तरनतारन के किसान ने शंभू बॉर्डर पर खाया जहर:परिवार बोला- 30 दिसंबर को गए थे मोर्चे पर, 8 लाख का था कर्ज

तरनतारन के किसान ने शंभू बॉर्डर पर खाया जहर:परिवार बोला- 30 दिसंबर को गए थे मोर्चे पर, 8 लाख का था कर्ज

हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार को तरनतारन के एक किसान ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान रेशम सिंह सिंह के रूप में हुई है, जो पहुविंड गांव का रहने वाला था। रेशम सिंह के परिवार में उनकी मां, पत्नी दविंदर कौर, बेटा इंद्रजीत सिंह हैं। वहीं किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जोन प्रधान दिलबाग सिंह सहित कमेटी के सदस्य रेशम सिंह के घर पहुंचे और कहा कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि रेशम सिंह रेशम सिंह 30 दिसंबर को किसान मोर्चे पर गए थे। आठ लाख के लगभग का कर्ज था, लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। दिलबाग सिंह के मुताबिक रेशम सिंह के पास यूपी में कुछ जमीन है, जबकि गांव की जमीन में पिता की बीमारी के समय बेच चुका था। रेशम सिंह का बेटा होशियारपुर इंद्रजीत सिंह में प्राइवेट नौकरी करता है। उन्होंने बताया कि मोर्चे पर मौजूद किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान और अन्य जत्थेबंदियों के सदस्यों के साथ लगातार इस बारे बातचीत हो रही है। फिलहाल कानूनी औपचारिकता पूरी करने के लिए रेशम सिंह के बड़े भाई तरसेम सिंह और बेटा इंद्रजीत सिंह मोर्चे के लिए निकले हैं। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार को तरनतारन के एक किसान ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान रेशम सिंह सिंह के रूप में हुई है, जो पहुविंड गांव का रहने वाला था। रेशम सिंह के परिवार में उनकी मां, पत्नी दविंदर कौर, बेटा इंद्रजीत सिंह हैं। वहीं किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जोन प्रधान दिलबाग सिंह सहित कमेटी के सदस्य रेशम सिंह के घर पहुंचे और कहा कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि रेशम सिंह रेशम सिंह 30 दिसंबर को किसान मोर्चे पर गए थे। आठ लाख के लगभग का कर्ज था, लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। दिलबाग सिंह के मुताबिक रेशम सिंह के पास यूपी में कुछ जमीन है, जबकि गांव की जमीन में पिता की बीमारी के समय बेच चुका था। रेशम सिंह का बेटा होशियारपुर इंद्रजीत सिंह में प्राइवेट नौकरी करता है। उन्होंने बताया कि मोर्चे पर मौजूद किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान और अन्य जत्थेबंदियों के सदस्यों के साथ लगातार इस बारे बातचीत हो रही है। फिलहाल कानूनी औपचारिकता पूरी करने के लिए रेशम सिंह के बड़े भाई तरसेम सिंह और बेटा इंद्रजीत सिंह मोर्चे के लिए निकले हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर