झारखंड के सरायकेला जिले में खेत में मृत पाया गया हाथी, ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

झारखंड के सरायकेला जिले में खेत में मृत पाया गया हाथी, ग्रामीणों ने वन विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

<p style=”text-align: justify;”><strong>Elephant Death In Seraikela:</strong> सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल के नीमड़ीह प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत आमडाबेड़ा गांव में झुंड से बिछड़कर आए एक जंगली नर हाथी की मौत गुरुवार सुबह हो गई. गुरुवार तड़के आमडाबेड़ा गांव में ग्रामीणों ने खेत में मृत अवस्था में एक हाथी को देखा. इसके बाद यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और ग्रामीणों का हुजूम हाथी के शव के पास उमड़ पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इधर हाथी की मौत के मामले की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा वन विभाग को दी गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम आमडाबेड़ा के लिए निकल पड़ी है. फिलहाल हाथी के मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी आसपास ग्रामीण क्षेत्र में लगातार घूमता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/06/05/013d00d6b69e970a7dbbf8e22be3af5b1749119286882340_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम से पता चलेगा मौत का कारण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इधर हाथी मौत मामले को लेकर वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि रंजन प्रकाश ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हाथी की मौत की जानकारी प्राप्त हुई है.जिसके बाद वन विभाग की टीम गांव के लिए निकल पड़ी है. इन्होंने बताया कि वन विभाग आगे कार्रवाई में जुट गया है. वन क्षेत्र पदाधिकारी ने बताया कि डॉक्टरो की टीम द्वारा मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, इसके बाद दफनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने कहा- यह पहली घटना नहीं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने वन विभाग के प्रति नाराजगी जताई है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के पदाधिकारी भूमि की अवैध खरीद फरोख्त कर कमीशन बनाने के चक्कर में लगे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दलमा अभयारण्य झारखंड के जमशेदपुर, रांची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के बीच बसा पूर्वी भारत का एक प्रमुख वन्य जीव अभयारण्य है. इस अभयारण्य को खास तौर पर हाथियों के संरक्षण के लिये चुना गया है और ठीक उसके तराई में बसे इस क्षेत्र में हाथी की मौत हो जाती है इसका सीधा मतलब यह निकलता है या तो वन विभाग के कर्मियों को कुशल प्रशिक्षण नहीं मिला है या तो विभाग ही लाचार है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-hemant-soren-government-approves-public-relations-department-reorganization-504-posts-abolished-2957057″> Jharkhand: हेमंत सोरेन सरकार ने जनसंपर्क विभाग के पुनर्गठन को दी मंजूरी, 504 पद समाप्त, और क्या लिए गए फैसले?</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Elephant Death In Seraikela:</strong> सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल के नीमड़ीह प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत आमडाबेड़ा गांव में झुंड से बिछड़कर आए एक जंगली नर हाथी की मौत गुरुवार सुबह हो गई. गुरुवार तड़के आमडाबेड़ा गांव में ग्रामीणों ने खेत में मृत अवस्था में एक हाथी को देखा. इसके बाद यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और ग्रामीणों का हुजूम हाथी के शव के पास उमड़ पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इधर हाथी की मौत के मामले की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा वन विभाग को दी गई, जिसके बाद वन विभाग की टीम आमडाबेड़ा के लिए निकल पड़ी है. फिलहाल हाथी के मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी आसपास ग्रामीण क्षेत्र में लगातार घूमता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/06/05/013d00d6b69e970a7dbbf8e22be3af5b1749119286882340_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पोस्टमार्टम से पता चलेगा मौत का कारण</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इधर हाथी मौत मामले को लेकर वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि रंजन प्रकाश ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हाथी की मौत की जानकारी प्राप्त हुई है.जिसके बाद वन विभाग की टीम गांव के लिए निकल पड़ी है. इन्होंने बताया कि वन विभाग आगे कार्रवाई में जुट गया है. वन क्षेत्र पदाधिकारी ने बताया कि डॉक्टरो की टीम द्वारा मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, इसके बाद दफनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने कहा- यह पहली घटना नहीं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने वन विभाग के प्रति नाराजगी जताई है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के पदाधिकारी भूमि की अवैध खरीद फरोख्त कर कमीशन बनाने के चक्कर में लगे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दलमा अभयारण्य झारखंड के जमशेदपुर, रांची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के बीच बसा पूर्वी भारत का एक प्रमुख वन्य जीव अभयारण्य है. इस अभयारण्य को खास तौर पर हाथियों के संरक्षण के लिये चुना गया है और ठीक उसके तराई में बसे इस क्षेत्र में हाथी की मौत हो जाती है इसका सीधा मतलब यह निकलता है या तो वन विभाग के कर्मियों को कुशल प्रशिक्षण नहीं मिला है या तो विभाग ही लाचार है.&nbsp;</p>
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