हरियाणा के झज्जर जिला के बहादुरगढ़ में पुलिस द्वारा नशे के अवैध धंधों में लिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करके हर पहलू पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में नशे पर कड़ा प्रहार करते हुए सीआईए बहादुरगढ़ की पुलिस टीम ने दो आरोपियों को नशीले पदार्थ गांजा के साथ गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। 3 कट्टे हुए बरामद पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि दो अवैध नशीला पदार्थ का धंधा करता है। आज नशीला पदार्थ गांजा लिए हुए उसे बेचने की फिराक में खड़े है। जिस सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची। वहां पर दो नौजवान लड़के खड़े दिखाई दिए। पुलिस टीम ने मौके पर ही काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपी के पास मादक पदार्थ होने के संदेह पर नियमानुसार राजपत्रित अधिकारी को सूचित किया गया। जिसके पश्चात मौका पर पहुंचे राजपत्रित अधिकारी के समक्ष नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए पकड़े गई उपरोक्त आरोपियों की तलाशी ली गई, तो आरोपियों के पास मौजूद 3 कट्टो को चेक किया। एक आरोपी को भेजा न्यायिक हिरासत में उन कट्टों में 45 किलो 400 ग्राम नशीला पदार्थ गांजा पाया गया। मादक पदार्थ गांजा के साथ पकड़े गए आरोपी की पहचान अक्षय पुत्र राजवीर निवासी जाटु लुहारी जिला भिवानी व अतुल निवासी जाटु लुहारी के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करके आरोपियों को अदालत बहादुरगढ़ में पेश किया गया, जहां से पकड़े गए आरोपी अक्षय पुत्र राजवीर निवासी जाटुलुहारी जिला भिवानी को पूछताछ के लिए 9 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। दूसरे आरोपी अतुल निवासी जाटु लुहारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हरियाणा के झज्जर जिला के बहादुरगढ़ में पुलिस द्वारा नशे के अवैध धंधों में लिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करके हर पहलू पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में नशे पर कड़ा प्रहार करते हुए सीआईए बहादुरगढ़ की पुलिस टीम ने दो आरोपियों को नशीले पदार्थ गांजा के साथ गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। 3 कट्टे हुए बरामद पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि दो अवैध नशीला पदार्थ का धंधा करता है। आज नशीला पदार्थ गांजा लिए हुए उसे बेचने की फिराक में खड़े है। जिस सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची। वहां पर दो नौजवान लड़के खड़े दिखाई दिए। पुलिस टीम ने मौके पर ही काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपी के पास मादक पदार्थ होने के संदेह पर नियमानुसार राजपत्रित अधिकारी को सूचित किया गया। जिसके पश्चात मौका पर पहुंचे राजपत्रित अधिकारी के समक्ष नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए पकड़े गई उपरोक्त आरोपियों की तलाशी ली गई, तो आरोपियों के पास मौजूद 3 कट्टो को चेक किया। एक आरोपी को भेजा न्यायिक हिरासत में उन कट्टों में 45 किलो 400 ग्राम नशीला पदार्थ गांजा पाया गया। मादक पदार्थ गांजा के साथ पकड़े गए आरोपी की पहचान अक्षय पुत्र राजवीर निवासी जाटु लुहारी जिला भिवानी व अतुल निवासी जाटु लुहारी के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करके आरोपियों को अदालत बहादुरगढ़ में पेश किया गया, जहां से पकड़े गए आरोपी अक्षय पुत्र राजवीर निवासी जाटुलुहारी जिला भिवानी को पूछताछ के लिए 9 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। दूसरे आरोपी अतुल निवासी जाटु लुहारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पर आज फैसला:आयोग की मीटिंग, 7-8 अक्टूबर तक होने के आसार; छुटि्टयां-बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर आज फैसला हो सकता है। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। जिसमें सभी बिंदुओं पर चर्चा के बाद नई तारीख का ऐलान हो सकता है। भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग को चिट्ठी भेजकर छुटि्टयों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला देकर तारीख बदलने की मांग की थी। संभावना है कि चुनाव आयोग हरियाणा में 1 अक्टूबर के बजाय 7 या 8 अक्टूबर को वोटिंग कराए। ऐसा होने पर जम्मू-कश्मीर की मतगणना की तारीख भी बदल सकती है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा की मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर तय की गई है। भाजपा, इनेलो और बिश्नोई महासभा की तारीख बदलने की मांग 1. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली
25 अक्टूबर को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर भेजा था। जिसमें उन्होंने लिखा कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है। इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे। इससे वोटिंग कम हो सकती है। बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में आसोज का मेला शुरू होगा। यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है। इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं। हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या अधिक है। इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है। 2. INLD के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर 1 अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की BJP की मांग का समर्थन किया। उन्होंने लेटर में लिखा कि लोग आमतौर पर वीकेंड पर छुट्टियों पर जाते हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से मतदान को प्रभावित करेगा। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तारीख/दिन को एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ाया जाए। 3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनाव की तारीख बदलने के लिए लेटर लिखा। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने कहा कि एक अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़े मेले का आयोजन होगा। इसमें बिश्नोई समाज के काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की डेट बदली जाए। राजस्थान के बीकानेर में मुकाम धाम स्थित है, जहां आसोज अमावस्या पर मेला लगता है। इस बार आसोज अमावस्या एक अक्टूबर को रात 9.39 बजे शुरू होगी और 3 अक्टूबर को 12:18 बजे समाप्त होगी। चुनाव की तारीख बदलने के विरोध में कांग्रेस-जेजेपी 1. हरियाणा कांग्रेस बोली- BJP को हार का डर
हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री से लेकर भूतपूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक, हार से कोई अछूता नहीं है। इनके मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गए। इनके पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए थे। सुभाष बराला तक चुनाव हार गए थे। इसलिए भाजपा छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि सच यह है कि हरियाणा की जनता ने भाजपा की छुट्टी करने का फैसला कर लिया है। 2. दुष्यंत चौटाला ने कहा- भाजपा का जनाधार गिरा
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में समय से पहले मतदान की घोषणा होने से भाजपा बुरी तरह से घबरा गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार में पहुंची। भाजपा को इस चुनाव में हार का डर स्पष्ट सता रहा है, क्योंकि अब भाजपा का जनाधार प्रदेश में गिर चुका है और इसके चलते वह 20 सीट भी नहीं जीत पा रही। उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि मतदान की तारीख घोषित करने के बाद बीजेपी के इस पत्र पर आयोग विचार करेगा। बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में असर
बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं। इनका असर करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है। जिनमें करीब डेढ़ लाख वोट है। इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। कब-कहां तारीख बदली गई, वहां क्या रही वजह? राजस्थान : साल 2023 के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए। यहां चुनाव आयोग ने 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन इस दिन बड़े स्तर पर विवाह समारोह होने के कारण इसे आयोग 25 नवंबर कर दिया था। मिजोरम : यहां चुनाव मतगणना की डेट में आयोग ने बदलाव किया था। पहले 3 दिसंबर को यहां वोटों की गिनती की जानी थी, लेकिन बाद में इसे 4 अक्टूबर कर दिया था। इसकी वजह यही रही कि यहां इस दिन ईसाइयों का पवित्र दिन था। काउंटिंग डेट बदले जाने को लेकर सभी राजनीतिक दल भी एकमत थे। इसके बाद आयोग ने यह डेट चेंज की थी। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश : इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की वोटिंग की डेट में बदलाव किया गया था। आयोग ने यहां मतगणना की तारीख 4 जून से बदलकर 2 जून कर दी थी।
हरियाणा CM योगी के समर्थन में उतरे:सैनी बोले- कांवड़िए शाकाहारी होते हैं, पता नहीं चलता, कहां पर मांस बन रहा है
हरियाणा CM योगी के समर्थन में उतरे:सैनी बोले- कांवड़िए शाकाहारी होते हैं, पता नहीं चलता, कहां पर मांस बन रहा है कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी की ओर से दुकानों के आगे मालिक का नाम लिखने के आदेश का हरियाणा सीएम ने समर्थन किया है। इसके साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विपक्ष के हमलों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वे ऐसे मुद्दों को कहीं ना कहीं समाज के साथ जोड़ने का काम करते हैं। CM नायब सैनी ने कहा कि हमारे कांवड़िए शुद्ध शाकाहारी होते हैं। कोई नहीं जानता कि मांस कहां पकाया जा रहा है। कम से कम उन्हें पता होगा कि कहां खाना है और कहां रहना है। यह सरकार द्वारा लिया गया एक अच्छा निर्णय है। मैं इसकी सराहना करता हूं। दुकानों में दुकानदार को अपना नाम लिखना होगा
