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एमपी: IIM और IIT इंदौर में MSDSM का चौथा बैच शुरू, देश के कोने-कोने से 80 प्रतिभागी हुए शामिल
एमपी: IIM और IIT इंदौर में MSDSM का चौथा बैच शुरू, देश के कोने-कोने से 80 प्रतिभागी हुए शामिल <p style=”text-align: justify;”><strong>IIM-IIT Indore News:</strong> आईआईएम और आईआईटी इंदौर ने मिलकर डेटा साइंस और मैनेजमेंट की दुनिया में एक नई शुरुआत की है. इस प्रोग्राम का नाम एमएसडीएसएम है और इसका मकसद डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में भविष्य के लीडर्स को तैयार करना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रोग्राम में डेटा साइंस, मॉडलिंग, मशीन लर्निंग और एआई से लेकर डेटा विज़ुअलाइजेशन, कम्युनिकेशन, बिजनेस स्ट्रेटेजी, लीडरशिप, डेटा गवर्नेंस, एथिक्स तक कई विषय शामिल होंगे. इस प्रोग्राम के चौथे बैच में 80 प्रतिभागी शामिल हुए हैं, जिनमें 30 फीमेल और 50 मेल प्रतिभागी हैं. इस प्रोग्राम के प्रतिभागियों का चयन देश के विभिन्न हिस्सों से किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डेटा साइंस और मैनेजमेंट क्षेत्र में रोजगार के अवसर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि हमें विविध अनुभवों को अपनाना चाहिए और एम्पथी बनाए रखनी चाहिए. प्रोफेसर ने प्रतिभागियों को अपने लक्ष्य को फॉलों करने के लिए प्रोत्साहित भी किया. वहीं आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने कहा कि हमें डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में नवाचार करना चाहिए और भविष्य के लीडर्स को तैयार करना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं. ये क्षेत्र विभिन्न उद्योगों में डेटा से डिसिजन मेकिंग और समस्याओं का समाधान करने के लिए विशेषज्ञता प्रदान करता है. डेटा वैज्ञानिक, डेटा इंजीनियर, बिजनेस एनेलिटिक्स मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, ऑपरेशनल मैनेजर, और फाइनेंस मैनेजर जैसे विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन क्षेत्रों में डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों की मांग </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आईटी कंपनियों, फाइनेंशियल संस्थानों, हेल्थकेयर कंपनियों, रिटेल कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों की मांग है. इस क्षेत्र में काम करने के लिए डेटा विश्लेषण और मॉडलिंग, मशीन लर्निंग और एआई, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और कम्युनिकेशन, बिजनेस स्ट्रेटेजी और लीडरशिप, डेटा गवर्नेंस और एथिक्स जैसी स्किल्स की जरूरत होती है. वहीं, डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों को औसतन 8 से 15 लाख रुपये प्रति वर्ष का वेतन मिलता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़े: <a title=”पति को गायब करवाने की धमकी देकर महंत ने किया महिला से रेप, कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/chitrakoot-case-registered-against-mahant-satya-prakash-das-in-sexual-assault-case-2756371″ target=”_self”>पति को गायब करवाने की धमकी देकर महंत ने किया महिला से रेप, कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज</a></strong></p>
नारनौल में 3 मंदिरों में मूर्तियां तोड़ी:पूजा अर्चना को पहुंचे श्रद्धालुओं में रोष; पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम, कल मीटिंग बुलाई
नारनौल में 3 मंदिरों में मूर्तियां तोड़ी:पूजा अर्चना को पहुंचे श्रद्धालुओं में रोष; पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम, कल मीटिंग बुलाई हरियाणा के नारनौल में नांगल चौधरी कस्बा में शरारती तत्वों द्वारा तीन मंदिरों में मूर्तियों को खंडित किए जाने का मामला सामने आया है। सूचना के बाद विभिन्न धार्मिक संगठनों के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना को लेकर रोष जताया। पुलिस भी मामले में जांच कर रही है। लोगों ने इस घटना के बाद गुरुवार को नांगल चौधरी अनाजमंडी में लोगों की मीटिंग बुलाई है। इस बीच पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। जानकारी अनुसार नांगल चौधरी कस्बा के तारानगर स्थित साईं मंदिर के अलावा नदी में स्थित जीण माता मंदिर व महिला कॉलेज के पास स्थित चमत्कारी बालाजी मंदिर में शरारती तत्वों द्वारा विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया गया है। सुबह आसपास के लोग पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में पहुंचे तो खंडित मूर्तियों को देखा। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। तारानगर के साईं वाले मंदिर में शरारती तत्वों द्वारा शिव परिवार की मूर्तियों को खंडित किया गया है। वहीं जीण माता के मंदिर में माता की मूर्ति तथा चमत्कारी बालाजी मंदिर में भी विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया गया है। सूचना मिलने के बाद गौ रक्षा दल के मोनू पहलवान की टीम मौके पर पहुंची। जहां पर उन्होंने रोष प्रदर्शन किया। लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस को की। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने पुलिस का े दूसरी तरफ पार्षद कंवर सिंह जाखड़ ने बताया कि नांगल चौधरी के तीन मंदिरों में मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की गई है। क्षेत्र वासियों की एक सामूहिक मीटिंग अनाज मंडी नांगल चौधरी में गुरुवार सुबह 10:00 बजे बुलाई गई है। बैठक में घटना को लेकर लोगों से राय शुमारी की जाएगी।
हिमाचल में लगातार घट रही पर्यटकों की संख्या:मौसम कर रहा दोहरी मार; चिंता में पर्यटन कारोबारी, बोले- नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता
हिमाचल में लगातार घट रही पर्यटकों की संख्या:मौसम कर रहा दोहरी मार; चिंता में पर्यटन कारोबारी, बोले- नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता हिमाचल प्रदेश में करोना काल के बाद से पर्यटन कारोबार की गाड़ी पटरी पर नहीं लौट पाई है। कारोबारियों की माने तो कोरोना काल के बाद हिमाचल में पर्यटकों की संख्या लगातार घट रही है। इसके साथ ही मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। पर्यटकों की घट रही संख्या को लेकर पर्यटन कारोबारी चिंतित नजर आ रहे है। इसी कड़ी में पर्यटन व्यवसाय से न जुड़े कारोबारियों शिमला के न्यू कुफरी में एक ‘टूरिज्म एंड ट्रेवल मीट’ का आयोजन किया। जिसमें प्रदेश के बड़े बड़े व्यवसायियों ने हिस्सा लिया। मौसम कर रहा पर्यटन पर दोहरी मार प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी में जुटे कारोबारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है कोरोना काल के बाद पहले ही पर्यटकों की संख्या घट रही है। वहीं दूसरी और मौसम की मार पड़ रही है। मानसून तबाही मचा रहा है और सर्दियों में समय पर बर्फबारी नहीं हो रही है। जिसके कारण कारोबारियों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गयी हैं। पर्यटन कारोबार को बचाने के लिए नई संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता है। मीट में 50 पर्यटन व्यवसायियों ने रखा अपना पक्ष प्रदेश में टूरिज्म को बढावा देने और व्यवसाय की चुनौतियों व भावी योजनाओं पर लगभग 50 पर्यटन व्यवसायियों ने इस मीट में अपने पक्ष रखे। इस मीट में प्रदेश के पर्यटन से जुड़े टूर एंड ट्रैवल, होटल और एडवेंचर व्यवसायियों ने पर्यटन और इसके विस्तार को लेकर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कोरोना काल और उसके बाद आपदा से शिमला में लगभग हर वर्ष घट रही सैलानियों की संख्या पर पर्यटन व्यवसायियों ने चिंता व्यक्त की और आने वाले समय में शिमला और कुफरी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न पहलुओं और संभावनाओं पर विचार किया। व्यवसायियों का मानना है कि देश-विदेश में विख्यात शिमला और कुफरी जैसे पर्यटन स्थल अब पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ते जा रहे है और यहां पर्यटन व्यवसाय को बचाने के लिए सभी व्यवसायियों और सरकार को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। शिमला व कुफरी की ओर पर्यटकों का आकर्षण हो रहा कम प्रतीक ठाकुर ने बताया कि बीते कुछ वर्षों से शिमला और कुफरी की ओर पर्यटकों का आकर्षण कम होता जा रहा है। जिसके लिए अब नए प्रयासों की लगातार जरूरत महसूस हो रही है । ऐसे में पर्यटन से जुड़े विभिन्न व्यवसायियों को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के इस युग में रोज नए आकर्षण इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए खड़े करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इन्हीं प्रयासों के तहत हर वर्ष एडवेंचर रिजॉर्ट में कुछ नया करने का प्रयास करते हैं। जिस कड़ी में इस बार यहां हिमाचल का पहला इंडोर स्नो पार्क स्थापित किया गया है जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।