त्योहारों के चलते बाजारों में बढ़ी भीड़ और जाम, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने चलाया अतिक्रमण के खिलाफ अभियान त्योहारों के चलते बाजारों में बढ़ी भीड़ और जाम, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने चलाया अतिक्रमण के खिलाफ अभियान दिल्ली NCR 2022 के विद्रोह में जिन MLAs ने थामा था एकनाथ शिंदे का हाथ, कैंडिडेट की पहली लिस्ट में बनाई जगह
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हिमाचल में वातावरण की वेस्ट एनर्जी से बनेगी बिजली:IIT मंडी के शोधकर्ताओं ने बनाया एडवांस्ड थर्मोइलेक्ट्रिक मटेरियल, बोले- जल्द तैयार होगा मॉड्यूल
हिमाचल में वातावरण की वेस्ट एनर्जी से बनेगी बिजली:IIT मंडी के शोधकर्ताओं ने बनाया एडवांस्ड थर्मोइलेक्ट्रिक मटेरियल, बोले- जल्द तैयार होगा मॉड्यूल हिमाचल में IIT मंडी के शोधनकर्ताओं ने ऐसे एडवांस्ड थर्मोइलेक्ट्रिक मटेरियल का निर्माण किया है, जो वातावरण में मौजूद वेस्ट एनर्जी को बिजली में तब्दील कर सकेंगे। इससे ग्लोबल वार्मिंग को भी कम किया जा सकेगा। IIT मंडी के स्कूल ऑफ फिजिकल साइंसेस के प्रोफेसर डॉ. अजय सोनी ने अपने सहयोगियों डॉ. केवल सिंह राणा, आदित्य सिंह, सुश्री निधि, अनिमेष भुई, डॉ. चंदन बेरा और प्रो. कनिष्क बिस्वास के साथ मिलकर बड़े यूनिट सेल मिनरल चाल्कोजेनाइड्स पर गहन अध्ययन किया है। प्रोफेसर डॉ. अजय सोनी ने बताया कि हम रोजमर्रा के कार्यों के लिए ऐसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, तो एनर्जी का उत्पादन करते हैं। इसमें घर में इस्तेमाल होने वाले पंखे, रेफ्रिजरेटर, कार या फिर छोटे-बड़े सभी प्रकार के उद्योग शामिल हैं। इनसे रोजाना वेस्ट एनर्जी निकलती है, जोकि ग्लोबल वार्मिंग का कारण बनती है। लेकिन अब इस वेस्ट एनर्जी को एडवांस्ड थर्मोइलेक्ट्रिक मटेरियल की मदद से दोबारा बिजली में कन्वर्ट किया जा सकेगा। हालांकि इसके लिए अभी एक मॉड्यूल का बनना बाकी है। जिसके बाद इस एनर्जी को बिजली में तब्दील करके इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस पर कार्य जारी है। वेस्ट एनर्जी का नहीं हो रहा इस्तेमाल शोधकर्ता डॉ. केवल सिंह राणा ने बताया कि जो शोध किया गया है। उससे दूरदराज के क्षेत्रों में बिजली उत्पादन में काफी ज्यादा मदद मिलेगी। क्योंकि वातावरण की वेस्ट एनर्जी का अभी तक कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा है और अब इसके सही इस्तेमाल की तरफ जो प्रयास किए जा रहे हैं उसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं।
हिमाचल से दिल्ली भाग रहे IAS अफसर:7 ने मांगी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की अनुमति, वजह जानिए क्यों प्रदेश छोड़ रहे नौकरशाह
हिमाचल से दिल्ली भाग रहे IAS अफसर:7 ने मांगी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की अनुमति, वजह जानिए क्यों प्रदेश छोड़ रहे नौकरशाह हिमाचल सरकार पहले ही सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। इस बीच 8 IAS प्रदेश से बाहर जाने को तैयार है। 3 सीनियर IAS अमनदीप गर्ग, शाइनोमोल और मनीष गर्ग लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव से पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की प्रदेश सरकार से अनुमति मांग चुके थे। मगर अब 4 अन्य IAS रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय, प्रियतू मंडल और अरिंदम चौधरी ने भी सेंटर डेपुटेशन पर जाने को एप्लिकेशन दे दी है। साल 2014 बैच के IAS आशुतोष गर्ग को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने 2 दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का प्राइवेट सेक्रेटरी लगाया है। जाहिर है कि इन सभी के जाने के बाद सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 7 IAS पहले ही प्रदेश छोड़ सेंटर डेपुटेशन पर जा चुके हैं। 8 और जाने की तैयारी में है। लगभग 8 IAS पहले से ही सेंटर डेपुटेशन पर है। आखिर IAS क्यों हिमाचल को छोड़कर दिल्ली या दूसरे राज्यों में भाग रहे, इसकी वजह पढ़िए… तरुण श्रीधर बोले- निजी और प्रोफेशनल दोनों कारण हो सकते हैं हिमाचल के सीनियर एवं रिटायर आईएस तरुण श्रीधर ने बताया IAS, IPS और IFS ऑल इंडिया सर्विस है। ऐसे में इनसे उम्मीद की जाती है कि सेंटर और स्टेट दोनों जगह काम करे। उन्होंने बताया कि कई बार सेंटर डेपुटेशन के निजी कारण भी हो सकते हैं और कई बार प्रोफेशनल रीजन भी हो सकते हैं। दिल्ली जाने व दिल्ली से आने में कोई गलत बात नहीं है। 16 आईएएस पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में सेवाएं दे रहे हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक और पंकज राय सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं। तीन सीनियर IAS इसी साल रिटायर होंगे हिमाचल कैडर के 3 सीनियर आईएएस इसी साल रिटायर होंगे। इनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अली रजा रिजवी जुलाई 2023, प्रदेश में सलाहकार निशा सिंह नवंबर 2024 और सेंटर डेपुटेशन में चल रहे के. संजय मूर्ति दिसंबर में रिटायर होने जा रहे हैं।
बरनाला उपचुनाव में एक्टिव हुए सांसद मीत हेयर:डेंगू को हराया; कांग्रेस नेताओं को पार्टी में शामिल कराया, बाठ निर्दलीय दे रहे चुनौती
बरनाला उपचुनाव में एक्टिव हुए सांसद मीत हेयर:डेंगू को हराया; कांग्रेस नेताओं को पार्टी में शामिल कराया, बाठ निर्दलीय दे रहे चुनौती डेंगू को मात देने के बाद सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर 13 नवंबर को बरनाला में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए फिर से एक्टिव हो गए हैं। उन्होंने खुद हलके की कमान संभाल ली है। इसके साथ ही उन्होंने कई कांग्रेस नेताओं को आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल करवाया है। साथ ही वह लगातार पार्टी की गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। वह इससे जुड़ी तमाम जानकारियां अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लगातार शेयर कर रहे हैं। हालांकि, AAP में सालों से मजबूत आधार रखने वाले गुरदीप सिंह बाठ इस बार टिकट न मिलने पर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। आप ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। दो दिन से कर रहे हैं बैठकें करीब 20 घंटे पहले सांसद ने एक पोस्ट शेयर कर लिखा था कि भदलवड में कांग्रेस नेता और पूर्व सरपंच राजवंत सिंह गिल अपने साथियों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। आप प्रत्याशी हरिंदर सिंह धालीवाल के चुनाव प्रचार को पूरे विधानसभा क्षेत्र से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इससे पहले 30 अक्टूबर को भी उन्होंने पोस्ट किया था कि – कांग्रेस पार्षद जगजीत जग्गू मोर अपने साथियों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। 26 अक्टूबर डेंगू पॉजिटिव होने बारे बताया गुरमीत सिंह मीत हेयर गत दिनों डेंगू पॉजिटिव हुए थे। उनका मोहाली के एक निजी अस्पताल में इलजा चल रहा था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था- मैं पिछले एक सप्ताह से डेंगू पॉजिटिव होने के कारण अस्पताल में भर्ती हूं। मैं अपने बरनाला निवासियों से उप चुनाव के लिए हमारे उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल के चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का अनुरोध करता हूं। ठीक होने के बाद मैं जल्द ही चुनाव प्रचार में शामिल होऊंगा। बरनाला विधानसभा चुनाव इस बार जबरदस्त टक्कर गुरमीत सिंह मीत हेयर 2017 से 2022 तक दो बार बरनाला के विधायक रहे हैं। 2024 वह रिकॉर्ड एक लाख मतों से जीतकर संगरूर से सांसद बने थे। 2017 में उन्होंने कांग्रेस के तत्कालीन नेता केवल सिंह ढिल्लों को हराया था। इस दौरान गुरमीत सिंह मीत हेयर काे 47606 वोट मिले थे। जबकि केवल ढिल्लों को 45174 मत मिले थे। 2022 में चुनाव में गुरमीत सिंह मीत हेयर 64800 वोट मिले थे। जबकि दूसरे नंबर पर अकाली उम्मीदवार कुलवंत सिंह कीटू 25174 वोट मिले थे। उस समय कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल को चुनावी मैदान उन्हें 16853 वोट मिले थे। लेकिन इस बार केवल सिंह ढिल्लों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ गए है। साथ ही चुनावी मैदान में है।