<p style=”text-align: justify;”><strong>Jhansi News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में अग्निकांड से संबंधित रिपोर्ट मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> को सौंप दी गई है. सूत्रों के अनुसार झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी ने सीएम को रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में आग लगने की वजह बताई गई है. सूत्रों के अनुसार इस अग्निकांड की वजह इलेक्ट्रिकल एक्सीडेंट है. झांसी के उच्चाधिकारियों को सीएम योगी को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपनी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट के अनुसार पूछताछ और जानकारी के बाद आई रिपोर्ट में माना गया कि ये कोई आपराधिक साजिश नहीं है. स्विच बोर्ड से उठी आग के कारण NICU में आग लगी. NICU में स्प्रिंकलर नहीं था. स्प्रिंकलर न होने की बड़ी वजह यह थी कि बहुत छोटे बच्चों के वार्ड में पानी वाली सुविधा ठीक को मेडिकली ठीक नहीं माना जाता. इसलिए अलार्म लगा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट में किसी साज़िश का कोई जिक्र नहीं है. इस घटना को एक्सीडेंट माना गया है. दूसरी ओर राज्य सरकार ने शनिवार को मृतकों के माता-पिता को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की. उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>योगी सरकार ने घटना पर क्या कहा?</strong><br />उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने घटना की त्रिस्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बच्चों की मौतों पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यागराज के फूलपुर में शनिवार दोपहर को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग से दर्दनाक त्रासदी हुई और 10 नवजातों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि अन्य बच्चों को बचाया जाए, हम राहत और बचाव प्रयासों का समन्वय करते हुए पूरी रात जागते रहे और इसीलिए यहां पहुंचने में देरी हुई. पुलिस और प्रशासन लगातार काम कर रहे हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jhansi News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में अग्निकांड से संबंधित रिपोर्ट मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> को सौंप दी गई है. सूत्रों के अनुसार झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी ने सीएम को रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में आग लगने की वजह बताई गई है. सूत्रों के अनुसार इस अग्निकांड की वजह इलेक्ट्रिकल एक्सीडेंट है. झांसी के उच्चाधिकारियों को सीएम योगी को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपनी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट के अनुसार पूछताछ और जानकारी के बाद आई रिपोर्ट में माना गया कि ये कोई आपराधिक साजिश नहीं है. स्विच बोर्ड से उठी आग के कारण NICU में आग लगी. NICU में स्प्रिंकलर नहीं था. स्प्रिंकलर न होने की बड़ी वजह यह थी कि बहुत छोटे बच्चों के वार्ड में पानी वाली सुविधा ठीक को मेडिकली ठीक नहीं माना जाता. इसलिए अलार्म लगा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट में किसी साज़िश का कोई जिक्र नहीं है. इस घटना को एक्सीडेंट माना गया है. दूसरी ओर राज्य सरकार ने शनिवार को मृतकों के माता-पिता को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की. उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>योगी सरकार ने घटना पर क्या कहा?</strong><br />उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने घटना की त्रिस्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बच्चों की मौतों पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यागराज के फूलपुर में शनिवार दोपहर को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग से दर्दनाक त्रासदी हुई और 10 नवजातों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि अन्य बच्चों को बचाया जाए, हम राहत और बचाव प्रयासों का समन्वय करते हुए पूरी रात जागते रहे और इसीलिए यहां पहुंचने में देरी हुई. पुलिस और प्रशासन लगातार काम कर रहे हैं.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Report: दिल्ली-एनसीआर एशिया प्रशांत में छठा सबसे महंगा प्राइम ऑफिस स्पेस, जानें कैसे?