<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> अगर आप किसी निर्माणाधीन कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के मालिक हैं और वहां पर आप घरेलू बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं तो पढ़ लीजिए ये खबर. नहीं तो आप भी हो सकते हैं फर्जी बीएसईएस अधिकारियों के उगाही के शिकार. जी हां, साउथ ईस्ट दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाना की पुलिस टीम ने तीन लोगों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को बीएसईएस अधिकारी होने का झांसा और फाइन का डर दिखा उनसे उगाही करते थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान लोधी रोड के शम्मी चड्ढा (62), महरौली के दिनेश कुमार पारस (59) और संगम विहार के शकील अहमद (46) के रूप में हुई है. यह पहले एक निजी कंपनी के माध्यम से बीएसईएस के लिए रिकवरी एजेंट का काम करते थे. इस काम की अवधि पूरी होने के बाद ये डरा कर लोगों से उगाही करने लगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> 12 लाख मांगने की मिली थी शिकायत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी राजेश देव ने बताया कि 10 जुलाई को पीसीआर कॉल के माध्यम न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने की पुलिस को महारानी बाग में बीएसईएस अधिकारी बनकर 12 लाख रुपये मांगे जाने की शिकायत मिली थी. इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की गई. आरोपियों की पकड़ के लिए एसीपी न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की देखरेख और एसएचओ राजेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व में एसआई नवीन, एएसआई राजेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल पवन और करण की टीम का गठन किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाइक की डिटेल से चला आरोपी का पता</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस टीम ने कई सीसीटीवी फुटेज और फर्जी अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ता को दिए गए नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक आरोपी द्वारा इस्तेमाल की गई बाइक की डिटेल से उसके मालिक का पता लगाया गया और फिर उसके फोन नंबर ट्रैक कर उसके लोकेशन के आधार पर उसे दबोच लिया गया. पूछताछ में उससे मिली जानकारी के आधार पर कई जगहों पर छापेमारी के बाद उसके दो साथियों को भी पकड़ लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> कई लोगों को बना चुके हैं शिकार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे फर्जी बीएसईएस अधिकारी बनकर निर्माणाधीन साइटों पर जाते थे और साइट के मालिकों से घरेलू बिजली का कॉमर्शियल उद्देश्य से उपयोग करने के लिए जुर्माने के नाम पर पैसे ऐंठ लेते थे. आरोपियों ने खुलासा किया कि इससे पहले भी उन्होंने कई लोगों से पैसे ऐंठ हैं, लेकिन उन घटनाओं की रिपोर्ट नहीं की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीनों आरोपी पहले करते थे ये काम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>तीनों आरोपी एक निजी कंपनी के माध्यम से बीएसईएस के रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने लोगों से पैसे ऐंठना शुरू कर दिया. उनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक बाइक, दो स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद किया गया. इस मामले में आगे की जांच जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस अधिकारी की लोगों से अपील </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने लोगों को आगाह करते हुए बताया है कि अगर कोई भी शख्स किसी भी डिपार्टमेंट से आपके घर या ऑफिस में आता है तो आप डरें नहीं. पहले आप उनकी पहचान पुख्ता करें. फिर उसके द्वारा की जा रही करवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दें. अगर आपको थोड़ी भी आशंका लगे तो तुरंत PCR को कॉल कर इसकी जानकारी दें. ताकि आप ऐसे नटवरलाल से बच सकें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”GTB अस्पताल गोलीकांड में नया मोड़! गलती से मारा गया रियाजुद्दीन, जो था टारगेट उसे दूसरे वार्ड में कर दिया गया था शिफ्ट” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/new-twist-in-delhi-guru-teg-bahadur-hospital-firing-riyazuddin-killed-by-mistake-2737842″ target=”_blank” rel=”noopener”>GTB अस्पताल गोलीकांड में नया मोड़! गलती से मारा गया रियाजुद्दीन, जो था टारगेट उसे दूसरे वार्ड में कर दिया गया था शिफ्ट</a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> अगर