेश ने पुरानी सब्जी मंडी थाने में अपने बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उसने बताया कि उसके चार बच्चे (दो लड़कियां और दो लड़के) हैं। उसका सबसे बड़ा बेटा दीपक करीब 16 साल का है। दीपक पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है। शाम 6 बजे घर से निकला था दीपक उसने बताया कि 4 जुलाई की शाम करीब 6 बजे दीपक घर से बिना किसी को बताए कहीं चला गया। फतेहपुर कॉलोनी निवासी एक युवक दीपक को बुलाने उसके घर आया। इसके बाद दीपक उस युवक के साथ घर से चला गया, लेकिन आज तक वापस नहीं लौटा। पुलिस ने मामला दर्ज किया सुरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे की तलाश के लिए हर जगह कोशिश की, लेकिन कहीं कोई सुधार नहीं हुआ। यहां तक कि जिस युवक ने उनके बेटे को बुलाकर ले गया था, उसके घर पर भी संपर्क किया गया। लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका और न ही उसके माता-पिता घर पर मिले। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुरानी सब्जी मंडी थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर नाबालिग के लापता होने का मामला दर्ज कर लिया है। उसकी तलाश की जा रही है।
भिवानी जिला जेल में बंद 2 कैदियों की मौत:बीमार बताएं जा रहे दोनों बंदी, बैरक में मृत मिले थे दोनों
भिवानी जिला जेल में बंद 2 कैदियों की मौत:बीमार बताएं जा रहे दोनों बंदी, बैरक में मृत मिले थे दोनों भिवानी जिला जेल में बंद दो बंदियों की आज जेल में ही मौत हो गई। दोनों को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी के नागरिक अस्पताल में लाया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों बंदी बीमार चल रहे थे। सदर थाना पुलिस द्वारा मामले की कार्रवाई की जा रही है। बैरक में मृत मिला कैदी भिवानी जिला जेल में लेन-देन के मामले में हेतमपुरा गांव निवासी सोमबीर जेल में बंद था। आज सुबह वह अपनी बैरक में मृत पाया गया। जेल अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना मिलते ही सदर थाना से जांच अधिकारी एएसआई वीरेंद्र ने अस्पताल पहुंचकर घटना की छानबीन शुरू की। उसकी मौत के बारे में परिवार को सूचना दी। लेकिन कई घंटों के बाद भी परिजन नहीं पहुंच पाए और पुलिस उनके आने का इंतजार करती रही। प्राथमिक आधार पर जेल प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि सोमबीर पिछले कई दिनों से बीमार चल रहा था और जेल में ही डाक्टरों से इलाज ले रहा था। जांच अधिकारी एएसआई वीरेंद्र का कहना था कि उसके परिवार के आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। दूसरे कैदी की भी हुई मौत भिवानी जेल में बंद बंदी सोमबीर के पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू भी नहीं हुई थी कि जेल में ही एक अन्य बंदी की मौत होने की सूचना मिली। उसके शव को भी पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया है, लेकिन उसके भी परिजन अस्पताल नहीं पहुंच पाए हैं, जिस कारण पुलिस कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। यह बंदी भी बीमार बताया जा रहा है।