बाराबंकी में कोठी थाने के अंदर दरोगा ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है। चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। दरोगा के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दरोगा माइग्रेन से ग्रसित था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। 2023 बैच में मिली थी नियुक्ति कानपुर के रहने वाले अरुण कुमार यादव (30) बाराबंकी में कोठी थाने में दरोगा थे। वह 2023 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। अरुण कुमार यादव की शादी नहीं हुई थी। बुधवार की शाम देर तक वह कमरे से नहीं निकले तो दूसरे पुलिसकर्मी देखने पहुंचे। खिड़की से झांकने पर अंदर दरोगा का शव दिखाई पड़ा। दरोगा ने खुद को गोली मार ली थी। जिसके बाद कोठी थाने समेत जिले के आलाधिकरियों में हड़कंप मच गया। सुसाइड नोट में माइग्रेन की बीमारी का जिक्र सूचना पाकर एसपी दिनेश कुमार सिंह समेत सभी पुलिस अधिकारी आनन-फानन में थाने पर पहुंच गए। कानपुर में मृतक दरोगा अरुण कुमार यादव के परिजनों को सूचना दी गई। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की। सीओ हैदरगढ़ हर्षित चौहान ने बताया कि सुसाइड नोट में माइग्रेन की बीमारी का उल्लेख किया गया है। मृतक दरोगा के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। बाराबंकी में कोठी थाने के अंदर दरोगा ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली कनपटी में लगी है। चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। दरोगा के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दरोगा माइग्रेन से ग्रसित था। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। 2023 बैच में मिली थी नियुक्ति कानपुर के रहने वाले अरुण कुमार यादव (30) बाराबंकी में कोठी थाने में दरोगा थे। वह 2023 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। अरुण कुमार यादव की शादी नहीं हुई थी। बुधवार की शाम देर तक वह कमरे से नहीं निकले तो दूसरे पुलिसकर्मी देखने पहुंचे। खिड़की से झांकने पर अंदर दरोगा का शव दिखाई पड़ा। दरोगा ने खुद को गोली मार ली थी। जिसके बाद कोठी थाने समेत जिले के आलाधिकरियों में हड़कंप मच गया। सुसाइड नोट में माइग्रेन की बीमारी का जिक्र सूचना पाकर एसपी दिनेश कुमार सिंह समेत सभी पुलिस अधिकारी आनन-फानन में थाने पर पहुंच गए। कानपुर में मृतक दरोगा अरुण कुमार यादव के परिजनों को सूचना दी गई। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की। सीओ हैदरगढ़ हर्षित चौहान ने बताया कि सुसाइड नोट में माइग्रेन की बीमारी का उल्लेख किया गया है। मृतक दरोगा के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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राजस्थान उपचुनाव से पहले सचिन पायलट का बड़ा बयान, बोले- ‘ऐसा लगता है कि BJP…’
राजस्थान उपचुनाव से पहले सचिन पायलट का बड़ा बयान, बोले- ‘ऐसा लगता है कि BJP…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Sachin Pilot on Rajasthan Bye Election 2024:</strong> राजस्थान विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस की तैयारी पर सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है. कांग्रेस नेता का दावा है कि इस बार उपचुनाव की सभी सीटें कांग्रेस के पास आएंगी. राजस्थान विधानसभा उपचुनाव पर सचिन पायलट ने कहा, “ऐसा लगता है कि कांग्रेस की हवा आने वाली है और बीजेपी का जाना तय है. हम लोग 6 की 6 सीटों पर जीतकर आएंगे, ऐसा मुझे लगता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकसभा चुनाव के परिणामों को देखते हुए सचिन पायलट ने ये दावा किया है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जीत के बाद <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के जो परिणाम आए, उससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस की हवा आने वाली है. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Congress leader Sachin Pilot says, “…It is a matter of great concern that the way violent incidents are increasing in Rajasthan, recently many incidents of rape and robbery have taken place…I hope that the state government will take the law and order situation very… <a href=”https://t.co/XCDtlQ6RDl”>pic.twitter.com/XCDtlQ6RDl</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1828758513415311634?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 28, 2024</a></blockquote>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>कश्मीर में कांग्रेस-एनसी के गठबंधन पर बोले सचिन पायलट</strong><br />सचिन पायलट ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जो गठबंधन हुआ है, वो वहां की भलाई के लिए हुआ है. जम्मू-कश्मीर में लोगों के साथ अत्याचार हो रहे हैं, विकास में बाधा डाली जा रही है. केंद्र सरकार वहां दिल्ली से शासन कर रहा था. लोगों को सरकार में विश्वास हो, इसके लिए हमने गठबंधन किया है. ये इंडिया अलायंस का गठबंधन है, इसमें कुछ नया नहीं है.”</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/pvKCMs8J6s8?si=m1XhQU9c1qofxBNm” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजस्थान में कभी एक साथ नहीं बने 200 विधायक</strong><br />गौरतलब है कि राजस्थान की 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसके लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राजस्थान में आज तक कभी भी 200 सीटों पर एक साथ विधायक नहीं बने हैं. पिछली बार अशोक गहलोत सरकार में भी 9 से ज्यादा उपचुनाव हुए थे. इस बार भी 6 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”राजस्थान BJP प्रभारी राधामोहन दास को सचिन पायलट ने दिया जवाब, ‘भाषा की गरिमा न भूलें'” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/sachin-pilot-vs-radha-mohan-das-bjp-vs-congress-ahead-of-rajasthan-bye-election-2024-2771103″ target=”_blank” rel=”noopener”>राजस्थान BJP प्रभारी राधामोहन दास को सचिन पायलट ने दिया जवाब, ‘भाषा की गरिमा न भूलें'</a></strong></p>
इमरान मसूद बोले-मायावती साथ होतीं तो प्रधानमंत्री बन सकती थीं:उनकी वजह से I.N.D.I. अलायंस 16 सीटें हारा; जीत के हीरो राहुल गांधी हैं
इमरान मसूद बोले-मायावती साथ होतीं तो प्रधानमंत्री बन सकती थीं:उनकी वजह से I.N.D.I. अलायंस 16 सीटें हारा; जीत के हीरो राहुल गांधी हैं इमरान मसूद सहारनपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सांसद बन गए। उन्होंने कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह भारत जोड़ो यात्रा को बताया। राहुल गांधी को इस बदलाव का हीरो बताया। सपा मुखिया अखिलेश यादव की सोशल इंजीनियरिंग और टिकट वितरण की तारीफ की। उनका कहना है, दोनों युवा नेताओं की मेहनत की वजह से ये रिजल्ट आया। बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा- बहनजी अगर गठबंधन के साथ होतीं तो वो इन हालात में देश की प्रधानमंत्री बन सकती थीं। यही मैंने बसपा में रहते हुए समझाया था, लेकिन मुझे पार्टी से ही निकाल दिया। नतीजा यूपी में बसपा शून्य पर आ गई। वह गठबंधन के साथ होतीं तो उनकी पार्टी की स्थिति ये न होती। यूपी में गठबंधन और भी कमाल कर सकता था। इमरान मसूद ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल: सहारनपुर से कांग्रेस का 40 साल बाद सूखा खत्म हुआ। आप 12 साल बाद चुनाव जीते?
जवाब: सुखद अनुभव है। लोगों ने साथ और मोहब्बतें दी। मुझे हर वर्ग के लोगों ने वोट दिया। इमरान मसूद को कोई भी ये नहीं कह सकता कि ये किसी एक वर्ग का वोट लेकर चुनाव जीता है। भरपूर वोट दिया और तभी मेरी जीत संभव हुई। सवाल: बसपा ने आपको पार्टी से निकाल दिया, क्या जीत से सियासी बदला पूरा हो गया?
जवाब: बसपा ने मुझे निकालकर अपना बहुत बड़ा नुकसान किया। बसपा आज कहां खड़ी है? मैंने जो बात बहनजी को कही थी। अगर बहनजी ने मेरी बात मानी होती तो देश में राजनीति परिस्थिति दूसरी होती। बहनजी ने मेरी बात मानी नहीं। अपना नुकसान किया और पूरे गठबंधन का नुकसान किया। सवाल: आप सपा को छोड़कर कांग्रेस में आए, अखिलेश से तालमेल कैसे बैठेगा?