यूपी में कांवड़ यात्रा मार्गों पर पड़ने वाली दुकानों में दुकानदार को अपना नाम लिखना होगा। इसमें दुकान मालिक का नाम और डिटेल लिखी जाएगी। शुक्रवार को सीएम योगी ने यह आदेश दिया। सरकार का कहना है कि कांवड़ यात्रियों की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया है। इसके अलावा, हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी। यूपी के बाद उत्तराखंड के हरिद्वार में भी यह आदेश लागू कर दिया गया है। इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त तक चलेगी। हरियाणा से भी कांवड़िए जाते हैं। विपक्ष कर रहा है विरोध
सरकार के इस आदेश को विपक्ष ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला करार दिया है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती ने भी इसको लेकर सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि कहा- यह फैसला चुनावी लाभ के लिए है। यह प्रयास धर्म विशेष के लोगों का आर्थिक बायकॉट करने का है। हरियाणा में कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस अलर्ट
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित हरियाणा में भी कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। कांवड़ यात्रियों को सुरक्षित यात्रा के लिए डीजे न बजाने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बताया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कहा गया है कि इस आदेश को न मानने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा और उनकी गाड़ी को भी अपने कब्जे में लिया जा सकता है।
मां किरण जा रहीं राज्यसभा,बेटी ने तोशाम पर दावा ठोका:श्रुति बोलीं- लोकसभा चुनाव सर्वे में 56% सपोर्ट था, भूपेंद्र हुड्डा ने टिकट कटाई
मां किरण जा रहीं राज्यसभा,बेटी ने तोशाम पर दावा ठोका:श्रुति बोलीं- लोकसभा चुनाव सर्वे में 56% सपोर्ट था, भूपेंद्र हुड्डा ने टिकट कटाई हरियाणा की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने भाजपा के टिकट पर मां किरण चौधरी की विधानसभा सीट तोशाम पर दावा ठोक दिया है। श्रुति चौधरी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, मैं तोशाम से चुनाव लड़ना चाहती हूं। मैं पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की सोच को आगे ले जाना चाहती हूं। लोगों को काम करना मेरा मकसद है। लोकसभा चुनाव के सर्वे में मेरा नाम सबसे ऊपर था, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मेरा टिकट कटवा दिया। मुख्यमंत्री रहते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा को कई बैनिफिट्स से वंचित रखा। मुझे सर्वे में 56% लोगों ने सपोर्ट किया था, लेकिन मेरे साथ राजनीति हुई और पार्टी को अपनी बपौती समझने वाले कुछ लोगों ने मेरा टिकट कटवा दिया। हमें मालूम चल गया है, कि इस पार्टी का कोई भविष्य नहीं हैं। कांग्रेस हरियाणा में एक परिवार की पार्टी बन के रह गई है। कांग्रेस अब सत्ता में नहीं आ सकती है। हरियाणा के लोगों को यह बात मालूम हो चुकी है कि कांग्रेस के पास कोई नीति नहीं है। हरियाणा में पार्टी का एक गुट का कब्जा होने के कारण पार्टी के दूसरे बड़े नेता हाशिए पर आ गए हैं।’ दरअसल, 19 जून को तत्कालीन कांग्रेस विधायक किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं। किरण बेटी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने से नाराज थीं। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर टिकट कटवाने के आरोप लगाए थे। किरण चौधरी राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा की उम्मीदवार हैं। किरण राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर चुकीं 21 सितंबर को किरण चौधरी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था। इससे पहले उन्होंने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था। चूंकि विपक्ष ने किरण चौधरी के खिलाफ कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारा है, इसलिए वोटिंग की 3 सितंबर से पहले 27 अगस्त को नाम वापसी के दिन ही रिटर्निंग ऑफिसर साकेत कुमार उन्हें राज्यसभा उपचुनाव में जीत का प्रमाण पत्र दे देंगे। 2009 में सांसद बनी थीं श्रुति, फिर 2 चुनाव हारीं भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा वह सीट है, जहां से श्रुति चौधरी के दादा बंसीलाल को 3 बार और पिता चौधरी सुरेंद्र सिंह को 2 बार जीत मिली। 2009 में श्रुति चौधरी यहां से सांसद चुनी गई थीं। 2014 में वह लोकसभा चुनाव हार गईं। इसके बाद 2019 में उन्होंने दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ा। इस दौरान भाजपा उम्मीदवार चौधरी धर्मबीर सिंह को 7,36,699 वोट मिले। श्रुति चौधरी 2,92,236 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं थीं। श्रुति चौधरी को भिवानी-महेंद्रगढ़ के अंतर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों में हार मिली थी। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस नेता राव दान सिंह को जिम्मेदार ठहराया गया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में राव दान सिंह तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा को हराकर महेंद्रगढ़ से विधायक बने थे।