आप किसी निर्माणाधीन कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के मालिक हैं और वहां पर आप घरेलू बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं तो पढ़ लीजिए ये खबर. नहीं तो आप भी हो सकते हैं फर्जी बीएसईएस अधिकारियों के उगाही के शिकार. जी हां, साउथ ईस्ट दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाना की पुलिस टीम ने तीन लोगों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को बीएसईएस अधिकारी होने का झांसा और फाइन का डर दिखा उनसे उगाही करते थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान लोधी रोड के शम्मी चड्ढा (62), महरौली के दिनेश कुमार पारस (59) और संगम विहार के शकील अहमद (46) के रूप में हुई है. यह पहले एक निजी कंपनी के माध्यम से बीएसईएस के लिए रिकवरी एजेंट का काम करते थे. इस काम की अवधि पूरी होने के बाद ये डरा कर लोगों से उगाही करने लगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> 12 लाख मांगने की मिली थी शिकायत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी राजेश देव ने बताया कि 10 जुलाई को पीसीआर कॉल के माध्यम न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने की पुलिस को महारानी बाग में बीएसईएस अधिकारी बनकर 12 लाख रुपये मांगे जाने की शिकायत मिली थी. इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की गई. आरोपियों की पकड़ के लिए एसीपी न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की देखरेख और एसएचओ राजेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व में एसआई नवीन, एएसआई राजेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल पवन और करण की टीम का गठन किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाइक की डिटेल से चला आरोपी का पता</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस टीम ने कई सीसीटीवी फुटेज और फर्जी अधिकारियों द्वारा शिकायतकर्ता को दिए गए नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक आरोपी द्वारा इस्तेमाल की गई बाइक की डिटेल से उसके मालिक का पता लगाया गया और फिर उसके फोन नंबर ट्रैक कर उसके लोकेशन के आधार पर उसे दबोच लिया गया. पूछताछ में उससे मिली जानकारी के आधार पर कई जगहों पर छापेमारी के बाद उसके दो साथियों को भी पकड़ लिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> कई लोगों को बना चुके हैं शिकार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे फर्जी बीएसईएस अधिकारी बनकर निर्माणाधीन साइटों पर जाते थे और साइट के मालिकों से घरेलू बिजली का कॉमर्शियल उद्देश्य से उपयोग करने के लिए जुर्माने के नाम पर पैसे ऐंठ लेते थे. आरोपियों ने खुलासा किया कि इससे पहले भी उन्होंने कई लोगों से पैसे ऐंठ हैं, लेकिन उन घटनाओं की रिपोर्ट नहीं की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीनों आरोपी पहले करते थे ये काम </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>तीनों आरोपी एक निजी कंपनी के माध्यम से बीएसईएस के रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने लोगों से पैसे ऐंठना शुरू कर दिया. उनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक बाइक, दो स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद किया गया. इस मामले में आगे की जांच जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस अधिकारी की लोगों से अपील </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने लोगों को आगाह करते हुए बताया है कि अगर कोई भी शख्स किसी भी डिपार्टमेंट से आपके घर या ऑफिस में आता है तो आप डरें नहीं. पहले आप उनकी पहचान पुख्ता करें. फिर उसके द्वारा की जा रही करवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दें. अगर आपको थोड़ी भी आशंका लगे तो तुरंत PCR को कॉल कर इसकी जानकारी दें. ताकि आप ऐसे नटवरलाल से बच सकें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”GTB अस्पताल गोलीकांड में नया मोड़! गलती से मारा गया रियाजुद्दीन, जो था टारगेट उसे दूसरे वार्ड में कर दिया गया था शिफ्ट” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/new-twist-in-delhi-guru-teg-bahadur-hospital-firing-riyazuddin-killed-by-mistake-2737842″ target=”_blank” rel=”noopener”>GTB अस्पताल गोलीकांड में नया मोड़! गलती से मारा गया रियाजुद्दीन, जो था टारगेट उसे दूसरे वार्ड में कर दिया गया था शिफ्ट</a></p> दिल्ली NCR Jharkhand: ‘झारखंड विधानसभा चुनाव में BJP के…’, बाबूलाल मरांडी ने भरी हुंकार, CM हेमंत सोरेन पर निशाना