जवाब: अखिलेश जी से मेरा तालमेल बहुत अच्छा है। वह यूपी के बड़े नेता हैं। अगर तालमेल न होता, तो क्या मैं चुनाव लड़ता। सवाल: यूपी में सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं। किसे क्रेडिट देंगे?
जवाब: भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी ने एक माहौल बना दिया। सीटों के अंदर वो किस प्रकार से तब्दील हुआ, ये अलग विषय है। पूरे देश में मिले जनाधार का क्रेडिट राहुल गांधी को है। उन्होंने देश के नौजवानों और किसानों के अंदर एक क्रांति पैदा की। यह उसी का नतीजा है। कोई डाउट नहीं अखिलेश यादव ने यूपी में बहुत अच्छी सोशल इंजीनियरिंग की। उन्होंने जो टिकट दिए, वो बेहतरीन रहा। इसलिए ये सब संभव हो सका। सवाल: आपके चुनाव हमेशा हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण के इर्द-गिर्द रहे। जीत का कारण क्या है?
जवाब: (हंसते हुए) रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाई पर वचन न जाई। जिस प्रकार जनता ने अपना वचन निभाया। अब मेरी बारी है, वचन निभाने की। सवाल: इस बार चुनाव में आपने सीमित भाषणबाजी की। क्या आलाकमान से हिदायत थी?
जवाब: नहीं, आलाकमान से कोई हिदायत नहीं थी। मैं कभी गलत भाषणबाजी नहीं करता। मेरी परवरिश और लालन-पालन उस परिवेश में हुआ है, जहां सांप्रदायिकता नाम की कोई चीज नहीं। हम लोगों के लिए सब लोग बराबर हैं। अब मैं चुनाव जीत गया हूं। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, किसने मुझे वोट दिया और किसने नहीं। जिसने वोट नहीं दिया, उसका भी काम करेंगे। हमारे पास जो भी आएगा, सभी का काम कराया जाएगा। सवाल: राम मंदिर बनवाने के बाद भी अयोध्या सीट भाजपा हार गई। क्या कहेंगे?
जवाब: भाजपा से रामजी नाराज हैं। भाजपा को मंथन और चिंतन करना चाहिए। रामजी क्यों नाराज हैं? इन्होंने नारा दिया था- जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। क्या ये लोग राम को लाने वाले हैं। राम हम सबके हैं। उनका आशीर्वाद हमें भी मिलता है, मिला भी। तभी जीत हासिल की। सवाल: नगीना सीट से चंद्रशेखर आजाद चुनाव जीते हैं। क्या कहेंगे?
जवाब: चंद्रशेखर मेरा छोटा भाई है। उसको शुभकामनाएं। उसने संघर्ष और मेहनत की है। उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। सवाल: बसपा का सूपड़ा साफ हो गया। इसका जिम्मेदार मायावती को मानते हैं?
जवाब: राजनीति के अंदर समीकरण दिखाई देते हैं, कोई भविष्यवाणी नहीं थी। बसपा ने यूपी में भाजपा की B-टीम के रूप में काम किया। गठबंधन को 16 सीटें हरवाने का काम किया। अगर ये 16 सीटें गठबंधन जीत जाता, तो देश के अंदर राजनीतिक परिस्थिति दूसरी होती। अगर बहनजी गठबंधन का पार्ट होतीं, तो उनकी पार्टी की परिस्थिति भी दूसरी होती। हो सकता था, इस हालात में देश की प्रधानमंत्री बन जाती। मैंने यही बात कह दी थी, तो मुझे पार्टी से निकाल दिया था। सवाल: अमेठी में भाजपा से स्मृति ईरानी चुनाव हार गईं, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: मैं कुछ भी नहीं कहूंगा। वो कोई मुद्दा ही नहीं हैं। वो एक हवा के बुलबुले की तरह थीं। आईं और चली गईं। उनके बारे में क्या कहना? उनका कोई मुकाबला है, जो उनके बारे में चर्चा करें। सवाल: सहारनपुर में क्या काम करेंगे, जो आपको लगता था कि होना चाहिए था?
जवाब: सबसे पहले स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना है। सहारनपुर में हेल्थ सेक्टर इतना कमजोर है कि यहां के मरीजों को रेफर किया जाता है। हेल्थ सेक्टर को मजबूत करने के लिए मुझसे जो हो सकेगा, करूंगा। 40 साल बाद कांग्रेस को सहारनपुर लोकसभा सीट पर मिली जीत
सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 40 साल बाद जीत मिली। इमरान मसूद 12 साल बाद चुनाव जीते। 1984 में आखिरी बार कांग्रेस के टिकट से चौधरी यशपाल सिंह सांसद बने थे। वहीं, 23 साल बाद काजी परिवार संसद की चौखट पर पहुंचा। 2001 में इमरान मसूद के चाचा काजी रशीद मसूद सपा के टिकट पर जीतकर संसद में पहुंचे थे। अगर इमरान मसूद की बात करें, तो 12 साल में कोई चुनाव जीते। इससे पहले वो 2007 में मुजफ्फराबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीते थे। इमरान मसूद की जीत के 3 कारण
गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, ट्रेनों के एसी हो रहे खराब:प्रयागराज, आगरा, झांसी मंडल की 62 ट्रेनों के एसी हुए फेल, 15 दिन में 178 शिकायतें
गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, ट्रेनों के एसी हो रहे खराब:प्रयागराज, आगरा, झांसी मंडल की 62 ट्रेनों के एसी हुए फेल, 15 दिन में 178 शिकायतें अबकी बार भीषण गर्मी पड़ने का रिकॉर्ड भी टूट रहा है। तेज धूप, लू, तपिश, उमस भरी इस गर्मी में में ट्रेनों के एसी भी जवाब दे जा रहे हैं। इस वक्त रेलवे में शिकायतों का पिटारा एसी की कूलिंग न होने या फिर कम होने को लेकर है। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के तीनों मंडलों की बात करें तो प्रयागराज, आगरा और झांसी मंडल में एसी काम न करने की शिकायतें लगातार बढ़ी हैं। 15 दिनों में 178 शिकायतें यह दर्ज की गई कि ट्रेनों के एसी काम नहीं कर रहे, ऐसे में यात्री गर्मी से परेशान हैं। 139, रेल मदद एप पोर्टल, एक्स पर ऑनलाइन शिकायतें
यह वो शिकायतें हैं जो रेलवे के नंबर 139, रेल मदद एप पोर्टल, एक्स के जरिए की गईं। ऐसे बहुत सारे मामले हैं जिनमें ट्रेनों के बड़े स्टेशन पर पहुंचने पर यात्रियों ने हो हल्ला किया। इतनी शिकायतें करीब 60 से 62 ट्रेनों में आईं। एक तरह से कहा जाए तो गर्मी की वजह से अचानक एक-एक कर करीब 60 ट्रेनों के एसी फेल हो गए। हालांकि शिकायतों के बाद एसी ठीक कराया गया। ऑनलाइन शिकायतों की निगरानी खुद रेलवे अफसरों ने की, इसलिए यात्रियों को जल्दी राहत मिल गई। दिल्ली, मुंबई, बिहार, कोलकाता रूट पर ज्यादा दिक्कत
रेलवे अपने यात्रियों की सुवधाओं, परेशानियों को दूर करने के लिए शिकायत पेटिका के साथ ही ऑनलाइन बात रखने की सुविधा मुहैया करा रहा है। चलती ट्रेन में दिक्कत होने रेलवे ने कई ऑनलाइन प्लेटफार्म बनाए हैं। शरीर झुलसाती गर्मी में यात्रियों की ज्यादातर शिकायतें भी इसी से जुड़ी आ रही हैं। इन दिनों सबसे ज्यादा मामले ट्रेनों में एसी के काम न करने को लेकर है। सबसे ज्यादा शिकायतें दिल्ली और मुंबई रूट की ट्रेनों को लेकर आईं। इसके अलावा बिहार, कोलकाता, पुणे, गुजरात, के साथ पूर्वोत्तर जाने वाली ट्रेनों में शिकायतें दर्ज कराई गईं। प्रयागराज की बात करें तो तीन दिन पहले महानगरी एक्सप्रेस और नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के एसी में कूलिंग न होने को लेकर यात्री बिफर पड़े थे। हालांकि गर्मी में यह परेशानी बढ़ने की वजह से रेलवे ने प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर एक टेक्निकल टीम तैयार रखी है ताकि यात्रियों की पेरशानी दूर की जा सके।