दादरी में अटल किसान-मजदूर कैंटिन पर असमंजस:निकाय चुनाव के चलते बोर्ड ने आदेश लिया वापस; कांग्रेस विधायक ने जताई थी आपत्ति

दादरी में अटल किसान-मजदूर कैंटिन पर असमंजस:निकाय चुनाव के चलते बोर्ड ने आदेश लिया वापस; कांग्रेस विधायक ने जताई थी आपत्ति

चरखी दादरी में पहली बार अटल किसान मजदूर कैंटिन खुलने की आस जगी थी। लेकिन मुख्य प्रशासक हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग(HSAM) बोर्ड पंचकूला द्वारा निकाय चुनाव के चलते कैंटिन खोलने के 20 फरवरी को जारी पत्र पर कांग्रेस विधायक आफताब अहमद द्वारा राज्य चुनाव आयोग हरियाणा में आपत्ति जताए जाने के बाद वापस ले लिया गया है। दादरी में निकाय चुनाव नहीं होने और पत्र वापस लेने के बाद से यहां असमंजस की स्थिति बन गई है कि कैंटिन खुलने की प्रक्रिया अब शुरू होगी या अगले आदेश तक का इंतजार करना होगा। हालांकि दादरी मार्केट कमेटी को अभी तक कैंटिन ना खोलने को लेकर किसी प्रकार का पत्र नहीं मिला है। 20 फरवरी को जारी हुआ था पत्र
एचएसएएम बोर्ड द्वारा बीते 20 फरवरी को एक पत्र जारी किया गया था। जिसमें चरखी दादरी सहित हरियाणा की 40 अनाज मंडियों में एडिशनल अटल किसान-मजदूर कैंटिन खोलने की बात कहीं गई थी। इन मंडियों में किसानों, आढ़तियों व दूसरे लोगों को 10 रुपए प्रति थाली के हिसाब से भोजना मुहैया करवाया जाना था। लेकिन निकाय चुनाव के चलते इस पत्र को वापस लिया गया है। जिसके चलते अभी अटल किसान मजदूर कैंटिन के लिए संबंधित मंडियों में लोगों को और इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि दादरी जिले में चुनाव तो नहीं हैं, लेकिन इस पत्र वापसी के बाद यहां भी कैंटिन खुलने को लेकर संशय बना हुआ है। आफताब अहमद ने दर्ज करवाई थी आपत्ति
कांग्रेस के नूहं से विधायक एवं पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने इस बारे में राज्य चुनाव आयोग हरियाणा के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया है कि यह प्रदेश में चल रहे नगर निगम चुनावों के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया और बोर्ड ने 20 फरवरी के पत्र को वापस लिया है। इन मंडियों में खुलनी थी कैंटीन बोर्ड द्वारा जारी पत्र के अनुसार चरखी दादरी सहित प्रदेश की 40 अनाज मंडियों में अटल किसान-मजदूर कैंटीन शुरू होनी थी। जिसमें अंबाला कैंट,चरखी दादरी,फरीदाबाद,बल्ल्भगढ़,तिगांवा,मोहाना,जाखल,रतिया,भट्टू कलां,भूना,सोहना,हिसार,उकलाना,बास,फतेहपुर पुंडरी,सीवन,पाई,राजौंद,जुंडला,कुंजपुरा,निगढू,शाहाबाद,बबीन,फिरोजपुर झिरका,पुन्हाना,तावडू,नारनौल,नांगल चौधरी,हसनपुर, पलवल,हथीन,इसराना,कोसली,महम,ढींग,ऐलनाबाद,रानिया,मस्तफाबाद,रादौर , सढौरा आदि शामिल थे। नहीं मिला कोई पत्र- सचिव
चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव विजय कुमार ने बताया कि बोर्ड द्वारा 20 फरवरी को कैंटिन खोलने से संबंधित जारी किया गया पत्र उन्हें पत्र मिला था। जिसमें दादरी में अटल किसान-मजदूर कैंटिन शुरू करवाने के निर्देश मिले थे। लेकिन कैंटिन शुरू ना करवाने को लेकर अभी तक उनके पास कोई पत्र नहीं आया है। उच्च अधिकारियों की ओर से जो भी निर्देश मिलेंगे उसी के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। चरखी दादरी में पहली बार अटल किसान मजदूर कैंटिन खुलने की आस जगी थी। लेकिन मुख्य प्रशासक हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चरल मार्केटिंग(HSAM) बोर्ड पंचकूला द्वारा निकाय चुनाव के चलते कैंटिन खोलने के 20 फरवरी को जारी पत्र पर कांग्रेस विधायक आफताब अहमद द्वारा राज्य चुनाव आयोग हरियाणा में आपत्ति जताए जाने के बाद वापस ले लिया गया है। दादरी में निकाय चुनाव नहीं होने और पत्र वापस लेने के बाद से यहां असमंजस की स्थिति बन गई है कि कैंटिन खुलने की प्रक्रिया अब शुरू होगी या अगले आदेश तक का इंतजार करना होगा। हालांकि दादरी मार्केट कमेटी को अभी तक कैंटिन ना खोलने को लेकर किसी प्रकार का पत्र नहीं मिला है। 20 फरवरी को जारी हुआ था पत्र
एचएसएएम बोर्ड द्वारा बीते 20 फरवरी को एक पत्र जारी किया गया था। जिसमें चरखी दादरी सहित हरियाणा की 40 अनाज मंडियों में एडिशनल अटल किसान-मजदूर कैंटिन खोलने की बात कहीं गई थी। इन मंडियों में किसानों, आढ़तियों व दूसरे लोगों को 10 रुपए प्रति थाली के हिसाब से भोजना मुहैया करवाया जाना था। लेकिन निकाय चुनाव के चलते इस पत्र को वापस लिया गया है। जिसके चलते अभी अटल किसान मजदूर कैंटिन के लिए संबंधित मंडियों में लोगों को और इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि दादरी जिले में चुनाव तो नहीं हैं, लेकिन इस पत्र वापसी के बाद यहां भी कैंटिन खुलने को लेकर संशय बना हुआ है। आफताब अहमद ने दर्ज करवाई थी आपत्ति
कांग्रेस के नूहं से विधायक एवं पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने इस बारे में राज्य चुनाव आयोग हरियाणा के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया है कि यह प्रदेश में चल रहे नगर निगम चुनावों के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया और बोर्ड ने 20 फरवरी के पत्र को वापस लिया है। इन मंडियों में खुलनी थी कैंटीन बोर्ड द्वारा जारी पत्र के अनुसार चरखी दादरी सहित प्रदेश की 40 अनाज मंडियों में अटल किसान-मजदूर कैंटीन शुरू होनी थी। जिसमें अंबाला कैंट,चरखी दादरी,फरीदाबाद,बल्ल्भगढ़,तिगांवा,मोहाना,जाखल,रतिया,भट्टू कलां,भूना,सोहना,हिसार,उकलाना,बास,फतेहपुर पुंडरी,सीवन,पाई,राजौंद,जुंडला,कुंजपुरा,निगढू,शाहाबाद,बबीन,फिरोजपुर झिरका,पुन्हाना,तावडू,नारनौल,नांगल चौधरी,हसनपुर, पलवल,हथीन,इसराना,कोसली,महम,ढींग,ऐलनाबाद,रानिया,मस्तफाबाद,रादौर , सढौरा आदि शामिल थे। नहीं मिला कोई पत्र- सचिव
चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव विजय कुमार ने बताया कि बोर्ड द्वारा 20 फरवरी को कैंटिन खोलने से संबंधित जारी किया गया पत्र उन्हें पत्र मिला था। जिसमें दादरी में अटल किसान-मजदूर कैंटिन शुरू करवाने के निर्देश मिले थे। लेकिन कैंटिन शुरू ना करवाने को लेकर अभी तक उनके पास कोई पत्र नहीं आया है। उच्च अधिकारियों की ओर से जो भी निर्देश मिलेंगे उसी के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर